दिनांक 16 मई, 2021


अंक 784

कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिये सभी को एकजुटता के साथ कार्य करना होगा – मुख्यमंत्री श्री चौहान

ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों में 30 मई तक रहेगा जनता कर्फ्यू

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड की इस महामारी के समय सबको मतभेद भुलाकर संक्रमण की चेन को तोड़ने में जुटना होगा। कोरोना को परास्त करना ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रविवार को ग्वालियर में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक में यह बात कही। केन्द्रीय कृषि, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, राज्यसभा सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर सहित क्राईसिस मैनेजमेंट समिति के सदस्य उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना की चेन को तोड़ने के लिये जनता कर्फ्यू ही सबसे प्रभावी उपाय है। ग्वालियर में संक्रमण कम हुआ है, इसे पूरी तरह से समाप्त करने के लिये 30 मई तक जनता कर्फ्यू लागू रहेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण में कमी जरूर आई है, लेकिन अभी लड़ाई लम्बी है। हम सबको कोरोना से मुक्त प्रदेश बनाने के लिये निरंतर कार्य करना होगा। हम सबको एक इकाई के रूप में मिलकर संक्रमण को मिटाने के लिये निरंतर कार्य करते रहने की आवश्यकता है। इस कार्य में जनता का सहयोग भी हासिल करना होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह राहत की बात है कि प्रदेश की पॉजिटिविटी दर घटकर 10.7 प्रतिशत हो गई है। कुछ दिन पहले यह 24 प्रतिशत तक पहुँच गई थी। ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों में स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिलों में जो कोविड केयर सेंटर स्थापित किए गए हैं, उन्हें अब पोस्ट कोविड केयर सेंटर के रूप में संचालित करने की तैयारी करना होगी। कोरोना की बीमारी से ठीक होने के बाद भी कुछ लोगों को ब्लैक फंगस, खून जमने जैसी बीमारियों के प्रकरण सामने आ रहे हैं। इनकी देखभाल के लिये भी हमें पोस्ट कोविड केयर सेंटर की आवश्यकता पड़ेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमण न फैले, इसके लिये विशेष प्रयास किए जाना जरूरी है। प्रदेश में चलाए जा रहे किल कोरोना-3 अभियान में ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक घर तक टीम पहुँचे और जो संक्रमित मिले उसका उपचार सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने जिला स्तरीय, ब्लॉक स्तरीय तथा ग्राम स्तरीय क्राईसिस मैनेजमेंट समिति के सदस्यों से भी अपेक्षा की कि वे स्वयं और उनसे जुड़े लोग भी किल कोरोना अभियान में जो दल घर-घर जा रहे हैं उनके साथ जाएँ और लोगों को दवा वितरण के साथ जागरूकता कार्य में सहभागी बनें।

भविष्य की चुनौतियों के लिये भी करें पुख्ता प्लानिंग

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमें वर्तमान संक्रमण की रोकथाम के साथ-साथ भविष्य की चुनौतियों के लिये भी पुख्ता प्रबंध करने की आवश्यकता है। इसके लिये सभी जिलों के कलेक्टर अपने जिले में भविष्य की व्यवस्थाओं की प्लानिंग करें। सरकार द्वारा सभी जिलों में ऑक्सीजन प्लांट, आईसीयू बेड और ऑक्सीजन बेड बढ़ाने की व्यवस्था की जा रही है। आने वाले दिनों में चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टॉफ की भर्ती का कार्य भी सरकार करने जा रही है। हर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर करने की दिशा में भी कार्य किए जा रहे हैं।

ब्लैक फंगस और बच्चों के लिये बनाए जाएँ अलग वार्ड

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ब्लैक फंगस और बच्चों के लिये सभी मेडिकल कॉलेजों में अलग से वार्ड बनाने के निर्देश दिये। भविष्य में अगर कोई दिक्कत आती है, तो उससे निपटने के लिये अलग वार्ड और सुविधाएँ अग्रिम रूप से सुनिश्चित की जाएँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के साथ सभी जिलों में यह व्यवस्था हो, इसके लिये जिला कलेक्टर अपने-अपने जिले की प्लानिंग तैयार कर कार्य करे। 

हर जरूरतमंद को मिले नि:शुल्क खाद्यान्न

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा तीन माह का और केन्द्र सरकार द्वारा दो माह का राशन नि:शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। यह नि:शुल्क राशन हर जरूरतमंद को मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कलेक्टरों को भी निर्देशित किया है कि खाद्यान्न का वितरण सही ढंग से हो, इसकी मॉनीटरिंग भी होना चाहिए।

नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में जरूरतमंदों को नि:शुल्क उपचार मिले, इसकी व्यवस्था की गई है। आयुष्मान कार्ड के माध्यम से हर जरूरतमंद को नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही जिस परिवार के एक सदस्य के पास भी आयुष्मान कार्ड है, उसके पूरे परिवार को नि:शुल्क उपचार मिलेगा। इसके लिये प्रदेश के सभी जिलों में अस्पतालों को चिन्हित कर लिया गया है। कलेक्टर यह भी सुनिश्चित करें कि अगर कोई जरूरतमंद है तो उसका भी आयुष्मान कार्ड तैयार किया जाए। ऐसे लोग जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं है उनके नए कार्ड बनाने का कार्य भी तेजी के साथ किया जाए।

सभी जिले एडवांस प्लानिंग करें – केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर

 केन्द्रीय कृषि, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं उनकी टीम ने जो कार्य किया है वह प्रशंसनीय है। देश में संक्रमण की दृष्टि से मध्यप्रदेश में भी संक्रमण अधिक था। संक्रमण को नियंत्रित करने और व्यवस्थाओं को बेहतर करने की दिशा में मध्यप्रदेश ने उल्लेखनीय कार्य कर स्थिति को नियंत्रण में किया है।

मंत्री श्री तोमर ने कहा कि अभी हमारी लड़ाई समाप्त नहीं हुई है। कोरोना को पूरी तरह से समाप्त करने के साथ हमें भविष्य के लिये भी सचेत होना होगा। इसके लिये सभी जिले एडवांस प्लानिंग कर अपनी-अपनी रणनीति तैयार करें और इसको अमलीजामा भी पहनाएँ। केन्द्र सरकार के माध्यम से भी प्रदेश को हर संभव सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने भी सभी जिलों में क्राईसिस मैनेजमेंट समिति और जनता के सहयोग से कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में सफलता हासिल की है। ग्रामीण क्षेत्र में भी किल कोरोना-3 अभियान के माध्यम से घर-घर सर्वेक्षण कर संक्रमण की चेन को तोड़ने का कार्य किया जा रहा है। जन-सेवा से जुड़े हुए सभी लोगों के साथ जनता का सहयोग हासिल कर हमें इस महामारी से निजात पानी होगी।  

वर्तमान के साथ भविष्य के लिये भी हो प्लानिंग – राज्यसभा सांसद श्री सिंधिया

राज्यसभा सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मध्यप्रदेश ने कोरोना संक्रमण को नियंत्रण में किया है, यह प्रसन्नता की बात है। हमें वर्तमान के साथ- भविष्य के लिये भी पुख्ता प्लानिंग करने की आवश्यकता है। वर्तमान समय में ब्लैक फंगस की जो बीमारी सामने आ रही है उस पर प्रभावी नियंत्रण के लिये प्रयास किए जा रहे हैं।

सभी जिलों की क्राईसिस मैनेजमेंट समिति ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और उपचार के लिये किए जा रहे प्रबंधनों की विस्तार से समीक्षा की। जिला कलेक्टरों ने अपने-अपने जिलों में किए जा रहे प्रबंधनों के संबंध में प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी। इसके साथ ही सभी जिलों में गठित क्राईसिस मैनेजमेंट समिति के सदसयों ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये।

सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने ग्वालियर में स्वास्थ्य सुविधाओं की बढ़ोत्तरी के साथ चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टॉफ की भर्ती की बात कही।

संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में कोविड संक्रमण और उपचार के लिये किए जा रहे प्रबंधनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कलेक्टर ग्वालियर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने ग्वालियर में किए गए प्रबंधनों के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया।

संक्रमण रोकने, कोरोना के उपचार के साथ ही पोस्ट कोविड केअर पर भी पूरा ध्यान दें

सम्बद्ध निजी अस्पताल इलाज से इनकार करें, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
जहाँ किसानों का गेहूँ उपार्जन से शेष हो, उपार्जन की तिथि बढ़ाएँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना कीस्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सभी जिलों में सख्ती से कोरोना संक्रमण रोकने, अस्पतालों में कोरोना उपचार की उत्कृष्ट व्यवस्था के साथ ही पोस्ट कोविड केयर पर भी पूरा ध्यान दिया जाए। पोस्ट कोविड दुष्प्रभाव होने पर, जो मरीज होम आयसोलेशन अथवा कोविड केयर सेंटर्स में हैं, उन्हें इलाज की आवश्यकतानुसार अस्पतालों अथवा पोस्ट कोविड सेंटर्स में भर्ती किया जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्पष्ट शब्दों में कहा मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के अंतर्गत सम्बद्ध किया गया कोई भी निजी अस्पताल, उनके यहाँ बेड खाली होने पर, योजना के पात्र किसी कोविड मरीज का निःशुल्क उपचार करने से इंकार करे, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन क्षेत्रों में किसानों का गेहूँ उपार्जन से शेष हो, वहाँ के उपार्जन केंद्रों की तिथि बढ़ाएँ। हर एक किसान का गेहूँ खरीदा जाना सुनिश्चित किया जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोनानियंत्रण कोर ग्रुप के सदस्यों से चर्चा की तथा प्रदेश के जिलों में कोरोना कीस्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की। बैठक में कोर ग्रुप के सदस्य, मंत्री, अधिकारी, जिलों के प्रभारी मंत्री एवं अधिकारी उपस्थित थे।

कोरोना संबंधी लापरवाही पर ग्रामीण क्षेत्रों में 18 लाख का जुर्माना

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण कम हुआ है, परंतु हमें थोड़ी भी असावधानी नहीं बरतना है। हर व्यक्ति मास्क लगाए, एक दूसरे के बीच दूरी रखे, साथ ही कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करे। प्रदेश के शहरी क्षेत्रों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी मास्क न लगाने, कोरोना कर्फ्यू का पालन न करने आदि पर कार्रवाई की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में 18 लाख रुपए का जुर्माना किया गया है।

2 हजार एम्फोटेरेसिन इंजेक्शन गुजरात से

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोविड के पश्चात होने वाले ब्लैक फंगस रोग के इलाज की भी नि:शुल्क व्यवस्था सरकार द्वारा की जा रही है। प्रदेश में इसके इलाज के लिए 2 हजार एम्फोटेरेसिन इंजेक्शन गुजरात से हवाई जहाज से मंगाए जा रहे हैं।

वैक्सीन का एक भी डोज़ बेकार न जाए

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में किए जा रहे कोविड वैक्सीनेशन कार्य में यह सुनिश्चित किया जाए कि वैक्सीन का एक भी डोज़ बेकार न हो। वेटिंग तथा ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन और वैक्सीनेशन की व्यवस्था भी की जाए।

24,807 कोविड मरीजों का नि:शुल्क इलाज

प्रदेश में 24 हजार 807 कोविड मरीजों को शासकीय एवं निजी अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज दिया जा रहा है। इसमें 17 हजार 377 का सरकारी अस्पतालों में, 2584 मरीजों का अनुबंधित अस्पतालों में तथा 4856 मरीजों का मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के अंतर्गत संबद्ध निजी अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है। प्रदेश में 441 निजी अस्पताल योजना के अंतर्गत संबद्ध किए गए हैं।

नकली दवाओं, कालाबाजारी पर 55 लोगों के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण

प्रदेश में नकली रेमडेसिविर बेचने वालों, कालाबाजारी करने वाले 55 व्यक्तियों के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा अधिक शुल्क लिए जाने पर अस्पतालों के विरूद्ध कार्रवाई की गई है। कुल 232 प्रकरणों में कार्रवाई करते हुए मरीजों के परिजनों को 88 लाख 96 हजार रूपए की राशि वापस दिलाई गई है।

सभी जिलों में आई.सी.यू. और ऑक्सीजन बेड्स उपलब्ध

समीक्षा में पाया गया कि सभी जिलों में कोविड उपचार के लिए आई.सी.यू. बेड्स की उपलब्धता हो गई है। वहीं ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति एवं ऑक्सीजन बेड्स की पर्याप्त उपलब्धता है। प्रदेश में 76 प्रतिशत व्यक्ति होम आयसोलेशन में हैं।

'ताऊ ते' के प्रभाव का आकलन कर तैयारी कर लें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि देश में आने वाले तूफान 'ताऊ ते' के मध्यप्रदेश पर होने वाले दुष्परिणामों का आकलन कर लिया जाए। इसके कारण प्रदेश की ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रभावित न हो। अत: पहले से ही ऑक्सीजन का पर्याप्त भंडारण कर लिया जाए।

एक-एक प्लांट की जानकारी दें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उन्हें प्रदेश में लगाए जा रहे 95 ऑक्सीजन प्लांट की प्रगति की जानकारी निरंतर दी जाए। जो प्लांट मई में पूर्ण होने हैं, वे मई में पूर्ण हो जाएँ तथा आगे भी समय-सीमा अनुसार प्लांट तैयार होकर चालू हो जाएँ, यह सुनिश्चित किया जाए।

7106 नए प्रकरण

प्रदेश में 7106 कोरोना के नए प्रकरण आए हैं। पिछले 24 घंटे में 12 हजार 345 मरीज स्वस्थ हुए हैं, सक्रिय मरीजों की संख्या 94 हजार 652 है। प्रदेश की साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 13% है तथा ग्रोथ रेट 1.2% रह गई है। आज की पॉजिटिविटी 10.7% है।

इस सप्ताह कोरोना प्रकरणों में उल्लेखनीय गिरावट

प्रदेश में नए कोरोना प्रकरणों की संख्या में गत सप्ताह की तुलना में उल्लेखनीय गिरावट आई है। प्रदेश में 2 मई से 9 मई के बीच 83 हजार 395 कोरोना प्रकरण आए थे, वहीं 9 मई से 16 मई के बीच 59 हजार 622 कोरोना के नए प्रकरण आए हैं।

7 जिलों में 200 से अधिक प्रकरण

प्रदेश के 7 जिलों में ही अब 200 से अधिक नए प्रकरण आए हैं। इंदौर में 1487, भोपाल में 982, जबलपुर में 452, ग्वालियर में 387, उज्जैन में 250, रतलाम में 244 एवं सागर जिले में 220 नए प्रकरण आए हैं।

9 जिलों में 5% व उससे कम पॉजिटिविटी

प्रदेश के 9 जिलों छिंदवाड़ा, बड़वानी, भिंड, गुना, अशोकनगर, झाबुआ, खंडवा, बुरहानपुर, अलीराजपुर का साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत व उससे कम है।

किल-कोरोना अभियान को मिल रहे जन-समर्थन से संक्रमण की चेन तोड़ने में मिल रही है सफलता : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में किल कोरोना अभियान को मिल रहे जन-सहयोग से कोविड-19 संक्रमण की चेन तोड़ने में सफलता मिल रही है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर घट कर आज 10.7 प्रतिशत रह गई है। प्रदेश के कुछ जिलों में तो पॉजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से कम रह गई है। आज 7 हजार 106 नये कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। करीब 12 हजार 345 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ्य हुए हैं। रिकवरी दर आज 86.10 प्रतिशत रही है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किल कोरोना अभियान के अंतर्गत घर-घर सर्वे टीम पहुँच रही है। सर्दी-जुखाम और बुखार से पीड़ित मरीज अपने इन लक्षणों को छुपाये नहीं बल्कि बतायें, ताकि उनका समुचित इलाज किया जा सके, जिससे दवाइयों की किट उन्हें उपलब्ध कराई जा सके। इस समय रिकवरी दर अधिक है। प्रदेश के 52 जिलों में कुल 354 कोविड केयर सेंटर प्रारंभ किए जा चुके हैं, जिसमें थोड़े लक्षण वाले रोगियों को रखा जा रहा है। इनमें वर्तमान में कुल 21 हजार 988 बेड्स हैं। इनमें से 3 हजार 240 ऑक्सीजन बेड्स स्थापित किए जा चुके हैं। बेड्स की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक कुल 22 हजार 404 संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर्स बनाए जा चुके हैं, जिसमें 2 लाख 69 हजार 309 से अधिक बेड्स स्थापित किए गए हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित सभी कोविड केयर सेंटर्स और संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर्स में रहने वाले शत-प्रतिशत मरीजों को मेडिकल किट और हेल्थ ब्रोशर्स प्रदान किए जा रहे हैं।

प्रदेश के 313 विकासखंडों में और 50 हजार 546 ग्रामों में संकट प्रबंधन समूहों का गठन किया जा चुका है। शहरी क्षेत्र में 407 स्थानीय निकायों और 7 हजार 568 वार्ड में वार्ड स्तरीय संकट प्रबंधन समिति का गठन किया जा चुका है। पोर्टल पर अपडेशन का कार्य किया जा रहा है। जिलों में भाप केन्द्रों की व्यवस्था भी की गई है। 46 जिलों में 2 हजार 158 भाप केन्द्र क्रियाशील है। कोरोना वायरस से बचाव को दृष्टिगत रखते हुए महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ राज्य एवं मध्यप्रदेश राज्य के बीच अंतर्राज्यीय बस परिवहन सेवा को 23 मई तक स्थगित रखने के आदेश जारी किए गए हैं। ब्लैक फंगस के उपचार के लिये कम से कम 24 हजार एम्फोटेरिसिन बी-50 एमजी दवा प्रदेश को आवंटित करने हेतु केन्द्रीय राज्य मंत्री, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय से अनुरोध किया गया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बरगद का पौधा लगाया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास परिसर में बरगद का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रतिदिन अपने संकल्प के तहत एक पौधा लगाते हैं।

समन्वित प्रयासों से सुधर रही है प्रदेश में कोरोना की स्थिति

पॉजिटिविटी दर में कमी और रिकवरी दर में वृद्धि
कोरोना की चेन को तोड़ने जिला स्तर से ग्राम स्तर पर हो रहे प्रयास

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना से निपटने के लिये जो रणनीति अपनाई है, उसे अमल में लाया जाकर जन-सहयोग भी जुटाया गया है। जिला स्तर से ग्राम स्तर पर सक्रिय क्राईसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों के साथ कोरोना वॉलेंटियर्स भी पूरी लगन से कार्य कर रहे हैं। इसके साथ उपचार की माकूल व्यवस्थाओं के चलतें जहाँ एक ओर कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में सफलता मिल रही है, वहीं दूसरी ओर समन्वित प्रयासों से कोरोना की पॉजिटिविटी दर लगातार कम हो रही है और रिकवरी दर बढ़ रही है। प्रदेश का पॉजिटिविटी रेट आज घटकर 10.7 प्रतिशत और रिकवरी रेट 86.10 प्रतिशत हो गया है। प्रदेश के 50 जिलों में पॉजिटिव प्रकरणों की तुलना में रिकवरी के प्रकरण अधिक हैं।

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये पिछले एक माह में प्रतिदिन किये जा रहे कोरोना टेस्टिंग की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी की जा रही है। वर्तमान में 65 हजार से अधिक टेस्ट किये जा रहे हैं। रविवार 16 मई को 66 हजार 517 टेस्ट किये गए। प्रदेश में प्रतिदिन आ रहे नये कोरोना प्रकरणों की तुलना में मरीजों के रिकवर होने की संख्या ज्यादा है। शुक्रवार 14 मई को रिकवरी रेट 84.47 प्रतिशत, 15 मई को रिकवरी रेट 85.24 प्रतिशत रहा, जो आज 16 मई को घट कर 86.10 प्रतिशत हो गई है।

समुचित प्रबंधन, प्रयासों एवं चिकित्सकीय सुविधाओं की बढ़ोत्तरी से प्रतिदिन स्वस्थ और संक्रमण मुक्त होने वालों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। प्रदेश में एक दिन में जितने लोग स्वस्थ हुए हैं, उनमें से 76.3 प्रतिशत ऐसे मरीज हैं जो होम आइसोलेशन में और 4.8 प्रतिशत ऐसे मरीज हैं जो कोविड केयर सेंटर में थे। इस प्रकार 81.1 प्रतिशत मरीज ऐसे हैं जो अस्पताल जाये बिना होम आइसोलेशन और कोविड केयर सेंटर में ही स्वस्थ हो रहे हैं। शेष 18.9 प्रतिशत मरीज अस्पतालों से संक्रमण मुक्त होकर सकुशल अपने घर पहुँचे हैं।

कोविड 19 मैनेजमेंट स्ट्रेटजी

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना नियंत्रण एवं व्यवस्थाओं के लिये जो मैनेजमेंट स्ट्रेटजी अपनाई उसमें टेस्टिंग को नागरिकों के मूल अधिकार के रूप में माना गया। इसके लिये फीवर क्लीनिक, लगातार टेस्टिंग कैपेसिटी में बढ़ोत्तरी एवं टेस्टिंग के परिणाम में लगने वाले समय को कम किया गया। डिस्ट्रिक्ट कमाण्ड एवं कण्ट्रोल सेंटर द्वारा होम आईसोलेशन की मॉनीटरिंग एवं कोविड केयर सेंटर के द्वारा संस्थागत आईसोलेशन की व्यवस्था की गई। स्वास्थ्य अधोसंरचना में संर्वद्धन, मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के तहत निःशुल्क उपचार एवं ऑक्सीजन का प्रबंधन किया। फ्रण्ट लाईन वर्कर, स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं एवं 45 या अधिक आयु वर्ग के समस्त नागरिकों का टीकाकरण, 18 से 45 आयु वर्ग के टीकाकरण हेतु वैक्सीन की अधिकतम उपलब्धता को सुनिश्चित करते हुए वैक्सीन के डोसेस के अपव्यय को कम किया गया। राज्य स्तर से जिला, ब्लॉक, ग्राम और वार्ड स्तर पर क्राईसिस मैनेजमेंट ग्रुप गठित कर उन्हें सक्रिय किया गया। सभी ग्राम पंचायतों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान के आव्हान पर ग्रामों में जनता कर्फ्यू लगाया। इसके साथ ही किल कोरोना अभियान का पूरे प्रदेश में प्रभावी क्रियान्वयन कर प्रांरभिक चिन्हांकन और तत्काल उपचार की व्यवस्था को सुनिश्चित किया गया है।

होम आइसोलेशन

प्रदेश में 76 हजार 775 मरीज वर्तमान में होम आइसोलेशन में हैं। इनमें से 95 प्रतिशत मरीजों से दूरभाष पर कम से कम एक बार संपर्क किया गया है। अभी तक टेली मेडिसिन सेवा में 49 हजार मरीजों को परामर्श दिया गया। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन में रहने वाले 99 प्रतिशत मरीजों को मेडिकल किट और हेल्थ ब्रोशर की होम डिलेवरी की जा रही है। 

कोविड केयर सेंटर्स

प्रदेश के 52 जिलों में 354 कोविड केयर सेंटर्स प्रारंभ किये जा चुके हैं, जिनमें मंद लक्षणों वाले रोगियों का इलाज किया जा रहा है। इनमें वर्तमान में कुल 21 हजार 988 आइसोलेशन बेड्स और 3240 ऑक्सीजन बेड्स स्थापित किये गए हैं। इसी प्रकार प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक कुल 22 हजार 404 से अधिक संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर्स बनाये जा चुके हैं, जिनमें लगभग 2 लाख 69 हजार 309 से अधिक बेड्स स्थापित किये गए हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित सभी कोविड केयर सेंटर्स/ संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर्स में रहने वाले शत प्रतिशत मरीजों को मेडिकल किट और हेल्थ ब्रोशर प्रदान किये जा रहे हैं।

किल कोरोना अभियान

शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने और संभावित कोरोना संक्रमित रोगियों के उपचार के लिये किल कोरोना अभियान-3 का संचालन 7 मई से किया जा रहा है। अभियान में ग्रामीण क्षेत्र के सर्वे के लिये लक्षित जनसंख्या लगभग 6 करोड़ 27 लाख है। सुपरवाईजरी टीम ने संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर एक लाख 83 हजार 197 व्यक्तियों को मेडिकल किट प्रदान की गई हैं और 4,492 व्यक्तियों को कोविड केयर सेन्टर और 32 हजार 717 संदिग्ध व्यक्तियों को फीवर क्लीनिक रेफर किया गया हैं। अभियान में 2,426 पॉजीटिव प्रकरणों का चिन्हांकन हुआ है। शहरी क्षेत्र में 'किल कोरोना अभियान-3' के तहत लगभग 2 करोड़ 16 करोड़ जनसंख्या सर्वे लक्षित किया गया हैं। 872 कोविड सहायता केन्द्र स्थापित किये गए हैं। इन कोविड सहायता केन्द्रों पर 86 हजार 159 संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर 65 हजार 213 को मेडिकल किट प्रदान की गई हैं और 13 हजार 353 संदिग्ध व्यक्तियों को फीवर क्लीनिक रेफर किया गया हैं। अभियान में 1,463 पॉजीटिव प्रकरणों का चिन्हांकन हुआ है।

कोरोना-वॉलेंटीयर्स

कोरोना वॉलेंटियर्स सरकार के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर कोविड नियंत्रण में जन-जागरूकता के कार्यों के साथ वैक्सीनेशन के लिये ग्रामीणों को प्रेरित करन, मरीजों को चिकित्सा परिवहन में सहयोग, मास्क वितरण, जरूरतमंदों को भोजन वितरण सहित जिला प्रशासन के अन्य कार्यों में अहम योगदान दे रहे हैं। प्रदेश भर में कोरोना वॉलेंटियर्स की संख्या अब एक लाख 14 हजार 137 से भी अधिक हो गयी है।

मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना

मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना में प्रदेश के शासकीय अस्पतालों और कोविड केयर सेन्टर में प्रदेश का कोई भी नागरिक भर्ती होकर निःशुल्क इलाज करा सकता हैं। इस कम्पोनेन्ट के तहत अब तक एक लाख 9 हजार 871 लोगों का उपचार किया गया है। प्रदेश के चार जिलों इन्दौर, भोपाल, देवास और उज्जैन के प्राइवेट चिकित्सा महाविद्यालय के अस्पतालों में अनुबंधित बिस्तरों पर प्रदेश का कोई भी व्यक्ति भर्ती होकर निःशुल्क उपचार करा सकता हैं। इस कम्पोनेन्ट के तहत 29 हजार 848 उपचार किया गया हैं। आयुष्मान से सम्बद्ध समस्त अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड की पात्रता रखने वाले परिवार के सभी सदस्यों का निःशुल्क उपचार किया जा रहा हैं। इस कम्पोनेन्ट के तहत 7,018 मरीजों का उपचार किया गया हैं।

 अस्पतालों के विरूद्ध कार्यवाही

कोविड-19 उपचार से संबंधित निजी चिकित्सालयों में कोविड उपचार से संबंधित प्रोटोकाल एवं मापदंडों के उल्लघन करने वाले चिकित्सालयों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जा रही है। अभी तक 228 प्रकरणों में 87 लाख 45 हजार रूपये का जुर्माना, 48 प्रकरणों में नोटिस और 53 प्रकरणों में एफआईआर पंजीकृत करवाई गई और 112 व्यक्तियों को राशि वापस करवाते हुए राहत प्रदान की गई।

संक्रमण कम हुआ है यह संतोष की बात है लेकिन अभी रूकना नहीं है, मंजिल दूर है : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री ने जिला, ब्लॉक एवं ग्राम स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों से किया वर्चुअल संवाद

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण की दर प्रदेश में घटी है, यह संतोष की बात है। लेकिन मंजिल अभी दूर है, हमें अपने प्रयासों को रोकना नहीं है, बल्कि और गति के साथ आगे बढ़ना है। प्रदेश को कोरोना मुक्त बनाकर ही हम चैन की साँस लेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रविवार को ग्वालियर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्वालियर–चंबल संभाग के जिला, ब्लॉक, ग्राम और वार्ड स्तरीय क्राइसिस मेनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों को संबोधित किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिये किल कोरोना-3 अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्र के हर घर तक दल पहुँच रहा है और लोगों का परीक्षण कर उन्हें दवा वितरण का कार्य कर रहा है। इस सर्वेक्षण कार्य में क्राइसिस मैनेजमेंट समिति के सदस्य और उनके सहयोगी भी दल के साथ जाएँ, यह अपेक्षा है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक लोगों का टेस्ट कराया जाए ताकि जो भी संक्रमित सामने आए उनका उपचार सुनिश्चित किया जा सके।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सदस्यों से कहा कि वे ग्रामीणों को जागरूक करें कि वे कोरोना से डरें नहीं बल्कि सावधानी बरतें। किसी को भी सर्दी, खांसी या बुखार है तो छुपाएँ नहीं बल्कि बताएँ, ताकि उसका उपचार समय रहते किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि यह समय संयम का है। बिना काम के कोई भी व्यक्ति घर से न निकले। कोविड गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे कोई आयोजन न किए जाएँ, जिसमें भीडभाड़ हो। शादी-विवाह, धार्मिक आयोजन एवं अन्य आयोजन अभी बिल्कुल न किए जाएँ। वर्तमान समय अपने आपको बचाने का है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमने गरीबों को पाँच माह का राशन नि:शुल्क उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। तीन माह का प्रदेश सरकार द्वारा तथा दो माह का केन्द्र सरकार द्वारा प्रदाय किया जा रहा है। यह राशन सभी जरूरतमंदों तक पहुँचे, इसकी मॉनीटरिंग भी की जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना काल में कई बच्चों ने अपने माँ-बाप खो दिए हैं ऐसे बच्चों के लिये भी हमने निर्णय लिया है कि पाँच हजार रूपए प्रतिमाह पेंशन, नि:शुल्क खाद्यान्न तथा शिक्षा की व्यवस्था भी सरकार करेगी। उन्होंने क्राइसिस मैनेजमेंट समिति के सदसयों तथा जिला कलेक्टरों से कहा कि अगर उनके जिले में ऐसे कोई बच्चे हैं, तो उनकी सूची तैयार की जाए, जिससे उन्हें सरकार की तरफ से मदद दी जा सके।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सदस्यों से अपेक्षा की है कि अपने-अपने स्तर पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये जनता को साथ लेकर सकारात्मक माहौल बनाने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि कोविड की चेन को तोड़ने के लिये जो कोरोना जनता कर्फ्यू लगाया गया है, उसका सख्ती से पालन भी शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में हो यह भी सुनिश्चित किया जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सभी के प्रयासों से कोरोना हारेगा और ग्वालियर-चंबल संभाग जीतेगा। कोरोना संक्रमण समाप्त होगा और हम फिर सामान्य जीवन जीयेंगे। संकट की इस घड़ी में हम सबको एकजुटता के साथ कोरोना को समाप्त करना होगा।

क्राइसिस मैनेजमेंट समिति की वर्चुअल बैठक में केन्द्रीय कृषि, पंचायत एवं एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, राज्यसभा सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, क्षेत्रीय सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर सहित क्राइसिस मैनेजमेंट समिति के सदस्य और अधिकारी उपस्थित थे।

अशोकनगर को जल्द पहुँचाए जाएंगे ऑक्सीजन के सिलेंडर: मुख्यमंत्री श्री चौहान

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान राज्य मंत्री ने बतायीं जिले की जरूरतें

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम और प्रभावितों के उपचार के लिए जो भी जरूरत होगी उसे पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा के दौरान राज्य मंत्री श्री बृजेंद्र सिंह यादव द्वारा अशोकनगर जिले के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग किए जाने पर यह बात कही। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सांसद डॉ. के. पी. यादव, विधायक श्री जजपाल सिंह जज्जी, कलेक्टर श्री अभय वर्मा, एसपी श्री भदौरिया आदि शामिल हुए।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान राज्य मंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं कोविड-19 के अशोकनगर जिला प्रभारी मंत्री श्री यादव ने जिले के लिए 100 ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग की। श्री यादव ने कहा कि गरीबों को शासकीय उचित मूल्य दुकान से जो राशन मिलना चाहिए उसमें हितग्राहियों को कठिनाइयां हो रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अशोकनगर के लिए बहुत जल्दी ऑक्सीजन सिलेंडर भेजने का आश्वासन देते हुए कलेक्टर को निर्देश दिए कि राशन वितरण का कार्य राज्यमंत्री की मंशा अनुरूप सुनिश्चित करवाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राशन वितरण में गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई भी सुनिश्चित करें। 

भोपाल में 24 मई तक बढ़ाया गया कोरोना कर्फ्यू

भोपाल जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए और आम नागरिकों को कोरोना संक्रमण से बचाव एवं जन-सामान्य के स्वास्थ्य हित में 24 मई, 2021 को प्रात: 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू की अवधि बढ़ा दी गई है।

कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट भोपाल श्री अविनाश लवानिया ने दण्ड प्रक्रिया संहिता-1973 की धारा 144 में प्रदत्त शक्तियों को प्रयोग में लाते हुए उक्त आदेश जारी किया। पूर्व में जारी आदेश मे भोपाल नगर निगम क्षेत्र और बैरसिया नगर पालिका क्षेत्र में 17 मई प्रात: 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लागू किया था। इसकी अवधि 24 मई 2021 को प्रात: 6 बजे तक बढ़ाई गई है।

आम-जन मानस का संबल बने जन-अभियान परिषद - मंत्री सुश्री ठाकुर

कोरोना संकटकाल की विपरीत परिस्थितियों में जन-अभियान परिषद आमजन मानस का संबल बने, इस भावना को रखकर समाज की सेवा करें। यह बात संस्कृति, पर्यटन और आध्यात्म एवं 'मैं कोरोना वॉलेंटियर' अभियान की प्रभारी मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने मध्यप्रदेश जन-अभियान परिषद द्वारा कोरोना नियंत्रण और जन-जागरुकता अभियान की वर्चुअल समीक्षा बैठक के दौरान सभी जिला समन्वयकों से कही। मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि समाज के योग्य और सक्षम व्यक्तियों को प्रेरित करें और उन्हें 'मैं कोरोना वॉलेंटियर' अभियान में रजिस्टर करायें। इन विषम परिस्थितियों में जिस परिवार ने अपनों को खोया है, उनकी याद में 5-5 वृक्ष लगायें। कोरोना नियंत्रण और रोकथाम के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ सभी को पर्यावरण शुद्धिकरण के लिए भी प्रेरित करें। संक्रमण के रोकथाम और नियंत्रण के लिए आमजनों का सहयोग लें, उन्हे जोड़े और समाज में जागरूकता फैलायें।

मध्यप्रदेश जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय ने कहा कि सभी जिला समन्वयक अपने-अपने जिलों के सभी रजिस्टर्ड वॉलेंटियर से संपर्क करे। उन्हे आईडी कार्ड और वॉलेंटियर किट प्रदाय करें। इसके साथ ही उन्हें आमजनों से बात करने, सही और तथ्यात्मक जानकारी देने आदि की ट्रेनिग दें और उनके कार्य की प्रगति की समय-समय पर समीक्षा करें। कोविड-19 के लक्षणों की जाँच करने के लिए ग्राम में जाने वाली सर्वे टीम का सहयोग करें। 

कार्यपालक निदेशक डॉ. धीरेंद्र कुमार पांडे ने बताया कि 'मैं कोरोना वॉलेंटियर' अभियान के अंतर्गत प्रदेश में एक लाख 15 हज़ार वॉलेंटियर रजिस्टर हुए हैं। जन-अभियान परिषद के स्वयं-सेवकों वाली श्रेणियों में करीब 47 हज़ार वॉलेंटियर रजिस्टर हुए हैं। ये वॉलेंटियर जिलों में चिकित्सा सुविधा स्वयं-सेवक, मास्क का जागरूकता अभियान, मोहल्ला टोली स्वयं-सेवक संगठन और दान सेवी श्रेणी में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं।

ऑनलाइन समीक्षा बैठक में जन-अभियान परिषद के महानिदेशक श्री बी.आर. नायडू, टास्क मैनेजर श्री दरियाब सिंह रघुवंशी और सभी जिलों के जिला समन्यवक जुड़े रहे।

जल-संसाधन मंत्री श्री सिलावट ने ग्रामीण क्षेत्रों के कोविड केयर सेंटर का किया निरीक्षण

जल-संसाधन मंत्री और इंदौर जिले के प्रभारी श्री तुलसीराम सिलावट ने सांवेर विधानसभा क्षेत्र का भ्रमण करने के साथ कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। श्री सिलावट ने उपचाररत मरीज़ों से मिले और उनका हौसला बढ़ाकर उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। मंत्री श्री सिलावट ने कोविड केयर सेंटर में मरीजों की समर्पण भाव से सेवा कर रहे डॉक्टर और नर्सों के कार्यों की सराहना की और उनका आभार माना।

मंत्री श्री सिलावट ने ग्राम बड़ोदिया में ग्राम स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक ली। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुरूप समिति गठित की गई है, जो कोरोना को नियंत्रित करने के लिये कारगर सिद्ध होगी।

मंत्री श्री सिलावट ने चंद्रावतीगंज के कोविड केयर सेंटर और उचित मूल्य राशन की दुकान का निरीक्षण कर कोरोना संक्रमण और उचित मूल्य राशन की दुकान से वितरित किये जा रहे खाद्यान्न की जानकारी भी ली। श्री सिलावट ने निर्देश दिये कि कोई भी पात्र परिवार राशन से वंचित नहीं रहे, जिनकी पात्रता पर्ची नहीं है, उन्हें तुरंत पात्रता पर्ची दी जाये।

नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन

एकात्म दिवस पर शंकर व्याख्यानमाला का विशेष आयोजन 17 मई को

लाइव प्रसारण यू-ट्यूब लिंक पर

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मार्गदर्शन में आचार्य शंकराचार्य जयंती के अवसर पर शंकर व्याख्यानमाला के विशेष प्रसंग का ऑनलाइन आयोजन किया जा रहा है। आचार्य शंकराचार्य जयंती को एकात्म दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर सोमवार 17 मई 2021 को प्रातः 9 बजे श्री कांची कामकोटि पीठ के 70वें पीठाधिपति जगद्गुरु पूज्य श्री शंकर विजयेन्द्र सरस्वती शंकराचार्य स्वामीजी 'आचार्य शंकर-सार्वभौम एकता के ब्रह्मनाद' विषय पर सारस्वत प्रबोधन देंगे। इसी दिन शाम 6 बजे दक्षिणाम्नाय श्री शारदा पीठ, श्रृंगेरी के जगद्गुरु शंकराचार्य श्री श्री विधुशेखर भारती 'सन्निधानम् सीश्रीयंत्र एवं अद्वैत वेदान्त'' विषय पर सारस्वत प्रबोधन देंगे। डॉ. संजय द्विवेदी, ध्रुव बैंड द्वारा आचार्य शंकर विरचित स्तोत्रों का गायन भी किया जाएगा।

प्रमुख सचिव संस्कृति और न्यासी सचिव श्री शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि संस्कृति विभाग के आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास द्वारा जन अभियान परिषद, आदि शंकरा ब्रह्म विद्यापीठ सोमश्रम उत्तरकाशी, अर्श विद्या मंदिर राजकोट, हिंदू धर्म आचार्य सभा के सहयोग से शंकर व्याख्यानमाला का विशेष ऑनलाइन आयोजन किया जा रहा है। प्रबोधन का लाइव प्रसारण आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास के यू-ट्यूब लिंक https://youtube.com/c/AcharyaShankarSanskritikEktaNyasपर किया जाएगा।

जगदगुरु पूज्य श्री शंकर विजयेन्द्र सरस्वती शंकरचार्य स्वामीजी श्री कांची कामकोटि पीठ के 70वें पीठाधिपति है। स्वामीजी ने वर्ष 1983 में मात्र 13 वर्ष की आयु में पूज्य जयेन्द्र सरस्वती शंकरचार्य स्वामीजी से संन्यास दीक्षा ग्रहण की थी। कांची परमाचार्य (68वें आचार्य) व पूज्य श्री जयेन्द्र सरस्वती स्वामीजी (69वें आचार्य) के सानिध्य में रहने के कारण आपको प्रेम से बाल स्वामीजी के नाम से भी जाना जाता है। स्वामीजी ने दोनों आचार्यों के साथ पदयात्राएँ की हैं और श्री जयेन्द्र सरस्वती स्वामीजी के साथ भारत और नेपाल की व्यापक यात्राएँ भी की हैं।

स्वामीजी के मार्गदर्शन में अनेक चिकित्सालय, वेद पाठशालाएँ, विद्यालय, महाविद्यालय, गौ-शालाएँ और वृद्धाश्रम संचालित किए जा रहे हैं। संस्कृति प्रशिक्षण शिविर जैसी अनेक गतिविधियाँ प्रारम्भ करने के साथ ही आप अनेक सभाओं का आयोजन करते हैं, यथा वेद धर्म शास्त्र परिपालन सभा, अद्वैत सभा, वेद भाष्य सभा, गुरुवर शास्त्र सभा, वार्षिक पंचाङ्ग सभा, अग्निहोत्र सभा इत्यादि। आपने पूर्वोत्तर में वेद, विद्या व वैद्य प्रकल्प प्रारम्भ किया। स्वामीजी ने विद्या में नवाचार के लिए एकीकृत शिक्षा की संकल्पना की है। स्वामीजी आचार्य शंकर द्वारा परिकल्पित वैश्विक एकता, मंत्री एवं सद्भावना के विस्तार के लिए वृहत् कार्य कर रहे हैं।

डॉ. मिश्रा ने दतिया जेल का किया निरीक्षण

गृह एवं जेल मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने  रविवार को दतिया जेल का निरीक्षण किया। उन्होंने  कोरोना काल में जेल में बंदियों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के लिए किए गए प्रबंधों की पड़ताल की। डॉ. मिश्रा ने बंदियों से चर्चा भी की।

डॉ. मिश्रा ने बंदियों से चर्चा के दौरान उनकी समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुना। उन्होंने जेल प्रशासन की ओर से मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी भी ली। डॉ. मिश्रा ने जेल प्रशासन को निर्देश दिए कि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए बंदी मास्क का उपयोग करें और कोविड गाइड-लाइन का पूर्णतः पालन करें। निरीक्षण के दौरान दतिया जिला जेल अधीक्षक श्री भास्कर पाण्डे, जेलर सुश्री ममता नार्वे और जेल चिकित्सक डॉ. बृजेन्द्र सिंह उपस्थित रहे।

नागरिकों को मिलेगी आधुनिक एवं बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ : डॉ. मिश्रा

साढ़े चार करोड़ रुपए की लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण और ऑक्सीजन वार्ड का शुभारंभ

बड़ौनी के नागरिकों को अब बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ प्राप्त करने के लिए कहीं और नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें उपचार संबंधी उत्तम सुविधाएँ यहीं प्राप्त होंगी। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दतिया के बड़ौनी में चार करोड़ 46 लाख की लागत से नव-निर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन के लोकार्पण और 10 बिस्तरीय ऑक्सीजन वार्ड के शुभारंभ अवसर पर यह बात कही।

डॉ. मिश्रा ने बड़ौनी के नव-निर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का अवलोकन किया। उन्होंने चिकित्सकों को निर्देश दिए कि नागरिकों को अब आधुनिक एवं बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें, ताकि उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान न होना पड़े। डॉ. मिश्रा ने अस्पताल में 10 बिस्तरीय ऑक्सीजन वार्ड के साथ ही दो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनों का भी शुभारंभ किया। इन मशीनों का उपयोग कोरोना के मरीजों के उपचार में किया जा सकेगा।

डॉ. मिश्रा ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए मास्क का उपयोग अवश्यक करें। हाथों को सेनेटाईज करें और कोविड गाइड-लाइन का पूर्ण रूप से पालन करें। आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलें। उन्होंने लोगों से कोरोना से बचाव के लिये वैक्सीन लगवाने का भी आग्रह किया।

इस मौके पर पूर्व विधायक डॉ. आशाराम अहिरवार, श्रीमती सवित्री सूत्रकार, श्री पुष्पेन्द्र रावत सहित अन्य जन-प्रतिनिधि व चिकित्सक उपस्थित थे।

अभी तक 2 लाख 62 हजार 912 कोरोना मरीजों तक पहुँची मेडिकल किट

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार होम आइसोलेट कोरोना मरीजों को मेडिकल किटों का वितरण लगातार जारी है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि अभी तक 52 जिलों में 2 लाख  62  हजार 912 मेडिकल किट वितरित की जा चुकी हैं।

मंत्री श्री सिंह  ने बताया  है कि  18 अप्रैल से 15 मई के मध्य नगरीय क्षेत्रों में फ़ीवर क्लीनिक एवं होम डिलीवरी के माध्यम से 2 लाख  62 हजार  912 मेडिकल किट कोविड मरीज़ों को उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने  जानकारी दी है कि  18 अप्रैल को 12 हजार 583, 19 अप्रैल को 16 हजार 914, 20 अप्रैल को 11 हजार 465, 21 अप्रैल को 10 हजार 327, 22 अप्रैल को 11 हजार 76,  23 अप्रैल को 11 हजार 17,  24 अप्रैल को 10 हजार 658, 25 अप्रैल को 9 हजार 497, 26 अप्रैल को 9 हजार 360, 27 अप्रैल को 9 हजार 705, 28 अप्रैल को 11 हजार 141, 29 अप्रैल को 9 हजार 347, 30 अप्रैल को 8 हजार 958, एक मई को 10 हजार 253, 2 मई को 9 हजार 112, 3 मई को 8 हजार 439, 4 मई को  9 हजार 301, 5 मई को 8 हजार 455, 6 मई को 8 हजार 866, 7 मई को 7 हजार 983, 8 मई को 7 हजार 746, 9 मई को 7 हजार 450, 10 मई को 7 हजार 248, 11 मई को 7 हजार 387, 12 मई को 7 हजार 931 ,13 मई को 7 हजार 388 ,14 मई को 6 हजार 618 और 15 मई को 6 हजार 687 कोविड मरीजों को मेडिकल किट वितरित की गई हैं। 

संकट का समय गुजर जाएगा, सरकार आपके साथ है:  डॉ. मिश्रा 

700 से अधिक परिवारों को नि:शुल्क खाद्य सामग्री की वितरित 

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दतिया के ग्राम निचरौली, दतिया शहर के सेवढ़ा चुँगी नाका, नवीन फिल्टर प्लांट पर 700 से अधिक गरीब एवं जरूरतमंद परिवारों को खाद्य सामग्री वितरित की। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि संकट का यह कठिन समय बहुत जल्द ही गुजर जाएगा। जनता को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। सरकार हर समय जनता के साथ खड़ी है।

डॉ. मिश्रा ने नि:शुल्क खाद्य सामग्री वितरण कार्यक्रम के तहत् सेवढ़ा चुँगी पर 200 लोगों को और नवीन फिल्टर प्लांट पर 500 लोगों के अतिरिक्त ग्राम निचरौली में खाद्य सामग्री प्रदाय की। खाद्य सामग्री में गेहूँ, चावल, दाल, शक्कर, चाय, सब्जी-मसाले के साथ ही मास्क, सेनिटाइजर और अन्य दैनिक जरूरत की वस्तुएँ भी प्रदाय की गई। इस अवसर पर श्री अमित महाजन, श्री दीपक सचदेवा, श्री शैलेन्द्र यादव, श्री अरूण तिवारी आदि उपस्थित थे।