दिनांक 29 अप्रैल, 2021


अंक 767

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की बीना रिफायनरी के निर्माणाधीन अस्पताल की प्रगति समीक्षा की

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने  बीना रिफायनरी के पास निर्मित होने जा रहे एक हजार बिस्तरीय अस्थाई अस्पताल के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अस्पताल को समय-सीमा में प्रारंभ करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये। वर्चुअल समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई, आयुक्त स्वास्थ्य श्री आकाश त्रिपाठी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अस्पताल निर्माण के संबंध में टाइम लाइन के अनुसार व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बताया गया कि अस्पताल का अंतिम डिजाइन तैयार कर लिया गया है। अस्पताल में ऑक्सीजन गैस को कम्प्रेस करने के लिए 2 कम्प्रेसर की व्यवस्था कर ली गई है। इन्हें इन्स्टाल करने की कार्रवाई शीघ्र पूरी कर ली जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अस्पताल परियोजना के प्रतिवेदन तैयार कर सक्षम स्वीकृति के लिए समानांतर पेपर वर्क भी पूरा करें। परियोजना की समीक्षा के लिए संभाग एवं राज्य स्तरीय समितियों का गठन भी कर लिया जाए।

अपर मुख्य सचिव श्री सुलेमान ने बताया कि यह अस्पताल रिफरल होगा। इसमें केवल अन्य अस्पतालों द्वारा रिफर किए गये मरीजों को देखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी सीधे ओपीडी के पेशेन्ट अटेंड नहीं किए जाएंगे। सीधे ओपीडी के संबंध में परिस्थिति अनुसार भविष्य में निर्णय  किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्लांट से अस्पताल तक 800 मीटर लंबी पाईप लाइन डाली जा रही है। इसके लिए एक दो दिन में पाईप आ जायेंगे। लाईन बिछाने का काम शीघ्र प्रारंभ हो जाएगा। प्रमुख सचिव श्री नीरज मंडलोई ने बताया कि अस्पताल के अंदर बेड-टू-बेड पाइप लाईन का काम चलन में है, जिसे 8 से 10 दिन में पूरा कर लिया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि बीना रिफायनरी के पास चक्क गाँव  में 1000 बिस्तरीय अस्थाई अस्पताल बनाया जा रहा है। बीना में ऑक्सीजन गैस की उपलब्धता है परंतु सिलेण्डरों के माध्यम से इसका परिवहन नहीं किये जा सकने के कारण बीना में ही अस्पताल निर्माण का कार्य किया जा रहा है। इससे उपलब्ध ऑक्सीजन का उपयोग भी हो सकेगा एवं स्थानीय मरीजों को भी यथा स्थान उपचार मिल सकेगा।

प्रदेश में कम हो रहा है कोरोना संक्रमण

कोरोना संक्रमण में प्रदेश 13वें स्थान पर
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं के संबंध में कोर ग्रुप की बैठक ली

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सभी के निरंतर प्रयासों तथा जनता के सक्रिय सहयोग से अब प्रदेश में कोरोना संक्रमण कम हो रहा है। बड़ी संख्या में मरीज स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं। जनता कर्फ्यू का प्रभाव प्रदेश में दिखने लगा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं के संबंध में कोर ग्रुप के सदस्यों की बैठक ले रहे थे। बैठक में संबंधित मंत्री और अधिकारी वीसी के माध्यम से शामिल हुए।

एक्टिव मरीजों की संख्या 92,077

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 94 हजार से अधिक हो गई थी, जो अब 92 हजार 77 रह गई है। पिछले 24 घंटे में 13 हजार 363 मरीज स्वस्थ होकर घर गए हैं। कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या में 696 की कमी आई है।

साप्ताहिक औसत पॉजिटिविटी रेट 22.7 प्रतिशत

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की कोरोना पॉजिटिविटी रेट में भी निरंतर गिरावट आ रही है। प्रदेश की साप्ताहिक औसत पॉजिटिविटी रेट 22.7% रह गई है। प्रदेश में 15 अप्रैल को 55 हजार 694 और 22 अप्रैल को 84 हजार 957 सक्रिय मरीज थे, वहीं 29 अप्रैल को 92 हजार 77 सक्रिय मरीज हैं।

भोपाल में सर्वाधिक नए प्रकरण

जिले वार समीक्षा में पाया गया कि भोपाल में सर्वाधिक 1811 नए कोरोना प्रकरण आए हैं। इंदौर में 1789, ग्वालियर में 920, जबलपुर में 741, रीवा में 348, उज्जैन में 308 तथा रतलाम में 296 नए कोरोना प्रकरण आए हैं।

निरंतर बढ़ रही है ऑक्सीजन की उपलब्धता

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता निरंतर बढ़ रही है। हवाई मार्ग, रेल मार्ग एवं सड़क मार्ग तीनों से ऑक्सीजन मध्यप्रदेश आ रही है। प्रदेश को 28 अप्रैल को 568.76 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त हुई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि सभी जिले आवश्यकतानुसार ऑक्सीजन का उपयोग करें। ऑक्सीजन का अनावश्यक व्यय न किया जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान 6 लाख 10 हजार शहरी पथ व्यवसायियों के खाते में डालेंगे 61 करोड़ रुपए

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 30 अप्रैल को दोपहर 3 बजे 6 लाख 10 हजार शहरी पथ व्यवसायियों के बैंक खाते में एक-एक हजार रुपए की अनुदान राशि अंतरित करेंगे। इस प्रकार लगभग  61 करोड रुपए डीबीटी के माध्यम से पथ व्यवसायियों के खाते में डाले जाएंगे।

 नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने बताया है कि कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए विभिन्न जिलों में लगे कोरोना कर्फ्यू के कारण पथ  व्यवसायियों की आजीविका प्रभावित हो रही है। इसी परिप्रेक्ष्य में शहरी   पथ व्यवसायियों को राहत पहुँचाने के लिए इन्हें अनुदान देने का निर्णय लिया गया है। शहरी पथ व्यवसायी अपने  मोबाइल पर ही वेबकास्ट लिंक webcast.gov.in/mp/cmevents  के माध्यम से कार्यक्रम से सीधे जुड़ सकते हैं। 

 उल्लेखनीय है की कोविड-19 के संबंध में शहरी पथ व्यवसायियों को रोजगार से पुनः जोड़ने के लिए  एवं आजीविका के साधन उपलब्ध कराने हेतु भारत सरकार द्वारा आत्म-निर्भर फेस-2 में पीएम  स्व-निधि योजना एक जुलाई 2020 को शुरू की गई थी। इस योजना में पथ व्यवसायियों को 10 हजार का ऋण उपलब्ध कराया जाता है।  योजना के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा 7% का ब्याज अनुदान दिया जाता है। डिजिटल ट्रांजेक्शन करने पर प्रति वर्ष 2000 रुपये तक की सीमा की कार्यशील पूँजी के ऋण का प्रावधान भी है। मध्यप्रदेश द्वारा शेष ब्याज का अनुदान  उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अंतर्गत 31 मार्च 2021 तक लगभग  एक करोड़ रुपए की ब्याज अनुदान राशि बैंकों को दी जा चुकी है। 

313 करोड़ रुपये की ऋण राशि वितरित

मध्यप्रदेश में शहरी पथ व्यवसायियों  को ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। पीएम स्व-निधि योजना के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी राज्यों में एक है।  प्रदेश में कुल 6 लाख 10 हजार सत्यापित पथ व्यवसायियों में से लगभग 4 लाख 81हजार के आवेदन बैंक में लगाए जा चुके हैं। इसमें से 3 लाख 44 हजार पथ  व्यवसायियों को ऋण भी स्वीकृत किया गया है। प्रदेश में अभी तक 3 लाख 13 हज़ार पथ व्यवसायियों  को 313  करोड़ रुपए की ऋण राशि भी वितरित की जा चुकी है।

स्वत: स्फूर्त है कर्फ्यू है, जनता कर्फ्यू 

कोरोना संक्रमण रोकने लिए गाँव के दरवाजे करें बंद- मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के ग्रामवासियों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने और उस पर विजय प्राप्त करने के लिए आप लोग कोरोना को अपने गाँव की सरहद  में प्रवेश नहीं करने दें। अपने गाँव को बंद रखें। जब जरूरत हो, तभी गाँव के बाहर निकलें। उपार्जन के लिए सिर्फ वे ही बाहर जायें, जिनके नाम एसएमएस भेजा गया है। जब भी बाहर निकलें तो कोरोना गाइड-लाइन का पूरी तरह से पालन करें। स्वत: स्फूर्त कर्फ्यू है, जनता कर्फ्यू।

गेंहूँ उपार्जन में कोई बाधा नहीं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामवासियों से कहा कि आप लोग निश्चित रहें। आपकी उपज का एक-एक दाना खरीदा जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गेहूँ उपार्जन में लगे अधिकारी एवं कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह हौंसले का ही परिणाम है कि अभी तक 61 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूँ का उपार्जन कर लिया गया है। इसी के साथ चने एवं मसूर का उपार्जन भी किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पिछले साल कोरोना के  चरम में भी हमने 1.29 लाख मीट्रिक टन गेहूँ का बम्पर उपार्जन किया था। कोरोना काल में सभी किसानों का गेहूँ खरीदा जा सके, इसके लिये इंदौर एवं उज्जैन में उपार्जन की अंतिम तिथि 5 मई से बढ़ाकर 15 मई कर दी गई है। शेष संभागों में 25 मई तक खरीदी की जायेगी।

कोरोना साध्य है, असाध्य नहीं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना साध्य है, असाध्य नहीं। इसका इलाज हो सकता है और हो रहा है। इससे घबरायें नहीं सतर्कता अवश्य रखें।

उन्होंने कहा कि सामान्य सर्दी-जुकाम-बुखार आने पर लापरवाही न करें। तुरंत जाँच करवायें। किल कोरोना अभियान-2 के तहत हमारी टीम घर-घर पहुँच रही है। पॉजिटिव आने पर होम आइसोलेशन में रहें। घर में संभव हो तो एक पृथक कमरे में आराम कर उपचार करें। यदि घर में संभव न हो, तो गाँव के पंचायत भवन, धर्मशाला, आदि में क्वारेंटाइन सेंटर बनाकर आइसोलेटेड हो जायें। भोजन दवा की व्यवस्था सरकार करवायेगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विकासखंड में कोविड कोरोना सेंटर खोले जा रहे हैं। वहाँ डाक्टर्स उपलब्ध हैं। उन्हें दिखाकर उपचार लिया जा सकता है। हॉस्पिटल को अंतिम पड़ाव पर रखें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामवासियों और किसानों से अपील की कि विवाह हमारी परंपरा है और संस्कार का महत्वपूर्ण भाग है। परंतु वर्तमान कोरोना संक्रमण के कारण विवाह समारोह को 15 मई तक स्थगित रखें, क्योंकि ऐसे समारोह में कोरोना पूरे परिवार को सामूहिक रूप से प्रभावित कर सकता है। यदि बहुत ही ज्यादा जरूरी हो तो अधिक से अधिक 10 लोग ही शादी में शामिल हों।  

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नारियल का पौधा रोपा

   मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज निवास परिसर में नारियल का पौधा रोपा। नारियल को भारतीय सभ्यता में शुभ और मंगलकारी माना गया है। इसलिए पूजा-पाठ और मंगल कार्यों में इसका उपयोग किया जाता है। नारियल सौभाग्य और समृद्धि की निशानी भी होती है।

      नारियल को संस्कृत में 'श्रीफल' कहा जाता है। श्री का अर्थ लक्ष्मी है। नारियल के पेड़ को संस्कृत में 'कल्पवृक्ष' भी कहा जाता है।  नारियल पानी में इलेक्ट्रोलाइट्स अच्छी मात्रा में होते हैं, जिससे थकान या कमजोरी लगने पर ताजा महसूस होता है. एक नारियल में लगभग 600 मिलिग्राम पोटेशियम होता है।

स्वयं को संक्रमण से बचाते हुए दूसरों को संक्रमण मुक्त करते रहें

समाज पर आपका यह ऋण कोई नहीं भूलेगा
कोरोना योद्धा योजना के अंतर्गत परिजनों को मिलेगी 50 लाख रुपए की सम्मान निधि
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीसी से स्वास्थ्य कर्मियों को संबोधित किया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के समस्त स्वास्थ्य कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना जैसे विकट संकट में जान हथेली पर रखकर दिन रात प्रदेश की जनता की सेवा करने के लिए मैं आप सभी को प्रणाम करता हूँ। समाज पर आपका यह ऋण कोई नहीं भूलेगा। आप कोरोना के संक्रमण से स्वयं को बचाते हुए दूसरों को संक्रमण मुक्त करने का कार्य ऐसे ही करते रहें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमने कोरोना योद्धा योजना पुनः प्रारंभ कर दी है। कार्य करते-करते हमारे जो स्वास्थ्य कर्मी दिवंगत हो जाएंगे, उनके परिवार की देखरेख शासन की जिम्मेवारी होगी। उनके परिवारों को सरकार की ओर से 50 लाख रुपये की सम्मान निधि दी जाएगी।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में स्वास्थ्य आयुक्त श्री आकाश त्रिपाठी प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी, एएनएम, आशा कार्यकर्ता आदि उपस्थित थे।

आदरांजलि अर्पित की

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ऐसे सभी स्वास्थ्य कर्मियों, जो कोरोना के दौरान सेवा करते-करते दिवंगत हो गए हैं, उन सभी को प्रदेश की 8 करोड़ जनता की ओर से आदरांजली अर्पित की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उनकी सेवाएँ अमूल्य हैं।

पिछले एक सप्ताह से स्थिति बेहतर हुई

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आप सभी के अथक परिश्रम के परिणाम स्वरूप पिछले एक सप्ताह में कोरोना संक्रमण के संबंध में प्रदेश की स्थिति बेहतर हुई है। प्रदेश की पॉजिटिविटी रेट 25% से घटकर 21.5% हो गया है, वहीं रिकवरी रेट निरंतर बढ़ रही है। प्रदेश में 94 हज़ार से ज्यादा एक्टिव मरीज हो गए थे, अब एक्टिव मरीज 92 हज़ार रह गए हैं, इनमें से 70 हज़ार होम आइसोलेशन में हैं। 

डॉक्टर भगवान होते हैं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि डॉक्टर सचमुच में भगवान होते हैं। वे मरीजों की जान बचाते हैं। यही कारण है कि मध्यप्रदेश में लगभग 99% कोरोना मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। कोरोना मृत्यु दर 1% से थोड़ी ज्यादा है।

सरकारी अस्पताल आमजनों का सहारा 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि  सरकारी अस्पताल आम जनों का सहारा बन रहे हैं तथा यहाँ अच्छे से अच्छा इलाज मरीजों को उपलब्ध कराया जा रहा है। जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन लाइन बिछाई जा रही है। प्रदेश में व्यापक पैमाने पर ऑक्सीजन के प्लांट लगाए जा रहे हैं।

मरीजों का मनोबल बढ़ाते रहें

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी स्वयं का मनोबल टूटने न दें तथा मरीजों का मनोबल बढ़ाएं। मरीजों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी फोन, वीडियो कॉल आदि के माध्यम से उनके परिजनों को निरंतर देते रहें। 

चार स्तर पर सेवा कर रहे हैं स्वास्थ्य कर्मी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मी चार स्तरों पर मरीजों की सेवा कर रहे हैं। अस्पतालों में भर्ती मरीजों की, होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की, कोविड केयर  सेंटर्स में तथा घर-घर जाकर। 

कोविड केयर सेंटरो को बहुउद्देश्यीय बनायें

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की व्यवस्थाए मजबूत करें
संक्रमण नियंत्रण प्रयासों में ढ़िलाई न हो
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 16 जिलों में कोविड नियंत्रण प्रयासों की समीक्षा की

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड केयर सेंटरों को बहुउद्देश्यीय बनाया जाए। जहाँ माइल्ड रोगियों को उपचार की बेहतर सुविधा मिलें। उन्होंने अपील की है कि शादी विवाह के कार्यक्रम संक्रमण नियंत्रित होने तक स्थगित कर दें। उन्होंने कहा है कि कोरोना मानवता का दुश्मन है। सारे भेद-भाव भूल कर सबको कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए मिलकर प्रयास करने होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा 16 जिलों में कोविड नियंत्रण की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में भोपाल, ग्वालियर, बैतूल, दतिया, विदिशा, सीहोर, मुरैना, शिवपुरी, होशंगाबाद, अशोक नगर, रायसेन, राजगढ़, गुना, हरदा, श्योपुर और भिंड जिले शामिल थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सबके प्रयासों से संक्रमण वृद्धि दर में कमी आई है। यह 25 प्रतिशत से घट कर 21.5 प्रतिशत हो गई है। स्वस्थ होने की दर भी 80.41 प्रतिशत से बढ़ कर 82.28 प्रतिशत हो गई है। उन्होंने कहा कि यह ईमानदार प्रयासों का प्रतिफल है, लेकिन लड़ाई बड़ी और लम्बी है। इसलिए संक्रमण नियंत्रण के प्रयासों को कड़ाई के साथ लागू किया जाए। उसमें किसी तरह की ढ़िलाई नहीं हो। उन्होंने समुदायिक स्वास्थ केन्द्रों की व्यवस्थाओं को भी मजबूत बनाने के निर्देश दिए है। ताकि ग्रामीण अंचल के रोगियों के शीघ्र और बेहतर उपचार की व्यवस्थाएँ हो सके। उन्होंने संक्रमण के प्रारम्भिक अवस्था में पहचान के लिए सर्वेक्षण कार्य को प्रभावी ढंग से चलाने की जरूरत बताई।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। चिकित्सकों के परामर्श पर ही इंजेक्शन लगाया जाए। वितरण कार्य को पारदर्शी बनाया जाए, जिसको इंजेक्शन दे उसकी फोटो भी खींचें। उन्होंने ग्वालियर जिले में ऑक्सीजन आपूर्ति के अतिरिक्त विकल्प तैयार करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनता कर्फ्यू जिन क्षेत्रों में स्वत: स्फूर्त आन्दोलन बना है, वहाँ पर नियंत्रण बेहतर हुआ है। कुरवाई विधायक श्री हरि सिंह सप्रे द्वारा अपनी पुत्री की शादी की तिथि टालने के निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे उदाहरणों को प्रस्तुत कर आमजन को प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि रोगियों के साथ बड़ी संख्या में परिजन नहीं जायें। उन्होंने होम आईसोलेशन की व्यवस्थाओं की प्रभावी समीक्षा की जरूरत बताई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिलों द्वारा कोरोना मुक्त गाँवों को चिन्हित कर बाहर से आने वालों के प्रवेश पर रोक लगाने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने ऐसे प्रयासों को व्यापकता प्रदान करने की जरूरत बताई। उन्होंने इसी तरह की व्यवस्थाएँ माईक्रो कंटेनमेंट जोन बना कर, शहरी क्षेत्र में करने को कहा है। उन्होंने कहा कि संक्रमण का प्रसार बहुत तेजी से होता है। इसलिए जिन क्षेत्रों में नियंत्रण में सफलता मिली है, वह भी कड़ाई से नियंत्रण के कार्य करें। इसमें किसी भी तरह की ढ़िलाई के घातक परिणाम हो सकते हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना नियंत्रण के लिए किए जा रहे प्रयासों के लिए प्रभारी मंत्री, जन-प्रतिनिधियों, समाज सेवियों और अधिकारी-कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सबके सहयोग और संयम से कोरोना पर विजय हासिल होगी। मुख्यमंत्री को बैठक में कलेक्टर और आपदा प्रबंधन समिति के सदस्यों द्वारा संक्रमण नियंत्रण प्रयासों, होम आइसोलेशन, कोविड केयर सेंटरो के संचालक की व्यवस्थाओं को बताया। जनता कर्फ्यू के प्रभावी नियंत्रण के लिए किए गए प्रेरणादायी प्रतिबंधात्मक एवं दडांत्मक कार्रवाईयों की जानकारी दी।

प्रदेश में 1 मई से प्रारंभ नहीं हो सकेगा 18 वर्ष से अधिक के व्यक्तियों का वैक्सीनेशन

45 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों का वैक्सीनेशन निरंतर जारी रहेगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की टीकाकरण अभियान की समीक्षा की

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में 1 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों का कोरोना वैक्सीनेशन अभियान प्रारंभ किया जाना था, परंतु वैक्सीन निर्माता कंपनियों से वैक्सीन प्राप्त नहीं होने के कारण यह अभियान 1 मई से प्रारंभ नहीं किया जा सकेगा। प्रदेश में 3 मई को वैक्सीन के डोसेज मिलने की संभावना है, तदनुसार वैक्सीनेशन कार्य किया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों के वैक्सीनेशन का कार्य निरंतर जारी रहेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना टीकाकरण कार्य की समीक्षा कर रहे थे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान तथा सभी संबंधित उपस्थित थे।

नि:शुल्क लगाया जाएगा टीका

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना का टीका 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों को भी नि:शुल्क लगाया जाएगा। जैसे-जैसे निर्माता कंपनियों से वैक्सीन के डोज़ प्राप्त होंगे, वैसे वैसे टीकाकरण किया जाएगा।

अस्पतालों में न लगाई जाये वैक्सीन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर वैक्सीनेशन के लिए नए केंद्र स्थापित किए जायें, अस्पतालों में वैक्सीनेशन कार्य नहीं किया जाए।

अब तक 80 लाख 66 हजार 980 डोज़ लगाए गए

प्रदेश में कोरोना वैक्सीन के 28 अप्रैल तक 80 लाख 66 हजार 980 डोज़ लगाए गये हैं, जिनमें से 70 लाख 19 हज़ार 763 फर्स्ट तथा 10 लाख 47 हज़ार 217 सेकंड डोज़ लगाए गए हैं। वैक्सीनेशन कार्य में 7 लाख 53 हजार 333 स्वास्थ्य कर्मियों को, 6 लाख 54 हजार 268 फ्रंट लाइन वर्कर्स को, 45 से 59 वर्ष के बीच के 33 लाख 26 हजार 172 व्यक्तियों को तथा 60 वर्ष से अधिक उम्र के 33 लाख 33 हजार 207 व्यक्तियों को वैक्सीन डोज लगाए गए हैं।

उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के बीच अंतर्राज्जीय बस परिवहन सेवा स्थगित

आदेश जारी

राज्य शासन ने कोरोना वायरस के संक्रमण पर प्रभावी रोकथाम के लिए लोकहित में मध्यप्रदेश में उत्तरप्रदेश राज्य से आने तथा जाने वाले बस परिवहन संचालन को स्थगित कर दिया है।

सचिव, राज्य परिवहन प्राधिकारी एवं अपर परिवहन आयुक्त ने 29 अप्रैल से 7 मई 2021 तक मध्यप्रदेश राज्य की समस्त यात्री बस वाहनों का उत्तरप्रदेश राज्य की सीमा में प्रवेश तथा उत्तरप्रदेश राज्य की समस्त यात्री बस वाहनों का मध्यप्रदेश राज्य की सीमा में प्रवेश स्थगित करने का आदेश जारी किया है।

उचित उपचार और अपनी सकारात्मक ऊर्जा से बुजुर्ग ने दी कोरोना को मात

कोरोना मरीजों के लिए रोल मॉडल बने बुजुर्ग श्री दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी

कोरोना से पीड़ित 81 वर्षीय बुजुर्ग श्री दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी ने अपना हौंसला बुलंद रखते हुए सकारात्मक ऊर्जा के साथ कोरोना को मात दी। कुछ दिनों पूर्व उन्होंने अपनी कोरोना जॉच करवाई थी। जाँच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें मेडिकल कॉलेज शहडोल के कोविड-19 वार्ड में भर्ती किया गया था। सही समय पर मिले उचित उपचार के साथ बुजुर्ग श्री दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी सकारात्मक ऊर्जा के अनुकरणीय उदाहरण बन गए। उन्होंने उपचार के दौरान अपनी हिम्मत बनायें रखी और सकारात्मक सोच एवं उर्जा से कोरोना को मात दी। अब वे पूर्णतः स्वस्थ हैं और अन्य कोरोना मरीजों के लिये रोल मॉडल साबित हो रहे हैं।

श्री दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी का कहना है कि यदि व्यक्ति में सकारात्मक सोच, सकारात्मक ऊर्जा के साथ दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो वह कोरोना बीमारी को भी हरा कर अपनी जिंदगी का विजय परचम लहरा सकता है। उनका कहना है कि जिला प्रशासन एवं मेडिकल कॉलेज शहडोल के चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाफ की अभूतपूर्व चिकित्सकीय सेवा मेरे लिये वरदान साबित हुई है।

उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए शासन के दिशा- निर्देशों का पालन करें। मास्क का उपयोग करें, सोशल डिस्टेंसिंग पालन करें तथा साबुन या सैनिटाइजर से बार-बार हाथ धोयें, अनावश्यक घर से बाहर न निकले और भीड़-भाड़ वाले स्थानों में जाने से बचें। शासन, प्रशासन के साथ सभी के समन्वित प्रयासों से ही कोरोना महामारी को हराया जा सकता है।

बुजुर्ग श्री दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी ने कहा कि हर व्यक्ति के पास सकारात्मक सोच एवं सकारात्मक ऊर्जा का भंडार रहता है। आवश्यकता इस बात की है उसे सही रूप में इस्तेमाल किया जाए। यदि मन में दृढ़ विश्वास हो तो सामान्य कोरोना के मरीज होम आइसोलेशन में रहकर शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई मेडिकल किट, रोग प्रतिरोधक काढ़े एवं दवाओं का उपयोग कर अपने को सुरक्षित कर सकता है। उन्होंने कहा है कि टीकाकरण भी अवश्य करायें। क्योंकि टीकाकरण ही वह माध्यम है, जो लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सुरक्षा कवच का काम करेगा और सकारात्मक ऊर्जा एवं सोच को भी मजबूत करेगा।

नारायणगढ़ में ऑक्सीजन प्लांट के लिये वित्त मंत्री श्री देवड़ा ने दिये 50 लाख 31 हजार रुपये

वित्त, वाणिज्यिक कर, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी एवं कोविड प्रभारी मंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने मंदसौर जिले में मल्हारगढ़ तहसील के अंतर्गत नारायणगढ़ में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किये जाने की स्वीकृति प्रदान की है। मंत्री श्री देवड़ा ने प्लांट की स्थापना के लिये 50 लाख 31 हजार की राशि अपनी विधायक निधि से स्वीकृत की है।

मंत्री श्री देवड़ा ने राशि स्वीकृत करने के लिये कलेक्टर मंदसौर को लिखित में सूचित किया है। साथ ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को तत्काल कार्यवाही के लिये निर्देश भी दिये है। मंत्री श्री देवड़ा के निर्देश पर जिला प्रशासान एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के लिये स्थल अवलोकन भी किया जा चुका है। मंत्री श्री देवड़ा ने कहा कि नारायणगढ़ में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो जाने से नगरवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सकेगी।

कोविड मरीज़ों का सहारा बन रहा है देवी अहिल्या कोविड केयर सेंटर

476 मरीज ले रहे हैं स्वास्थ्य लाभ

राधास्वामी सत्संग (ब्यास) परिसर, खंडवा रोड में बना माँ अहिल्या कोविड केयर सेन्टर मरीज़ों का सहारा बन रहा है। यहाँ भर्ती मरीज़ बेहतर वातावरण में अपना उपचार करा रहे हैं। उनके भोजन पानी इत्यादि की बेहतर व्यवस्थाएँ यहाँ जन-सहयोग से की गई है। व्यवस्थाओं पर मरीज़ संतोष जता रहे हैं। आज 28 अप्रैल को यह सेंटर अपनी पूरी क्षमता में भर चुका है। उल्लेखनीय है कि इस सेंटर की शुरूआत 22 अप्रैल 2021 को हुई थी। प्रथम चरण में यहाँ 600 बेड की संख्या उपलब्ध है। इनमें से 100 बेड्स को ऑक्सीजन बेड बनाने की प्रक्रिया जारी है। सेन्टर में 27 अप्रैल तक 476  मरीज भर्ती होकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। सेंटर के प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम श्री रवि सिंह बताते हैं कि इसके अतिरिक्त विभिन्न निजी/शासकीय अस्पताल में ऐसे मरीजों जो लगभग ठीक हो चुके है परन्तु अभी भी उन्हें स्वास्थ्य लाभ की आवश्यकता है, उन्हे माँ अहिल्या कोविड केयर सेन्टर में भर्ती कर उनका उपचार किया जायेगा, जिससे अस्पतालों अधिक बेड उपलब्ध हो सकें। इसके लिये भी माँ अहिल्या कोविड केयर सेन्टर में कुछ बेड आरक्षित रखने का निर्णय हुआ है। यहाँ नियुक्त प्रभारी चिकित्सक डॉ. अनिल डोंगरे का कहना है कि राधा स्वामी सत्संग (ब्यास) में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में स्वास्थ्य लाभ ले रहे कोरोना से संक्रमित मरीज उपचार के साथ-साथ उत्साह से कोरोना को हराने का प्रयास कर रहे है। आज परिसर में उपचाररत मरीज पंच सांग पर आनंदित होकर झूम उठे।

सेंटर पर घर जैसी सुविधाएँ

 यहाँ मौजूद मरीजों ने बताया है कि राधा स्वामी सत्संग (ब्यास) कोविड केयर सेंटर में रहकर हमें अपने घर जैसे लग रहा है। उन्होंने कहा कि यहाँ पर हमें हल्दी वाला दूध और गरारे करने के लिये नमक वाला पानी और सभी प्रकार की आवश्यक सुविधाएँ भी दी जा रही हैं। सभी डॉक्टर्स एवं नर्स पूरा ध्यान रख रहे हैं। सेंटर पर काम करने वाला स्टॉफ भी बहुत अच्छा है। इस प्रकार की सुविधा प्रदान करने के लिये उन्होंने प्रशासन को दिल से धन्यवाद भी दिया है।

जेल एवं गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने किया भोपाल सेंट्रल जेल का भ्रमण

व्यवस्थाओं का लिया जायजा

जेल एवं गृह मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल सेंट्रल जेल  का भ्रमण कर बंदियों का हालचाल जाना। उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लेने के बाद कहा कि  कोरोना संकट की घड़ी में  उनकी चिंता करना हमारा  दायित्व है, इसीलिए आज जेल का भ्रमण कर बंदियों से उनकी कुशलक्षेम पूछी है। जेल प्रशासन को सभी आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश भी  दिए गए हैं। 

डॉ. मिश्रा ने कहा कि कोरोना काल में बंदियों के स्वास्थ्य की चिंता के दृष्टिगत ही सरकार ने 60 दिवस के आपात पैरोल का निर्णय लिया है। सरकार द्वारा दिए गए आपात पैरोल का लाभ प्रथम चरण में 4 हजार 500 बंदियों को मिलेगा। इसके पश्चात जैसे-जैसे आवेदन प्राप्त होंगे महानिदेशक जेल विचार कर आवश्यक निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि  बंदियों के परिजनों को  चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।जेल प्रशासन  बंदियों को सभी  आवश्यक  सुविधाएँ मुहैया करा रहा है और किसी भी बंदी को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।

सभी जेलों में चलेगा 'योग रखें निरोग' कार्यक्रम

डॉ. मिश्रा ने कहा कि कोरोना के संकट में कैदियों के मनोबल को ऊँचा बनाए रखने के लिए सभी जेलों में 'योग रखे निरोग'' कार्यक्रम चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जेलों में ध्यान संबंधी कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। भोपाल सेंट्रल जेल के भ्रमण के दौरान गृह मंत्री डॉ. मिश्रा के साथ महानिदेशक जेल एवं सुधारात्मक सेवाएँ श्री अरविंद कुमार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री अशोक अवस्थी, जेल अधीक्षक श्री दिनेश नरगावे एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

कोरोना वॉलेंटियर्स के प्रयास अब दिखने लगे हैं गाँव में

सोशल डिस्टेंसिंग के साथ हैंड पम्प पर भी महिलाएँ भर रही पानी

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के आव्हान पर 'मैं कोरोना वॉलेंटियर' योजना में एक लाख से ज्यादा कोरोना वॉलेंटियर्स जन-जागरूकता अभियान से जुड़ चुके हैं। कोरोना के प्रति जागरूकता लाने के लिये स्थानीय जिला प्रशासन के साथ मिलकर मध्यप्रदेश जन-अभियान परिषद, समाज सेवी संस्थाओं और महिला स्व-सहायता समूहों के वॉलेंटियर्स द्वारा प्रचार-प्रसार की विभिन्न प्रभावी गतिविधियाँ चलाई जा रही हैं। इसके परिणाम अब गाँव-गाँव में दिखने लगे है। कोरोना संक्रमण के प्रति ग्रामीणों में जागरूकता तो आई ही है, साथ ही वे अब अपने गाँव को कोरोना से बचाने के लिये स्व-प्रेरणा से जनता कर्फ्यू लगाकर गाँव को लॉक भी कर रहे है। प्रदेश की 22 हजार 811 ग्राम पंचायतों में से 93 प्रतिशत ग्राम पंचायतों ने जनता कर्फ्यू लगाने का संकल्प लिया है। कई ग्राम पंचायतों ने जागरूकता की मिसाल भी कायम की है।

'जीजी मो से दूर रहियो, नइ तो कोरोना चिपक जाएगो'

गुना जिले के ग्राम नयागाँव में वैसे तो हैंडपंप पर महिलाएँ एकत्र हो कर पानी भरा करती थी। लेकिन आज दृश्य बिल्कुल बदला हुआ है। अब गाँव के हैंडपंप पर महिलाएँ तो आती हैं, पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ और पानी भी भरती है तो बारी-बारी से। महिलाओं ने कोरोना वॉलेंटियर्स द्वारा दी गई समझाइश पर हैंडपंप के चारों तरफ गोले बना कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रही है। पानी भरने आई सभी महिलाएँ एक दूसरे को कोरोना से बचने की सलाह भी दे रही है। ग्राम नयागाँव की महिलाएँ आपस में बातचीत कर यह जरूर कहती है कि 'जीजी मो से दूर रहियो, नइ तो कोरोना चिपक जाएगो'

सेम्पलिंग कार्य में सहयोगी बने कोरोना वॉलेंटियर्स

श्योपुर जिले में कोरोना वॉलेंटियर्स जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ सहयोगी की भूमिका निभा रहें है। यहाँ कोरोना वॉलेंटियर्स सेम्पलिंग कार्य में सहयोग देकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करवा रहे हैं। जन अभियान परिषद और नेहरू युवा केन्द्र के वॉलेंटियर्स जिले के नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में भी सक्रिय है। उनके द्वारा कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिये सभी को विभिन्न माध्यमों से संदेश देने का कार्य भी बखूबी किया जा रहा है। कोविड मरीजों की सहायता में भी कोरोना वॉलेंटियर्स समाज-सेवक के रूप में नि:स्वार्थ सेवाएँ दे रहे है। जन-अभियान परिषद की जिला समन्वयक श्रीमती नेहा सिंह ने बताया कि 'मैं कोरोना वॉलेटियर' अभियान से जुड़े सभी युवा यही संकल्प के साथ काम कर रहे है कि जो भी हो, लोगों को बचाना है और कोरोना को मात देना है। कोरोना वॉलेंटियर्स 'योग से निरोग' अभियान में भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

सर्विलांस टीम द्वारा डोर-टू-डोर कोरोना सर्वे एवं औषधि किट का वितरण

युद्ध स्तर पर हो रहा ग्रामों में सैनिटाईजेशन

कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं कोरोना संक्रमित मरीजों को बेहतर ##### इलाज उपलब्ध कराने के लिए होशंगाबाद जिले में 'कोरोना मुक्त ग्राम' अभियान चलाया जा रहा है। अभियान में जिले की 421 ग्राम पंचायतों में एएनएम, आशा एवं आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सर्विलांस टीम द्वारा द्वारा घर-घर जाकर कोरोना सर्वे किया जा रहा हैं। साथ ही आमजनो /होम आइसोलेटेड मरीजों को औषधि किट का वितरण और कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी एवं सतर्कता बरतने की सलाह भी दी जा रही हैं। कलेक्टर श्री धनंजय सिंह ने बताया कि कोरोना नियंत्रण एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के आव्हान पर जिले की 421 ग्राम पंचायतों के 973 ग्रामों में ग्रामीणों द्वारा स्व-प्रेरणा से जनता #####  कर्फ्यू के पालन का संकल्प लिया है। ग्रामीणों द्वारा ग्राम के प्रवेश मार्गों की सीमाओं को सील कर रोका-टोकी एवं पहरेदारी की जा रहीं हैं। साथ ही कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के लिए संकल्प-पत्र भी भरा गया है। पंचायत के सफाई कर्मियों द्वारा स्वास्थ्य केंद्रों, सार्वजनिक भवनों एवं विभिन्न वार्डो में सैनिटाइजेशन भी किया जा रहा है।

नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन

अंतर्राज्यीय सीमाएँ सील करने पर किया जा रहा है विचार - डॉ. मिश्रा

कोरोना की चेन तोड़ने के लिये सख्ती जरूरी

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया है कि कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिये सख्ती से इसकी चेन को तोड़ना जरूरी है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 16 जिलों में कोरोना नियंत्रण के लिये किये जा रहे उपायों की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान अंतर्राज्यीय सीमाओं को सील करने पर भी विचार किया गया।

डॉ. मिश्रा ने बताया कि समीक्षा के दौरान सभी ने कोरोना की चेन को तोड़ने के लिये सख्ती पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर बस परिवहन सेवाओं को बंद करने का निर्णय लिया जाकर आदेश जारी कर दिये गये हैं। राज्यों की सीमाओं पर आवागमन से संक्रमण को रोकने के उपाय प्रभावित हो रहे हैं। आवागमन के कारण संक्रमण की चेन को तोड़ने की कार्यवाही भी प्रभावित हो रही है। इसलिये अंतर्राज्यीय सीमाओं को सील करने पर विचार किया गया।

डॉ. मिश्रा ने बताया कि बैठक में मुख्यमंत्री श्री चौहान का कहना है कि कोरोना की कठिन परिस्थिति में भी आम जनता को परेशान नहीं होने दिया जायेगा। किसानों के खाते में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के अंतर्गत 7 मई को पहली किश्त के रूप में 1480 करोड़ रुपये की राशि अंतरित की जायेगी। किसानों की ऋण अदायगी की सीमा 30 मार्च को बढ़ाकर पहले 30 अप्रैल किया गया था। इसे अब बढ़ाकर 31 मई कर दिया गया है। अब किसानों के 31 करोड़ रुपये के ब्याज का भुगतान भी प्रदेश सरकार द्वारा किया जायेगा। डॉ. मिश्रा ने बताया कि गरीबों को 3 महीने का मुफ्त राशन भी दिये जाने के निर्देश दिये हैं।

डॉ. मिश्रा ने बताया कि ग्रुप-बी के 16 जिलों में कोरोना नियंत्रण की समीक्षा की गई। कोरोना नियंत्रण के लिये किये गये प्रयासों से बेहतर परिणाम सामने आने लगे हैं। संक्रमण की दर में कमी आई है। किल कोरोना अभियान को और प्रभावी रूप से चलाने के निर्देश दिये गये हैं। आम जनता से संक्रमण से बचाव के लिये संभावित शादियों को टालने का अनुरोध किया गया। कलेक्टर्स को निर्देशित किया गया कि अपरिहार्य स्थिति में अधिकतम 10 लोगों की उपस्थिति में विवाह की अनुमति प्रदान की जाये।

जिला अस्पताल में 10 दिन में तैयार हो जाएगा ऑक्सीजन प्लांट

100 बिस्तरों को रोज मिलेगी ऑक्सीजन
शहर में जल्द खत्म होगी ऑक्सीजन की किल्लत
संभाग में जल्द खुलेगा बड़ा ऑक्सीजन प्लांटः गोविंद सिंह राजपूत

कोरोना कहर को देखते हुए राजस्व एवं परिवहन मंत्री ने जिला अस्पताल एवं बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। जिला अस्पताल में बनने वाले ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया। राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ऑक्सीजन प्लांट 10 दिन में तैयार होने की बात कही। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में तैयार यह प्लांट रोज 100 बिस्तरों के मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति करेगा, जिससे इससे कोरोनाकाल में मरीजों को बहुत मदद मिलेगी। इसके अलावा जो भी चिकित्सा संबंधी सामग्री की आवश्यकता होगी वह उपलब्ध कराई जायेगी। 

राजस्व एवं परिवहन मंत्री ने कोरोना संकट को लेकर बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में कलेक्टर कमिश्नर तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मीटिंग ली, जिसमें उन्होंने निर्देशित किया कि हर वार्ड में एक एमडी डॉक्टर की जिम्मेदारी तय की जाए, ताकि वार्ड में व्यवस्थाएँ बनी रहें। वार्ड में डॉक्टर न होने से मरीज परेशान होते हैं। खासतौर से इस समय हर वार्ड में डॉक्टरों की जिम्मेदारी तय होना बहुत जरूरी है, इसलिए हर वार्ड में एक डॉक्टर की जिम्मेदारी तय की जाए।

शिफ्ट वाईज लगायें ड्यूटी

श्री राजपूत ने बैठक में कहा कि इस संकट के समय चिकित्सकों को तथा स्वास्थ्य विभाग को निःस्वार्थ और पूर्ण श्रद्धा से अपने कर्तव्य का पालन करना होगा। अस्पताल में शिफ्ट वाइज ड्यूटी तय करके मरीजों को अच्छे से अच्छी व्यवस्था की जाए। सुबह 8 बजे से दोप. 2 बजे तक तथा दोपहर 2 से रात्रि 8 बजे तक एवं रात्रि 8  से सुबह 8 बजे तक की ड्यूटी तय करके मरीजों की देखभाल की जाए। शिफ्ट वाइज ड्यूटी से चिकित्सकों तथा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों पर भी एक साथ भार नहीं आएगा और वह भी अच्छे से अपना काम कर पाएंगे। 

100 डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की करें भर्ती

स्वास्थ्य विभाग में शुरू से ही चिकित्सकों की कमी है, जिसके कारण कोरोनाकाल में स्वास्थ्य सेवाएँ प्रभावित हो रही हैं। बैठक में राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने कमिश्नर को निर्देशित किया है कि स्वास्थ्य सेवाएँ सुधारने के लिए तत्काल प्रभाव से 100 डाक्टरों तथा नर्सिंग स्टाफ की शीघ्र भर्ती की जाये। श्री राजपूत ने कहा कि यह नर्सों के लिए स्वर्णिम अवसर है, वह अधिक से अधिक आवेदन कर नौकरी पाएं, ताकि लोगों की सेवा भी हो सके और उन्हें रोजगार भी मिल जाए। 

डॉक्टरों की काउंसलिंग में शामिल होंगे मंत्री

राजस्व एवं परिवहन मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग में होने वाले नए डॉक्टरों की काउंसलिंग में शामिल होने की बात कही। उन्होंने कहा कि अभी स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ की कमी के कारण मरीजों तथा स्वास्थ्य कर्मियों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन जल्द ही स्वास्थ्य विभाग में 100 डाक्टरों तथा नर्सिंग स्टाफ की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की काउंसलिंग में वह खुद शामिल होकर डॉक्टरों का उत्साहवर्धन करेंगे। स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ की भर्ती होने के बाद बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज तथा जिला अस्पताल की बहुत सी समस्याएँ कम हो जायेगी, जिसका लाभ मरीजों को मिलेगा।  

समय पर मिले मरीजों को भोजन

बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की आए दिन अव्यवस्थाएँ अखबारों की सुर्खियां बनती है जिसमें मुख्य रूप से पिछले दिनों भोजन की कमी को लेकर खबरें चल रही थीं। बैठक में श्री राजपूत ने संभागायुक्त को निर्देशित करते हुए कहा कि अस्पतालों में मरीजों को समय पर भोजन मिलना सुनिश्चित करें, यह आपकी जिम्मेदारी है, क्योंकि अगर मरीजों को समय पर भोजन नहीं मिला तो उन्हें स्वास्थ्य लाभ जल्द नहीं मिल सकता। भोजन समय पर मिलना प्रमुखता से आप अपनी प्राथमिकी में दर्ज करें, आगे से समय पर भोजन न मिलने की बात सामने नहीं आनी चाहिए।

अंदर की व्यवस्थाओं पर जताई नाराजगी

राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज पहुँचकर जायजा लिया तो कुछ परिजन पहुँचे, जिन्होंने अंदर की व्यवस्थाओं को लेकर मंत्री से शिकायत की, जिस पर राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री राजपूत ने अधिकारियों से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अंदर की व्यवस्थाएँ जल्द ही दुरुस्त की जाएं, मरीज व मरीजों के परिजन भीतर की व्यवस्थाओं से खुश नहीं है। साथ ही उन्होंने हिदायत दी थी कि मरीजों व उनके परिजनों को पूरी जानकारी दी जाए क्योंकि अंदर की जानकारी न मिलने से मरीज के परिजन परेशान रहते हैं। स्वास्थ्य विभाग अच्छा काम कर रहा है, लेकिन मरीजों के परिजनों को जानकारी न होने से परिजन परेशान होते हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग की छवि भी लोगों में अच्छी नहीं बन रही। 

हर मरीज की अच्छे से अच्छी व्यवस्था की जाये

श्री राजपूत ने बैठक में कहा कि जिला अस्पताल तथा बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज आने वाले हर मरीज की अच्छी से अच्छी व्यवस्था करना हमारा दायित्व है। कोई भी मरीज अस्पताल से बाहर बिना इलाज के नहीं होना चाहिए, हर मरीज को अच्छी से अच्छी व्यवस्था मुहैया कराई जाए, ताकि ऐसे संकट के समय अस्पताल की लापरवाही के कारण किसी की जान ना जाए। समय पर इलाज मिलने से मरीजों की जान बचाई जा सकती है। इसलिए अधिकारी सुनिश्चित करें कि वह अपनी कार्य-प्रणाली में क्या सुधार लाएं कि जल्द से जल्द मरीजों को स्वास्थ्य लाभ दिया जा सके। यह सुनिश्चित करना स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कार्य है।

एक सप्ताह में चाहिए रिजल्ट

प्रदेश में अपने तेजतर्रार व्यक्तित्व के लिए जाने, जाने वाले राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने प्रशासनिक तथा स्वास्थ्य अधिकारियों को निरीक्षण के दौरान दो टूक शब्दों में कहा कि एक सप्ताह के भीतर बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज तथा जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार हो जाना चाहिए, इन्हीं समस्याओं को लेकर दोबारा बैठक नहीं लूंगा। उन्होंने मेडिकल कॉलेज तथा जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों से लगभग डेढ़ घंटे तक बातचीत की। अंत में उन्होंने कहा कि सरकार विभागों को हर संभव मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। 

पुलिस कर्मियों को बाँटी पीपीई किट

राजस्व एवं परिवहन मंत्री ने जिला अस्पताल में खोले जा रहे ऑक्सीजन प्लांट तथा बीएमसी के निरीक्षण के दौरान बीएमसी तथा जिला अस्पताल में सुरक्षा के लिए लगे पुलिस कर्मियों को भारतीय जनता पार्टी तथा स्वयं के व्यय से पीपीई किट का वितरण किया। इस अवसर पर श्री राजपूत ने पुलिस कर्मियों से कहा कि आपके उपर बहुत बड़ी समाज की जिम्मेदारी है, सतर्क रहे और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। निरीक्षण के दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया, नगर विधायक श्री शैलेंद्र जैन, संभागायुक्त श्री मुकेश शुक्ला, जिला कलेक्टर श्री दीपक सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री अहिरवार, जिला सीईओ श्री गढ़पाले, जिला अस्पताल के सिविल सर्जन तथा बीएमसी डीन सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी शामिल रहे।

एक लाख 23 हजार 743 कोरोना मरीजों तक पहुँची मेडिकल किट 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार होम आइसोलेट कोरोना मरीजों को मेडिकल किटों का वितरण लगातार जारी है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि अभी तक 52 जिलों में एक लाख 23 हजार 743 मेडिकल किट वितरित की जा चुकी हैं।।

मंत्री श्री सिंह  ने बताया  है कि  18 अप्रैल से 28 अप्रैल के मध्य नगरीय क्षेत्रों में फ़ीवर क्लीनिक व होम डिलीवरी के माध्यम से एक लाख 23  हजार 743 मेडिकल किट कोविड मरीज़ों को उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने  जानकारी दी है कि  18 अप्रैल को 12 हजार 583, 19 अप्रैल को 16 हजार 914, 20 अप्रैल को 11 हजार 465, 21 अप्रैल को 10 हजार 327, 22 अप्रैल को 11 हजार 76,  23 अप्रैल को 11 हजार 17,  24 अप्रैल को 10 हजार 658, 25 अप्रैल को 9 हजार 497, 26 अप्रैल को 9 हजार 360, 27 अप्रैल को 9 हजार 705  औऱ 28 अप्रैल को 11 हजार 141 कोविड मरीजों को मेडिकल किट वितरित की गई हैं।            

सुदृढ़ चिकित्सा व्यवस्था का जन-विश्वास कायम रखें - राज्य मंत्री श्री यादव

देखी चिकित्सा व्यवस्था और मरीजों से जाना हाल

पीएचई राज्य मंत्री एवं कोविड-19 प्रभारी मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव ने कहा है कि जिले में सुदृढ़ चिकित्सा व्यवस्था का जन-विश्वास कायम रखना है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर एवं वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों के साथ अशोकनगर जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम, प्रभावितों की चिकित्सा तथा उपचार के संसाधनों की उपलब्धता की
निरंतर समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना प्रभावितों के लिये चिकित्सा अधिकारियों के परामर्श अनुरूप ऑक्सीजन, इंजेक्शन, दवाइयों आदि की समुचित व्यवस्था जिले में है।

राज्य मंत्री श्री यादव ने आज जिला चिकित्सालय पहुँचकर चिकित्सा अधिकारियों से चिकित्सा संसाधनों की उपलब्धता एवं जरूरतों के संबंध में विस्तार से चर्चा कर जानकारी ली। श्री यादव अस्पताल में इलाज करा रहे रोगियों से मिले तथा उनसे उपचार संबंधी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने चिकित्सा अधिकारी को रोगियों के लिये समुचित चिकित्सा व्यवस्था निरंतर बनाये रखने के निर्देश दिये।

सिविल सर्जन-सह-मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. जे.आर. त्रिवेदिया ने राज्य मंत्री श्री यादव को बताया कि उपचार के सभी संसाधन उपलब्ध हैं। जिले में चिकित्सा संसाधनों अथवा उपचार के अभाव में कोई जनहानि न तो हुई है और न होने दी जायेगी।

मध्यप्रदेश को अब तक 2 लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन की डोज प्राप्त

कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं मरीजों के उपचार के लिये राज्य शासन द्वारा व्यापक स्तर पर प्रबंध किये जा रहे हैं। आवश्यक दवाओं एवं उपकरणों के साथ रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है। प्रदेश में अब तक 7 विभिन्न कंपनियों से रेमडेसिविर इंजेक्शन के लगभग 2 लाख डोज प्राप्त हुए हैं। आज गुरुवार को निजी सप्लाई के 13 हजार 138 डोज प्राप्त होंगे, जिन्हें जिलों को वितरित किया जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि भारत सरकार द्वारा मध्यप्रदेश को रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिये 95 हजार डोज का कोटा निर्धारित है। प्रदेश के लिए इस कोटे को बढ़ाकर एक लाख 50 हजार डोज करने का अनुरोध भारत सरकार से किया गया है। उन्होंने बताया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग का क्लीनिकल प्रोटोकॉल भी जारी किया गया है।