दिनांक 22 मई, 2021


अंक 790

कोरोना संक्रमण नियंत्रण में है, 31 मई तक प्रदेश हो कोरोना मुक्त- मुख्यमंत्री श्री चौहान

एक जून से अनलॉक की प्रक्रिया आरंभ होगी
जनता के सहयोग से होगा कोरोना नियंत्रण का प्रबंधन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिलों के कोविड प्रभारी मंत्रियों तथा अधिकारियों को किया संबोधन

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 31 मई तक प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों, विकासखंडों और जिलों को कोरोना मुक्त करना है। कोरोना के विरूद्ध आरंभ हुए युद्ध में प्रत्येक स्तर पर जन-भागीदारी और क्राइसिस मैनेजमेंट समितियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मई माह में कोरोना के प्रकरणों को शून्य कर एक जून से धीरे-धीरे अनलॉक करने की प्रक्रिया का क्रियान्वयन भी जन-भागीदारी से किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान कोरोना नियंत्रण के संबंध में जिलों के कोविड प्रभारी मंत्री, प्रभारी अधिकारियों सहित सभी संभागीय आयुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों, कलेक्टर्स तथा पुलिस अधीक्षकों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण नियंत्रण की स्थिति में है। पॉजिटिविटी रेट 4.82 प्रतिशत है। प्रदेश में 79 हजार 737 टेस्ट किए गए जिसमें सिर्फ 3 हजार 844 पॉजीटिव आए हैं और 9 हजार 327 व्यक्ति स्वस्थ हुए हैं। प्रदेश का रिकवरी रेट 90.86 प्रतिशत हो गया है। एक समय था जब अस्पतालों के सभी बिस्तर भरे हुए थे। ऑक्सीजन की मारामारी थी और रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए हाहाकार मचा हुआ था। आज सबके परिश्रम व टीम भावना से कार्य करने के परिणाम स्वरूप वर्तमान में मध्यप्रदेश पहले की तुलना में बेहतर स्थिति में है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस उपलब्धि के लिए पूरी टीम को बधाई दी।

माइक्रो प्लानिंग कर मॉनीटरिंग सुनिश्चित करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना बहुरूपिया है, अत: इसे नियंत्रित देखकर निश्चिंत नहीं बैठा जा सकता है। परन्तु संक्रमण रोकने के लिए प्रदेश में अनंतकाल तक बंद भी नहीं रखा जा सकता है। एक जून से धीरे-धीरे अनलॉक प्रक्रिया आरंभ की जाना है। इसके लिए प्रभावी रणनीति का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित करना होगा। प्रदेश के कुछ जिलों में सिंगल डिजिट में केस आ रहे हैं जबकि कई जिलों में प्रकरणों की संख्या अभी भी अधिक है। इस स्थिति में हमें एरिया स्पेसिफिक रणनीति बनाना होगी। जिलों के अधिक संक्रमण वाले वार्डों तथा गाँव को हॉट स्पॉट के रूप में चिन्हित करना होगा। इन क्षेत्रों को माइक्रो कन्टेन्टमेंट एरिया बनाकर सघन मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए। सघन टेस्टिंग के लिए अभियान जारी रहे। जिन घरों में कोरोना संक्रमण से प्रभावित व्यक्ति हैं उन्हें होम आइसोलेट किया जाए। यह भी सुनिश्चित करें की ऐसे व्यक्ति परिवार के अन्य सदस्यों से नहीं मिलें। इसका लगातार अनुसरण करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रभारी मंत्रियों तथा अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में परिस्थिति अनुसार माइक्रो प्लानिंग कर मॉनिटरिंग के निर्देश दिए हैं।

टेस्टिंग जारी रहे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जहाँ कोरोना का एक भी पॉजीटिव केस हो वहाँ टेस्टिंग जारी रहे। टेस्टिंग के लिए सघन गतिविधियां संचालित की जाएं। कुछ जिलों में मोबाइल टेस्टिंग व्यवस्था की गई है। यह अच्छा प्रयोग है, जिसका अनुसरण आवश्कतानुसार अन्य जिले भी कर सकते हैं।

लगातार जारी रहेगा किल-कोरोना अभियान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किल-कोरोना अभियान लगातार जारी रखा जाए। तीसरा अभियान 24 मई को पूर्ण होगा, इसके साथ ही चौथा किल-कोरोना अभियान आरंभ किया जाएगा। सर्दी, खाँसी, जुकाम से प्रभावित प्रत्येक व्यक्ति की पहचान कर उसे तत्काल मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए। आवश्यकतानुसार इलाज की व्यवस्था की जाए। कोरोना के लक्षणों को पहचानने और इलाज आरंभ करने में विलम्ब नहीं हो। जो कोरोना मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं उनका बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाए। मरीज की जान बचाने की हरसंभव कोशिश की जाए।

तीसरी लहर के लिए तैयारियाँ आवश्यक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयारी जारी है। इसके दो ही तरीके हैं। प्रथम कोरोना से बचाव की सावधानियों जैसे मॉस्क पहनना, भीड़ नहीं लगाना, दो गज की दूरी आदि का इतनी कड़ाई से पालन किया जाए की तीसरी लहर आए ही नहीं। इस रणनीति का क्रियान्वयन क्राइसिस मैनेजमेंट समितियों, पंचायत एवं नगरीय क्षेत्र के जन-प्रतिनिधियों की सहभागिता और जन-जागरण अभियान से किया जाए। प्रदेश के जन-भागीदारी मॉडल की प्रशंसा प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा भी की गई है। प्रदेश में जन-भागीदारी की शक्ति को पहचानते हुए कोरोना के विरूद्ध इसका सार्थक उपयोग किया जाए। कोरोना की तीसरी लहर के लिए स्वास्थ्य अधो-संरचना ढाँचे को सशक्त करने के लिए राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नारियल का पौधा लगाया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास परिसर में नारियल का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रतिदिन अपने संकल्प के तहत एक पौधा लगाते हैं। 

नगरीय निकाय प्रतिनिधियों के सहयोग से ही कोविड प्रबंधन संभव : मुख्यमंत्री श्री चौहान

शेष रहे कोरोना प्रकरणों को माइक्रो प्लानिंग से करें नियंत्रित
मुख्यमंत्री चौहान ने नगरीय क्षेत्रों के प्रतिनिधियों से किया संवाद

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शहरी क्षेत्रों में कोरोना की विपदा का सामना करने में नगर पालिका, नगर परिषद के जन-प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। यह लड़ाई किसी के लिए भी अकेले लड़ पाना संभव नहीं था। आप सबके सहयोग से ही प्रदेश में कोरोना को नियंत्रित किया जा सका है। आज प्रदेश की समग्र पॉजिटिविटी दर घटकर 4.82 प्रतिशत हो गई है। यह जन-प्रतिनिधियों के सक्रिय सहयोग से संभव हुआ है। कोरोना को नियंत्रित रखने, 31 मई तक लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करने और एक जून से व्यवस्थाओं को धीरे-धीरे आरंभ करने की आगामी रणनीति भी नगरीय निकायों के जन-प्रतिनिधियों के सुझाव से ही बनेगी और इसका क्रियान्वयन भी आपके सहयोग से ही होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान नगरीय क्षेत्रों के जन-प्रतिनिधियों अर्थात पूर्व तथा वर्तमान मेयर, नगरपालिका, नगर परिषद के पूर्व तथा वर्तमान अध्यक्षों और पार्षदों को कोविड-19 के नियंत्रण के प्रबंधन पर निवास से वीडियो कान्फ्रेंसिंग द्वारा संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मानवता के इतिहास में ऐसे संकट यदा-कदा ही आते हैं। इस चुनौतीपूर्ण समय में हमें सहयोग, समन्वय सक्रियता और सद्भावना की मिसाल प्रस्तुत करना है।

माइक्रो कंटेंटमेंट एरिया बनाकर सघन मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संक्रमण रोकने के लिए प्रदेश में लम्बे समय तक व्यापार और कार्यालयों को बंद नहीं रखा जा सकता है। एक जून से अनलॉक की प्रक्रिया आरंभ करने का विचार है। इसमें क्रमबद्ध रूप से गतिविधियाँ आरंभ की जाएंगी। कई नगरीय क्षेत्रों में कोरोना के प्रकरण कम हैं जबकि कई स्थानों पर इनकी संख्या अधिक है। इस स्थिति में हमें एरिया स्पेसिफिक रणनीति बनाना होगी। अपने जिलों के अधिक संक्रमण वाले वार्डों को हॉट स्पॉट के रूप में चिन्हित करना होगा। इन क्षेत्रों को माइक्रो कंटेंटमेंट एरिया बनाकर सघन मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए। सघन टेस्टिंग के लिए अभियान जारी रहे। जिन घरों में कोरोना संक्रमण से प्रभावित व्यक्ति हैं उन्हें होम आइसोलेट किया जाए। यह भी सुनिश्चित करें कि ऐसे व्यक्ति परिवार के अन्य सदस्यों से नहीं मिलें। इसका लगातार अनुसरण करना आवश्यक होगा। परिवार वालों को समझाइश देकर इसके लिए तैयार किया जा सकता है। आवश्यकता होने पर मरीज को कोविड केयर सेंटर में रखने की व्यवस्था की जाए। अब प्रदेश में कोरोना प्रकरणों की संख्या कम है। अत: कॉन्टेंक्ट ट्रेसिंग को भी प्रभावी तरीके से लागू किया जाए इससे संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी। जन-प्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र में परिस्थिति अनुसार माइक्रो प्लानिंग कर मॉनिटरिंग करें।

कोविड सहायता केन्द्रों में हो टेस्टिंग की सुविधा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जहाँ कोरोना का एक भी पॉजीटिव केस हो वहाँ टेस्टिंग जारी रहे। टेस्टिंग के लिए सघन गतिविधियाँ संचालित की जाएँ। भोपाल में आरंभ की गई मोबाइल टेस्टिंग व्यवस्था प्रभावी है, जिसका अनुसरण आवश्कतानुसार अन्य जिले भी कर सकते हैं। कोविड सहायता केन्द्रों में टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध करा कर इसका प्रचार आसपास के रहवासी क्षेत्रों में किया जा सकता है। 

संकट काल में सहायता

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के कारण उत्पन्न परिस्थितियों में गरीब परिवारों की सहायता के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा दो माह का और राज्य सरकार द्वारा तीन माह का राशन उपलब्ध कराया गया है। कोरोना के प्रकोप में जो बच्चे अनाथ हो गये हैं उनके लिए पाँच हजार रूपये प्रतिमाह की पेंशन, नि:शुल्क राशन और उनकी पढ़ाई की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए पोर्टल तैयार है। निर्माण श्रमिकों और स्व-सहायता समूहों के खातों में राशि जारी की जाएगी। यह सुनिश्चित करें की वार्डों में सब्जी, दूध तथा भोजन की व्यवस्था बनी रहे। दीनदयाल रसोई से संकट काल में लोगों को भोजन मिलता रहे। यह सुनिश्चित किया जाए की शहर में कोई भूखा न सोए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन परिवारों में कोविड से मृत्यु हुई है उन्हें एक लाख रुपये की सहायता देने का निर्णय भी लिया गया है।

जन-प्रतिनिधियों से सजगता और सक्रियता अपेक्षित

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नगरीय निकायों के जन-प्रतिनिधियों से निम्न कार्यों में सर्तकता, सजगता और समर्पण अपेक्षित है -

  • सामाजिक दूरी और मास्क पहनने के लिए नगरिकों को प्रेरित करना।

  • शहर में स्वच्छता ठीक बनी रहे।

  • पेयजल की व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो।

  • विभिन्न स्थानों पर सेनेटाईजेशन और छिड़काव की कार्यवाही ठीक से हो।

  • अंतिम संस्कार के स्थानों पर स्वच्छता का बेहतर प्रबंधन हो।

  • कोविड केयर सेंटर, शमशान, कब्रस्तान आदि के मेडिकल वेस्ट का वैज्ञानिक पद्धति से निपटान सुनिश्चित किया जाए।

  • प्रवासी श्रमिकों का शत-प्रतिशत पंजीयन किया जाए।

  • वैक्सीनेशन के लिए जागरूकता बढ़ाने में सहयोग दें।

वृक्षारोपण के लिए अंकुर कार्यक्रम

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश को ऑक्सीजन में आत्म-निर्भर बनाने के लिए विभिन्न जिलों में प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। प्राकृतिक रूप से पेड़ ही ऑक्सीजन देते हैं। मैंने स्वयं प्रतिदिन एक पौधा लगाने का संकल्प लिया है, जिसका मैं अनुसरण कर रहा हूँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में जन-सहभागिता से वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करने के लिए अंकुर कार्यक्रम आरंभ किया जा रहा है। कार्यक्रम में प्रतिभागियों को स्वयं कम से कम एक पौधा लगाकर पौधे की फोटो एप पर अपलोड करना होगी।

कोरोना नियंत्रण में फ्रेंड्स ऑफ एम.पी. का सहयोग सराहनीय 

मध्यप्रदेश में एन.आर.आई. के लिए बनेगी हेल्प डेस्क 
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने फ्रेंड्स ऑफ एम.पी. ग्रुप से की वर्चुअल मीट

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विदेशों में बसे मध्यप्रदेश के निवासियों के समूह 'फ्रेंड्स ऑफ एम.पी,' द्वारा कोविड नियंत्रण में मध्यप्रदेश को सराहनीय योगदान दिया गया है। यह गर्व की बात है कि संकट की इस घड़ी में वे अपने देश अपनी माटी को नहीं भूले तथा देश के लोगों की यथा संभव मदद की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में एन.आर.आई. की सहायता के लिए हेल्प डेस्क बनाई जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से फ्रेंड्स ऑफ एम.पी,के साथ 'वर्चुअल मीट' की। वर्चुअल मीट में फ्रेंड्स ऑफ एम.पी.के सदस्य यू.के लंदन से श्री राजेश अग्रवाल एवं श्री रोहित दीक्षित, यू.एस.ए न्यूयॉर्क न्यू जर्सी से श्री जितेंद्र मुछाल, यू.एस.ए बोस्टन से श्री प्रमित माकोड़े एवं श्री संजीव त्रिपाठी, यू.एस.ए लॉस एंजिल्स से सुनील अग्रवाल, सिंगापुर से डॉ. शिरीष जौहरी, कनाडा टोरंटो से श्री रविकांत तिवारी तथा साउथ अफ्रीका जोहांसबर्ग से श्री अलंकार मालवीय शामिल हुए।

आज 5 प्रतिशत से कम है प्रदेश की पॉजिटिविटी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर बहुत तेजी से आई। प्रारंभ में व्यवस्थाओं को लेकर कुछ परेशानियाँ जरूर सामने आईं, परंतु शीघ्र ही कोरोना को मध्यप्रदेश में नियंत्रित कर लिया गया। आज मध्यप्रदेश की पॉजिटिविटी दर 4.82% है। अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों के हिसाब से यह किसी भी महामारी के नियंत्रण की स्थिति को दर्शाता है। हम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में शीघ्र ही इस संकट से पूरी तरह बाहर निकलेंगे।

जन-सहयोग से कोरोना नियंत्रण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में जन-सहयोग से कोरोना नियंत्रित किया गया है।  प्रदेश के हर गाँव, वार्ड, ब्लॉक, जिले में क्राइसिस मैनेजमेंट समूह बनाए गए, जिन्होंने कोरोना नियंत्रण के लिए रणनीति तैयार कर उस पर अमल किया। जनता द्वारा स्व-प्रेरणा से कोरोना कर्फ्यू लगाया गया।

दो लाख से अधिक व्यक्तियों का नि:शुल्क कोरोना उपचार

प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कोरोना उपचार योजना प्रारंभ की गई है, जिसके माध्यम से अभी तक लगभग दो लाख व्यक्तियों का कोरोना का नि:शुल्क इलाज किया गया है। कोरोना से बेसहारा हुए बच्चों के लिए 5 हजार रूपये मासिक पेंशन प्रारंभ की गई है तथा उनकी नि:शुल्क शिक्षा आदि की व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार जिन व्यक्तियों का कोरोना से निधन हुआ है, उनके परिवार को एक- एक लाख रुपये की अनुग्रह राशि दिए जाने की योजना बनाई  गई है।

तीसरी लहर की भी तैयारियाँ

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की भी तैयारियाँ की जा रही हैं। इसके लिए स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किए जाने के साथ ही जनता द्वारा कोविड अनुरूप व्यवहार, अधिक से अधिक जाँचें किए जाना तथा जल्दी से जल्दी वैक्सीनेशन किए जाने पर जोर दिया जा रहा है।

 कोरोना के प्रभावी नियंत्रण के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान की सराहना की

फ्रेंड्स ऑफ एमपी ग्रुप के सभी सदस्यों ने मध्यप्रदेश में कोरोना के प्रभावी नियंत्रण के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की रणनीति एवं कार्यों की सराहना की। साथ ही कोविड उपचार में मध्यप्रदेश में रह रहे उनके परिवार-जनों की मदद करने के लिए धन्यवाद दिया।

  •  यूके लंदन चैप्टर के श्री राजेश अग्रवाल एवं श्री रोहित दीक्षित ने कहा कि इस संकट के समय में हम मध्य प्रदेश के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। हर संभव मदद करेंगे।

  •  यूएसए के डॉक्टर देवेंद्र दवे ने कहा कि उन्होंने टेलीमेडिसिन सेवा प्रारंभ की है। एक ऐप के माध्यम से इस सेवा का लाभ लिया जा सकता है। कोविड मरीजों का तनाव दूर किया जाना आवश्यक है।

  •  यूएसए न्यूयॉर्क न्यूजर्सी के श्री जितेंद्र मुछाल ने कहा कि हमारे साथियों एवं परिवारजनों की मध्य प्रदेश सरकार ने बहुत मदद की है।

  •  साउथ अफ्रीका जोहांसबर्ग के श्री अलंकार मालवीय ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा अनाथ बच्चों की सहायता तथा ऐसे व्यक्तियों के परिवारों की सहायता, जिनका कोविड से निधन हुआ है, के लिए बनाई गई योजनाएं अद्वितीय हैं। दक्षिण अफ्रीका सरकार मध्यप्रदेश को 45 करोड़ रु की सीपैप मशीन  शीघ्र ही भिजवा रही है।

  •  यूएसए बोस्टन के श्री प्रमित माकोडे एवं संजीव त्रिपाठी ने कहा कि यूएसए में योग एवं प्राणायाम कोविड उपचार में सहायक हो रहे हैं। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में वे एक टेली मेडिसिन सेंटर बना रहे हैं।

  •  यूएसए लॉस एंजेलिस के श्री सुनील अग्रवाल ने कहा कि कोविड नियंत्रण में मध्य प्रदेश सरकार ने सराहनीय कार्य किया है। सिंगापुर के श्री शिरीष जोहरी ने कोविड के मरीजों के साथ ही नॉन कोविड मरीजों के उपचार की व्यवस्था पर जोर दिया।

  •  कनाडा टोरंटो के श्री रवि कांत तिवारी ने भारत द्वारा कनाडा को 5 लाख वैक्सीन दिए जाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि कनाडा सरकार भी निरंतर भारत एवं मध्यप्रदेश को सहायता दे रही है।

 प्रारंभ में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने मध्यप्रदेश में कोरोना नियंत्रण की रणनीति एवं कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। श्री विवेक अग्रवाल ने कोरोना नियंत्रण में मध्यप्रदेश के कार्य की सराहना की।

31 मई तक प्रदेश को कोरोना मुक्त कराना है

4 जिलों की साप्ताहिक पॉजिटिविटी 10% से अधिक
1 जून से धीरे-धीरे कोरोना कर्फ्यू हटेगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से घट  रहा है। अब केवल प्रदेश के 4 जिलों भोपाल (13%), इंदौर (12%), रीवा (12%) तथा रतलाम (11%) में ही 10% से अधिक साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर है। अब हमें आगामी 31 मई तक पूरे प्रदेश को कोरोना संक्रमण से मुक्त करने के हर संभव प्रयास करने हैं। हमें आगामी 1 जून से प्रदेश के सभी जिलों में, वहां की स्थिति अनुसार धीरे-धीरे चरणबद्ध रूप से कोरोना कर्फ्यू हटाना है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास से वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सांरग सहित सभी प्रभारी मंत्री, प्रभारी अधिकारी तथा सभी संबंधित उपस्थित थे।

3844 नए प्रकरण 

प्रदेश में कोरोना के 3844 नए प्रकरण आए हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या 62 हजार 53 है। पिछले 24 घंटे में 9327 मरीज स्वस्थ हुए हैं। आज की पाजिटिविटी 4.8%है तथा साप्ताहिक पॉजिटिविटी 7.3% है। साप्ताहिक नए प्रकरण 36 हजार 684 हैं।

कोरोना के प्रोटोकॉल अनुसार दवाएँ दें 

मुख्यमत्री श्री चौहान ने उमरिया जिले की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि वहाँ मरीजों को दी जाने वाली मेडिकल किटस में कोरोना प्रोटोकाल के अनुसार ही एंटी बायोटिक व अन्य दवाएँ दी जाएँ। जिन क्षेत्रों में संक्रमण वहाँ माइक्रोकंटेनमेंट जोन बनाकर संक्रमण समाप्त किया जाए।

शहडोल मेडिकल कॉलेज में अच्छी व्यवस्थाएँ हों 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शहडोल जिले की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि वहाँ मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएँ बेहतर बनाई जाएँ। हेल्प डेस्क के माध्यम से मरीजों के संबंध में जानकारी उनके परिजनों को दी जाए। मरीजों के लिए पूरी व्यवस्थाएँ अस्पताल में हों तथा परिजनों को किसी भी हालत में अंदर नहीं जाने दिया जाए।

कोल माइन्स पर ध्यान दें 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अनूपपुर जिले की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि वहाँ कोल माइन्स में संक्रमण रोकने पर ध्यान दें। कोल माइन्स में 40 व्यक्ति संक्रमित हुए हैं।

फ्रैक्चर अस्पताल से एक मरीज को ढ़ाई लाख रूपये वापस 

अस्पतालों द्वारा अधिक शुल्क लिए जाने के कुल 275 मामलों में 1 करोड़ 5 लाख रूपये की राशि मरीजों के परिजनों को वापस दिलाई गई है। भोपाल के फ्रैक्चर अस्पताल द्वारा एक मरीज से ढ़ाई लाख रूपये अधिक लिए गए थे। कार्रवाई करते हुए यह राशि मरीज के परिवार को वापस दिलाई गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह गंभीर मामला है, कार्रवाई की जाए।

पौधा लगाएँ, फोटो अपलोड करें और मुख्यमंत्री से अवार्ड पाएँ 

जन-सहभागिता से वृक्षारोपण के लिए अंकुर कार्यक्रम : मुख्यमंत्री श्री चौहान
पर्यावरण को स्वच्छ और प्राणवायु से समृद्ध बनाना है कार्यक्रम का उद्देश्य

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जन-जन के सहयोग से प्रदेश के हरित क्षेत्र में वृद्धि कर  पर्यावरण को स्वच्छ और प्रकृति को प्राणवायु से समृद्ध करने के उद्देश्य से अंकुर कार्यक्रम आरंभ किया गया है। कार्यक्रम के अंतर्गत वृक्षारोपण के लिए जन-सामान्य को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पौधा लगाने वाले चयनित विजेताओं को प्राणवायु अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा।

कार्यक्रम में भाग लेने की प्रक्रिया

 कार्यक्रम में भाग लेने के लिए गूगल प्ले-स्टोर्स से 'वायुदूत एप'  डाउनलोड कर पंजीयन करना होगा। कार्यक्रम में भाग लेने वाले व्यक्ति को स्वयं के संसाधन से कम से कम एक पौधा लगाकर, पौधे की फोटो एप के माध्यम से लेकर अपलोड करनी होगी। पौधा लगाने के तीस दिन बाद फिर से पौधे की नई फोटो एप पर अपलोड कर सहभागिता प्रमाण-पत्र डाउन लोड किया जा सकेगा। जिलेवार चयनित विजेताओं को प्राणवायु अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा, जिसके अंतर्गत मुख्यमंत्री द्वारा प्रमाण-पत्र प्रदान किया जायेगा।

सभी जिलों में होंगे नोडल अधिकारी और वेरिफायर

अंकुर कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए राज्य शासन द्वारा पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एपको) नोडल एजेंसी बनाया गया है। जिला कलेक्टर इस कार्य के लिए जिले के वरिष्ठ अधिकारी को जिला नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगे। जिला नोडल अधिकारी द्वारा आवश्यकतानुसार स्थानीय वेरिफायर का नामांकन कर 'वायुदूत एप' में उनकी प्रवृष्टि की जायेगी।

कम्प्यूटराइज लाटरी द्वारा होगा विजेताओं का चयन

जिले में जन-अभियान परिषद के स्वयंसेवक, महाविद्यालयों के ईको क्लब प्रभारी तथा राष्ट्रीय हरित कोर योजना के मास्टर ट्रेनर में से वेरिफायर नामांकित किये जायेंगे। जिला स्तर पर कुल प्राप्त प्रविृष्टियों का 10 प्रतिशत अथवा 200 जो भी कम हो का रेंडम आधार पर जिला स्तर पर वेरिफायर्स से सत्यापन कराया जायेगा। जिला स्तर पर कुल प्राप्त हुई प्रविृष्टियों में से कम्प्यूटराइज लाटरी द्वारा विजेताओं का चयन किया जायेगा। विजेताओं की सूची 'वायुदूत एप' में अपलोड की जायेगी।  

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री जीवन साहू के निधन पर शोक व्यक्त किया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष श्री जीवन साहू के निधन पर दु:ख व्यक्त करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने शोक संदेश में प्रार्थना की है कि ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान और परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

कोरोना वॉलेन्टियरों द्वारा किए जा रहे कार्यों की जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है

ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने जन-अभियान परिषद के वॉलेन्टियर्स का किया सम्मान

ऊर्जा मंत्री एवं कोविड के लिये ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि नि:स्वार्थ भाव से की गई सेवा कभी खराब नहीं जाती। कोविड-19 के संक्रमण के दौर में जन-अभियान परिषद के वॉलेन्टियर जो कार्य कर रहे हैं उसकी जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है। ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने शनिवार को जिला पंचायत ग्वालियर के सभाकक्ष में जन-अभियान परिषद के वॉलेन्टियरों का सम्मान एवं किट वितरण समारोह में यह बात कही।

ऊर्जा मंत्री श्री  तोमर ने वॉलेन्टियरों से कहा कि कोविड की इस महामारी के दौर में सरकार के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक संस्थाओं और जन-अभियान परिषद के वॉलेन्टियरों ने अपनी पूरी क्षमता के साथ समाज की सेवा का कार्य किया है। सभी के इस अथक प्रयासों से ही हम कोरोना के संक्रमण को कम करने में कामयाब हुए हैं। उन्होंने कहा कि अभी हमें रूकना नहीं है। कोरोना से जब तक हम अपने जिले और प्रदेश के साथ ही देश को मुक्त नहीं करा लेते तब तक पूरी ताकत के साथ इस युद्ध को हमें लड़ना होगा। 

मंत्री श्री तोमर ने सभी वॉलेन्टियरों से कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमण की रोकथाम के साथ-साथ लोगों को जागृत करने का कार्य भी हमें करना होगा। संक्रमण की रोकथाम के लिये कोविड गाइडलाइन का पालन सभी लोग करें इसके लिये माहौल बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना की रोकथाम के लिये सभी का टीकाकरण भी आवश्यक है। टीकाकरण की महत्ता बताते हुए हमें शत-प्रतिशत लोगों को टीका लगाने के लिये प्रेरित करना होगा। 

ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने कहा कि जन-अभियान परिषद के वॉलेन्टियरों ने न केवल अस्पतालों, कोविड केयर सेंटरों में अपनी सेवाएं दी हैं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र में भी पूरी शिद्दत के साथ  कोरोना की रोकथाम के कार्य में लगे हुए हैं। कार्यक्रम में सभी वॉलेन्टियरों को किट का वितरण भी किया गया। 

जन-जन की सुरक्षा के लिए मैदान में डटे हैं पुलिस जवान - गृह मंत्री डॉ. मिश्रा

गृह मंत्री ने पौष्टिक आहार के रूप में पुलिस जवानों को पिलाया सत्तू

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पुलिस के जवान कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये लगाए गए कोरोना कर्फ्यू के दौरान स्वयं एवं अपने परिवार की चिन्ता किए बिना पूरी मुस्तैदी से मैदान में डटे हुए हैं। डॉ.मिश्रा ने शनिवार को राजगढ़ चौराहा दतिया में पुलिसकर्मियों को पौष्टिक आहार के रूप में सत्तू वितरण कार्यक्रम में उक्त विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में पुलिस कर्मियों को सत्तू भी पिलाया गया।  

मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि पुलिस जवान भीषण गर्मी में भी अपनी एवं अपने परिवार की चिन्ता किये बिना आम जनता के स्वास्थ्य की चिन्ता करते हुए लगातार अपना कर्तव्य निर्वहन कर रहे हैं। आम जन  निरोग एवं सुखी रहे इसके लिए पुलिस जवान लगातार अपनी सेवायें देकर लोगों को कोराना से बचाव हेतु मास्क लगाने, सेनेटाईज करने, सोशल डिस्टेसिंग रखनें और अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलने की सलाह दे रहे है। इस सेवा भावी कार्य के प्रति समाज में भी पुलिस के प्रति सकारात्मक भावना एवं सोच बदली है और पुलिस की छवि भी निखरी है। 

मंत्री डॉ.मिश्रा ने कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने हेतु पुलिस जवानों द्वारा जन सामान्य को रोकने-टोकने के पीछे मुख्य मकसद लोगों को कोरोना से बचाना है, न कि किसी के मान-सम्मान को ठेस पहुँचाना। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराने का ही परिणाम यह रहा है कि जिले में कोरोना के पॉजीटिव प्रकरणों में कमी आई है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिस मुस्तैदी एवं सतर्कता के साथ विगत सप्ताह में  कोरोना कर्फ्यू का पालन कराया है, उसे आगामी सप्ताह में भी बरकरार रखा जाए जिससे जिले को कोरोना मुक्त किया जा सके।

        इस अवसर पर कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  एवं अन्य  आला अधिकारी मौजूद रहे।

माइक्रो प्लानिंग के जरिए कोरोना नियत्रंण के होंगे प्रयास

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग ने ली भोपाल की कोरोना नियत्रंण संबंधी बैठक

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने शनिवार को देर रात भोपाल के कोरोना नियंत्रण के संबंध में बैठक ली। बैठक में निर्णय लिया गया कि कोरोना नियंत्रण के लिए माइक्रो प्लानिंग की जाएगी। क्षेत्र को तीन रंग रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांटा जाएगा। टेस्टिंग भी बढ़ाई जाएगी।

मंत्री श्री सारंग ने बताया कि एक हफ्ते में कोरोना नियंत्रण के लिए भरकस प्रयास किए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना वायरस की मॉनिटरिंग में संकट प्रबंधन समिति के साथ स्व-सहायता समूह को भी जोड़ा गया है, जो प्रतिदिन नियंत्रण की दिशा में कार्य करेंगे।

बैठक में प्रमुख सचिव खाद्य श्री फैज अहमद किदवई, कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया नगर निगम आयुक्त श्री केवीएस चौधरी, स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आदित्य सिंह और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विकास मिश्रा मौजूद थे।

अभी तक 2 लाख 92 हजार 751 कोरोना मरीजों तक पहुँची मेडिकल किट

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार होम आइसोलेट कोरोना मरीजों को मेडिकल किटों का वितरण लगातार जारी है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि अभी तक 52 जिलों में 2 लाख 92 हजार 751 मेडिकल किट वितरित की जा चुकी हैं।

मंत्री श्री सिंह ने बताया है कि 18 अप्रैल से 21 मई के मध्य नगरीय क्षेत्रों में फ़ीवर क्लीनिक एवं होम डिलीवरी के माध्यम से 2 लाख 92 हजार 751 मेडिकल किट कोविड मरीज़ों को उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने जानकारी दी है कि 18 अप्रैल को 12 हजार 583, 19 अप्रैल को 16 हजार 914, 20 अप्रैल को 11 हजार 465, 21 अप्रैल को 10 हजार 327, 22 अप्रैल को 11 हजार 76, 23 अप्रैल को 11 हजार 17, 24 अप्रैल को 10 हजार 658, 25 अप्रैल को 9 हजार 497, 26 अप्रैल को 9 हजार 360, 27 अप्रैल को 9 हजार 705, 28 अप्रैल को 11 हजार 141, 29 अप्रैल को 9 हजार 347, 30 अप्रैल को 8 हजार 958, एक मई को 10 हजार 253, 2 मई को 9 हजार 112, 3 मई को 8 हजार 439, 4 मई को 9 हजार 301, 5 मई को 8 हजार 455, 6 मई को 8 हजार 866, 7 मई को 7 हजार 983, 8 मई को 7 हजार 746, 9 मई को 7 हजार 450, 10 मई को 7 हजार 248, 11 मई को 7 हजार 387, 12 मई को 7 हजार 931 ,13 मई को 7 हजार 388 ,14 मई को 6 हजार 618, 15 मई को 6 हजार 687 कोविड, 16 मई को 5 हजार 814, 17 मई को 5 हजार 401, 18 मई को 4 हजार 822,19 मई को 4 हजार 830 ,20 मई को 5 हजार 28 और 21 मई को 3 हजार 944 मरीजों को मेडिकल किट वितरित की गई हैं।

हर संभव मदद करेंगे टिंबर व्यापारियों की : मंत्री श्री पटेल

 किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने हरदा जिले के टिंबर व्यापारियों को आश्वस्त किया है कि वे उनकी हर संभव मदद करेंगे। मंत्री श्री पटेल ने बताया कि टिंबर व्यापारियों ने कोरोना के संक्रमण काल में सहायता की मांग करते हुए गुहार लगाई है।

मंत्री श्री पटेल ने बताया कि हरदा जिले के टिंबर व्यापारियों ने मांग की है कि सरकार कोरोना संकटकाल में सभी लोगों की मदद कर रही है। इस समय उन्हें भी मदद की दरकार है। वन विभाग के डिपो से उठाया गए माल के भुगतान की कार्यवाही पर उन्हें रियायत प्रदान की जाए। विगत वर्ष की भांति  इस वर्ष भी जीरो पीरियड घोषित किया जाए। 

श्री पटेल ने हरदा जिले के टिंबर व्यापारियों को आश्वस्त किया है कि वह शासन स्तर पर पहल करके उनकी मदद करने की हरसंभव कोशिश करेंगे।

सड़क निर्माण कार्य समय-सीमा में पूरा करें: मंत्री श्री पटेल

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने शनिवार को हरदा के ग्राम बारंगा में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को हरदा जिले की हिवाला-मसनगाँव  की लगभग 16 किलोमीटर की सड़क  निर्माण के कार्य को  समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। 

मंत्री श्री पटेल ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारी, कर्मचारी और ठेकेदार को ग्राम  हिवाला-बारंगा-खमलाय-हरपालिया-सालाबैड़ी मसनगाँव तक  15.70 किलोमीटर सड़क निर्माण को  समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि उक्त सड़क  8 करोड़ 43 लाख 76 हजार रूपए की लागत से निर्मित की जा रही हैं श्री पटेल ने कहा कि गुणवत्ता में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 

श्री पटेल ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व खिरकिया को सीमांकन कराने के भी निर्देश दिए।

पर्यावरण मंत्री श्री डंग का दौरा कार्यक्रम

पर्यावरण, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग 24, 25 और 26 मई को मंदसौर, झाबुआ और खरगोन जिले में कोविड नियंत्रण गतिविधियों की समीक्षा के साथ ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण करेंगे। श्री डंग 25 मई को झाबुआ और 26 मई को खरगोन में जिलाप्रशासन के अधिकारियों के साथ कोविड-19 के नियंत्रण पर समीक्षा बैठक करेंगे। मंत्री श्री डंग 26 मई की रात भोपाल लौट आएंगे।

सभी जिलों ने दुर्घटनाओं की प्रविष्टियाँ करना किया प्रारंभ : एडीजी श्री सागर

दो दिवसीय वर्चुअल ब्रेनस्टॉर्मिंग सेशन प्रारम्भ

आईआरएडी  ऐप से दुर्घटनाओं की ऑनलाइन प्रविष्टि की प्रगति की समीक्षा के लिए पीटीआरआई एवं एनआईसी द्वारा दो दिवसीय वर्चुअल ब्रेनस्टार्मिंग सेशन शुरू हुआ। एडीजी पीटीआरआई श्री डी.सी. सागर ने बताया कि  प्रदेश के लगभग सभी जिलों द्वारा  प्रविष्टियों का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। दो दिवसीय वर्चुअल मीटिंग के प्रथम दिवस में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दिए गए नए विषयों को जोड़ने पर चर्चा की गई। साथ ही, ऐप में प्रविष्टि संबंधी प्रगति की समीक्षा भी की गई ।

एडीजी श्री डीसी सागर ने बताया की पुलिस विभाग द्वारा बहुत अच्छी कार्यवाही की जाकर 50 जिलों  ने  इस ऐप में डाटा भरना शुरू कर दिया है। उन्होंने  अन्य संबंधित  विभागों  जैसे राजमार्ग , स्वास्थ्य  , परिवहन को भी इसमें तेजी लाने के निर्देश दिए। श्री सागर ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों ने अच्छा काम किया है, विशेषकर सागर, जबलपुर, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर, सतना और बैतूल ने बेहतर कार्य किया है।

एडीजी श्री सागर ने बताया कि बताया कि दुर्घटनाओं  को रोकने के लिए मीटिंग में  कुछ महत्वपूर्ण  सुझाव भी  सदस्यों के द्वारा रखे गए हैं। उन्होंने कहा कि इन सुझावों पर विचार कर  उन्हें  भारत सरकार के स्तर तक प्रेषित किया जाएगा। श्री सागर ने बताया कि दो दिवसीय ऑनलाइन मीटिंग में रविवार 23 मई को सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक और नोडल अधिकारी भी शामिल होंगे

वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने लिया सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की तैयारियों का जायजा

एक वाघिन के चार शावकों को अपने कैमरे से किया कैद

वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने सतपुड़ा टाईगर रिजर्व का भ्रमण कर यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर की संभावित सूची में शामिल होने पर यहाँ अगामी तैयारियों का जायजा लिया।

वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने सतपुड़ा टाईगर रिजर्व के निरिक्षण के दौरान वाघिन और चार शावकों को अपने कैमरे से कैद भी किया। उल्लेखनीय है कि टाईगर रिजर्व क्षेत्र में मादा वाघिन द्वारा हाल ही में एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया गया है।

वन मंत्री श्री शाह ने बताया कि टाईगर रिजर्व में ग्रामों के विस्थापन और सुरक्षा की समुचित व्यवस्था के कारण यहाँ के वनों में बाघों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। यहाँ के वनों में बाघों के अलावा तेंदुआ, भालू, सोन कुत्ता और सांभर पाए जाते है।

वन मंत्री ने बताया कि सतपुड़ा टाईगर रिजर्व जैव विविधता से समृद्ध है। यहाँ देशी-विदेशी पक्षियों की 225 से अधिक प्रजातियाँ सहित 1450 वनस्पतिक प्रजातियाँ पाई जाती है। यह क्षेत्र बायोस्फियर रिजर्व के रूप में भी दर्ज है।

वन मंत्री कुंवर शाह ने बताया कि विश्व धरोहर की संभावित सूची में सतपुड़ा टाईगर रिजर्व को शामिल करने से पर्यटकों की संख्या में अप्रत्‍याशित वृद्धि होगी, जिससे स्थानीय ग्रामीणों के रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन

एआईएफ ने मध्यप्रदेश को दिये 6000 वेंटिलेटर और 3 हजार मॉनीटर

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कन्ट्री डायरेक्टर श्री मेथ्यू जोसफ से की चर्चा

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बताया कि अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन (एआईएफ) ने मध्यप्रदेश को 6 हजार सिंगल यूज सेल्फ-पावर्ड वेंटिलेटर और 3 हजार मॉनीटर उपलब्ध कराये हैं। जो जेरोक्स से प्राप्त किये गये हैं। उन्होंने कहा कि इनका उपयोग दूरस्थ स्वास्थ्य संस्थाओं में मरीजों के हित में किया जाएगा। वेंटीलेटर डिस्पोजेबल, हाथों से मुक्त उपकरण है, जिन्हें बिजली या बैटरी की आवश्यकता नहीं होती है।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने उक्त महत्वपूर्ण उपकरण प्रदेश को प्राप्त होने पर एआईएफ के श्री जोसफ से वर्चुअल चर्चा की और उनका आभार माना। चर्चा में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर आने से संक्रमण शहरों से ग्रामीण स्तर तक फैला है। कोरोना संक्रमण को समाप्त करने के लिये जन-भागीदारी से अनेक कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। साथ ही किल-कोरोना अभियान चलाकर डोर-टू-डोर संभावित रोगियों का सर्वे किया जा रहा है। शहरों में कोरोना सहायता केन्द्र बनाकर संक्रमित की पहचान की जा रही है और उनका समुचित इलाज भी किया जा रहा है। मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि प्रदेश में संक्रमण की दर में भी कमी आयी है और रिकवरी भी बढ़ रही है।

मंत्री डॉ. चौधरी ने प्रदेश को वेंटिलेटर और मॉनिटर उपलब्ध कराने के लिए कन्ट्री डॉयरेक्टर श्री मेथ्यू जोसफ को धन्यवाद दिया। श्री जोसफ ने प्रदेश में तीन स्थानों पर पोर्टेबल अस्पताल और 2 स्थानों पर ऑक्सीजन प्लांट लगाने की सहमति भी दी है। डॉ. चौधरी ने कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिए संस्था द्वारा मध्यप्रदेश को दिये गये सहयोग के लिये कृत्ज्ञता जाहिर की।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि अमेरिकन इंडियन फाउंडेशन महिलाओं, बच्चों और युवाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ भारत के वंचितों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। एआईएफ का उद्देश्य समुदायों, सिविल सोसाइटी और विशेषज्ञता के बीच व्यापक जुड़ाव है, जिससे संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच एक स्थायी सेतु का निर्माण होता है। उन्होंने बताया कि अमेरिकन इंडियन फाउंडेशन के भारत में संचालन का मुख्यालय दिल्ली एनसीआर में स्थित है।

कोविड-19 टीकाकरण के संबंध में निर्देश जारी

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के टीकाकरण संचालक डॉ. संतोष शुक्ला ने कोविड-19 टीकाकरण के संबंध में प्रदेश के समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और जिला टीकाकरण अधिकारी को निर्देश जारी किये हैं। कोविड-19 संक्रमण से पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हुए व्यक्ति का टीकाकरण 3 माह के अंतराल पर किया जा सकता हैं। जिन रोगियों को कोविड-19 संक्रमण के दौरान मोनोक्लोनल एन्टीबॉडीज एवं कॉन्वलेसेन्ट प्लाज्मा दिया गया है, ऐसे रोगी अस्पताल से डिस्चार्ज होने के 3 माह के बाद टीकाकरण करा सकते हैं।

डॉ. शुक्ला ने बताया कि ऐसे व्यक्ति जो वैक्सीन की पहली डोज लगने के बाद कोविड संक्रमित हुए हैं, उन्हें कोविड संक्रमण से पूर्णत: स्वस्थ्य होने के 3 माह बाद वैक्सीन की दूसरी डोज दी जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि गंभीर बीमारियों वाले व्यक्ति जिन्हें अस्पताल में भर्ती करने एवं आई.सी.यू की आवश्यकता होती है, उन्हें स्वस्थ्य होने के 4 से 8 सप्ताह के बाद वैक्सीन लगाई जाये। डॉ. शुक्ला ने बताया कि टीकाकरण तथा कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ्य हुआ व्यक्ति 14 दिनों के बाद रक्तदान कर सकता है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं को कोविड-19 टीकाकरण किया जा सकता है। कोविड टीकाकरण के लिए पहले रेपिड एंटिजन टेस्ट से स्क्रीनिंग कराना अनिवार्य नहीं है।

मध्यप्रदेश पर्यटन पर आधारित ट्रेवल शो द जिप्सीस का प्रसारण 28 मई से

एमपी टूरिज्म बोर्ड के साथ ट्रेवलएक्सपी चैनल द्वारा निर्मित

मध्यप्रदेश पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, दुनिया के पहले 4K इंटरनेशनल ट्रैवल चैनल ट्रेवलएक्सपी ने मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों पर आधारित एक ट्रैवल शो 'द जिप्सीस' का निर्माण किया है, जो 28 मई 2021 को शाम 7:30 बजे ट्रेवलएक्सपी चैनल पर प्रसारित किया जाएगा। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं प्रबंध निदेशक म.प्र. पर्यटन बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि ट्रेवलएक्सपी के सहयोग से हमें दुनिया भर के यात्रा-प्रेमियों तक पहुँचने में मदद मिलेगी और वे निश्चित रूप से पर्यटन के लिए मध्यप्रदेश की ओर आकर्षित होंगे। मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड ने इस ट्रेवल शो को बनाने में एसोसिएट पार्टनर की भूमिका निभायी है। कार्यक्रम को ट्रेवलएक्सपी इंडिया फ़ीड, ट्रेवलएक्सपी तमिल, ट्रेवलएक्सपी (यूरोप), ट्रेवलएक्सपी 4K यूएसए, ट्रेवलएक्सपी (जर्मनी) और यूके (राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय) चैनलों पर प्रसारित किया जायेगा। 'द जिप्सीस' का ट्रेलर लॉन्च होने के 12 घंटों के भीतर ही आधा मिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है।

 श्री शुक्ला ने कहा कि ट्रेवल शो 'द जिप्सी' की शूटिंग इस साल की शुरुआत में सभी कोविड प्रोटोकॉल और दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए की गई थी। लोकप्रिय अभिनेत्री, प्रभावशाली और वीजे क्रिसन बैरेटो और बेनाफ्शा सूनावाला ने पूरे मध्यप्रदेश में भ्रमण किया, स्थानीय रीति-रिवाजों की खोज की और प्रदेश के सबसे शानदार स्थलों के रोमांच से जुड़ते हुए इस ट्रेवल शो को शूट किया है।

श्री शुक्ला ने कहा कि ट्रेवलएक्सपी के साथ साझेदारी एमपी टूरिज्म की मध्यप्रदेश के टूरिज्म को प्रचार करने की रणनीति के लिए एक अहम कदम है, जो मध्यप्रदेश टूरिज्म को नीदरलैंड, बुल्गारिया, दुबई, यूके, आयरलैंड और भारत सहित 40 से अधिक देशों के 12 करोड़ से अधिक घरों के पर्यटन प्रेमियों को आकर्षित करेगा। ट्रेवलएक्सपी चैनल पर यह शो सब्सक्रिप्शन लेने वाले दर्शकों के लिए प्री-रिलीज़ भी किया जाएगा।

Travelxp HD @_7:30 PM

Travelxp SD @8:00PM

Travelxp Balkans @ 9:00PM

Travelxp 4K (North America, Europe, Germany) @8:00PM

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The Gypsies Mandu

28th May

The Gypsies Mandu

28th May

The Gypsies Mandu

28th May

The Gypsies Mandu

28th May

The Gypsies_Maheshwar

29th May

The Gypsies_Maheshwar

29th May

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29th May

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29th May

The Gypsies Hanumantiya

30th May

The Gypsies Hanumantiya

30th May

The Gypsies Hanumantiya

30th May

The Gypsies Hanumantiya

30th May

The Gypsies_Tawa

4th June

The Gypsies_Tawa

4th June

The Gypsies_Tawa

4th June

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4th June

The Gypsies_Panchmarhi

5th June

The Gypsies_Panchmarhi

5th June

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5th June

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5th June

The Gypsies_Bhopal

6th June

The Gypsies_Bhopal

6th June

The Gypsies_Bhopal

6th June

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6th June

The Gypsies_Jabalpur

11th June

The Gypsies_Jabalpur

11th June

The Gypsies_Jabalpur

11th June

The Gypsies_Jabalpur

11th June

The Gypsies_Bandhavgarh

12th June

The Gypsies_Bandhavgarh

12th June

The Gypsies_Bandhavgarh

12th June

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12th June

The Gypsies_Parsili

13th June

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13th June

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13th June

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13th June

The Gypsies_Gwalior

18th June

The Gypsies_Gwalior

18th June

The Gypsies_Gwalior

18th June

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18th June

The Gypsies_Indore

19th June

The Gypsies_Indore

19th June

The Gypsies_Indore

19th June

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19th June

कोरोना नियंत्रण के लिए आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए गये : मंत्री श्री पटेल

ऑक्सीजन और एंबुलेंस की व्यवस्था के साथ ही डेढ़ लाख आयुष्मान कार्ड बनाए गए

किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने बताया कि हरदा जिले में मई के महीने में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के संकट से निपटने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए गए। श्री पटेल ने प्रसन्नता व्यक्त की कि जिले को कोरोना मुक्त करने के लिए व्यापक तौर पर जिले में कार्य किया जा रहा है।

मंत्री श्री पटेल ने कहा कि हरदा जिले में ऑक्सीजन की कमी  को दूर करने 2.38 टन ऑक्सीजन कोटे को बढ़ा कर 4.38 टन करवाया गया जिसके बाद हरदा ज़िला चिकित्सालय के साथ प्राइवेट हॉस्पिटलों में ऑक्सीजन की कमी पर अंकुश लगा और स्थिति सामान्य करने में सहायता मिली। उन्होंने बताया कि मरीजों को बेहतर उपचार की सुविधाएं उपलब्ध कराने  विधायक निधि से तत्काल 25 लाख रूपये मुहैया कराकर  आवश्यक दवा और उपकरण खरीदे गए। श्री पटेल ने बताया कि जिले को  सर्वसुविधा युक्त एम्बुलेंस मिली जिससे दूरस्थ अंचलो  से कोरोना के मरीजों को  समय पर हरदा जिला अस्पताल लाकर उपचार कराया जा सका।

मंत्री श्री पटेल ने बताया कि हरदा जिले में 7 मई 2021 से 25 मई  तक किल-कोरोना अभियान  चलाया जा रहा है। इस अभियान में ग्रामीण क्षेत्र में पाँच लाख 32 हजार से अधिक जनसंख्या का शत-प्रतिशत सर्वे किया जा चुका है, जिसमें प्राथमिक औऱ सुपरवाइजरी दल द्वारा संभावित मरीजों को कोविड केयर सेंटर और फीवर क्लीनिक भेजा गया है। उन्होंने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत अब तक एक लाख 57 हजार 79 कार्ड बनाये जा चुके है। श्री पटेल ने कहा कि प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से हम हर हाल में 30 मई तक हरदा जिले को कोरोना से मुक्त करेंगे।

दीनदयाल रसोई में एक अप्रैल से अब तक 12 लाख से अधिक लोगों को भोजन वितरित

दीनदयाल रसोई केंद्रों में एक अप्रैल से 21 मई तक 12 लाख 75 हज़ार 213 जरूरतमंद लोगों को भोजन के पैकेट वितरित किये जा चुके हैं। और यह क्रम लगातार जारी है। गौरतलब है कि नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने सभी संबंधित अधिकारियों को रसोई केंद्रों का संचालन बेहतर ढंग से करने के निर्देश दिए थे। रसोई केन्द्रों के संचालन में स्वयंसेवी संस्थाएं और अन्य लोग भी लगातार सहयोग कर रहे हैं।

भोपाल में संचालित रसोई केंद्रों में एक लाख 90 हजार 266, ग्वालियर में एक लाख 35 हजार 193, जबलपुर में 97 हजार 275, इंदौर में 92 हजार 630, रीवा में 84 हजार 945, सागर में 60 हजार 178, मुरैना में 68 हजार 910, छिंदवाड़ा में 92 हजार 556, खरगोन में 64 हजार 669, सतना में 68 हजार 398 और उज्जैन में 41 हजार 928 लोगों को भोजन कराया गया है । इसी तरह अन्य जिलों में संचालित रसोई केंद्रों में भी सस्ती दर पर जरूरतमंदों को भोजन कराया गया है।

प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों के लिये 3856 करोड़ रूपये की कार्य-योजना मंजूर

लोक निर्माण मंत्री द्वारा केंद्र सरकार का आभार

प्रदेश में 724 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए भारत सरकार द्वारा 3856 करोड़ रुपए की वार्षिक कार्य-योजना को मंजूरी दी है। इस राशि से प्रदेश के 51 राष्ट्रीय राजमार्गों  के सुदृढ़ीकरण, पुल और नवीन मार्गों के निर्माण का कार्य कराया जाएगा। लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने इसके लिये केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया है।

लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव श्री नीरज मण्डलोई ने बताया कि प्रदेश से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों के रख-रखाव, गुणवत्ता नियंत्रण, चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण, पुल निर्माण तथा नवीन राजमार्गों के निर्माण की विस्तृत कार्य-योजना तैयार  कर  भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेजी गई थी, जिसे भारत सरकार द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि इसके तहत 8 राष्ट्रीय राजमार्गों की 527 किलोमीटर सड़कों का चौड़ीकरण किया जायेगा। इस कार्य के लिये 2966 करोड़ रुपये की राशि की स्वीकृति दी गई है। इसी प्रकार 11 राष्ट्रीय राजमार्गों के 210 किलोमीटर के निर्माण में भू-अर्जन के लिये 526 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात की सुगमता के लिये 3 पुलों के निर्माण के लिये 33 करोड़ रुपये, 7 राष्ट्रीय राजमार्गों के 197 किलोमीटर सड़क मार्गों के सुदृढ़ीकरण के लिये 125 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये हैं। इसी प्रकार प्रदेश में 22 राष्ट्रीय राजमार्गों पर 112 किलोमीटर क्षेत्र में सुदृढ़ीकरण सहित अन्य कार्यों के लिये 200 करोड़ रुपये तथा प्रदेश में नवीन 194 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों की डीपीआर तैयार करने के लिये 6 करोड़ रुपये की राशि कार्य-योजना में स्वीकृत की गई है।

8 राष्ट्रीय राजमार्गों के चौड़ीकरण पर खर्चं होंगे 2966 करोड़ रूपये

वर्ष 2021-22 की स्वीकृत वार्षिक कार्य-योजना में नसरुल्लागंज-रेहटी-बुधनी मार्ग में 47 किलोमीटर क्षेत्र के चौड़ीकरण के लिये 3 करोड़ 4 लाख 55 हजार रुपये स्वीकृत किये गये हैं। इसी प्रकार जीरापुर सुसनेर से राजस्थान सीमा तक 47 किलोमीटर मार्ग के लिए 3 करोड़ 6 लाख 54 हजार, कुरावाई, मुंगावली से चंदेरी तक 81 किलोमीटर के लिए 4 करोड़ 99 लाख, डिंडौरी- सागर टोला 78 किलामीटर के लिए 3 करोड़ 29 लाख, जीरापुर-पचौर बायपास को सम्मलित करते हुए 53 किलोमीटर के लिए 4 करोड़ 36 लाख, कुन्डम सें शहापुरा 40 किलोमीटर के लिए 1 करोड़ 78 लाख, जाहरखेडा- बैरासिया- धौलखेड़ी बायपास को सम्मलित करते हुए 87 किलोमीटर के लिए 3 करोड़ 56 लाख रूपये तथा डिंडौरी से मण्डला से बायपास को सम्मलित करते हुए 94 किलोमीटर के लिए 5 करोड़ 56 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की गई है।

11 राष्ट्रीय राजमार्गों के भू-अर्जन के लिए 526 करोड़ का प्रावधान

प्रमुख सचिव श्री नीरज मंडलोई ने बताया कि प्रदेश में 11 राष्ट्रीय राजमार्गों के विस्तार कार्य के लिए भू- अर्जन किया जाना है। इसके तहत एनएच-43 पवई बायपास पर 12 किलोमीटर, एनएच-943 कैथी-पडारीया कॅला बायपास पटना, तमोली बायपास, जासौ बायपास और नगोद बायपास 15 किलोमीटर, एनएच-552 मुरैना- अम्बाह बायपास 21 किलोमीटर, खिलचीपुर बायपास 5.50 किलोमीटर, पचौर-शुजालपुर-आष्टा बायपास 19 किलोमीटर, पोरसा-अटेर-प्रतापपुरा से भिंड बायपास 20 किलोमीटर, मिहोना-लहार-दवोह-भांडेर बायपास 19 किलोमीटर, बीरोरा बायपास 3 किलोमीटर, छतरपुर बायपास 15 किलोमीटर, हरपालपुर बायपास 10 किलोमीटर तथा श्यामपुर से सबलगढ़ तक 70 किलोमीटर मार्ग पर भू-अर्जन के लिए 526 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गयाहै।

33 करोड़ रूपये की लागत से बनाये जाएंगे तीन पुल

एनएच-346 पर विदिशा से मैलुआ मार्ग पर 3 छोटे पुलों का निर्माण कराया जायेगा। इसके लिए 33 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है।

125 करोड़ रूपये से 7 राष्ट्रीय राजमार्गों का सुदृढ़ीकरण

स्वीकृत कार्ययोजना के अंर्तगत खलघाट-कसरावद-खरगौन-बिस्ठान रोड पर 4 किलोमीटर, टीकमगढ़-पृथ्वीपुर से ओरछा मार्ग पर 41 किलोमीटर, शहगढ़ से टीकमगढ़ रोड़ पर 36 किलोमीटर, इंदौर से बैतूल रोड़ पर 47 किलोमीटर, बालाघाट-नैनपुर रोड पर 4 किलोमीटर, बैतूल से आशापुर रोड़ पर 4 किलोमीटर तथा दौलखेड़ी चौराहा- मैलुआ चौराहा- कुरवाई रोड पर 60 किलोमीटर सड़कों का सुदृढ़ीकरण किया जायेगा।

इसके साथ ही 6 राष्ट्रीय राजमार्गों के 194 किलोमीटर की डीपीआर तैयार करने के लिए 6 करोड़ रूपये तथा 22 राष्ट्रीय राजमार्गों के 112 किलोमीटर क्षेत्र में विभिन्न कार्यों के लिए 200 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान कि गई है।

अशोकनगर में रहेगा एक जून तक कोरोना कर्फ्यू

आपदा प्रबंधन की जिला एवं ब्लॉक स्तरीय बैठकों में : राज्य मंत्री श्री यादव

राज्य मंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं कोविड-19 के अशोकनगर जिला प्रभारी मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव ने जिला आपदा प्रबंधन कमेटी की बैठक में कहा कि कोविड-19 को चाहे आपदा कहें या महामारी, दोनों की शब्द भयावह हैं। उन्होंने कहा कि आपदा से बचाव का प्रबंधन कर रहे समूह का मैं व्यक्तिश: आभारी हूँ। राज्य मंत्री ने कहा कि सभी के परिश्रम एवं सेवाभावी कार्यों से जिला बेहतर स्थिति में पहुँचा है और इसी संवेदनशीलता से जन-जागरूकता तथा उपचार के प्रयास जारी रखने से बहुत जल्दी पूरा जिला कोरोना मुक्त हो जायेगा। बैठक में कोरोना संक्रमण को पुरी तरह नियंत्रित करने के लिए जिले में एक जून 2021 की प्रात: 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू जारी रखे जाने का निर्णय लिया गया।

राज्य मंत्री ने कहा कि इनके साथ ही कोरोना के विरूद्ध जंग में शामिल अधिकारी, कर्मचारी, जन-प्रतिनिधि, स्वयंसेवी संगठन, वॉलेंटियर्स भी पूरे मनोयोग से सेवाकार्य में लगे हैं। राज्य मंत्री ने कहा कि अपना मनोबल बढ़ाये रखें, हमें यह विश्वास भी होना चाहिए कि रोगियों के उपचार और देखरेख में लगे रहने के बावजूद भी हम सब सुरक्षित ही रहेंगे। श्री यादव ने कहा कि ईश्वर की कृपा और आमजनता के आर्शीवाद से हमें कोई क्षति नहीं होगी।

बैठक में सांसद डॉ. के.पी. यादव और पुलिस अधीक्षक ऑनलाइन शामिल हुए। इसके साथ ही विधायक श्री जजपाल सिंह जज्जी, कलेक्टर श्री अभय वर्मा तथा अन्य अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।

राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव ने अशोकनगर तथा मुंगावली की ब्लॉक स्तरीय आपदा प्रबंधन कमेटी की बैठकों में भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के बेहतर उपाय के लिए ब्लॉक स्तरीय कमेटी बहुत सक्रिय कार्य रहीं है। इनकी सजगता एवं सेवाभावी कार्यों के परिणाम भी दिखाई दे रहें है। राज्य मंत्री ने सभी से सक्रिय रहकर कोरोना संक्रमण को समाप्त करने में सहयोग का आग्रह किया।

राज्य मंत्री ने कहा कि जिन ग्राम पंचायतों में कोरोना मरीज अधिक हैं उन्हें रेड जोन बनाकर विशेष चिकित्सा एवं मॉनिटरिंग की व्यवस्था की जाए। राज्य मंत्री ने एसडीएम एवं सीईओ जनपद को इसी के अनुरूप कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

आम जनता का उपचार एवं देखरेख उनके बीच रहकर ही संभव है : राज्यमंत्री श्री यादव

जनता रसोई से रोज मिलेगा भोजन

कोविड-19 के संक्रमण से प्रभावित लोगों की जानकारी मात्र प्राप्त करने से आपदा पर नियंत्रण या समाधान संभव नहीं है। जिले के हर अस्पताल, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिदिन पहुँचकर लोगों से मिलना, उन्हें समझाइश देना और सभी के उपचार की समुचित व्यवस्था करवाना मेरी जिम्मेदारी है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री एवं कोविड-19 के लिये अशोकनगर जिला प्रभारी मंत्री ने यह बात मुंगावली सिविल अस्पताल में कोविड रोगियों से भेंट करते हुए कही। उन्होंने रोगियों से कहा कि मुंगावली, भोपाल अथवा दिल्ली जैसे शहरों में भी कोरोना का इलाज एक जैसा ही है। आप धैर्य और हिम्मत से काम लें ताकि शीघ्र स्वस्थ हो सकें। राज्य मंत्री ने कहा कि मैं आपके उपचार और देखरेख के लिए सदैव आपके बीच रहूँगा। किसी के भी उपचार में कोई कमी नहीं आने दी जायेगी।

राज्य मंत्री श्री यादव ने स्वयं की ओर से मुंगावली सिविल अस्पताल में भर्ती रोगियों एवं उनके परिजनों के भोजन के लिये जनता रसोई प्रारम्भ की। उन्होंने कहा कि इस रसोई से प्रतिदिन मरीज एवं उनके सहयोगियों के लिए भोजन उपलब्ध करवाया जायेगा। राज्य मंत्री ने उपचार करा रहे रोगियों एवं उनके परिजनों को जनता रसोई में बना खाना वितरित भी किया।

जितेन्द्र को त्वरित न्याय दिलाने के निर्देश

मुंगावली में श्री जितेन्द्र सिंह दांगी ने अपनी पत्नी तथा बच्चे के साथ राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव से भेंट कर आवेदन दिया। श्री दांगी ने बताया कि उसके पिता और भाई उनके हिस्से की खेती नहीं करने देते और मारपीट करते हैं। आवेदक ने बताया कि उन्हें परिवार चलाने एवं भरण पोषण की भी कठिनाई हो रही है। राज्य मंत्री श्री यादव ने एसडीएम तथा टीआई को निर्देश दिये कि श्री दांगी को त्वरित न्याय दिलवाया जाए। उन्होंने कहा कि नियम सबके लिये एक जैसे हैं, फिर व्यक्‍ति विशेष के साथ अन्याय क्यों हो। राज्य मंत्री ने प्रकरण की सम्पूर्ण जाँचकर वस्तुस्थिति से अवगत कराने के निर्देश दिए।

जीवन को सुरक्षित रखने के लिए योग और प्राणायाम महत्वपूर्ण - राज्य मंत्री श्री परमार

शिक्षा विभाग के कोविड केयर प्रोग्राम का किया ऑनलाइन शुभारंभ

   जीवन को सुरक्षित रखने के लिए योग और प्राणायाम महत्वपूर्ण है। कोविड 19 महामारी काल में समाज का हर वर्ग शारीरिक और मानसिक रूप से प्रभावित हुआ है। ऐसे समय में अच्छे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग का महत्व धन और संसाधनों से भी अधिक हो गया है। उत्तम स्वास्थ्य ही व्यक्ति का सबसे बड़ा धन है।

स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री इन्दर सिंह परमार ने मंत्रालय में स्कूल शिक्षा विभाग के 'वेल बीइंग एंड इम्यूनिटी' कोविड केयर प्रोग्राम 'इम्यूनिटी बूस्ट विथ मेडिसिन, ब्रीथ एंड योगा' के सिंगल क्लिक से ऑनलाइन शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। श्री परमार ने कहा कि श्रेष्ठ जीवन जीने का तरीका योग और प्राणायाम के माध्यम से ही संभव है। अब समय आ गया है कि योग और प्राणायाम को वैज्ञानिक तरीके से जन-जन तक पहुँचाने का कार्य किया जाए। श्री परमार ने शिक्षा विभाग के शासकीय सेवकों के लिए कोविड केयर प्रोग्राम संचालित करने के लिए श्री श्री रविशंकर और उनकी संस्था के प्रति आभार भी व्यक्त किया।

प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरुण शमी ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ऑर्ट ऑफ लिविंग (व्यक्ति विकास केन्द्र) बेंगलुरु के सहयोग से शासकीय सेवकों के लिए संचालित इम्यूनिटी बूस्ट विथ मेडिटेशन, ब्रीथ एंड योगा' कार्यक्रम के प्रत्येक बैच में 40 व्यक्तियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रत्येक दिन 45 मिनट के प्रशिक्षण के दौरान योग अभ्यास, प्रतिरक्षा निर्माण के लिए प्राणायाम और श्वास व्यायाम तथा ध्यान का अभ्यास आदि का ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करेगा, फेफड़ों की क्षमता बढ़ाएगा और मानसिक तनाव तथा चिंता को कम करके स्वास्थ्य में सुधार लाने में लाभदायक होगा।

 

 आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती जयश्री कियावत ने बताया कि यह कार्यक्रम पूर्णतः निःशुल्क एवं स्वैच्छिक है। इच्छुक प्रतिभागियों को इस कार्यक्रम में सहभागिता के लिए अपनी सुविधा अनुसार दिनांक और समय का चयन करते हुए एजुकेशन पोर्टल पर उपलब्ध लिंक  http://educationportal.mp.gov.in/ARTOFLIVING/ Default.aspx  के माध्यम से पंजीयन कराना होगा। पंजीयन के दौरान चयन किए गए दिनांक और समय पर सहभागी होने के लिये ऑर्ट ऑफ लिविंग प्रशिक्षक द्वारा एक वर्चुअल लिंक पृथक से मोबाइल पर उपलब्ध कराई जाएगी। प्रतिभागी को वर्चुअल प्लेटफॉर्म जैसे माइक्रोसाफ्ट टीम्स, वेबेक्स आदि के माध्यम से दी गई लिंक पर ऑनलाइन जुड़ना होगा। प्रतिभागियों को अपेक्षित लाभ के लिए कार्यक्रम के सभी सत्रों में भाग लेना होगा।

राज्य स्तरीय वर्चुअल कार्यक्रम में उप सचिव श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव, संचालक श्री के.के. द्विवेदी, अपर संचालक श्री धीरेन्द्र चतुर्वेदी, आर्ट ऑफ लिविंग की ट्रस्टी श्रीमती तृप्ता धवन, प्रेसिडेंट वाइस एडमिरल श्री रमाकांत पटनायक, सचिव श्री रोहन जैन, अपेक्स मेंबर श्री योगेन्द्र शर्मा और श्रीमती योगिता सिंह, काउंसिल सदस्य श्री विक्रमादित्य ठाकुर, श्री सुनील जैन, श्रीमती हिमांशी गुप्ता और स्टेट टीचर कॉर्डिनेटर श्री के.एस. चुंडावत सहित जिलों के एनआईसी कक्ष से सभी संभागीय संयुक्त संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी और इच्छुक प्रतिभागी शामिल हुए।

भोपाल में एक जून की सुबह 6 बजे तक बढ़ाया गया कोरोना कर्फ्यू

कलेक्टर ने जारी किये आदेश

भोपाल जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए और आम नागरिकों को कोरोना संक्रमण से बचाव एवं जन-सामान्य के स्वास्थ्य हित में एक जून, 2021 को प्रात: 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू की अवधि बढ़ा दी गई है।

कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट भोपाल श्री अविनाश लवानिया ने दण्ड प्रक्रिया संहिता-1973 की धारा 144 में प्रदत्त शक्तियों को प्रयोग में लाते हुए उक्त आदेश जारी किया। पूर्व में जारी आदेश मे भोपाल नगर निगम क्षेत्र और बैरसिया नगर पालिका क्षेत्र में 24 मई प्रात: 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लागू किया था। इसकी अवधि एक जून 2021 को प्रात: 6 बजे तक बढ़ाई गई है।