दिनांक 16 जून, 2021


अंक 815

मुख्यमंत्री श्री चौहान की केन्द्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल से मुलाकात

केन्द्र सरकार से चमकविहीन गेहूँ के उठाव की मांग की

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दिल्ली में केन्द्रीय रेल, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री पीयूष गोयल से मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुलाकात के दौरान प्रदेश में इस वर्ष कोरोना की दूसरी लहर की कठिन परिस्थिति में किसानों के चमकविहीन गेहूँ का उठाव करवाए जाने की मांग की। उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी प्रदेश में 128.16 लाख मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन हुआ है और इसका पूरा श्रेय किसानों को जाता है। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुई असमय वर्षा के कारण प्रदेश के 26 जिलों में गेहूँ की चमकविहीनता की स्थिति उत्पन्न हुई है, लेकिन उसकी पौष्टिकता और गुणवत्ता बरकरार है। श्री चौहान ने बताया कि केन्द्र सरकार ने 10 प्रतिशत तक चमकविहीन गेहूँ का उपार्जन करने की अनुमति प्रदान की है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आग्रह किया कि राज्य में असमय वर्षा के कारण चमकविहीनता का प्रतिशत 10 से लेकर 80 प्रतिशत तक हो गया, जिसका उपार्जन किसानों के हित में किया गया है। उन्होंने आग्रह किया कि केन्द्र सरकार भारतीय खाद्य निगम द्वारा 80 लाख मीट्रिक टन गेहूँ का उठाव शीघ्रातिशीघ्र कराये, जिससे भण्डारण की समस्या उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में गेहूँ की खपत सीमित होने के कारण उपार्जित चमकविहीन गेहूँ के निस्तारण में अत्यधिक समय लगने की संभावना है। अतः विगत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी उपार्जित चमकविहीन गेहूँ का भारतीय खाद्य निगम में परिदान लिये जाने की अनुमति शीघ्र प्रदान करें। 

केन्द्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को ध्यान से सुना और इस संबंध में उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्र में लम्बित प्रदेश की विभिन्न रेल परियोजनाओं पर भी चर्चा की और उन पर शीघ्र निर्णय लेने का अनुरोध किया। केन्द्रीय रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल ने लम्बित परियोजनाओं पर शीघ्र निर्णय लेने का आश्वासन दिया। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान की केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री सदानन्द गौड़ा से मुलाकात

डी.ए.पी. और यूरिया राज्य को शीघ्र जारी करने की मांग

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नई दिल्ली प्रवास के दौरान केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री डी.वी. सदानन्द गौड़ा से मुलाकात कर राज्य में डी.ए.पी. की समस्या से अवगत कराया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में बुआई प्रारम्भ होने से डी..ए.पी. की मांग अत्याधिक बढ़ गई है और डी.ए.पी. की कम उपलब्धता के कारण प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर असर पड़ने की संभावना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आग्रह किया कि 3.46 लाख मीट्रिक टन डी.ए.पी. तथा 3.84 लाख मीट्रिक टन यूरिया का संशोधित आवंटन शीघ्र जारी किया जाय। साथ ही 25 जून तक डी.ए.पी. अनिवार्यतः राज्य को प्रदाय करवाये, जिससे किसानों को समय पर उर्वरक उपलब्ध करवाया जा सके। 

बल्क ड्रग पार्क और मेडिकल डिवाइसेस पार्क की शीघ्र अनुमति दी जाय

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्री को बताया कि  बल्क ड्रग क्षेत्र में आत्म-निर्भरता प्राप्त करने के उद्देश्य से 1276 करोड़ रुपये की लागत का बल्क ड्रग पार्क तथा 193 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल डिवाइसेस पार्क की स्थापना के प्रदेश के प्रस्ताव केन्द्र में लम्बित हैं। इन पार्क की अधोसंरचना का विकास किया जा चुका है। प्रस्तावित उद्योगों के लिए बिजली, पानी एवं जमीन की व्यवस्था की जा चुकी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अनुरोध किया कि इसकी शीघ्र अनुमति दी जाये, जिससे निर्माण कार्य शुरू किया जा सके।

केन्द्रीय मंत्री श्री सदानन्द गौड़ा ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार को डी.ए.पी. और यूरिया की कमी नहीं होने दी जायेगी। इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही मंत्रालय द्वारा की जायेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर से मुलाकात

मूंग उपार्जन का लक्ष्य 5 लाख मीट्रिक टन बढ़ाये जाने की मांग की

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नई दिल्ली प्रवास के दौरान केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर से मुलाकात कर किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए निर्धारित प्रावधान के अनुसार खरीदी करने के लिए प्रदेश के प्रस्ताव के अनुसार संशोधित लक्ष्य जारी करने का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा वर्ष 2021-22 विपणन के लिए प्रदेश के लिए मूंग का 34 हजार 20 मीट्रिक टन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और मूल्य स्थिरीकरण कोष से मूंग फसल का एक लाख मीट्रिक टन लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इस प्रकार प्रदेश को कुल 1.34 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में ग्रीष्मकालीन मूंग का 6.56 लाख मीट्रिक टन और उड़द का 0.49 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आग्रह किया कि खाद्य सुरक्षा के लिए दलहन के क्षेत्र में वृद्धि तथा कृषकों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए यह आवश्यक है कि मूंग उपार्जन का लक्ष्य 5 लाख मीट्रिक टन बढ़ाया जाय। योजना के प्रावधानों के अनुसार खरीदी नहीं होने से किसानों में असंतोष व्याप्त होगा।

ज्ञात हो कि प्रदेश में ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द का 2.41 लाख किसानों द्वारा 6.84 लाख हेक्टेयर का पंजीयन किया जा चुका है।

केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को आश्वासन दिया कि वे इस संबंध में शीघ्र कार्यवाही करेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दिल्ली में मध्यांचल भवन में मौलश्री का पौधा लगाया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह दिल्ली में मध्यांचल भवन में मौलश्री का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रतिदिन एक पौधा लगाने के अपने संकल्प के क्रम में दिल्ली प्रवास के दौरान पौध-रोपण किया। इस अवसर पर आवासीय आयुक्त, अपर आवासीय आयुक्त और मध्यप्रदेश शासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

मौलश्री के आयुर्वेदिक गुणों का उल्लेख आयुर्वेदिक साहित्य जैसे चरक संहिता, सुश्रुत संहिता, धनवन्तरी निघण्टु, भावप्रकाशनिघण्टु आदि में मिलता है। इसका उपयोग दंत रोग, कब्ज की समस्या, पेट के अल्सर, खाँसी-जुखाम और सरदर्द जैसी बीमारियों को दूर करने में होता है। इसका उपयोग वास्तुदोष और मंगल दोष निवारण के लिये भी किया जाता है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्मदा जयंती के अवसर पर 19 फरवरी, 2021 को अमरकंटक में कार्यक्रम के दौरान प्रतिदिन एक पौधा लगाने का संकल्प लिया था। पूर्व में भी प्रदेश के बाहर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गुजरात के भरूच और पश्चिम बंगाल के जगतवल्लभपुर में भी पौधा-रोपण किया था।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की

राज्य सरकार द्वारा कोविड से निपटने के लिए किये गये प्रयासों पर विस्तार से चर्चा हुई

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से उनके निवास पर मुलाकात की। लगभग एक घंटे चली मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को मध्यप्रदेश में कोरोना की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया। साथ ही प्रदेश में कोरोना नियंत्रण को लेकर राज्य सरकार द्वारा अब तक किये गये प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री को संभावित कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही तैयारियों का ब्यौरा भी दिया। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में किये जा रहे कोरोना टीकाकरण की प्रगति के बारे में प्रधानमंत्री को विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि राज्य में अब कोरोना के पॉजिटिव मामले केवल 160 रह गये हैं और पॉजिटिविटी रेट 0.2 प्रतिशत रह गयी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि कोविड टीकाकरण का काम केन्द्र सरकार ने अपने हाथों में लेकर एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसके दूरगामी परिणाम होंगे। इसके पहले हर राज्य सरकार वैक्सीन क्रय करने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रही थी, जिससे उनको अनुकूल परिणाम नहीं प्राप्त हुए और वैक्सीन क्रय करने का काम ढीला पड़ गया। अब प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केन्द्र सरकार सभी राज्यों के लिए बिना किसी भेदभाव के वैक्सीन बाजार से क्रय कर सभी राज्यों को वितरित करेगी और लोगों को वैक्सीनेट किया जायेगा। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि आगामी 21 जून से वैक्सीनेशन के लिए पूरे प्रदेश में जन-जागरण अभियान चलाया जायेगा। इसमें राज्य मंत्री-मण्डल के सदस्य, विधायक एवं सांसद मिलकर जनता को टीकाकरण के लिए प्रेरित करेंगे। साथ ही यह भी बताया जायेगा कि वैक्सीनेशन ही कोविड से बचने का एकमात्र सुरक्षा कवच है। इस अभियान के अंतर्गत 18 से 44 आयु वर्ग का टीकाकरण केन्द्र सरकार ने अपने हाथों में लिया है, जिसके लिए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की प्रतिदिन 5 लाख लोगों का टीकाकरण करने की क्षमता है और दिसम्बर माह के अन्त तक पूरे प्रदेश की लगभग 70 प्रतिशत आबादी का वैक्सीनेशन कर लिया जायेगा। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री से किसानों के मुद्दे पर भी विस्तार से चर्चा की। मुख्यतः डी.ए.पी. और मूंग की खरीदी पर किसानों को उचित दाम मिलने की बात की। उन्होंने कहा कि मूंग उत्पादन का वाजिब दाम किसानों के लिए संजीवनी साबित होगा।  मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्यों की गिरती आर्थिक स्थिति पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना कर्फ्यू के कारण राज्य की आय में काफी गिरावट आई है। उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि पिछले साल जी.डी.पी. का साढ़े 5 प्रतिशत राज्यों को बाजार से ऋण लेने की छूट थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आग्रह किया कि इसी छूट को चालू वर्ष में रखा जाये। ज्ञात हो कि केन्द्र सरकार ने छूट को साढ़े 5 से घटाकर साढ़े 4 प्रतिशत कर दिया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री से चर्चा के बाद सभी को दीवाली (नवम्बर) तक निःशुल्क राशन प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में दिया जायेगा। 

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मुख्यमंत्री श्री  शिवराज सिंह चौहान द्वारा उठाये गये विषयों को ध्यानपूर्वक सुना और राज्य सरकार द्वारा कोविड से निपटने और मुख्यमंत्री द्वारा उठाये गये अन्य मुद्दों पर केन्द्र सरकार से हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।

कोरोना संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण के लिये जन-सहभागिता और जागरूकता जरूरी - गृह मंत्री डॉ. मिश्रा

जन-जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार के लिये गठित मंत्री-समूह की बैठक आयोजित

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण के लिये जन-जागरूकता के साथ जन-सहभागिता भी जरूरी है। डॉ. मिश्रा मंत्रालय में कोविड संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिये जन-जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार संबंधी मंत्री-समूह की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में प्रभावी रणनीति बनाने के लिये मंत्री-मण्डल के सदस्यों ने विस्तार से विचार-विमर्श किया। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग मौजूद थे। संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर और स्कूल शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार चर्चा में ऑनलाइन शामिल हुए।

बैठक में कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के साथ ही अधिक से अधिक टीककरण के लिये आमजन को सहभागी बनाने और जागरूक करने के लिये प्रचार-प्रसार संबंधी उपायों पर विस्तृत चर्चा हुई। प्रमुख सचिव, जनसम्पर्क श्री शिव शेखर शुक्ला ने प्रचार-प्रसार संबंधी कार्य-योजना और किये जा रहे प्रचार कार्यों को पावर पाइंट प्रेजेंटेशन (पीपीटी) के माध्यम से प्रस्तुत किया। डॉ. मिश्रा ने बैठक में प्राप्त मंत्रियों के सुझावों को सम्मिलित कर पीपीटी तैयार करने के निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि अगला प्रेजेंटेशन सोमवार को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के समक्ष किया जाना संभावित है।

बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एवं विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी (गृह) श्री अशोक अवस्थी, आयुक्त जनसम्पर्क डॉ. सुदाम खाड़े और अपर सचिव जनसम्पर्क डॉ. एच.एल. चौधरी मौजूद थे।

वन विहार राष्ट्रीय उद्यान पर्यटकों के लिये गुरुवार से पुन: प्रारंभ

वन विहार राष्ट्रीय उद्यान जू भोपाल में पर्यटन गतिविधियाँ 17 जून से 2021 से पुन: शुरू हो जायेंगी। प्रात: 6 से शाम 7 बजे तक पर्यटक वन विहार में आ-जा सकेंगे। शुक्रवार और रविवार को उद्यान बंद रहेगा।

संचालक श्री अजय कुमार यादव ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते वन विहार राष्ट्रीय उद्यान बंद रखा गया था। उन्होंने पर्यटकों से मास्क लगाने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिये कहा है।

मेडिकल, पैरामेडिकल और नर्सिंग सत्र जुलाई से होगा शुरू

प्रवेशित छात्र-छात्राओं को दिया जायेगा कोविड प्रोटोकॉल का प्रशिक्षण
मंत्री श्री सारंग ने सभी प्रवेशित विद्यार्थियों का वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने के दिये निर्देश

चिकित्सा शिक्षा, भोपाल गैस त्रासदी, राहत एवं पुनर्वास मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने मेडिकल, पैरामेडिकल और नर्सिंग कक्षाएँ जुलाई से शुरू करने के निर्देश दिये हैं। श्री सारंग ने कहा कि विद्यार्थियों का प्रवेश के समय अनिवार्य रूप से टीकाकरण सुनिश्चित करें। श्री सारंग ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मद्देनज़र तीनों ही विधाओं में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को पहले हफ्ते कोरोना प्रोटोकॉल का प्रशिक्षण देने के निर्देश भी दिये। श्री सारंग ने यह निर्देश आज मंत्रालय में चिकित्सा शिक्षा और भोपाल गैस त्रासदी, राहत एवं पुनर्वास विभागों की गतिविधियों की समीक्षा करते हुए दिए।

मंत्री श्री सारंग ने मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय को सभी परीक्षाएँ और परीक्षा परिणाम समय-सीमा में घोषित करने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के कारण लंबित बेकलॉग का जल्द से जल्द निपटारा करें। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक गतिविधियों में अकारण विलंब को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। प्रदेश के 36 मेडिकल और डेंटल निजी एवं शासकीय कॉलेजों में विद्यार्थियों की संख्या 16 हजार 500, नर्सिंग के 1,420 कॉलेज में 59 हजार 900 और पैरामेडिकल के 172 कॉलेज में 12 हजार 600 है। अभी ऑनलाइन संचालित की जा रही कक्षाएँ जुलाई से ऑफलाइन हो जायेंगी। कोरोना महामारी के कारण मानसिक रूप से प्रभावित छात्र-छात्राओं को मनो-चिकित्सक की सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई जायेंगी।

बैठक में यूनियन कार्बाइड के रासायनिक कचरे के विनिष्टिकरण, गैस पीड़ित विधवा पेंशन योजना, भोपाल गैस मेमोरियल निर्माण, आयुष्मान योजना, नई डिस्पेंसरी खोलने, गैस प्रभावितों के आर्थिक पुनर्वास और चिकित्सा सुविधाओं पर चर्चा की गई।

आयुक्त चिकित्सा शिक्षा श्री निशांत बरवडे़, संचालक श्रीमती उल्का श्रीवास्तव, संचालक भोपाल गैस त्रासदी श्री बसंत कुर्रे और दोनों विभागों के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में मौजूद थे।

जल-संसाधन मंत्री श्री सिलावट ने वैक्सीनेशन वैन का शुभारंभ किया

इंदौर औद्योगिक क्षेत्रों में भ्रमण कर कामगारों का टीकाकरण करेगी

एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से कोरोना टीकाकरण कार्य में सहयोग और 100 प्रतिशत टीकाकरण के लिए वैक्सिनेशन वैन चलाई जा रही है। चलित वैक्सीनेशन वैन को आज एआईएमपी कार्यालय, उद्योग भवन, पोलोग्राउंड पर जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम  सिलावट द्वारा शुभारंभ कर रवाना किया गया। 

मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि एआईएमपी, वैक्सीनेशन अभियान को सफल बनाने में सहयोग कर रही है, यह सराहनीय प्रयास है। उनके प्रयासों से इंदौर जिले में शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए मदद मिलेगी। इस मौके पर एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश के अध्यक्ष श्री प्रमोद डफरिया और मानद सचिव श्री सुनील व्यास भी मौजूद थे।

एसोसिएशन द्वारा उद्योगों में कार्यरत श्रमिकों, कर्मचारियों और उनके परिवारजनों में वैक्सीनेशन की शत-प्रतिशत पूर्णता के लिए एक चलित वैक्सीनेशन वैन तैयार कराई है। यह वैन निर्धारित दिन और समय पर सावेर रोड औद्योगिक क्षेत्रों के सभी सेक्टरों, बरदरी, भौरासला, कुमेडी व अन्य क्षेत्रों में भ्रमण कर श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों का वैक्सीनेशन  करेगी। 

नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन

उप महाप्रबंधक श्री जी.एल.सिंह तत्काल प्रभाव से निलंबित

शराब के नशे में लापरवाही पूर्वक वाहन चलाने पर वाहन चालक की सेवाएँ समाप्त

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के उप महाप्रबंधक (एसटीसी) संभाग विदिशा श्री जी.एल.सिंह के प्रायवेट वाहन के ड्रायवर द्वारा शराब के नशे में लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए दो व्यक्तियों पर वाहन चढ़ाये जाने के कारण कंपनी द्वारा श्री जी.एल.सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। अनुबंधित किराये के वाहन के ड्राइवर की सेवाएँ समाप्त कर दी गई हैं।

गौरतलब है कि वाहन दुर्घटना के वक़्त श्री सिंह वाहन में मौजूद थे। उक्त वाहन दुर्घटना में घायल दोनों व्यक्तियों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। घटना संज्ञान में आते ही प्रथम दृष्टया उप महाप्रबंधक एसटीसी द्वारा बिना अनुमति के मुख्यालय छोड़ने के आरोप में अनुशासनात्मक कार्यवाही एवं वाहन चालक को लापरवाही पूर्वक शराब के नशे में वाहन चलाने का दोषी मानते हुए कंपनी द्वारा तत्काल कार्यवाही की गई है। कंपनी ने उक्त वाहन दुघर्टना में कथित मृत हुए व्यक्तियों के परिवार के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए दुख जताया है।

महगवाँ परियट बनी सौ-फीसदी टीकाकरण वाली ग्राम पंचायत

पनागर विकासखंड की ग्राम पंचायत महगवाँ परियट ##### शत-प्रतिशत कोरोना टीकाकरण वाली जबलपुर जिले की पहली ग्राम पंचायत बन गई है। यहाँ मतदाता सूची में दर्ज 1002 व्यक्तियों में से 956 व्यक्तियों को विशेष अभियान चलाकर कोरोना का टीका लगाया गया। शेष 46 व्यक्तियों में कोरोना से तत्काल ठीक हुए लोग, गर्भवती महिलायें, मृत व्यक्ति और बाहर निवासरत वैक्सीनेटेड व्यक्ति शामिल हैं।

ग्राम पंचायत महगवाँ में टीकाकरण को लेकर ग्रामीणों में भारी उत्साह देखा गया। जिला प्रशासन द्वारा जन-सहभागिता से सभी पात्र ग्रामीणों को कोरोना का टीका लगाने के लिए दो-तीन दिन पहले से ही कार्ययोजना तैयार कर ली गई थी। जिसे राजस्व, स्वास्थ्य, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग सहित ग्राम आपदा प्रबंधन समिति के सदस्यों की सक्रिय सहभागिता से मूर्तरूप दिया जा सका। यहाँ मतदाता सूची के आधार पर वैक्सीन लगाने के लिए सभी पात्र व्यक्तियों को चिन्हित किया गया।

विधायक ने दिया 5 लाख का चेक

पनागर विधायक श्री सुशील तिवारी इंदु ने महगवाँ परियट को शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन कराने वाली जिले की पहली ग्राम पंचायत बनने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए ग्रामवासियों और वैक्सीनेशन के कार्य में लगी पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि महगवाँ परियट ग्राम पंचायत ने शत-प्रतिशत टीकाकरण कर कोरोना वैक्सीनेशन के प्रति जागरूकता का जो संदेश दिया है वो पूरे प्रदेश में फैलेगा और इससे प्रेरित होकर कई ग्राम पंचायतें आगे आयेंगी।

विधायक श्री तिवारी ने अपनी घोषणा के मुताबिक जिले की पहली शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन वाली ग्राम पंचायत बनने पर विधायक निधि से विकास कार्यों के लिए महगवां परियट ग्राम पंचायत को पांच लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि का चेक प्रदान किया।

छह टीमों ने किया टीकाकरण

महगवाँ परियट को सौ फीसदी वैक्सीनेट करने स्वास्थ्य विभाग की छह अलग-अलग टीमें बनाई गई थीं। टीकाकरण करने वाली एक टीम बीमार, बुजुर्ग और दिव्यांगों के घर-घर जाकर टीका लगा रही थी।

ग्रामीणों का रहा सराहनीय सहयोग

 #####  एसडीएम श्री अरजरिया ने शत-प्रतिशत टीकाकरण कार्य में ग्रामीणों के सहयोग की सराहना की। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों में टीकाकरण के प्रति सुबह से ही जर्बदस्त उत्साह देखने को मिला था। लोग खुद टीका लगवाने टीकाकरण केन्द्र आ रहे थे और बीमार, बुजुर्ग व दिव्यांगों की जानकारी भी दे रहे थे। ताकि उन्हें घर जाकर टीका लगाया जा सके।

102 वर्षीय तिज्जो बाई और 100 वर्षीय त्रिवेणी बाई ने लगवाया टीका

कोरोना के टीके के प्रति फैली तमाम भ्रांतियों को दर-किनार करते हुए 102 वर्षीय महिला तिज्जो बाई कोल और सौ वर्षीय त्रिवेणी बाई ने खुद रूचि लेकर टीका लगवाया। तिज्जो बाई और त्रिवेणी बाई ने स्वयं टीकाकरण कराकर मिसाल कायम की तथा भ्रम और अफवाह फैलाने वाले लोगों को मुंह तोड़ जवाब दिया है।

शतायु महिलाओं को मिले 5-5 हजार रुपये

विधायक श्री तिवारी ने टीकाकरण कराने वाली 102 वर्षीय तिज्जोबाई और सौ वर्षीय त्रिवेणी बाई को टीकाकरण के प्रति अभूतपूर्व उत्साह के लिए 5-5 हजार रुपये की पुरस्कार राशि का चेक प्रदान किया।

बुजुर्गों को मिला छाता

टीकाकरण कराने वाले सभी बुजुर्गों को विधायक श्री तिवारी ने अपनी ओर से प्रत्येक को उपहार स्वरूप छाता भेंट किया।

मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड की विद्या बालन स्टारर फिल्म शेरनी के साथ भागीदारी

मध्यप्रदेश टूरिज्म के विस्तृत मार्केटिंग कैंपेन की अभिनव पहल
'शेरनी' का वर्ल्ड प्रीमियर 18 जून को अमेज़न प्राइम वीडियो पर

मध्यप्रदेश टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड ने आगामी और बहुप्रतीक्षित फिल्म, अभिनेत्री विद्या बालन स्टारर 'शेरनी' के निर्माताओं- टी-सीरीज़ और अबूदंतिया इंटरटेनमेंट के साथ मार्केटिंग साझेदारी की है। प्रमुख सचिव, पर्यटन श्री शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि फिल्म 'शेरनी' को मध्यप्रदेश के वास्तविक और मनोहारी जंगलों, कान्हा नेशनल पार्क, रायसेन के भूत पलासी और बालाघाट के आसपास के क्षेत्रों में शूट किया गया है। फिल्म 'शेरनी' का वर्ल्ड प्रीमियर 18 जून को 240 से अधिक देशों में अमेज़न प्राइम वीडियो पर रिलीज होगा। प्रदेश की नैसर्गिक सुंदरता से पर्यटकों को रू-ब-रू कराने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड, 'शेरनी' फिल्म के निर्माताओं के साथ सिंबायोटिक मार्केटिंग और प्रमोशन कैंपेन में भागीदारी कर रहा है। सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया में हैशटैग #MPKiSherni के साथ फिल्म का प्रमोशन किया जा रहा है।

श्री शुक्ला ने बताया कि जब से हमने पहली बार 'शेरनी' की कहानी सुनी थी, तब से हम जानते थे कि यह मध्यप्रदेश के जंगलों की सुंदरता और विरासत को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का उपयुक्त वाहक होगा। वन संरक्षण और पर्यटकों को रोमांचक वन्यजीव पर्यटन का अनुभव कराने के लिए वन विभाग का भी पूरा सहयोग मिला है। श्री शुक्ला ने कहा कि यह खुशी की बात है कि फिल्म 'शेरनी' अब न केवल हमारे राज्य की सुंदरता को दुनिया के सामने लाएगी, बल्कि वेलनेस टूरिज्म, आदिवासी कला और संस्कृति, हस्तशिल्प और मध्यप्रदेश की विभिन्न अनूठी पहलों की ओर भी ध्यान आकर्षित करेगी। राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड प्रतिभाशाली अभिनेत्री विद्या बालन और फिल्मकार श्री अमित मसुरकर, टी-सीरीज़ और अबुदंतिया एंटरटेनमेंट जैसे के साथ साझेदारी करके उत्साहित है।

फिल्म निर्माण में सहयोग देने वाले सहायक वन संरक्षक श्री रजनीश के सिंह ने कहा कि यह साधारण बात नहीं हैं कि हमें 'शेरनी' जैसी कहानियों का हिस्सा बनने का मौका मिला है, जो पर्यावरण एवं विकास और मानव-पशु संघर्ष प्रबंधन के बीच संतुलन बनाए रखने जैसे मुद्दों पर चर्चा करती है और उसे समाज के सामने लाती हैं। हमें गर्व है कि हमारे विभाग द्वारा प्रतिदिन किया जाने वाला अद्भुत कार्य अब दुनिया देखने वाली है। हमें दुनिया को हमारे अद्भुत जंगलों और फिल्मकारों द्वारा पेश किए जाने वाले अनुभवों को देखने का इंतजार रहेगा।

फिल्म 'शेरनी' में मुख्य किरदार निभा रही अभिनेत्री श्रीमती विद्या बालन ने मध्यप्रदेश में शूटिंग के अनुभवों को सांझा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के जंगलों में वास्तविक और लाइव स्थानों पर फिल्म की शूटिंग करना मेरे लिए जीवन-भर का अनुभव रहा है। मध्यप्रदेश की नैसर्गिक सुंदरता और विरासत ने फिल्म की कहानी को एकदम सही पृष्ठभूमि प्रदान की है। उम्मीद है कि फिल्म को देखना दर्शकों के लिए एक अनूठा अनुभव होगा। उन्होंने बताया कि उन्हें मध्यप्रदेश में शूटिंग करने में उन्हें बहुत मजा आया और यहाँ के लोगों के मिलनसार व्यवहार ने इसे और भी खास बना दिया।

फिल्म 'शेरनी' मानव जाति और जानवरों के बीच संघर्ष के जटिल मुद्दों की खोज करती है। फिल्म में अभिनेत्री विद्या बालन एक मध्य स्तरीय वन अधिकारी की भूमिका निभा रही है, जो कई बाधाओं और सामाजिक दबावों के बावजूद भी अपनी टीम और स्थानीय सहयोगियों के साथ पर्यावरण में संतुलन बनाए रखने के लिए संघर्ष करती है। फिल्म एक संवेदनशील विषय से संबंधित है, जो न केवल मानव-पशु के बीच बल्कि मनुष्य के बीच भी सम्मान, आपसी समझ और सहअस्तित्व के विभिन्न पहलुओं को छूती हैं। 

कोविड, पोस्ट कोविड और उच्च रक्त शर्करा वाले व्यक्तियों के उपचार के लिये विशेष क्लीनिक 21 जून से

कोविड, पोस्ट कोविड और उच्च रक्त शर्करा वाले व्यक्तियों के उपचार के लिये शासकीय होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय और आयुष मंत्रालय की इकाई केन्द्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद् 21 जून से एक विशेष क्लीनिक शुरू करने जा रहा है। इस क्लीनिक के लिए पंजीकरण और स्लॉट बुकिंग 'पहले आओ पहले पाओ' के आधार की जाएगी। पंजीकरण के लिये मोबाइन नंबर 8770080920 पर सुबह 11 से 12 बजे तक संपर्क किया जा सकता है। क्लीनिक का संचालन 24 जून से किया जायेगा। अधिक जानकारी के लिए www.ghmcbhopalayush.net  वेबसाइट पर विजिट किया जा सकता है।

प्रधानाचार्य और मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. एस.के. मिश्रा ने बताया कि 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस' 21 जून के उपलक्ष्य में सुबह 8.15 से 9.15 बजे तक, महाविद्यालय के विद्यार्थियों, कर्मचारियों और योग दिवस में भाग लेने वाले प्रतिभागियों द्वारा स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाले चयनित श्लोकों के उच्चारण के साथ ऑनलाइन कॉमन योगा प्रोटोकॉल (CYP) का अभ्यास किया जायेगा। इसका प्रसारण फेसबुक पेज https://www.facebook.com/ccryn.ghmchbhopal  पर किया जाएगा। ऑनलाइन कॉमन योगा प्रोटोकॉल (CYP) का अभ्यास सत्र 14 से 19 मई तक सुबह 10 से 11 बजे तक आयोजित किया जा रहा है।

किसान अपना पंजीयन 20 जून तक करा सकते हैं - मंत्री श्री पटेल

ग्रीष्मकालीन मूंग के उपार्जन के पंजीयन की तिथि बढा़ई गई

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा है कि ग्रीष्मकालीन मूंग फसल उत्पादक किसान समर्थन मूल्य पर फसल के विक्रय के लिये 20 जून तक पोर्टल पर पंजीयन करा सकते हैं। श्री पटेल ने बताया कि पूर्व में पंजीयन की तिथि 16 जून तक ही थी, जिसे अब 4 दिन और बढ़ा दिया गया है। पंजीयन से छूटे हुए किसान इसका लाभ ले सकते हैं।

मंत्री श्री पटेल ने बताया कि भारत सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग का उपार्जन प्रारंभ कर दिया गया है। पूर्व में इस योजना का लाभ 27 जिलों को मिल रहा था। अब इनमें भोपाल, बुरहानपुर और श्योपुरकला को भी शामिल कर लिया गया है। इस प्रकार प्रदेश के 30 जिलों में ग्रीष्मकालीन मूंग का उपार्जन किया जायेगा।

गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने की शोक-संवेदना व्यक्त

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने वरिष्ठ पत्रकार स्व. श्री राजकुमार केसवानी के निवास पहुँचकर परिजनों से शोक-संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ईश्वर से परिजनों को इस असहनीय दु:ख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। डॉ. मिश्रा ने वरिष्ठ पत्रकार श्री जगदीश द्विवेदी के निवास पहुँचकर उन्हें भी ढाँढस बँधाया। गत दिनों श्री द्विवेदी की धर्मपत्नी का दु:खद निधन हुआ था।

जनता की सुरक्षा की दृष्टि से ही हो रहा है अनलॉक - डॉ. मिश्रा

अनलॉक के लिये मंत्री-समूह की बैठक मंत्रालय में आयोजित

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि जनता की स्वास्थ्य-सुरक्षा की दृष्टि से ही चरणबद्ध तरीके से अनलॉक की प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। डॉ. मिश्रा कोरोना कर्फ्यू को सुनियोजित रूप से चरणबद्ध प्रक्रिया के अनुसार समाप्त किये जाने और सामान्य जन-जीवन बहाल किये जाने के लिये प्रस्तावित रणनीति को तैयार करने के लिये गठित समिति की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग मौजूद थे।

बैठक में अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने चरणबद्ध तरीके से अनलॉक के लिये किये गये उपायों और भविष्य की रूपरेखा पर विस्तार से जानकारी दी। बैठक में किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, खनिज मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित-जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह माण्डवे, राज्य मंत्री लोक निर्माण विभाग श्री सुरेश धाकड़ ने बैठक में अपने सुझाव ऑनलाइन रखे। डॉ. मिश्रा ने सभी सदस्यों के सुझावों को सम्मिलित करते हुए पुन: विस्तृत कार्य-योजना बनाने के निर्देश दिये, जिन्हें आगामी समय में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा। बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एवं विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी श्री अशोक अवस्थी भी मौजूद थे।