दिनांक 23 मई, 2021


अंक 791

नर्मदापुरम संभाग को 31 मई तक कोरोना मुक्त करें: मुख्यमंत्री श्री चौहान

कोरोना की जड़ों पर करें अंतिम प्रहार
प्रत्येक पीड़ित परिवार की मदद के लिये तत्पर है राज्य सरकार
एक जून से क्रमबद्घ रूप से हटाया जाएगा कोरोना कर्फ्यू
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की नर्मदापुरम संभाग में कोविड की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में आ गई है। जन-प्रतिनिधियों, सांसद, विधायक, अधिकारी, कर्मचारी और जन-समुदाय आदि सभी के समन्वित प्रयासों से यह संभव हो पाया है। प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट घटकर 4.2 प्रतिशत पर पहुँच गई है। किन्तु थोड़ी सी भी लापरवाही परेशानी का सबब बन सकती है, इसलिए कोरोना की जड़ों पर अंतिम प्रहार करें और ग्राम, वार्ड, पंचायत एवं पूरे जिले को 31 मई तक कोरोना मुक्त करें। राज्य सरकार प्रत्येक पीड़ित परिवार की हरसम्भव मदद के लिये तत्पर है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज होशंगाबाद जिले के एनआईसी कक्ष में नर्मदापुरम संभाग के तीनों जिले बैतूल, हरदा एवं होशंगाबाद में कोविड की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एक जून से क्रमबद्ध रूप से गतिविधियाँ सामान्य की जाएगी। किन्तु 31 मई तक पूरे संभाग में कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन किया जाए। शादी समारोह आदि भीड़भाड़ वाले आयोजन 31 मई तक टाले।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान होशंगाबाद के एनआईसी कक्ष में

सांसद श्री उदय प्रताप सिंह, विधायक सर्वश्री डॉ. सीतासरन शर्मा, श्री विजयपाल सिंह, श्री ठाकुर दास नागवंशी और श्री प्रेमशंकर वर्मा, कमिश्नर श्री रजनीश श्रीवास्तव, पुलिस महानिरीक्षक श्री जे.एस. कुशवाह, कलेक्टर श्री धनंजय सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह गौर उपस्थित रहे।

माइक्रो कंटेनमेंट जोन में सघन निगरानी की जाए

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अधिक संक्रमण वाले ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाए। ऐसे क्षेत्रों में प्रशासन पूरी ताकत से सर्दी, खाँसी एवं बुखार के मरीजों को पहचान कर तत्काल मेडिकल किट उपलब्ध कराकर इलाज कराये। इस कार्य में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप सक्रिय भूमिका निभाएं। संक्रमित व्यक्तियों के लिए होम आइसोलेशन की व्यवस्था परफेक्ट हो। घरों में पर्याप्त स्थान न होने की दशा में कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया जाए। सेनिटाईजेशन कार्य निरंतर जारी रखे।

ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आक्रामक टेस्टिंग रणनीति अपनाई जाकर ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग कार्य किया जाए। क्षेत्रवार रणनीति अपनायी जाकर मोबाइल टेस्टिंग भी की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एक-एक मरीज की जान बचाने के पूरे प्रयास किए जाए। वेंटिलेटर, ऑक्सीजन बेड्स में भर्ती प्रत्येक मरीज की सघन मॉनिटरिंग करें।

तीसरी लहर के लिए आवश्यक तैयारियाँ सुनिश्चित करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का सामना करने के लिए नर्मदापुरम संभाग में भी आवश्यक तैयारियाँ सुनिश्चित करें। कोरोना प्रोटोकॉल का इतनी सख्ती से पालन किया जाए कि तीसरी लहर आएं ही नहीं। ऑक्सीजन बेड्स, आईसीयू बेड्स बढ़ाएं जाए। ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना पर राज्य सरकार अनुदान और बिजली शुल्क में रियायत देगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ब्लैक फंगस के इलाज की भी समुचित व्यवस्थाएँ सरकार द्वारा की जा रही हैं। ब्लैक फंगस के इलाज के लिए आवश्यक दवाइयों की व्यवस्था भी की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तीनों जिले में ब्लैक फंगस की जाँच के लिए व्यवस्थाएँ बनाने के निर्देश दिए।

किल-कोरोना अभियान लगातार जारी रहे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किल-कोरोना अभियान लगातार जारी रखा जाए। सर्दी, खाँसी, जुकाम से प्रभावित प्रत्येक व्यक्ति की पहचान कर उसे तत्काल मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए। आवश्यकतानुसार इलाज की व्यवस्था की जाए। कोरोना के लक्षणों को पहचानने और इलाज आरंभ करने में विलम्ब नहीं हो। जो कोरोना मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं उनका बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाए। मरीज की जान बचाने की हरसंभव कोशिश की जाए।

महाराष्ट्र की बॉर्डर सील रखें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महाराष्ट्र एवं अन्य राज्यों से कोरोना संक्रमण के बढ़ने का खतरा अधिक है। महाराष्ट्र की बॉर्डर को पूरी तरह सील रखें। इटारसी रेलवे स्टेशन पर भी टीम नियोजित रहे, जिनके द्वारा स्टेशन पर बाहर से आने वाले नागरिकों की सघन स्क्रीनिंग की जाए।

वैक्सीन का एक भी डोज़ व्यर्थ न जाए

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वैज्ञानिकों के अनुसार कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण सबसे प्रभावी उपाय है। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा टीकाकरण के खिलाफ फैली भ्रांतियों को दूर किया जाये और लोगों में जागरूकता लायी जाये। यह सुनिश्चित किया जाए कि वैक्सीन का एक भी डोज़ बेकार न हो।

गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवारों का नि:शुल्क कोविड इलाज सुनिश्चित करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना शरीर के साथ-साथ आर्थिक रूप से भी तोड़ देता है। मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के तहत सभी गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवारों का नि:शुल्क कोविड इलाज हो, यह सुनिश्चित किया जाए।

संकट काल में सहायता

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के कारण उत्पन्न परिस्थितियों में गरीब परिवारों की सहायता के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा दो माह का और राज्य सरकार द्वारा तीन माह का राशन उपलब्ध कराया गया है। सभी पात्र हितग्राहियों को नि:शुल्क राशन का वितरण हो जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि शहर में कोई भूखा न सोए। राशन वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का विशेष ध्यान रखें। तेंदूपत्ता तुड़ाई के दौरान भी कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियों का पालन किया जाए। कोरोना के प्रकोप में जो बच्चे अनाथ हो गये हैं उनके लिए पाँच हजार रूपये प्रतिमाह की पेंशन, नि:शुल्क राशन और पढ़ाई की व्यवस्था की जा रही है। निर्माण श्रमिकों और स्व-सहायता समूहों के खातों में राशि जारी की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन परिवारों में कोविड से मृत्यु हुई है उन्हें एक लाख रुपये की सहायता देने का निर्णय भी लिया गया है।

कलेक्टर्स ने प्रेजेंटेशन से दी जानकारी

समीक्षा बैठक में होशंगाबाद, हरदा एवं बैतूल जिले के कलेक्टर द्वारा जिले में कोविड नियंत्रण के लिए किए गए प्रयासों के बारे प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी। बैठक में होशंगाबाद जिले के सभी विधायकों द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं को और अधिक मजबूत बनाने के सुझाव दिए गए।

कलेक्टर होशंगाबाद श्री धनंजय सिंह ने बताया कि जिले में किल-कोरोना अभियान का सफलता से संचालन किया गया है, जिसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए हैं। जिले में पॉजिटिविटी रेट में तेजी से कमी आई है। जिले में जिला चिकित्सालय सहित सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत किया गया है। साथ ही चिकित्सालयों एवं स्वास्थ्य केंद्रों पर ऑक्सीजन बेड्स, आवश्यक दवाओं की भी लगातार मॉनिटरिंग कर पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। जिले में कोरोना संक्रमण काल में किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन कार्य का भी सफलता से क्रियान्वयन किया गया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोविड नियंत्रण के लिए प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि तीनों जिले में जन-प्रतिनिधियों एवं प्रशासन के समन्वित प्रयासों से कोरोना संक्रमण पर प्रभावी रोक लगाई गई। उन्होंने सक्रिय भूमिका के लिए सभी जन-प्रतिनिधियों, अधिकारी, कर्मचारी, सामाजिक संगठनों एवं मैदानी प्रशासनिक अमले को बधाई दी।

झाबुआ, अलीराजपुर, खण्डवा, बुरहानपुर और भिण्ड में कोरोना कर्फ्यू में छूट

प्रदेश के 5 जिले झाबुआ, अलीराजपुर, खंडवा, बुरहानपुर और भिण्ड में कोरोना कर्फ्यू में कुछ प्रतिबंधों के साथ छूट प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश थे कि जिन जिलों में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से कम रहेगी उन जिलों में कोरोना कर्फ्यू में कुछ प्रतिबंधों के साथ धीरे-धीरे छूट प्रदान की जायेगी।

इसी क्रम में आज प्रदेश के इन 5 जिलों की जिला आपदा प्रबंधन समितियों द्वारा निर्णय लिया गया है कि उनके जिले में पॉजिटिविटी दर कम हैं। अत: 24 से 31 मई तक के लिये कोरोना कर्फ्यू में कुछ प्रतिबंधों के साथ छूट प्रदान की जाये। इस संबंध में आदेश जारी किये गये हैं।

इन जिलों के अनुभव के आधार पर एक जून से अन्य जिलों में भी पॉजिटिविटी दर कम होने पर विभिन्न गतिविधियों पर प्रतिबंध को कम किया जा सकेगा और कोरोना कर्फ्यू को धीरे-धीरे हटाने की रणनीति पर विचार किया जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान की कोरोना-किल रणनीति आई.टी.आई.टी.वी.

प्रदेश में कोरोना संक्रमण को समाप्त करने के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोविड-19 के प्रबंधन के लिये 5 सूत्रीय रणनीति अपनाई है। इस रणनीति के पाँच पहलू हैं- आइडेंटिफाई, टेस्ट, आइसोलेट, ट्रीट एवं वैक्सीनेशन अर्थात आई.टी.आई.टी.वी.।

आइडेंटिफाई से तात्पर्य है कि कोविड के संभावित प्रकरणों का डोर-टू-डोर सर्वे के माध्यम से सक्रिय चिन्हांकन करना जिससे बीमारी के प्रारंभिक चरण में ही मरीज की पहचान कर उसे आइसोलेट कर इलाज प्रारंभ किया जा सके।

विगत माह अप्रैल एवं मई में शनिवार तक किल-कोरोना अभियान अंतर्गत लगभग 3 लाख कोविड संदिग्ध व्यक्तियों का चिन्हांकन कर, उन्हें मेडिसिन किट वितरित की गई है तथा उनका प्रभावी आइसोलेशन सुनिश्चित किया गया है। इस अभियान के दौरान चिन्हित प्रकरणों के लगभग 4 लाख 3 हजार नि:शुल्क टेस्ट कराये गये हैं। इसमें 77 हजार 800 संदिग्ध मरीजों को फीवर क्लीनिक तथा 7,838 मरीज को कोविड केयर सेंटर में रिफर किया गया है।

टेस्टिंग क्षमता 77 हजार से अधिक

प्रदेश में नागरिकों को नि:शुल्क टेस्टिंग का मूल अधिकार उपलब्ध है। इसके लिये राज्य में 2518 फीवर क्लीनिक क्रियाशील किये गये हैं, जहाँ पर 6353 टच-पाइंट के माध्यम से नागरिकों को नि:शुल्क टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध है। प्रदेश में स्थापित आरटीपीसीआर टेस्टिंग क्षमता का भी निरंतर संवर्धन किया गया है। विगत वर्ष माह अप्रैल 2020 में प्रदेश की लैब में टेस्टिंग क्षमता 1100 जाँच प्रतिदिन की थी, जिसमें वृद्धि करते हुए माह सितम्बर-2020 में लैब टेस्टिंग क्षमता 30 हजार कर ली गयी थी। वर्तमान में प्रदेश की लैब एवं निजी लैब में लैब टेस्टिंग क्षमता प्रतिदिन 77 हजार से अधिक कर ली
गई है।

होम आइसोलेशन में हुए 75 प्रतिशत ठीक

कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्तियों तथा संदिग्ध व्यक्तियों का प्रभावी आइसोलेशन ही संक्रमण की चेन को तोड़ने का सबसे प्रभावी माध्यम है। वर्तमान समय में प्रदेश के कुल सक्रिय प्रकरणों में से 75 प्रतिशत प्रकरण होम आइसोलेशन में रहकर ही ठीक हो रहे हैं। होम आइसोलेशन मरीजों को शहरी क्षेत्र में 2 लाख 92 हजार 751 तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 83 हजार 478 मेडिकल किट बाँटे गये हैं। मरीजों को दिन में दो बार कॉल किये जा रहे हैं। संस्थागत आइसोलेशन के लिये 353 शासकीय कोविड केयर सेंटर में 18 हजार 310 आइसोलेशन एवं 3,638 ऑक्सीजन बेड उपलब्ध हैं।

ट्रीट-अस्पतालों में बेड्स की व्यवस्था

ट्रीट के प्रथम भाग में कोविड अस्पतालों में बेड्स की व्यवस्था एवं नि:शुल्क इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। प्रदेश में अब तक लगभग 17 हजार 134 ऑक्सीजन युक्त बेड्स और 5,398 आईसीयू/एचडीयू बेड्स पर नि:शुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध है। कोविड उपचार के लिये 135 शासकीय एवं 434 आयुष्मान भारत में अनुबंधित निजी संस्थाएँ उपचार कर रही हैं। इसके अलावा 434 निजी और 13 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं 7 निजी संस्थाएँ अनुबंधित हैं।

कोविड-19 महामारी के बढ़ते हुए प्रकरणों के दृष्टिगत अस्थायी मानव संसाधन के रूप में लगभग 14 हजार 103 अस्थायी मानव संसाधन को विशेष रूप से कोविड प्रबंधन के लिये पदस्थ किया गया है। इसमें 258 बँध-पत्र चिकित्सक एवं नर्सिंग संवर्ग की अंतिम वर्ष में अध्ययनरत 643 छात्राएँ शामिल हैं।

इसके अलावा राज्य शासन ने प्रदेश के निजी चिकित्सा महाविद्यालयों द्वारा संचालित अस्पतालों के साथ भी अनुबंध किये हैं। मरीजों के नि:शुल्क इलाज के लिये आयुष्मान योजना लागू की है। राज्य शासन ने आयुष्मान योजना अंतर्गत कोविड-19 के इलाज का विशेष पैकेज तैयार किया है, जिससे अस्पताल आर्थिक रूप से साध्य तरीके से इस पैकेज के अनुसार आयुष्मान हितग्राहियों का इलाज सुनिश्चित कर सकें। आयुष्मान संबद्ध कुल 494 अस्पताल अब इस योजना अंतर्गत कोविड-19 के इलाज के लिये तैयार हो गये हैं, जिस पर कुल 10 हजार 294 हितग्राही नि:शुल्क इलाज का लाभ ले रहे हैं।

ऑक्सीजन की उपलब्धता

पूर्व में राज्य में केवल आईनाक्स लिमिटेड द्वारा ही ऑक्सीजन परिवहन का कार्य किया जा रहा था। परिवहन की चुनौती को ध्यान में रखते हुए अब 7 नये ऑक्सीजन परिवहनकर्ता भी तैयार किये गये हैं। आज प्रदेश में गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय में एलएमओ भंडार क्षमता 30 हजार 323 मीट्रिक टन तथा 595 मीट्रिक टन निजी क्षेत्र में उपलब्ध हैं।

टैंकर्स की कमी को ध्यान में रखते हुए यह आवश्यक है कि कम से कम समय में टैंकर्स ऑक्सीजन लेकर प्रदेश में आ सकें। इसके लिये मध्यप्रदेश में 20 अप्रैल, 2021 से खाली टैंकर्स को सोर्स तक पहुँचने के लिये वायुयान और भारतीय रेल का उपयोग भी किया जा रहा है। निजी क्षेत्र में ऑक्सीजन की पूर्ति के लिये इकाइयों की स्थापना को प्रोत्साहन देने के लिये उद्योग विभाग द्वारा प्रोत्साहन योजना लागू की गई है, जिसमें 50 प्रतिशत तक केपिटल सब्सिडी का प्रावधान है।

वैक्सीनेशन

प्रदेश में अभी तक 90 लाख 44 हजार डोज वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं। इसमें से 72 लाख 93 हजार पहली डोज हैं। शेष 17 लाख 51 हजार दूसरी डोज है। 45 वर्ष से ऊपर के 64 लाख 33 हजार नागरिकों को पहली डोज तथा 11 लाख 45 हजार को दोनों डोज लग चुकी हैं। 18 से 44 वर्ष आयु के 4 लाख 59 हजार लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है।

कोरोना मानवता के खिलाफ संकट, सब मिलकर इसका सामना करें : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान

संभाग की स्थिति नियंत्रण में, परन्तु जरा-सी असावधानी भारी पड़ सकती है
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्मदापुरम संभाग के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप्स को किया संबोधित

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना मानवता के खिलाफ संकट है, सबको मिलकर इसका सामना करना होगा। सभी मिलकर 31 मई तक समूचे नर्मदापुरम संभाग को कोरोना मुक्त करने का लक्ष्य हासिल करें। संभाग में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है, परन्तु इस बात का बहुत ध्यान रखा जाए कि जरा-सी असावधानी भारी पड़ सकती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान नर्मदापुरम संभाग के तीनों जिलों होशंगाबाद, हरदा एवं बैतूल में गठित जिला, खंड एवं ग्राम स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट समूह के सदस्यों को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह संतोषजनक है कि अब पॉजिटिव केस कम आ रहे हैं,  ज्यादा लोग स्वस्थ हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अपील की कि संभाग के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पूरी सजगता बरती जाए। किल-कोरोना अभियान का सतत संचालन किया जाए। लोगों को मास्क का उपयोग करने, सेनिटाइजेशन एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए निरंतर जागरूक किया जाए। ग्राम स्तर पर कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए ग्राम स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका है और वे सही मायनों में कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रहे हैं।

वेबलिंक के माध्यम से अपने संबोधन में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जहाँ पॉजिटिव प्रकरण आ रहे हैं वहाँ माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्र बनाए जाएं। संक्रमित व्यक्तियों के लिए होम आइसोलेशन की व्यवस्था परफेक्ट हो। घरों में पर्याप्त स्थान न होने की दशा में कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया जाए। समस्त कोविड केयर सेंटर में उपचार की अच्छी व्यवस्था हो। सभी जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता मजबूत रहे। बच्चों के वार्ड भी सभी जगह तैयार रहें। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र से सटे बैतूल जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। जिलों में बाहर से आने वाले लोगों की सघन जाँच की जाए। मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों द्वारा किए जा रहे कार्यों की भी सराहना की। उन्होंने ग्राम स्तर पर कार्यरत क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से अपेक्षा की कि वहाँ कोरोना से बचाव के लिए अभी भी नियम-निर्देशों के पालन में सख्ती की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगले सात दिन कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने पर हम कोरोना संक्रमण पर पूरी तरह काबू पा सकेंगे।

 मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना की टेस्टिंग सतत जारी रहे। लोगों से संपर्क निरंतर बना रहे। किल-कोरोना अभियान के तहत घर-घर का सर्वे भी जारी रहे। उन्होंने कहा कि सर्दी-जुकाम एवं बुखार के मामलों में मेडिकल किट के वितरण में भी कोई लापरवाही न हो। इसके अलावा क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ पहुँचाने में भी मदद करे। नि:शुल्क राशन वितरण से कोई भी पात्र हितग्राही वंचित न रहे। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के प्रति भी सजग रहे। साथ ही बच्चों को इससे सुरक्षित रखें। उन्होंने कहा कि जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया जाए, ताकि आगे जरूरत पडऩे पर स्वास्थ्य सेवाओं के पुख्ता प्रबंध रहे। इसके अलावा टीकाकरण का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचाया जाए, इसके संबंध में व्याप्त भ्रांतियों को दूर किया जाए। सरकार द्वारा ब्लैक फंगस के उपचार के लिए भी समुचित प्रबंध किए जा रहे हैं।

 मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल कल्याण योजना एवं मुख्यमंत्री कोविड-19 विशेष अनुग्रह योजना लागू की गई है। इसका ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाए एवं योजनाओं से सहायता प्रदान की जाए। जिन लोगों की कोरोना से मृत्यु हुई है, उनके परिवार को एक लाख रूपए राशि देने पर भी सरकार कार्य कर रही है।

 मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना से उत्पन्न परिस्थितियों में गरीब परिवारों की सहायता के लिए राज्य सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा दो माह का और राज्य सरकार द्वारा तीन माह का राशन उपलब्ध कराया गया है। सभी पात्र हितग्राहियों को नि:शुल्क राशन का वितरण हो जाए। राशन वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो, इसका विशेष ध्यान रखें। तेंदूपत्ता तुड़ाई के दौरान भी कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियों का पालन किया जाए। कोरोना के प्रकोप में जो बच्चे अनाथ हो गये हैं उनके लिए पाँच हजार रूपये प्रतिमाह की पेंशन, नि:शुल्क राशन और पढ़ाई की व्यवस्था की जा रही है।   उन्होंने कहा कि निर्माण श्रमिकों को भी सरकार सहायता राशि प्रदान करेगी। इसके अलावा ग्रामीण स्ट्रीट वेंडरों को भी सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी।  उन्होंने कहा कि गेहूँ का उपार्जन कार्य भी प्रभावित नहीं होने दिया जा रहा है, ताकि किसान अपनी फसल उचित दाम पर बेच सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक जून से चरणबद्ध तरीके से कोरोना कर्फ्यू में ढील दी जाएगी। लेकिन इस ढील में सभी को निर्धारित कोरोना गाइडलाइन का पालन करना जरूरी होगा।

किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल हरदा से वर्चुअल कार्यक्रम में जुड़े। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान होशंगाबाद के एनआईसी कक्ष में सांसद श्री उदय प्रताप सिंह, विधायक सर्वश्री डॉ. सीतासरन शर्मा, श्री विजयपाल सिंह, श्री ठाकुर दास नागवंशी, श्री प्रेमशंकर वर्मा, कमिश्नर श्री रजनीश श्रीवास्तव, पुलिस महानिरीक्षक श्री जे.एस. कुशवाह,  कलेक्टर श्री धनंजय सिंह,  पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह गौर उपस्थित रहे।

कारगर हो रही है कोविड प्रबंधन रणनीति

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के शुरूआती दिनों में कोविड प्रबंधन समिति को पूरी तरह पुनरीक्षित कर कोविड पर शीघ्र ही पूर्ण नियंत्रण प्राप्त करने की अपनी मुहिम को कार्य स्वरूप प्रदान किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान के निर्देश पर कोविड प्रबंधन रणनीति तैयार कर चुनौती का सामना करने के लिए प्रदेश में संस्थागत व्यवस्था की गई है। इन व्यवस्थाओं में जन-सहयोग की अपनी महती भूमिका है।

प्रबंधन की संस्थागत व्यवस्था

मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय कोविड टास्क फोर्स कार्यरत है। टास्क फोर्स की जिम्मेदारी गृह, लोक स्वास्थ्य तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के मंत्री एवं इन विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी गई है।इसके अलावा राज्य स्तरीय टेक्निकल एडवाइजरी कमेटी गठित की गई है। कमेटी मरीजों की चिकित्सा संबंधी मॉनिटरिंग एवं आवश्यकतानुसार यथास्थान वांछित व्यवस्थाओं की आपूर्ति का निर्वहन कर रही है। इसमें एम्स भोपाल, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, स्वास्थ्य विभाग तथा निजी क्षेत्रों के प्रतिष्ठित चिकित्सकों को शामिल किया गया है।

       कोविड प्रबंधन दल

राज्य शासन द्वारा प्रत्येक जिले के लिए मंत्री तथा राज्य शासन के प्रमुख सचिव/सचिव स्तर के अधिकारी प्रभारी नियुक्त किये गये हैं।ये अधिकारी कलेक्टर एवं क्राईसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों के साथ प्रतिदिन संवादरत रहते हैं। मैदानी क्षेत्र में स्थिति पर सतत निगाह रखने के लिये क्षेत्र में भ्रमण भी करते रहते हैं।

वर्टिकल दल

राज्य स्तरीय गठित वर्टिकल समिति ऑक्सीजन की उपलब्धता तथा वितरण, कोविड केयर सेंटर की स्थापना तथा संचालन, नये पीएसए प्लांटस की स्थापना तथा चिकित्सालयों में ऑक्सीजन लाइनों का विस्तार तथा रेमडेसिविर सहित दवाइयों की उपलब्धता तथा वितरण का कार्य कर रही हैं।

  जन-सहयोग से संचालित प्रबंधन रणनीति

कोविड संक्रमण को जिले से लेकर ग्राम स्तर पर ही समाप्त करने की दिशा में राज्य शासन द्वारा समाज के सभी वर्गों को इसमें शामिल करते हुए प्रत्येक जिले के कोविड 19 प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता जिला स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप कार्यरत हैं।इसके अलावा विकासखंड स्तर पर विकासखंड संकट प्रबंधन समूह, ग्राम संकट प्रबंधन समूह प्रत्येक ग्राम स्तर पर गठित किए गए हैं।नगरीय क्षेत्रों में वार्ड संकट प्रबंधन समूह का गठन प्रत्येक वार्ड में किया गया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नारियल का पौधा लगाया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास परिसर में नारियल का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान अपने संकल्प के तहत प्रतिदिन एक पौधा लगाते हैं। 

कोरोना को समाप्त करने सभी को मिलकर पूरी क्षमता से काम करना होगा: मुख्यमंत्री श्री चौहान

वार्ड एवं ग्राम स्तर के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप सक्रिय भूमिका निभाये

प्रदेश से कोरोना को पूरी तरह समाप्त करने के लिए सभी को मिलकर पूरी क्षमता से काम करना होगा। यह बात मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी में आयोजित समीक्षा बैठक में कही। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वार्ड एवं गाँव को जागरूक करना होगा। इसके लिए गाँव एवं वार्ड स्तर पर बनी क्राइसिस मैनेजमेंट समिति के सदस्य लोगों को निरंतर जागरूक करने का काम करें। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक सेंपलिंग और टेस्टिंग की जाये।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य लोगों को योग और प्राणायाम के लिए प्रेरित करें। साथ ही गाँव में किसी को भी सर्दी, जुकाम, बुखार हो तो उसे तुरंत जाँच एवं उपचार के लिए कोविड सेंटर या अस्पताल भिजवाना सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों के घरों को माइक्रो कंटेंनमेंट बनाया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि कोरोना संक्रमित घर से बाहर न निकले। उन्होंने किल-कोरोना अभियान पूरी गंभीरता के साथ जारी रखने के लिए कहा। साथ ही होम आइसोलेशन में कोविड मरीजों की नियमित जाँच, उपचार और काउंसलिंग सुनिश्चित करने को भी कहा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ब्लैक फंगस के इलाज के लिए सरकार समुचित व्यवस्था कर रही है। उन्होंने एक जून से अभियान चलाकर वैक्सीनेशन करने के लिए कहा। उन्होंने बैठक में उपस्थित जन-प्रतिनिधियों से कहा कि वे कोरोना को समाप्त करने में सक्रिय योगदान दें। यह सुनिश्चित किया जाये कि गाँव में कोई भी व्यक्ति बीमार हो तो उसे अविलंब उपचार मिले। उन्होंने कहा कि महामारी विशेषज्ञों द्वारा संभावित कोरोना की तीसरी लहर के लिए प्रदेश सरकार पूरी तैयारी कर रही है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट निरंतर कम हो रहा है। हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक कोरोना समाप्त नहीं हो जाता। सरकार पूरी क्षमता से कोविड से लड़ाई लड़ रही है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बुधनी में 300 बिस्तरों का कोविड केयर सेंटर बनने के बाद क्षेत्र के लोगों को त्वरित लाभ एवं उपचार की सुविधा मिल सकेगी। श्री चौहान ने कोरोना संक्रमण की जनपद-वार समीक्षा की। बैठक में संभागायुक्त श्री कविंद्र कियावत, कलेक्टर श्री चंद्र मोहन ठाकुर तथा सीईओ जिला पंचायत श्री हर्ष सिंह ने जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम तथा इलाज के बारे में जानकारी दी। बैठक में भाजपा जिला अध्यक्ष श्री रवि मालवीय सहित अनेक जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोविड केयर सेंटर का किया निरीक्षण

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी में निर्माणाधीन ऑक्सीजनयुक्त 300 बिस्तरों के कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। इसमें कोविड के उपचार की सभी सुविधाएँ उपलब्ध रहेंगी। निरीक्षण के दौरान श्री चौहान ने कहा कि कोरोना मरीजों के समुचित इलाज की दृष्टि से सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँ। कोविड केयर सेंटर में पर्याप्त चिकित्सा स्टाफ की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तीसरी लहर के दृष्टिगत बच्चों के लिए 50 बिस्तरों का अलग से कोविड वार्ड बनाया जाये।

संक्रमण की चेन को पूरी तरह से तोड़ने के लिये 31 मई तक कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन हो 

भविष्य की चुनौतियों के लिये भी अभी से रणनीति बनाकर कार्य करें
ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने ग्वालियर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की 

 ऊर्जा मंत्री एवं कोविड के लिये ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर कम जरूर हुई है, लेकिन अभी भी जिन स्थानों पर कोविड पॉजिटिव मरीज हैं, उन क्षेत्रों को हॉट स्पॉट मानकर कोविड गाइड-लाइन का सख्ती से पालन कराया जाए।  31 मई तक जिले में लगाए गए जनता कर्फ्यू का पूरी सख्ती से पालन हो, ताकि कोरोना संक्रमण की दर शून्य की जा सके। ग्वालियर जिले को 31 मई तक कोरोना मुक्त जिला बनाने के लिये हमें हर संभव प्रयास करने की जरूरत है। ऊर्जा मंत्री श्री  तोमर ने  ग्वालियर में जिले के  अधिकारियों से चर्चा करते हुए यह बात कही।  

ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने यह भी कहा है कि शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिये विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। टीकाकरण कार्य को अभियान के रूप में चलाकर सभी लोगों का टीकाकरण कराया जाए। किल कोरोना-3 अभियान के तहत शत-प्रतिशत घरों तक दल पहुँचे और सर्वेक्षण का कार्य हो। सर्वेक्षण के आधार पर जिन लोगों को दवाएँ उपलब्ध कराई जाना है, वह भी समय पर उपलब्ध कराई जायें। होम क्वारेंटाइन लोगों से भी नियमित संवाद हो, यह व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। 

ऊर्जा मंत्री  ने कहा है कि किल कोरोना-4 अभियान भी पूरे प्रदेश में चलाया जायेगा। इस अभियान की रूपरेखा भी अभी से बना ली जाये। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय की चुनौतियों के साथ-साथ हमें भविष्य की चुनौतियों के लिये भी तैयार रहना होगा। इसके लिये अभी से रणनीति तैयार कर उस पर अमल प्रारंभ करने की आवश्यकता है। 

   कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने चर्चा के दौरान बताया कि जिले में वर्तमान परिस्थितियों के साथ-साथ भविष्य की चुनौतियों के लिये भी पूरा प्लान तैयार किया गया है। जिले में दो-ढाई हजार बेड की व्यवस्था करने की कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही ऑक्सीजन, आईसीयू एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं पर भी पूरी प्लानिंग कर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि शहरी क्षेत्र के साथ-साथ डबरा, भितरवार व घाटीगाँव में भी ऑक्सीजन लाइन बिछाने की व्यवस्था की जा रही है। शहर में भी 500 बिस्तर का नया अस्पताल बनाने की स्वीकृति के साथ-साथ अन्य उपलब्ध अस्पतालों में भी बेड की वृद्धि करने की कार्रवाई भी की जा रही है। 

 पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी ने बताया कि पुलिस विभाग के माध्यम से जनता कर्फ्यू का पालन सुनिश्चित करने के लिये नियमित कार्रवाईयाँ की जा रही हैं। बिना मास्क के घूमने वालों के विरूद्ध चालान करने के साथ-साथ बिना किसी काम के शहर में घूमने वालों के विरूद्ध भी पुलिस कार्रवाई कर रही है। शहर में जिन स्थानों पर हॉट स्पॉट होने के कारण बेरीकेटिंग की गई है, वहाँ पर भी पुलिस विभाग की ओर से निगरानी कर लोगों के आने-जाने को प्रतिबंधित किया गया है। शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी पुलिस विभाग पूरी सक्रियता के साथ कार्य कर रहा है। 

नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा ने बैठक में बताया कि नगर निगम के माध्यम से सेनेटाइजेशन का कार्य सभी वार्डों में किया जा रहा है। इसके साथ ही होम क्वारेंटाइन लोगों को दवा उपलब्ध कराने का काम भी निगम के माध्यम से किया जा रहा है। शहरी क्षेत्र के सभी जनमित्र केन्द्रों पर कोविड सहायता केन्द्र स्थापित किये गये हैं। इन सहायता केन्द्रों के माध्यम से भी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं दवाओं का वितरण किया जा रहा है। जनमित्र केन्द्रों के माध्यम से अस्थायी राशन पर्ची वितरण का कार्य भी किया जा रहा है। 

सीईओ जिला पंचायत श्री किशोर कान्याल ने किल कोरोना-3 अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में कराये जा रहे सर्वेक्षण कार्य के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले की कई ग्राम पंचायतें कोरोना मुक्त पंचायतें हो गई हैं। जिन गाँवों में कोविड के मरीज हैं, वहाँ उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर अथवा होम क्वारेंटाइन में रखकर गाँवों में प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। 

ग्रामीणों को टीकाकरण एवं सेनिटाइजेशन के लिये कोरोना वॉलेंटियर्स कर रहे प्रेरित

कोरोना संक्रमण को समाप्त करने के लिये चलाये जा रहे अभियान में कोरोना वॉलेंटियर्स ग्रामीणों को वैक्सीनेशन एवं सेनिटाइजेशन के लिये प्रोत्साहित कर रहे हैं। ये वॉलेंटियर्स बस्तियों में सेनेटाइजेशन एवं टीकाकरण कराने में भी सहयोग दे रहे हैं। जिला समन्वयक जन-अभियान परिषद अनूपपुर में वॉलेंटियर्स नि:शुल्क मॉस्क वितरण, किल-कोरोना अभियान-3 में सहयोग देने के साथ-साथ रेलवे स्टेशन एवं छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित चेक-पोस्ट पर आने-जाने वालों की थर्मल स्क्रीनिंग, कोविड जाँच शिविर में सहयोग देने के साथ दीवार लेखन आदि कार्य प्रमुखता से कर रहे हैं। ग्राम पंचायत मेडियारास में कोरोना से बचाव के लिये सेनेटाइजेशन किया गया। ग्राम पंचायत पायारी नम्बर एक में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के घरों में कोरोना वॉलेंटियर्स द्वारा सेनेटाइजेशन किया गया।

पुष्पराजगढ़ विकासखण्ड में भी कोरोना वॉलेंटियर्स 18 से लेकर 45 वर्ष के लोगों को कोविड टीके लगवाने के लिये प्रेरित कर रहे हैं। वॉलेंटियर्स ने लीला टोला चौराहे पर जाकर रोको-टोको अभियान के माध्यम से बिना काम के घूमने वालों को रोककर घर से बाहर न निकलने की समझाइश दी। इसी प्रकार मुख्यालय पुष्पराजगढ़ में कोरोना वॉलेंटियर्स ने बालक मिडिल स्कूल राजेन्द्र ग्राम में सामाजिक दूरी बनाये रखने के लिये गोल सर्किल बनाये।

वॉलेंटियर विवेक कुमार शर्मा ने ग्राम पंचायत छिल्पा में ग्राम पंचायत सचिव के साथ किल-कोरोना अभियान के तहत घर-घर में सर्वे किया और मरीजों को कोरोना किट का वितरण किया। ग्राम पंचायत द्वारा पयारी-2 में संचालित मनरेगा कार्य का कार्य कर रहे मजदूरों को वॉलेंटियर द्वारा नि:शुल्क मॉस्क का वितरण किया गया तथा उन्हें दूरी बनाते हुए कार्य करने की समझाइश दी गई। विकासखण्ड कोतमा अंतर्गत ग्राम बुढ़ानपुर में कोरोना वॉलेंटियर प्रतिभा साहू द्वारा कोविड जाँच केन्द्र में सहयोग प्रदान कर लोगों को टीकाकरण के लिये प्रेरित किया गया।

नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन

गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने दतिया के शहर और ग्रामीण इलाकों में 700 परिवारों को वितरित की नि:शुल्क खाद्य सामग्री 

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने रविवार को दतिया के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 700 से अधिक परिवारों को नि:शुल्क खाद्यान्न सामग्री के किट वितरित किये। उन्होंने  दतिया नगर के सीएमएचओ ऑफिस के पास छात्रावास में 500 लोगों और ग्राम ऐरई में 200 परिवारों को गेहूँ, चावल, दाल, शक्कर, चाय पत्ती, सब्जी, मसाले, मास्क, सेनेटाईजर सहित अन्य दैनिक जरूरत की वस्तुओं वाली संपूर्ण खाद्यान्न किट  प्रदाय की।

डॉ. मिश्रा ने नि:शुल्क सामग्री वितरित करते हुए जनता को आश्वस्त किया कि उन्हें परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। सरकार हर कदम पर उनके साथ है। डॉ. मिश्रा ने सभी से अपेक्षा की कि महामारी से बचाव के लिये सभी सावधानियाँ रखेंगे। सभी उपाय करेंगे। उन्होंने अधिक से अधिक  बेक्सीनेशन कराने  का अनुरोध लोगों से किया। डॉ. मिश्रा ने कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिये मास्क का उपयोग करने, सेनेटाईज करने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का भी आह्वान किया। 

इस अवसर पूर्व विधायक डॉ. आशाराम अहिरवार, श्री सुरेन्द बुधौलिया, श्री गणेश सांवला, विपिन गोस्वामी, श्री अतुल भूरे चौधरी, श्रीमती सावित्री सूत्रकार एवं अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

कोरोना काल मे सरकारी अस्पतालों पर जनता का भरोसा बढ़ा : मंत्री श्री पटेल

कृषि मंत्री हरदा से सम्मिलित हुए समीक्षा में 

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल  मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित नर्मदापुरम संभाग की समीक्षा बैठक में  हरदा से सम्मिलित हुए। कृषि मंत्री श्री पटेल ने समीक्षा में बताया कि  आम जनता का विश्वास सरकारी अस्पतालों के प्रति बढ़ा है। उन्होंने  हरदा, होशंगाबाद और बैतूल में अब तक की गई कार्यवाही से अवगत कराया।

कोरोना संक्रमण की रोकथाम और इससे भविष्य में निपटने की तैयारी के बारे में मंत्री श्री पटेल ने बताया कि किल-कोरोना अभियान के तहत घर-घर सर्वे का काम किया गया है। संदिग्ध मरीजों को अस्पताल भेजा गया, साथ ही गाँव, मोहल्लों और वार्ड स्तर पर समाज के हर व्यक्ति को इसमें भागीदार बनाया है।  कोशिश  की गई है कि अभी ग्राउंड लेवल पर जो व्यवस्था बनी है, उसे स्थाई  रखने का प्रयास करें, ताकि जिला अस्पतालों पर भविष्य में कोई दबाव न आये। 

मंत्री श्री पटेल ने बताया कि गाँव, मोहल्ले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को सभी तरह की सुविधाओं से युक्त करने की योजना भी बनाई जा रही है। इस संक्रमण काल में जनता को भी ये  विश्वास हुआ है कि सरकारी अस्पताल हमारे अपने है और सभी वर्गों के लोगों ने इसमें सहयोग किया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा शोक व्यक्त

रतलाम निवासी लांस नायक श्री जाट सिक्किम में हुए शहीद

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने रतलाम के ग्राम गुणावद निवासी लांस नायक कन्हैयालाल जाट के शहीद होने पर शोक व्यक्त किया है। श्री जाट भारतीय सेना की सीएमपी यूनिट में सिक्किम में पदस्थ थे। एक हादसे में वे शहीद हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति देने और उनके परिजनों को इस गहन दु:ख को सहने की क्षमता देने की प्रार्थना की है।

कोरोना नियंत्रण के लिए जन-प्रतिनिधियों और समिति सदस्यों की भूमिका महत्वपूर्ण - मंत्री श्री सिलावट

 8 दिन में संयम और धैर्य से कोरोना संक्रमण खत्म करेंगे

इंदौर के प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कोरोना नियंत्रण के लिए क्षेत्रीय जन-प्रतिनिधियों और गणमान्य नागरिकों के साथ इंदौर में बैठक की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा बनायी गई रणनीति के तहत हमें 31 मई तक सख़्ती से जनता कर्फ्यू का पालन करना है। घर-घर जाकर हो रहे सर्वे में सहयोग करना है और संदिग्ध मरीज़ों को कोविड केयर सेंटर पहुँचाना है। इस कार्य में जन-प्रतिनिधियों और वार्ड वार गठित आपदा प्रबंधन समितियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। 

मंत्री श्री सिलावट ने आज विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-एक, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-दो, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-तीन तथा विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-पाँच की समितियों की बैठक में भाग लिया।

जल-संसाधन मंत्री श्री सिलावट ने कहा की आने वाले 8 दिनों में हमें संयम, धैर्य का परिचय देना है और सर्वे, सैंपलिंग से कोरोना के बचे हुए मरीजों की पहचान कर कोविड केयर सेंटर और आवश्यक होने पर हॉस्पिटल में एडमिट कराना है, जिससे संक्रमण को फैलने से रोका जाये और नये लोगों से संक्रमण को दूर रखा जा सके। इसमें जन-प्रतिनिधियों और समिति सदस्यों की सबसे अहम भूमिका है। अपने क्षेत्रों में लगातार भ्रमण करते रहें, लोगों के साथ फोन और सोशल सिस्टम से संपर्क में रहे। 

 बैठक में संबंधित विधायकगण श्री आकाश विजयवर्गीय, श्री महेन्द्र हार्डिया, श्री रमेश मेंदोला और श्री सुदर्शन गुप्ता, श्री गौरव रणदिवे तथा श्री जीतू जिराती सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

भोपाल को कोरोना कर्फ्यू से मुक्त करने में जनता का सहयोग जरूरी

इस सप्ताह कोरोना नियंत्रण के लिये होंगे विशेष प्रयास
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग ने नये पुलिस कंट्रोल रूम में ली अहम बैठक

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा है कि भोपाल को कोरोना कर्फ्यू से मुक्त करने के लिए अगले 7 दिन महत्वपूर्ण रहेंगे। उन्होंने जनता से अपील की है कि इन 7 दिन में कोई घर से न निकले। होम आइसोलेशन वाले मरीज घर पर ही रहें। आत्म-अनुशासन और संयम से ही भोपाल को कोरोना संक्रमण से रोका जा सकता है। श्री सारंग ने रविवार को नये पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिस, प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों के साथ कोरोना संक्रमण रोकने के लिए विचार-विमर्श किया।

वार्ड स्तर पर होगी मॉनिटरिंग

मंत्री श्री सारंग ने कहा कि वार्ड स्तर पर मॉनिटरिंग की जाये। इसके लिये माइक्रो टीम बनाकर और माइक्रो एरिया बाँटकर काम किया जाये। वार्ड वाइज होम आइसोलेशन वाले मरीजों की मॉनिटरिंग हो। एसडीएम, सीएसपी और नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर टीम बनाकर कार्य करें। कोरोना संक्रमण के 20 से अधिक पॉजिटिव मरीज वाले स्थान को रेड, 10 से 20 वाले को ऑरेंज, 5 से 10 वाले को यलो और 5 से कम पॉजिटिव मरीज वाले स्थान को ग्रीन जोन में चिन्हित करें।

फर्स्ट वेब की तरह कांटेक्ट ट्रेसिंग होगी

श्री सारंग ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिस प्रकार फर्स्ट वेव में पॉजिटिव मरीज के घर पर स्टीकर लगाकर लोगों को जागरूक किया जाता था, उसी प्रकार का अभियान चलाया जाये। उनके कांटेक्ट में आये लोगों की ट्रेसिंग सुनिश्चित की जाये। उनके आस-पड़ोस के लोगों को भी सजग किया जाये।

टोल-फ्री नम्बर 1075 पर दें सूचना

श्री सारंग ने कहा कि टोल-फ्री नंबर 1075 पर लोग पॉजिटिव मरीज के घूमने-फिरने या घर से निकलने की सूचना दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगले 2 दिन में होम आइसोलेशन वाले मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी टीम द्वारा ली जायेगी। एक-एक व्यक्ति का फिजिकल वेरीफिकेशन होगा।

लापरवाही करने पर सीसीसी में किया जायेगा शिफ्ट

श्री सारंग ने कहा कि पॉजिटिव केस वाले मरीजों द्वारा कोरोना आचरण संहिता का पालन नहीं करने पर उन्हें कोविड केयर सेंटर अथवा हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जायेगा। साथ ही छोटे घर वाले पॉजिटिव मरीजों को भी कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट करने का अनुरोध किया जायेगा, ताकि उनके परिजन उनसे संक्रमित न हों।

वार्ड में होगी क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक

मंत्री श्री सारंग ने कहा कि टेस्टिंग की संख्या भी बढ़ाई जायेगी। उन्होंने कहा कि वार्ड प्रभारी क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ बैठक करें। उन्होंने कहा कि इस भीषण संक्रमण को रोकने के लिए माइक्रो कंटेन्टमेंट जोन बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि टॉप 10 वार्ड जहाँ केसेस ज्यादा आ रहे हों, वहाँ सख्ती की जाये।

ग्रामीण क्षेत्र पर भी रहेगी निगाह

श्री सारंग ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में 31 मई तक प्रत्येक घर में जाकर मेडिकल किट की उपलब्धता और टेस्टिंग सुनिश्चित की जायेगी। संकट प्रबंधन समिति के साथ समाज के लोगों को इससे निपटने के लिए सहयोग करना होगा। पूरी टीम और लोगों के सहयोग से ही कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है।

जनता पुलिस और प्रशासन का सहयोग करे

श्री सारंग ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये पुलिस और प्रशासन मुस्तैदी के साथ लगे, जिससे अगले 7 दिन में कोरोना संक्रमण पर लगाम लगा सके और 1 जून से भोपाल को रिओपन किया जा सकें। जनता इसके लिये पुलिस और प्रशासन का सहयोग करे। यह उन्हीं की सुरक्षा के लिये आवश्यक है।

बैठक में यह रहे मौजूद

बैठक में प्रमुख सचिव खाद्य श्री फैज अहमद किदवई, कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया, पुलिस महानिरीक्षक श्री इरशाद वली, नगर निगम आयुक्त श्री के.व्ही.एस. चौधरी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विकास मिश्रा, स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आदित्य सिंह और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

समर्थन मूल्य पर होगी मूँग की खरीद, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी : मंत्री श्री पटेल 

कृषि मंत्री ने मुख्यमंत्री श्री चौहान और केंद्रीय नेतृत्व का माना आभार

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री  श्री कमल पटेल ने  बताया है कि मध्यप्रदेश सरकार  किसानों से  ग्रीष्मकालीन मूँग की खरीदी समर्थन मूल्य पर  करने जा रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान  और  केंद्रीय  नेतृत्व  की सहमति से  समर्थन मूल्य पर मूँग खरीदे जाने का  मार्ग प्रशस्त हो गया है। श्री पटेल ने बताया कि भारत सरकार द्वारा मूँग का समर्थन मूल्य 7 हजार 196 रुपये प्रति क्विंटल निश्चित किया गया है

मंत्री श्री पटेल ने बताया कि केंद्र सरकार ने मूँग की फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिये मध्यप्रदेश सरकार को  मंजूरी प्रदान कर दी है। उन्होंने बताया कि  समर्थन मूल्य पर मूँग को खरीदे जाने के लिए  प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजने के साथ ही  मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान  के निरंतर  मार्गदर्शन में  केंद्रीय कृषि मंत्री से  निरंतर चर्चा की गई।  भारत सरकार के कृषि मंत्रालय से  भी सतत संपर्क बनाये रखा गया। हरदा एवं होशंगाबाद के साथ ही पूरे प्रदेश के किसानों के लिए आज का दिन अति प्रसन्नता का दिन है  कि अब प्रदेश में भी ग्रीष्मकालीन मूँग की समर्थन मूल्य पर खरीदी प्रारंभ होगी।

श्री पटेल ने बताया कि हरदा और होशंगाबाद में 3 लाख 33 हजार  हेक्टेयर क्षेत्र में मूँग की फसल किसानों ने लगाई है। उन्होंने स्वयं ग्रीष्मकालीन  मूँग की  फसल की सिंचाई के लिए न सिर्फ तवा  डैम के गेट  खुलवाये, बल्कि  सिंचाई के लिए सभी को पानी उपलब्ध हो, इसके लिये  मॉनिटरिंग की समुचित व्यवस्था  की  भी निगरानी की। 

श्री पटेल ने कहा कि हम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सपने को पूरा करने में सफल हुए हैं। हरदा और होशंगाबाद में 3 हजार 500 करोड़ रुपये की मूँग का रिकॉर्डेड उत्पादन होगा।  किसानों की आय दोगुना करने का प्रधानमंत्री का सपना पूर्ण होगा। उन्होंने सभी किसान भाइयों को इसके लिये बधाई देते हुए बताया हैं कि सोमवार के बाद जल्दी ही किसानों का पंजीयन प्रारम्भ हो जायेगा।

सभी विभाग मुस्तैदी से अपना कार्य करना सुनिश्चित करें : एडीजी श्री सागर 

वर्चुअल ट्रेनिंग के दूसरे दिन 650 अधिकारी हुए शामिल

पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान  के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक  एवं नोडल अधिकारी  श्री दिनेश चंद्र सागर ने  सभी  विभागों से  आईआरएडी एप पर सभी आवश्यक प्रविष्ठियाँ समय पर  करना सुनिश्चित करने को कहा है। वे दो दिवसीय वर्चुअल ब्रेन स्टॉर्मिंग सेशन के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में 650से अधिक अधिकारी-कर्मचारी वर्चुअली सम्मिलित हुए।

एडीजी श्री सागर ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा-निर्देशों से  पुलिस  विभाग के साथ ही अन्य विभागों के अधिकारियों को अवगत कराया। पुलिस द्वारा IRAD APP में सड़क दुर्घटनाओं की प्रविष्टियाँ नियमित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि IRAD APP के आगामी  क्रियान्वयन के लिए अन्य विभाग  जैसे स्वास्थ्य, परिवहन, राजमार्ग आदि को उनके क्षेत्राधिकार की सड़क दुर्घटनाओ से संबंधित प्रविष्टियों को पुलिस विभाग से समन्वय कर निरंतर अध्ययन करना है।   इससे एप द्वारा दुर्घटनाओं के सम्पूर्ण आँकड़ो का विश्लेषण किया जा सकेगा। 

एडीजी श्री सागर ने पुलिस अधीक्षक से लेकर जमीनी स्तर के कॉन्स्टेबल तक से सीधे चर्चा की और इस एप के उपयोग में आ रही समस्याओं के निराकरण के लिए  आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

बारहवीं की परीक्षा के आयोजन संबंधी निर्णय जून के प्रथम सप्ताह में लिया जायेगा - राज्य मंत्री श्री परमार

स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री इन्दर सिंह परमार ने बताया कि जून के प्रथम सप्ताह में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए बारहवीं की परीक्षा के आयोजन के संबंध में आवश्यक निर्णय लिया जायेगा। निर्णय लेते समय परीक्षार्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सर्वोच्च वरीयता दी जायेगी। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 12वीं की परीक्षा की आवश्यक तैयारियाँ पूर्व में ही कर ली गयी हैं। फिलहाल परीक्षा प्रणाली में कोई परिवर्तन प्रस्तावित नहीं है। परिस्थितियाँ अनुकूल होने पर पुराने पैटर्न के अनुसार ही परीक्षाएँ आयोजित की जायेंगी।

श्री परमार केंद्र द्वारा बारहवीं की परीक्षा आयोजित करने और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षाओं के प्रस्तावों पर चर्चा करने के लिए, रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में वर्चुअली सम्मलित हुए। बैठक में शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल 'निशंक', महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबीन ईरानी, सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा और अध्यक्ष माध्यमिक शिक्षा मंडल श्रीमती रश्मि अरुण शमी सहित सभी राज्य/संघ राज्य क्षेत्रों के शिक्षा मंत्रियों, शिक्षा सचिवों और राज्य परीक्षा बोर्डों के अध्यक्ष वर्चुअली शामिल हुए।

श्री परमार ने रक्षा मंत्री श्री सिंह से सीबीएसई की परीक्षा के संबंध में अनुरोध किया कि राज्य की जमीनी हकीकत देखते हुए परीक्षा के संबंध में उचित निर्णय लिया जाये। इसके साथ ही 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के शिक्षकों को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता देने और विद्यार्थियों के वैक्सीनेशन के लिए त्वरित आवश्यक रणनीति तैयार करने के संबंध में अनुरोध किया गया।  बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं का प्रभाव राज्य की बोर्ड परीक्षाओं और देश भर में अन्य प्रवेश परीक्षाओं पर पड़ता है। इसे ध्यान में रखकर विभिन्न राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों से 25 मई तक लिखित में सुझाव माँगे गये हैं। राज्यों के इनपुट के आधार पर सभी छात्रों के हित में बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं के बारे में केंद्र सरकार द्वारा विचार किया जायेगा।

उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी ने शिक्षा क्षेत्र, विशेषकर बोर्ड परीक्षाओं और प्रवेश परीक्षाओं सहित विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित किया है। वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए लगभग सभी राज्य शिक्षा बोर्डों, सीबीएसई और आईसीएसई ने बारहवीं कक्षा की परीक्षा, 2021 को स्थगित कर दिया है। इसी तरह, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) और अन्य राष्ट्रीय परीक्षा आयोजित करने वाले संस्थानों ने भी प्रोफेशनल पाठ्यक्रम प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा स्थगित कर दी है।