दिनांक 30 अप्रैल, 2021


अंक 768

कोरोना संक्रमण के मामले में प्रदेश अब 14वें स्थान पर

एक्टिव प्रकरणों की संख्या 90 हजार 796 हुई
नए प्रकरणों की तुलना में रिकवरी निरंतर बढ़ रही है

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर निरंतर घट रही है। कोरोना संक्रमण के मामले में प्रदेश देश में 14वें स्थान पर आ गया है। प्रदेश में कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की संख्या 90 हजार 796 हो गई है। नए प्रकरणों की तुलना में रिकवरी निरंतर बढ़ रही है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोर ग्रुप की बैठक ले रहे थे। बैठक में विभिन्न जिलों से कोर ग्रुप के सदस्य मंत्रीगण एवं अधिकारीगण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।

एक दिन में 13 हजार 585 मरीज ठीक हुए

प्रदेश में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट निरंतर बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में 13 हजार 584 कोरोना के मरीज स्वस्थ हुए, वहीं 12400 नए मरीज आए हैं। प्रदेश का रिकवरी रेट 83 प्रतिशत हो गया है।

पॉजिटिविटी रेट में भी गिरावट

प्रदेश में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। प्रदेश की औसत पॉजिटिविटी रेट 21.1% हो गया है तथा 7 दिन की औसत पॉजिटिविटी रेट 22.4% है। देश की सात दिनों की औसत पॉजिटिविटी रेट 21% है।

इंदौर में सर्वाधिक नए प्रकरण

जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि इंदौर जिले में सर्वाधिक 1811 नए कोरोना प्रकरण आए हैं। भोपाल में 1713, ग्वालियर में 980, जबलपुर में 771, रीवा में 345, उज्जैन में 322, रतलाम में 280, सागर में 257, शहडोल में 256 तथा धार में 249 नए कोरोना प्रकरण आए हैं।

पर्याप्त ऑक्सीजन प्राप्त

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश को अब पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल रही है। 29 अप्रैल को प्रदेश को 556.2 एमटी ऑक्सीजन प्राप्त हुई, जबकि प्रदेश में 467 एमटी ऑक्सीजन की खपत हुई।

घर में जगह नहीं है तो कोविड केयर सेंटर में जाएं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन मरीजों के घर पर होम आइसोलेशन की जगह नहीं है, वे कोविड केयर सेंटर में जाएं। प्रदेश के सभी जिलों में कोविड केयर सेंटर संचालित हैं, जिनमें कुल 3889 बेड्स तथा 650 ऑक्सीजन बेड्स हैं।

प्रदेश में 57 हजार 741 बेड्स

प्रदेश में कोरोना के उपचार के लिए शासकीय एवं निजी अस्पतालों में कुल 57741 बेड्स हैं, जिनमें से वर्तमान में 40 हजार बेड्स भरे हैं। कुल मरीजों में 71% होम आइसोलेशन में तथा 29% अस्पतालों में हैं।

नई ऑक्सीजन यूनिट लगाने पर अनुदान व सहायता

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि निजी क्षेत्र में नई ऑक्सीजन यूनिट लगाने पर शासन की और से अनुदान व सहायता दी जाएगी। अतः निवेशक मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन यूनिट स्थापित करें।

अखिल भारत हिन्दू महासभा मध्यप्रदेश अध्यक्ष परम श्रद्धेय श्री राधे श्याम वशिष्ठ जी का निधन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दी श्रद्धांजलि

कोरोंना से संघर्ष करते हुए अखिल भारत हिन्दू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री राधेश्याम वशिष्ठ जी का आज 29 अप्रैल को सुबह भोपाल में 78 वर्ष की आयु में निधन हो गया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्व. श्री राधेश्याम को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं परिवार संवेदना प्रदान की।

आपके परिवार में तीन बेटियाँ और एक बेटा सहित भरा पूरा परिवार है, पुत्र नीरज वशिष्ठ आईएएस मध्यप्रदेश सरकार में डिप्टी सेक्रेटरी पद पर हैं और खुद भी कोरोंना से संघर्ष कर रहे हैं। पुत्र नीरज वशिष्ठ ने पिता को मुखाग्नि दी।

स्वर्गीय राधे श्याम वशिष्ठ जी अखिल भारत हिन्दू महासभा में पिछले साठ वर्षों से प्रदेश और राष्ट्र स्तर पर विभिन्न पदों पर रहते हुए अनेकों आंदोलनों का नेतृत्व किया , हिंदुत्व तथा राष्ट्र को मजबूत बनाने के लिए मन-कर्म-वचन से पूरी निष्ठा के साथ सेवा की। आपका जीवन राष्ट्र के नागरिकों के लिए सदैव अनुकरणीय रहेगा आपका निधन अखिल भारत हिन्दू महासभा और सम्पूर्ण राष्ट्र के लिए अपूर्णीय क्षति है।

शोक संवेदना व्यक्त करने वालों में अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. जयवीर भारद्वाज, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कैलाश नारायण शर्मा प्रदेश महामंत्री विनोद जोशी प्रदेश संगठन मंत्री लालजी शर्मा प्रदेश उपाध्यक्ष रामबाबू सेन प्रदेश उपाध्यक्ष शिवकुमार भार्गव हरिदास अग्रवाल ग्वालियर संभाग अध्यक्ष पवन गुप्ता महामंत्री मनोज जाटव संगठन मंत्री मुकेश बघेल मोहन सिंह बघेल मुन्ना लाल शर्मा द्वारका प्रसाद खंडेलवाल राधेश्याम वर्मा जय किशन पमनानी,भोपाल संभाग अध्यक्ष राम मूर्ति हरदेनिया महामंत्री हरिशंकर साहू ब्रजेश मिश्र विनीत श्रीवास्तव सहित हिन्दू महासभा मध्य प्रदेश परिवार

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोविड-19 महामारी के चलते कृषकों को दी राहत

कृषकों की खरीफ 2020 के अल्पकालीन फसल ऋण अदायगी की तिथि बढ़ाकर 31 मई की गई

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया के अनुरोध पर कोविड-19 महामारी के चलते कृषकों को बड़ी राहत देते हुए खरीफ सीजन 2020 के अल्पकालीन ऋण की देयतिथि 30 अप्रैल से बढ़ाकर 31 मई 2021 कर दी है।

कोविड-19 महामारी की वर्तमान विषम परिस्थितियों एवं प्रदेश में विभिन्न फसलों के उपार्जन की राशि भुगतान कृषकों को किये जाने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। जिसके कारण राज्य शासन ने किसानों के हित में निर्णय लेते हुए प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों द्वारा खरीफ 2020 में वितरित अल्पकालीन फसल ऋण की देय तिथि बढ़ाई है।

उल्लेखनीय है कि पूर्व में खरीफ सीजन 2020 के अल्पकालीन फसल ऋण की देयतिथि को 28 मार्च से बढ़ाकर 30 अप्रैल 2021 किया गया था, जिसे अब बढ़ाकर 31 मई 2021 कर दिया गया है।

अद्भुत दृश्य है ये, सभी मानवता की सेवा में लगे हैं

कोरोना के खिलाफ युद्ध को आपने नई दिशा दी है
आपके इस भागीरथी प्रयास को प्रणाम
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने माँ अहिल्या कोविड केअर सेन्टर इंदौर के संचालक, चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ, मरीजों से बातचीत की

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि यदि सकारात्मक ऊर्जा के साथ कोरोना का सामना किया जाए, तो कोरोना आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। अद्भुत दृश्य है ये, सभी मानवता की सेवा में लगे हैं। कोरोना के खिलाफ युद्ध को आपने नई दिशा दी है।आपके इस भागीरथी प्रयास को मैं प्रणाम करता हूँ।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंदौर में हाल ही में राधा स्वामी सत्संग व्यास द्वारा बनाए गए 1200 बिस्तरीय माँ अहिल्या कोविड केअर सेन्टर के संचालक, चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ, मरीजों आदि से बातचीत की। उन्होंने कोविड सेंटर का वर्चुअल अवलोकन भी किया। इस अवसर पर इंदौर से मंत्री श्री तुलसी सिलावट, केंद्र के संचालक डॉ निशांत खरे आदि शामिल हुए।

मध्यप्रदेश का प्रथम तथा देश का द्वितीय सेंटर

चिकित्सा संबंधी सभी आधुनिक सुविधाओं से युक्त यह मध्यप्रदेश का पहला तथा देश का दूसरा सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर है। इसे रिकॉर्ड 6 दिन में तैयार किया गया, जिसमें दो चरणों में 600-600 बेड तैयार किए गए हैं। 250 एकड़ में फैले हुए इस केंद्र में 35 एकड़ में शेड बनाया गया है। परिसर में 12 हजार पेड़ तथा 3,000 टॉयलेट है। यहां शत-प्रतिशत वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम है। ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। कोरोना मरीजों के लिए योग, प्राणायाम, स्टीम लेने, नाश्ते, भोजन, कोविड जाँच, उपचार आदि व्यवस्थाएँ हैं। यहां 65 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाए गए हैं। इस केंद्र का संचालन इंदौर के चार बड़े चिकित्सालय मेदांता, अपोलो, चोइथराम एवं बॉम्बे हॉस्पिटल की टीम द्वारा किया जा रहा है।

यहाँ आकर आशा विश्वास जगा है

मुख्यमंत्री श्री चौहान से चर्चा के दौरान केंद्र में भर्ती राजमोहल्ला इंदौर के श्री देवेंद्र भावसार ने बताया कि वे कोरोना पॉजिटिव आने के बाद निराशा की स्थिति में अपने घर में पड़े थे। फिर जब उन्हें इस सेंटर के बारे में पता चला और वे यहाँ आए तो उनके जीवन में आशा एवं विश्वास जागा। अब लग ही नहीं रहा कि वे बीमार हैं।

यहाँ इलाज के साथ मोटिवेशन भी दिया जाता है

केंद्र में भर्ती सुश्री अंजलि तथा वंशिका ने बताया कि वे 5 दिन पहले इस केंद्र में भर्ती हुई हैं। शुरू में तो उन्हें डर लग रहा था, परंतु अब वे बहुत खुश हैं। इस केंद्र में कोविड-19 इलाज के साथ ही मोटिवेशन भी दिया जाता है।

अस्पताल के और यहाँ के माहौल में बहुत फर्क है

मुख्यमंत्री श्री चौहान से बातचीत के दौरान डॉक्टर अंजली एवं नर्स लक्ष्मी ने बताया कि अस्पताल के और यहाँ के वातावरण में बहुत अंतर है। अस्पताल में मरीज को डर लगता है, वहीं यहाँ पर मरीज घर जैसा महसूस कर रहे हैं। पूरा एक परिवार लगता है।

इतने कम समय में इतने विशाल अस्पताल का निर्माण अकल्पनीय

मुख्यमंत्री श्री चौहान को केंद्र की संचालक डॉ. शिप्रा श्रीवास्तव ने बताया कि इतने कम समय में जिला प्रशासन इंदौर द्वारा इतने विशाल एवं सर्व सर्व सुविधा युक्त कोविड केयर सेंटर का निर्माण अकल्पनीय है। कोरोना महामारी जैसी नेशनल इमरजेंसी के दौरान यह मानवता की बहुत बड़ी सेवा है।

मुख्यमंत्री चौहान ने राधा स्वामी सत्संग ब्यास के ट्रस्टियों से भी बातचीत की तथा उनका आभार प्रकट किया।

रजिस्ट्री की गाइडलाईन 30 जून तक यथावत : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में संपत्ति की खरीदी-बिक्री के लिए प्रति वर्ष एक अप्रैल से नई गाइडलाईन जारी की जाती है। परंतु कोरोना संक्रमण को देखते हुए वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए गाइडलाईन में 30 जून तक कोई परिवर्तन न करते हुए इसे पूर्ववत रखा गया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जनता के नाम जारी अपने सन्देश में कहा कि आम नागरिकों की सुविधा को देखते हुए संपत्ति की पंजीयन दर में कोई वृद्धि नहीं की गई है। गाइडलाईन अनुसार महिलाओं के नाम से पंजीयन शुल्क में 2 प्रतिशत की छूट भी पूर्ववत जारी रहेगी। सामान्य पंजीयन की दर 3 प्रतिशत है जबकि महिला आवेदकों के लिए यह दर 1 प्रतिशत रखी गई है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारा प्रयास है कि उप पंजीयक कार्यालय चरणबद्ध तरीके से खोले जायें।, जिससे आम जनता पंजीयन भी करा सके और अर्थ-व्यवस्था भी प्रभावित न हो।

हमने कोरोना की गति को नियंत्रित किया है, परंतु लड़ाई अभी लंबी है : मुख्यमंत्री श्री चौहान

संक्रमण की चेन तोड़ना आवश्यक, सभी जिले प्रभावी कार्रवाई करें
जिन जिलों में पॉजिटिविटी रेट अधिक है, कोरोना कर्फ्यू सख्ती से लागू करें
सर्दी, खाँसी, जुकाम हो तो आइसोलेट कर दवाएँ दें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 18 जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट समूहों से बातचीत की

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में हमने कोरोना की गति को नियंत्रित किया है, पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में नए कोरोना मरीजों की तुलना में अधिक मरीज़ रिकवर हो रहे हैं। एक्टिव प्रकरण जो  94 हज़ार से अधिक हो गए थे, अब 90 हज़ार 796 हो गए हैं। परंतु लड़ाई अभी लंबी है। संक्रमण की चेन तोड़ना आवश्यक है। इसे तोड़ने के लिये सभी जिले प्रभावी कार्रवाई करें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन जिलों में पॉजिटिविटी रेट अधिक है, कोरोना कर्फ्यू सख्ती से लागू करें।  सर्दी, खाँसी, जुकाम होने पर मरीज की जाँच करें, जाँच की रिपोर्ट का इंतजार न करें, उन्हें आइसोलेट करें तथा तुरंत मेडिकल किट देकर दवा चालू करें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान शुक्रवार को निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के 18 ज़िलों के क्राइसिस मैनेजमेंट समूहों के सदस्यों से बातचीत कर रहे थे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जबलपुर, रीवा, नरसिंहपुर, सिंगरौली, सीधी, पन्ना, सतना, सागर, शहडोल, कटनी, छतरपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, उमरिया, डिंडोरी, छिंदवाड़ा तथा दमोह ज़िलों से प्रभारी मंत्रीगण, प्रभारी अधिकारीगण तथा क्राइसिस मैनेजमेंट समूह के सदस्यगण शामिल हुए।

सीसीसी का बेहतर संचालन सुनिश्चित करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि सभी जिलों में कोविड-19 सेंटर्स का बेहतर संचालन सुनिश्चित किया जाए। जिन मरीजों के घर में होम आइसोलेशन के लिए स्थान नहीं है उन सभी को कोविड केअर सेंटर्स में रखा जाए। यहाँ मेडिकल किट, नाश्ता, भोजन आदि सभी व्यवस्थाएँ उपलब्ध हैं। सिवनी ज़िले ने सुझाव दिया कि स्वास्थ्य केंद्र के पास ही कोविड केयर सेन्टर बनाए जाएं।

गाँवों में सख्ती से रोकें संक्रमण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गांवों में कोरोना संक्रमण सख्ती से रोका जाए। जनता कर्फ्यू कड़ाई से लागू किया जाए। ग्राम पंचायतें इस दिशा में सक्रिय रूप से कार्य करें।

होम आइसोलेशन में दें सभी को मेडिकल किट

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे सभी मरीज़ों को अनिवार्य रूप से मेडिकल किट प्रदान की जाएं। उनसे रोज़ बात की जाए तथा मॉनिटरिंग की जाए।

सीधी में बिस्तर बढ़ाएँ

सीधी जिले की समीक्षा में वहाँ पॉजिटिविटी रेट 31.87 % पाया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस पर चिंता व्यक्त करते हुए कोरोना कर्फ्यू सख्ती से लागू किए जाने के निर्देश दिए। प्रभारी अधिकारी तुरंत वहाँ जाकर व्यवस्थाएँ देखें।

पन्ना में अच्छा कार्य हुआ है

पन्ना जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहाँ कोरोना नियंत्रण के संबंध में अच्छा कार्य है। पहले जिले का  पॉजिटिविटी रेट 50% तक पहुँच गया था, जो अब घटकर 22% रह गया है। परिवार के संक्रमित होने के बावजूद पन्ना कलेक्टर दिन-रात कार्य में लगे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्य की सराहना की।

भारत सरकार से 92 हज़ार रेमडेसिविर

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि 30 अप्रैल तक के लिए भारत सरकार की ओर से मध्यप्रदेश को 92 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन का कोटा प्राप्त हुआ। आगे भी ये इंजेक्शन आवश्यकतानुसार मिलते रहेंगे।

संक्रमण रोकने के लिए शादियों को आगे बढ़ाना होगा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वैवाहिक आयोजनों से कोरोना का संक्रमण तेजी के साथ फैलता है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लोगों को शादियों को आगे बढ़ाने की सलाह दी जाए।

घर-घर सर्वे कर मेडिकल किट दें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का घर-घर स्वास्थ्य सर्वे किया जाए तथा उन्हें मेडिकल किट वितरित की जाएं। सामान्य बीमारियों के लिए भी उन्हें दवाएँ दी जायें।

छिंदवाड़ा की टीम को बधाई

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने छिंदवाड़ा ज़िले में कोविड के प्रभावी नियंत्रण के लिए वहाँ की पूरी टीम को बधाई दी। यहाँ का पॉजिटिविटी रेट 5% रह गया है। रिकवरी रेट 91% है। ऑक्सीजन सरप्लस है, 27 आईसीयू बेड और 197 ऑक्सीजन बेड खाली हैं। ज़िले में 1463 माइक्रो कन्टेनमेंट ज़ोन बनाए गए हैं। ब्लॉक स्तर पर भी सीसीसी बनाए गए हैं।

संक्रमण की चेन तोड़ने में करें सहयोग

मुख्यमंत्री ने पथ विक्रेताओं से की अपील
प्रदेश के 6 लाख 10 हजार पथ विक्रेताओं के खातों में जमा हुए 61 करोड़ रुपए

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना से लड़ाई घर के अंदर रह कर ही  लड़ी जा सकती है। उन्होंने शहरी पथ विक्रेताओं से अपील की है कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में सहयोग करें। शहरी पथ विक्रेताओं के लिए एक-एक हजार रुपए की राशि उनके बैंक खाते में जमा होने की जानकारी देते हुए, उनसे अनुरोध किया है कि राशि निकालने के लिए बैंकों में भीड़ नहीं लगे, इस बात का विशेष ध्यान रखें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास से प्रदेश के 6 लाख 10 हजार से अधिक शहरी असंगठित कामगारों के खातो में 61 करोड़ रुपए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर द्वारा अंतरित करने के उपरांत उनको ऑनलाइन संम्बोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना की संक्रमण चेन तोड़ना ही उसके नियंत्रण का सफल तरीका है। जनता कर्फ्यू के द्वारा जनता के सहयोग से प्रदेश में संक्रमण की स्थिति पर नियंत्रण के परिणाम मिलने लगे हैं। एक्टिव केसेस की संख्या में प्रदेश का स्थान देश में 7वें से घटकर 13वें स्थान पर आ गया है, पॉजिटिव केस वृद्धि दर जो 25 प्रतिशत से ऊपर चली गई थी वह घट कर 21 प्रतिशत हो गई है। पॉजिटिव केसेस की संख्या घट रही और स्वस्थ होने वालो की संख्या बढ़ रही हैं। कुल 12 हजार 400 नये पॉजिटिव प्रकरणों की तुलना 13 हजार 584 व्यक्ति स्वस्थ हुए है। उन्होंने बताया कि सरकार अस्पतालों में बिस्तरों, दवाइयों, उपकरणों इंजेक्शन आदि की उपलब्धता के लिए निरंतर कार्य कर रही है। ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए हवाई जहाज और ट्रेनों से व्यवस्था करने के साथ ही स्थानीय स्तर पर ऑक्सीजन उत्पादन के प्रयास युद्ध स्तर पर कर रहे हैं। उपचार व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए संक्रमण की चेन तोड़ना जरुरी है। यह सबके सहयोग से ही हो सकता है। इसलिए जनता कर्फ्यू का पालन सख्ती से करें। घर पर रह कर कोरोना संक्रमण चेन को तोड़ने में सहयोगी बनें। उन्होंने कहा कि कोरोना मानवता का दुश्मन है। उसे रोकने के लिए मिलना-जुलना, समारोह आयोजन करना, शादी विवाह के कार्यक्रम करना और भीड़ लगाना बंद करना होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संक्रमण का प्रसार यदि तेजी से होता रहा तो सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो सकती हैं। इसलिए संक्रमण नियंत्रण की गाइड लाइन का कड़ाई से पालन जरुरी है। कर्फ्यू से गरीबों को होने वाली दिक्कतों को दूर करने में सरकार पूरा सहयोग कर रही है। उन्होंने पथ विक्रेताओं को बताया कि उनके खातों में एक-एक हजार की राशि जमा कराने के साथ ही नि:शुल्क अनाज भी दिया जा रहा है। मई और जून दो माहों में राज्य सरकार की ओर से 5-5 किलो ग्राम और केन्द्र सरकार की ओर से 5-5 किलोग्राम नि:शुल्क अनाज प्रत्येक व्यक्ति को मिलेगा। उन्होंने पथ विक्रेताओं को आवश्वस्त किया कि जनता कर्फ्यू से होने वाली दिक्कतों में मदद के समान ही सरकार संक्रमण नियंत्रण उपरांत उनके व्यवसाय को बढ़ाने में सहयोग करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सब स्वस्थ रहे, सबका परिवार स्वस्थ रहें। इसके लिए सबको संकल्पित हो कर, मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि संक्रमण तेजी से फेफड़ो में घुस जाता है। इसलिए इसका तत्काल उपचार जरुरी है। जितनी जल्दी संक्रमण की जानकारी मिलती है। उसका उपचार उतनी ही जल्दी सरलता से हो जाता है। इसलिए यह जरुरी है कि सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार के लक्षणों पर तत्काल टेस्ट कराए और तुरंत दवा लेना शुरू कर दें। उन्होंने कहा कि संक्रमण को छुपाना जानलेवा है। इसलिए गांव, वार्ड मोहल्ले बस्ती में जिस किसी में भी संक्रमण के लक्षण दिखे उसकी तुरंत जाँच कराए। प्रारंभिक अवस्था में जानकारी से घर पर अथवा कोविड केयर सेंटर में डाक्टर की देखरेख में आसानी से स्वस्थ हो सकते हैं।

कोरोना से लड़ने में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा प्लाज्मा डोनेशन अभियान - मंत्री श्री सिलावट

इंदौर में शुरू हुआ अभियान 

जल-संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि प्लाज्मा डोनेशन अभियान कोरोना से लड़ने में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। आज इंदौर में एमजीएम मेडिकल कॉलेज में प्लाज्मा डोनेशन अभियान के शुरू होने के अवसर पर उन्होंने प्लाज्मा डोनेट करने आये युवाओं को साधुवाद देते हुए प्रमाण-पत्र भी वितरित किये। इस अवसर पर संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा और डीन मेडिकल कॉलेज डॉ. संजय दीक्षित भी उपस्थित थे।         

अभियान अंतर्गत प्लाज़्मा डोनेशन के लिए प्रशासन सभी संभावित डोनर से संपर्क करेगा। उनके एंटीबॉडी की जाँच की जाकर पूर्ण सिक्यूरिटी के साथ प्लाज़्मा प्राप्त करने की प्रक्रिया पूरी होगी।   मेडिकल कॉलेज के डीन ने बताया कि कोरोना संक्रमितों के उपचार में इस अभियान से मदद मिलेगी।  अब तक प्लाज्मा डोनेट करने वालों की संख्या बहुत कम थी। इससे लोग प्रेरित होंगे और आगे आकर अधिक से अधिक प्लाज्मा डोनेट करेंगे, जिससे ज्यादा से ज्यादा मरीजों को इसका लाभ मिल सकेगा। प्लाज्मा का उपयोग गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों के उपचार के लिये किया जायेगा।

इस अवसर पर डॉक्टरों ने बताया कि प्लाज्मा डोनेट करने में डरने की कोई बात नहीं है। प्लाज्मा डोनेशन भी ब्लड डोनेशन की तरह ही है। इसके अंतर्गत ब्लड लिया जाता है, जिसमें से प्लाज्मा को सेपरेट किया जाता है और आवश्यकता अनुसार उपचार में उपयोग किया जाता है।

अभी तक एक लाख 33 हजार 90 कोरोना मरीजों को मिली मेडिकल किट 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार होम आइसोलेट कोरोना मरीजों को मेडिकल किटों का वितरण अनवरत जारी है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि अभी तक 52 जिलों में एक लाख 33 हजार 90 मेडिकल किट वितरित की जा चुकी हैं।।

मंत्री श्री सिंह  ने बताया  है कि  18 अप्रैल से 29 अप्रैल के मध्य नगरीय क्षेत्रों में फ़ीवर क्लीनिक व होम डिलीवरी के माध्यम से एक लाख 33  हजार 90 मेडिकल किट कोविड मरीज़ों को उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने  जानकारी दी है कि  18 अप्रैल को 12 हजार 583, 19 अप्रैल को 16 हजार 914, 20 अप्रैल को 11 हजार 465, 21 अप्रैल को 10 हजार 327, 22 अप्रैल को 11 हजार 76,  23 अप्रैल को 11 हजार 17,  24 अप्रैल को 10 हजार 658, 25 अप्रैल को 9 हजार 497, 26 अप्रैल को 9 हजार 360, 27 अप्रैल को 9 हजार 705, 28 अप्रैल को 11 हजार 141 और 29 अप्रैल को 9 हजार 347 कोविड मरीजों को मेडिकल किट वितरित की गई हैं।            

राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने स्व. संतोष चंदेल को दी श्रद्धांजलि

राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने एस.डी.एम श्री संतोष सिंह चंदेल के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री राजपूत ने कहा की स्व. चंदेल की आत्मा को ईश्वर शांति एवं उनके परिजनों को इस गहन दु:ख को सहन करने की शाक्ति एवं संबल प्रदान करें।

उल्लेखनिय है स्व. श्री चंदेल एस.डी.एम के रूप में छतरपुर में पदस्थ थे। कोरोना संक्रमण हो जाने के कारण उन्हें विगत दिनों हैदराबाद में एयरलिफ्ट किया गया था। जहाँ उन्होंने गुरूवार को अंतिम सांस ली।

महाराष्ट्र, राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ के लिए बसों का संचालन 7 मई तक स्थगित : परिवहन मंत्री श्री राजपूत

परिवहन एवं राजस्व मंत्री ने बताया की राज्य में कोरोना संक्रमण की प्रभावी रोकथाम के लिए महाराष्ट्र, राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ की और जाने और आने वाली बसों का संचालन पूर्ण रूप से 7 मई तक स्थगित किया गया है।

उन्होंने बताया की इस संबंध में दोनों राज्यों के लिए पृथक-पृथक आदेश जारी किये गये है। जिसके अनुसार स्थगन की अवधि 30 अप्रैल से बड़ा कर 7 मई 2021 तक कर दी गई है।

49 लाख 50 हजार रुपए की राशि से मल्हारगढ़ विधानसभा के छोटे-छोटे स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचेंगे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर

मंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने 50 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन खरीदी हेतु राशि स्वीकृत की
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को मिलेंगे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर

मल्हारगढ़ विधानसभा में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में लगातार काम कर रहे वित्त एवं वाणिज्यिक कर मंत्री तथा कोविड-19 प्रभारी श्री जगदीश देवड़ा ने नारायणगढ़ में ऑक्सीजन प्लांट की स्वीकृति के बाद अब प्रत्येक सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनों की स्वीकृति प्रदान की है।

श्री देवड़ा ने 50 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनों की स्वीकृति देते हुए इसके लिए 49 लाख 50 हजार रुपए की राशि भी स्वीकृत कर दी है। जिला कलेक्टर के नाम जारी पत्र में श्री देवड़ा ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मल्हारगढ़ के लिए 10, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिपलिया मंडी के लिए 10, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धुंधडका के लिए 10, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कनघट्टी के लिए 4, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र झारड़ा के लिए 4, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बूढा के लिए 4, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक टकरावद के लिए 4 एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संजीत के लिए 4 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन स्वीकृत की है।

एक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन की कीमत ₹99 हजार रुपए है। 10 लीटर क्षमता वाले ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन लगने से छोटे-छोटे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक मरीजों को उपचार में मदद मिलेगी।

कोरोना संक्रमण के इस दौर में श्री देवड़ा ने व्यवस्था सुदृढ़ीकरण के लिए यह राशि स्वीकृत की है। साथ ही जिला प्रशासन को निर्देशित किया है कि जल्द ही ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन स्वीकृत स्थानों पर स्थापित कर दी जाए, ताकि मरीजों को लाभ मिल सके।

मंत्री श्री पटेल ने जिला चिकित्सालय हरदा को विधायक निधि से दिये 25 लाख रुपये

हरदा के साथ हंडिया एवं खिरकिया स्वास्थ्य केन्द्रों को भी मिलेगा लाभ

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने जिला चिकित्सालय, हरदा को विधायक निधि से 25 लाख रुपये दिये हैं। श्री पटेल ने कहा है कि कोरोना संकट की इस घड़ी में मरीजों की जीवन-रक्षा करना अत्यावश्यक है। विधायक निधि से दी गई राशि से मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के लिये जिला चिकित्सालय, हरदा द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदे जायेंगे। आवश्यकतानुसार इंजेक्शन और कंसंट्रेट प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हंडिया और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खिरकिया को भी उपलब्ध कराये जायेंगे। उन्होंने आमजन से अपील की है कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में सभी अपना सहयोग प्रदान करें। घरों में रहें, भीड़ भरे स्थानों पर न जायें और कोरोना गाइड-लाइन का सख्ती से पालन करें।

अब 30 अप्रैल के बाद भी ली जा सकेंगी अतिथि शिक्षकों की सेवायें

प्रदेश के सभी शासकीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी विद्यालयों में रिक्त पदों के विरुद्ध कार्यरत अतिथि शिक्षकों और नवीन व्यावसायिक शिक्षा के अंतर्गत कार्यरत अतिथि शिक्षकों की सेवायें 30 अप्रैल 2021 के बाद भी ली जा सकेंगी। आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती जयश्री कियावत ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 की बोर्ड परीक्षाएं संपादित नहीं होने के कारण यह निर्णय लिया गया है। प्रदेश के सभी संभागीय संयुक्त संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी, विकास खंड शिक्षा अधिकारी और सभी प्राचार्यो को इस संबंध में आदेश जारी कर निर्देशित कर दिया गया है।

ऑक्सीजन के प्लांट लगाकर सभी निजी अस्पताल बनें आत्म-निर्भर

मंत्री श्री तुलसी सिलावट, सांसद और कलेक्टर ने की निजी अस्पतालों के साथ बैठक

जल-संसाधन एवं इंदौर के प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने सभी निजी अस्पतालों से कहा है कि वे ऑक्सीजन की उपलब्धता में आत्म-निर्भर बनें। हॉस्पिटल में ऑक्सीजन का प्लांट लगाएं, मध्यप्रदेश सरकार इस कार्य में हर संभव सहयोग प्रदान करेगी। मंत्री श्री सिलावट ने गत रात्रि रेसीडेंसी कोठी इंदौर में निजी अस्पताल के संचालकों के साथ बैठक में यह बात कही।  बैठक में सांसद श्री शंकर लालवानी, जन-प्रतिनिधिगण, प्रमुख हॉस्पिटल के प्रतिनिधि और अधिकारीगण उपस्थित थे।

मंत्री श्री सिलावट ने बैठक में कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में अस्पतालों का ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्म-निर्भर होना बेहद ज़रूरी हो गया है, जो कि दीर्घकाल में भी अस्पतालों के लिये लाभदायी रहेगा। मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से इस संबंध में चर्चा की है। अपने परिसर में ऑक्सीजन प्लांट लगाने वाले अस्पतालों को जीएसटी अथवा अन्य करों में छूट भी प्रदान की जा सके, इसके लिये प्रयास किए जाएंगे। बैठक में उपस्थित अधिकांश निजी अस्पताल संचालकों ने ऑक्सीजन प्लांट लगाने की आवश्यकता पर सहमति जतायी और कहा कि वे इस संबंध में शीघ्र कार्य प्रारंभ करेंगे।

नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन

दतिया में 2 ऑक्सीजन प्लांट 30 दिन में होंगे शुरू - मंत्री डॉ. मिश्रा

जिला चिकित्सालय में 16 करोड़ 17 लाख रुपये से नव-निर्मित भवन एवं कक्षों का लोकार्पण

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को जिला चिकित्सालय, दतिया में 16 करोड़ 17 लाख रुपये की लागत से निर्मित 150 बिस्तरीय जनरल वार्ड, 40 बिस्तरीय प्रायवेट वार्ड, एमआरआई एवं सीटी स्केन कक्ष का लोकार्पण किया। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि दतिया में आगामी 30 दिनों में 2 ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण किया जाकर मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रारंभ हो जायेगी। उन्होंने ऑक्सीजन संग्रहण टैंक का भी निरीक्षण किया।

डॉ. मिश्रा ने लोकार्पण अवसर पर कहा कि जिला चिकित्सालय में 15 दिन में ऑक्सीजन प्लांट को स्थापित कर ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रारंभ की जायेगी। इसी तरह मेडिकल कॉलेज, दतिया में एक माह में ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कर ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि दोनों ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन की आपूर्ति से मरीजों के उपचार में सहूलियत मिलेगी और मरीजों को कोई भी परेशानी नहीं आयेगी। दोनों प्लांट्स से आवश्यकतानुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सकेगी। एमआरआई और सीटी स्केन कक्षों के प्रारंभ हो जाने से उपचार में आसानी होगी।

इस अवसर पर डॉ. मिश्रा ने मौजूद सभी लोगों के साथ आमजन से अपील की कि मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से करें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। जब तक आवश्यक न हो, घर से बाहर न निकलें। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री प्रदीप अग्रवाल, श्री अतुल भुरे चौधरी, श्री सतीश यादव एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।

कोरोना संक्रमितों को समुचित उपचार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें - डॉ. मिश्रा

गृह मंत्री ने दतिया में कोविड केयर सेंटर पहुँचकर मरीजों का हालचाल जाना

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दतिया के रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट में निर्मित किये गये कोविड केयर सेंटर का अवलोकन किया। उन्होंने केयर सेंटर के प्रभारी चिकित्सकों को कोरोना संक्रमितों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। कोविड केयर सेंटर में डॉ. मिश्रा ने उपचाररत मरीजों से व्यवस्थाओं के बारे में पूछताछ करते हुए उनका कुशल-क्षेम जाना। उन्होंने मरीजों की हौंसला-अफजाई करते हुए कहा कि वे सभी शीघ्र ही स्वस्थ होकर अपने घर लौटेंगे।

कृषि मंत्री ने मुख्यमंत्री का माना आभार

चना, मसूर और सरसों का उपार्जन 25 मई तक होगा

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने फसल ऋण भुगतान की अंतिम तिथि 30 अप्रैल को बढ़ाकर 31 मई किये जाने पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का मध्यप्रदेश के किसानों की ओर से आभार व्यक्त किया है।

कृषि मंत्री श्री पटेल ने बताया है कि कोरोना संकट को दृष्टिगत रखते हुए किसानों के हित में निर्णय लिया गया है कि अब चना, मसूर और सरसों का उपार्जन 25 मई तक किया जायेगा। उन्होंने बताया है कि ऋण वसूली के मूलधन पर लगने वाले ब्याज की राशि 31 करोड़ रुपये का भुगतान सरकार द्वारा किया जायेगा।

गाँवों को कोरोना मुक्त बनाने में किसान भाई करें सहयोग

मंत्री श्री पटेल ने किसानों से अपील की है कि वे 'मेरा गाँव कोरोना मुक्त'' अभियान में आगे बढ़कर सहयोग करें। किसान भाई अपने गाँव में ही रहें, गाँव से बाहर न जायें, खेत-खलिहानों में काम करते समय भी आवश्यक दूरी बनाकर अपना कार्य करें। आप सभी के सहयोग से ही गाँव को कोरोना मुक्त बनाया जा सकेगा।

मंत्री सुश्री ठाकुर ने किया डॉ. कुँवर बैचेन जी के निधन पर शोक व्यक्त

संस्कृति, पर्यटन और आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, प्रमुख सचिव संस्कृति श्री शिवशेखर शुक्ला एवं संचालक संस्कृति श्री अदिति कुमार त्रिपाठी ने 'राष्‍ट्रीय कवि प्रदीप सम्‍मान, वर्ष 2019 से सम्मानित' हिंदी के वरिष्ठ कवि डॉ. कुँवर बैचेन जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि डॉ. बैचेन जी का हिंदी भाषा के साहित्य के विकास में अतुलनीय योगदान रहा है। सभी ने प्रभु से दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिवार को दुख सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।

कवि डॉ. कुँवर बैचेन का जन्‍म 1 जुलाई 1942 में हुआ था। हिन्‍दी साहित्‍य में स्‍नातकोत्‍तर एवं पीएच.डी. उपाधि प्राप्‍त डॉ. बैचेन का वास्‍तविक नाम कुँवर बहादुर सक्‍सेना था। वे 2002 में प्राध्‍यापक के रूप में सुदीर्घ सेवा के बाद सेवानिवृत्‍त हुए थे। डॉ. कुँवर बैचेन ने लगभग 40 वर्षों से भी अधिक समय तक मंचीय सेवा में निरन्‍तर सक्रियता एवं उत्‍कृष्‍ट रचनाधर्मिता के साथ नए प्रतिमान स्‍थापित किये। देश-विदेश में अब तक आपको 100 से अधिक मान-सम्‍मान एवं पुरस्‍कार मिले थे। वे कवि सम्‍मेलन के इतिहास लेखन कार्य में भी निरंतर सक्रिय रहे।

राज्य मंत्री देंगे आउटसोर्स कर्मचारियों को 5-5 हजार रूपये

सर्व सुविधायुक्त होगा मुंगावली का सिविल अम्पताल

कोरोना संक्रमण के दौरान स्वास्थ्य सुविधायें प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता हैं। आम नागरिक को उनके निकटतम अस्पताल में इलाज की सभी सुविधायें मिलें इसके समुचित इंतजाम किए गये हैं। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्यमंत्री एवं कोविड-19 प्रभारी मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव ने आज सिविल अस्पताल मुंगावली के निरीक्षण के दौरान यह बातें कहीं। उन्होंने अस्पताल में चिकित्सक से चिकित्सा सुविधाओं के संबंध में चर्चा की तथा रोगियों से उनके उपचार की जानकारी ली।

राज्यमंत्री श्री यादव ने अस्पताल निरीक्षण के दौरान चिकित्सक के प्रस्ताव अनुसार 10 ऑक्सीजन मशीन तथा एक एम्बुलेंस विधायक निधि से तत्काल खरीदने की सहमति दी। उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल मुंगावली को सर्व सुविधायुक्त बनाये जाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। अस्पताल में आउटसोर्स से काम कर रहे 10 कर्मचारियों ने राज्यमंत्री को बताया कि उन्हें विगत करीब 10 माह से वेतन नहीं मिला है। राज्यमंत्री ने कहा कि इन सभी कर्मचारियों को कोरोना काल में 5-5 हजार रूपये प्रतिमाह का भुगतान उनके द्वारा व्यक्तिगत रूप से किया जायेगा। उन्होंने चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि वे आउटसोर्सिंग संस्था से बात कर कर्मचारियों के रूके हुए वेतन का भुगतान जल्दी करवायें।

रीवा में दो दिन में लगाया गया ऑक्सीजन प्लांट - हर दिन भरे जायेंगे 100 सिलेण्डर

इंजीनियरों तथा अधिकारियों के जुनून ने दो दिन में लगा दिया ऑक्सीजन प्लांट

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जिलों में युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है। इसी क्रम में रीवा में मशीन पहुँचने के बाद मात्र दो दिन में प्लांट स्थापित कर इसे चालू किया गया। इस प्लांट से 29 अप्रैल से प्रतिदिन 100 सिलेण्डरों में ऑक्सीजन भरने का काम शुरू हो गया है। इससे सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल में मांग के अनुसार ऑक्सीजन की शत-प्रतिशत आपूर्ति हो जायेगी। साथ ही संजय गांधी हास्पिटल को आवश्यकता पड़ने पर ऑक्सीजन उपलब्ध करायी जा सकेगी। रोगियों के उपचार के लिये समर्पित भाव से कार्य करने के जज्बे और जुनून ने असंभव से लगने वाले कार्य को संभव कर दिखाया है। इस प्लांट को लगाने में पूर्व मंत्री एवं विधायक रीवा श्री राजेन्द्र शुक्ल तथा जिले के कई समाजसेवियों ने अतुलनीय योगदान दिया है।

रीवा के कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार एवं उनके मार्गदर्शन में सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिये टेंडर सहित पूरी प्रक्रिया केवल सात दिनों में पूरी की गई। कम अवधि का टेण्डर जारी करके दिल्ली से ऑक्सीजन प्लांट बुलवाया गया। कुल 89 लाख रूपये की लागत से प्लांट स्थापित किया गया। दिल्ली से मशीनें बाहर निकलने में कई बाधाएं आ रही थीं। विभिन्न स्तर पर प्रयास करके मशीनें प्राप्त की गयी। प्लांट स्थापित करने के लिये बिजली की लाइन, गैस लाइन तथा अन्य आवश्यक तैयारियां मशीन पहुंचने के पूर्व ही कर ली गयी। मशीन को स्थापित करने में इंजीनियर नीरज सिंह तथा उनके सहयोगियों ने लगातार दो दिनों तक अथक परिश्रम किया। परिणामस्वरूप 27 अप्रैल को ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हो गया। इसका परीक्षण करने में लगभग 30 घंटे का समय लगा। अंतत: 29 अप्रैल को प्लांट से सिलेण्डरों में ऑक्सीजन भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई। यह प्लांट वातावरण से ऑक्सीजन लेकर उसे संघनित करके सिलेण्डरों में भरता है। स्थानीय स्तर पर प्रतिदिन 100 सिलेण्डर की उपलब्धता से गंभीर रोगियों के उपचार में बड़ी सहूलियत मिलेगी। ऑक्सीजन प्लांट लगाने में डॉ. अवतार सिंह, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारी एवं इंजीनियरों ने सराहनीय योगदान दिया।

सोनागिरि स्थित बीमा अस्पताल कोविड केयर सेंटर के रूप में हुआ शुरू

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग और श्रम मंत्री श्री सिंह रहे मौजूद

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने आज सोनागिरि स्थित बीमा अस्पताल में कोविड केयर सेंटर की शुरूआत की। इस मौके पर श्रम मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह और विधायक श्रीमती कृष्णा गौर मौजूद थीं।

मंत्री श्री सारंग ने बताया कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर लगातार अस्पतालों की सुविधाएँ बढ़ाने और कोविड के इलाज के लिये बिस्तर बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में भोपाल को एक बड़ी सौगात मिली है। ईएसआई अस्पताल को श्रम मंत्री के सहयोग और विधायक की माँग पर कोविड केयर सेंटर के रूप में तब्दील किया गया है। साथ ही इसे एक किलोमीटर दूरी पर स्थित आराधना किडनी सेंटर से लिंक किया गया है। अस्पताल में ऑक्सीजन और बिना ऑक्सीजन वाले बेड उपलब्ध रहेंगे। किसी मरीज की क्रिटिकल कंडीशन पर आराधना किडनी सेंटर उसका इलाज करेगा। सेंटर के डॉ. गुप्ता बिना वेतन के यहाँ अपनी सेवाएँ देंगे। इंचार्ज डॉ. बाथम और उनकी पूरी टीम ने सहयोग और दृढ़ निश्चय के साथ इस सेंटर को चलाने का निर्णय लिया है।

श्री सारंग ने कहा कि यह हमारा नया प्रयोग है कि हम सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल में समन्वय स्थापित कर कोविड मरीजों का इलाज करेंगे। भोपाल में हमने यह परिपाटी शुरू की है। देखने में आता है कि कोविड के मरीजों को एकदम से उच्च स्तरीय चिकित्सकीय बेकअप की जरूरत पड़ती है। यह अस्पताल गोविंदपुरा क्षेत्र के लिये एक बड़ी सौगात है। इसके शुरू हो जाने से भोपाल शहर में बिस्तरों की संख्या बढ़ेगी और क्षेत्र के लोगों को निकट के अस्पताल में ही इलाज संभव हो सकेगा।

श्री सारंग ने बताया कि अभी 30 बिस्तर से शुरूआत की जा रही है। जल्द ही इसे 100 के ऊपर ले जाया जायेगा। यहाँ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की वैकल्पिक व्यवस्था भी की जा रही है। श्री सारंग ने निर्देश दिये कि अस्पताल में साफ-सफाई व्यवस्था का ध्यान रखा जाये। उन्होंने स्थानीय रहवासियों की माँग पर एम्बुलेंस सुविधा उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये।

ज्ञात हो कि मंत्री श्री सारंग ने कलेक्टर के साथ एक सप्ताह पहले इस अस्पताल का निरीक्षण किया था और जल्द यहाँ व्यवस्थाएँ जुटाने संबंधी निर्देश दिये थे।