कोरोना संक्रमण को रोकने टीम के रूप में काम करना होगा – मुख्यमंत्री श्री चौहान
जिला आपदा प्रबंधन समिति की मुख्यमंत्री ने ली बैठक नकली दवाओं का कारोबार करने वालों और कोरोना मरीजों के उपचार में लापरवाही बरतने वाले निजी अस्पतालों पर होगी कठोर कार्यवाही
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में शासन और प्रशासन के साथ जन-प्रतिनिधियों, समाज एवं आम जनता की भागीदारी को भी जरूरी बताते हुये कहा है कि मिलजुलकर ही हम इस वैश्विक महामारी को परास्त कर सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज जबलपुर प्रवास के दौरान जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना मरीजों के उपचार में लापरवाही बरतने और गड़बड़ी करने वाले अस्पतालों तथा नकली इंजेक्शन एवं दवाओं के कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही की जायेगी। मानवता के खिलाफ अपराध करने वाले ऐसे लोगों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा। बैठक में कोरोना पर नियंत्रण को लेकर जिले के प्रभारी बनाये गये सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री श्री अरविंद सिंह भदौरिया, सांसद श्री राकेश सिंह, विधायक श्री अजय विश्नोई, श्रीमती नन्दिनी मरावी, श्री अशोक रोहाणी, श्री सुशील तिवारी इंदू, श्री लखन घनघोरिया, श्री विनय सक्सेना, श्री तरुण भनोत, डॉ. जीतेन्द्र जामदार, संभागायुक्त श्री बी. चंद्रशेखर, आईजी पुलिस श्री बी.एस. चौहान, कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में कोरोना के प्रकरणों में आई कमी आई है। इस महामारी से आम जनता को बचाने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने सभी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक टीम के रूप में काम करना होगा और जबलपुर तथा प्रदेश को कोरोना से मुक्त करना होगा। उन्होंने कहा कि वे एक सकारात्मक सोच के साथ क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी में शामिल सभी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से चर्चा करने और कोरोना के खिलाफ लड़ाई में उनका सहयोग लेने जबलपुर आये हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जबलपुर जिले में कोरोना पर नियंत्रण के लिये किये जा रहे प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर की जताई जा रही संभावनाओं को देखते हुये अभी से तैयारियां प्रारंभ करने की बात कही। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भविष्य को ध्यान में रखते हुये ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाने की दिशा में अभी से काम करना होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है, अत: विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में इसकी अगुवाई करनी होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आयुष्मान कार्डधारी कोरोना संक्रमितों को समुचित उपचार कराने पर विशेष ध्यान दिये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने सभी पात्र व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड तत्काल बनाने के भी निर्देश दिये, जिससे गरीब और मध्यम वर्ग के कोरोना संक्रमितों का नि:शुल्क उपचार हो सके। उन्होंने जबलपुर जिले में पात्र व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य के प्रति संतोष व्यक्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किल कोरोना अभियान पर चर्चा करते हुये ग्रामीण क्षेत्रों में इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिये शासकीय अमले के साथ स्थानीय जन-प्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को जोड़ने की जरूरत बताई। इनकी मदद से घर-घर सर्वे के दौरान सर्दी-खाँसी, बुखार से पीड़ित लोगों को चिन्हित किया जा सके और दवाओं की किट देकर समय पर उनका उपचार शुरू किया जा सके। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिले में वैक्सीनेशन कार्य की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि वैक्सीन का एक भी डोज व्यर्थ न जाये, यह सभी को सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं को कोरोना की वैक्सीन लगाने का खर्च सरकार वहन करेगी। सरकार की कोशिश है कि युवाओं को जितनी जल्दी हो सके कोरोना की वैक्सीन लगाई जाये। इसके लिये जरूरत के मुताबिक वैक्सीन के आर्डर भी दिये जा चुके है और जल्दी ही निर्माता कंपनियों से वैक्सीन मिलना शुरू भी हो जायेगी। मुख्यमंत्री ने वैक्सीन को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में फैलाई जा रही भ्रांतियों और अफवाहों को दूर करने जागरूकता अभियान चलाने की बात कही। बैठक में आपदा प्रबंधन समिति के सदस्यों द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये गये। सांसद श्री राकेश सिंह ने आयुष्मान योजना को नये स्वरूप में लागू कर आयुष्मान कार्डधारियों को निजी अस्पतालों में नि:शुल्क उपचार दिये जाने के निर्णय के लिये जबलपुर जिले की जनता की ओर से मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार जताया। बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा गरीबों को तीन माह का नि:शुल्क राशन देने के लिये गये निणर्य की सराहना भी की गई। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि गरीबों को तीन माह का एक मुश्त राशन उपलब्ध कराने की इस योजना का सभी गरीबों को लाभ मिले। इसके लिये पात्र व्यक्तियों का तत्काल राशन कार्ड बनायें जायें। ताकि घरेलू कामकाजी महिलाओं, रिक्शा चालकों, हाथ-ठेला चालकों को भी राशन मिल सके। बैठक के प्रारंभ में जबलपुर जिले में कोरोना नियंत्रण के लिये किये जा रहे उपायों के बारे में कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने प्रेजेन्टेशन दिया। पुलिस अधीक्षक श्री सिद्धार्थ बहुगुणा ने कोरोना कर्फ्यू और लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों तथा नकली दवाओं एवं इंजेक्शन का कारोबार करने वालों के खिलाफ की गई कार्यवाही की जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 500 बिस्तर के नवनिर्मित कोविड केयर सेंटर का किया निरीक्षण मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर शहर के माढ़ोताल क्षेत्र में हाल ही में राज्य शासन और जन-सहयोग से निर्मित 500 बिस्तरों की क्षमता वाले अस्थाई कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम पर नवनिर्मित इस अस्थाई कोविड केयर सेंटर को जिला प्रशासन, जन-प्रतिनिधियों और समाज के सहयोग से तैयार किया गया है। इस कोविड केयर सेंटर में एसिम्टोमेटिक और माइल्ड लक्षणों वाले कोरोना मरीजों का नि:शुल्क उपचार और देखभाल की जायेगी। सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री श्री अरविंद सिंह भदौरिया, सांसद श्री राकेश सिंह सहित विधायक श्रीमती नंदिनी मरावी, श्री अशोक रोहाणी और श्री सुशील तिवारी इंदू मौजूद रहे। जन-सहयोग का उत्तम उदाहरण मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में संक्रमित लोगों के इलाज के लिए सरकार, जबलपुर की जनता और समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से बना यह कोविड केयर सेंटर सामाजिक सहभागिता का उत्तम उदाहरण है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सर्व-सुविधायुक्त कोविड केयर सेंटर तैयार करने में भागीरथी प्रयास के लिए सांसद सहित विधायकों, जिला प्रशासन के अधिकारियों, चिकित्सकों, समाजसेवियों और जबलपुर की जनता को हृदय से बधाई देते हुए कहा कि यहाँ मरीजों को अच्छा और बेहतर उपचार मिल सकेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि यहाँ शासकीय व निजी अस्पतालों के डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टॉफ बारी-बारी से मरीजों का उपचार करेंगे। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में अलग-अलग स्थानों में ऐसे कोविड केयर सेंटर बनाये जा रहे हैं।
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मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज कचनार का पौधा लगाया
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने प्रतिदिन एक पौधा लगाने की संकल्प के अंतर्गत आज मुख्यमंत्री निवास परिसर में कचनार का पौधा रोपा।
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बहन-भाई की हुई वर्चुअल मुलाकात
हर गरीब का फ्री में इलाज पाँच माह का फ्री राशन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आहार अनुदान योजना में विशेष पिछड़ी जनजाति की महिलाओं को 21 करोड़ रूपए से अधिक की राशि अंतरित की
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 'कोरोना के कारण मैं अपनी विशेष पिछड़ी जनजाति की बहनों से प्रत्यक्ष नहीं मिल पा रहा हूँ। बहन-भाई की आज वर्चुअल मुलाकात हो रही है। प्रदेश में कोरोना का विकट संकट है, पर सरकार व्यवस्थाओं में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। हर गरीब, मध्यम वर्ग का भी कोरोना का निजी अस्पतालों में फ्री इलाज किया जा रहा है। हर गरीब को सरकार पाँच माह का नि:शुल्क राशन दे रही है। बहनों, किसी बात की चिंता मत करना, परन्तु पूरी सावधानी रखना।' मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज निवास से आहार अनुदान योजना के अंतर्गत सिंगल क्लिक के माध्यम से विशेष पिछड़ी जनजाति महिलाओं के लिए बैगा, भारिया तथा सहरिया जनजाति की 2 लाख 18 हजार 593 महिलाओं को 21 करोड़ 85 लाख 93 हजार रूपए की राशि अंतरित की। साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से महिलाओं को संबोधित किया। अनुसूचित जाति, जनजाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह भी वर्चुअली शामिल हुईं। पौष्टिक आहार के लिए दी जाती है राशि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस योजना में विशेष पिछड़ी जनजाति की महिलाओं को प्रति माह एक-एक हजार रूपए की राशि पौष्टिक आहार के लिए दी जाती है। राशि का अंतरण हर माह की 10 तारीख तक महिलाओं के खातों में हो जाता है। बहने चार बातों का रखें ध्यान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बहनों को कोरोना के प्रति पूरी सावधानी बरतने की सलाह दी। बहने चार बातों का ध्यान रखें, मास्क जरूर लगाएँ, एक-दूसरे के बीच दूरी रखें, बार-बार हाथ धोएँ तथा जब तक बहुत जरूरी न हो घर से बाहर न निकलें। गाँव में आने-जाने न दें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गाँव से बाहर न जाएँ तथा गाँव में किसी व्यक्ति को आने न दें। यदि कोई व्यक्ति आता है तो पहले उसकी स्वास्थ्य जाँच हो तथा उसे कुछ दिन केलिए अलग रखा जाए। शादी-विवाह एवं कोई भी आयोजन नहीं करना है। सर्वे दल घर आएगा, बीमारी छुपाएँ नहीं बताएँ मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आपके घर सर्वे दल आएगा, किसी को यदि सर्दी, जुकाम, बुखार, खाँसी आदि बीमारी हो तो छुपाएँ नहीं, बताएँ। दल आपको फ्री दवाई देगा और आप स्वस्थ हो जाएंगी। इस बीमारी को छुपाना जानलेवा हो सकता है।
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मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डॉक्टर्स, नर्सेस व पैरामेडिकल स्टॉफ से किया वर्चुअल संवाद
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल व अन्य हॉस्पिटल जो कोविड का इलाज कर रहे हैं उनके संचालकों से वीडियो कॉफ्रेंस के माध्यम से चर्चा की। इस दौरान सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री श्री अरविंद भदौरिया, विधायक श्री अजय विश्नोई, कमिश्नर श्री बी. चंद्रशेखर, आईजी श्री बीएस चौहान, कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री सिद्धार्थ बहुगुणा और नर्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ जितेंद्र जामदार उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी डॉक्टर्स, नर्सेस व पैरामेडिकल स्टॉफ से कहा कि मैं आपके संस्कारधानी में आया हूँ। आप परिश्रम, समर्पण और मेहनत से कोविड महामारी से लड़ रहे हैं। आप असली कोविड योद्धा हैं। संक्रमण के खिलाफ दिन-रात युद्ध कर रहे हैं। कई लोग कई दिनों से अपने परिवार से नहीं मिले हैं। महामारी के खिलाफ आपका योगदान अभिनंदनीय है। आपके बिना यह लड़ाई जीती नहीं जा सकती। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सभी मिलकर इस लड़ाई को लड़ें। दूसरी लहर के खिलाफ लड़ते हुये, आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा देने में सफल रहे हैं। इसके फलस्वरूप व्यवस्थायें धीरे-धीरे बेहतर हुई है। जबलपुर को 17-18 जिलों के मरीजों का भार भी वहन करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इलाज नि:शुल्क हो, इस दिशा में कार्य करें। इसके लिये कुछ अनुबंधित अस्पताल भी हैं, इसके साथ ही आयुष्मान भारत योजना में गरीबों का नि:शुल्क इलाज करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा की वैक्सीन को लेकर जो भ्रम है, उसे समाप्त कर लोगों को जागरूक करें। जो संक्रमित हैं उन्हें होम आइसोलेट करें और होम आइसोलेशन वालों को कोविड कमांड सेंटर से फोन के माध्यम से नियमित तौर पर स्वास्थ्य संबंधी सलाह दें। इसके साथ ही उन्होंने ब्लैक फंगस जैसे आँख की बीमारी के संबंध में कहा कि इसमें कौन सी दवाई कारगर है, विशेषज्ञ और चिकित्सक इस बारे विचार करें और सुझाव दें। उन्होंने कहा कि आईसीएमआर और भारत सरकार भी इस संबंध में राज्य शासन के संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोविड के खिलाफ लड़ाई लंबी हो सकती है। तीसरी लहर भी आ सकती है, अतः सभी चिकित्सक और इससे जुड़े लोग आवश्यक तैयारी कर लें। वीडियो कॉफ्रेंसिंग में डॉ. राजेश धीरावाणी, डॉ. पवन स्थापक और डॉ. जितेन्द्र भार्गव आदि उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आयुष्मान एवं सुरक्षा रथ को हरी झंडी दिखाई मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज जबलपुर शहर के माढ़ोताल क्षेत्र में निर्मित 500 बिस्तरों की क्षमता वाले अस्थाई कोविड केयर सेंटर के निरीक्षण उपरांत 6 आयुष्मान व सुरक्षा रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना। इस दौरान सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंधन मंत्री श्री अरविंद भदौरिया, सांसद श्री राकेश सिंह, विधायक श्री सुशील इंदु तिवारी, श्री अशोक रोहाणी, श्रीमती नंदिनी मरावी सहित अन्य जन-प्रतिनिधि, अधिकारी व चिकित्सक उपस्थित थे।
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गाँवों को कोरोना मुक्त करने चलायें अभियान: श्री चौहान
मुख्यमंत्री ने ली ग्रामीण क्षेत्र की विधानसभावार गठित आपदा प्रबंधन समिति की बैठक
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गाँवों को कोरोना के संक्रमण से मुक्त करने अभियान चलाने की जरूरत बताते हुए कहा है कि विधायकों की अगुवाई में गठित विधानसभा स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी अपने क्षेत्र के गाँवों को संक्रमण मुक्त बनाने के लिए पूरी सक्रियता से कार्य करें और ग्राम स्तरीय आपदा प्रबंधन समितियों का भी मार्गदर्शन करे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गाँवों को कोरोना मुक्त करने की जिम्मेदारी स्थानीय जन-प्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं को लेनी होगी तथा उन्हें किल कोरोना अभियान के तहत डोर-टू-डोर सर्वे में लगे शासकीय अमले को कोरोना संदिग्धों की पहचान करने में सहयोग करना होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज जबलपुर में जिले के ग्रामीण क्षेत्र में विधायकों के नेतृत्व में गठित विधानसभावार आपदा प्रबंधन समिति के सदस्यों को संबोधित कर रहे थे। बैठक में प्रभारी मंत्री श्री अरविंद सिंह भदौरिया, सांसद श्री राकेश सिंह, विधायक श्री अजय विश्नोई, श्रीमती नंदिनी मरावी, श्री सुशील तिवारी इंदू एवं श्री संजय यादव भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में जबलपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इन्हीं प्रयासों के फलस्वरूप जबलपुर जिले के कई गाँव कोरोना से अछूते रहे हैं। उन्होंने इसके लिए गांवों के लोगों में आई जागरूकता को भी श्रेय दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उन गाँवों को भी कोरोना के संक्रमण से मुक्त करने की रणनीति बनाने की जरूरत बताई, जहां कोरोना के प्रकरण अभी भी सामने आ रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में कोरोना की संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए फिजिकल डिस्टेसिंग और मास्क लगाने को अनिवार्य बताते हुए कहा कि हर व्यक्ति इन नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के विरूद्ध जंग में शासन के द्वारा तय की गई रणनीति पर सख्ती से अमल करना होगा। उन्होंने कहा कि गाँवों में संक्रमण को रोकने विधानसभावार और ग्रामवार गठित आपदा प्रबंधन समितियां अपने स्तर पर भी प्रतिबंध लगाने का निर्णय ले सकती हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिले के उन गाँवों की भी तारीफ की जहाँ स्थानीय निवासियों द्वारा स्वप्रेरणा से कोरोना कर्फ्यु लगाया गया और आवागमन को प्रतिबंधित किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वैक्सीन लगाने के कार्य में हुई प्रगति का ब्यौरा भी बैठक में लिया। उन्होंने कोरोना वैक्सीन को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में फैली भ्रांतियों को दूर करने की जरूरत बताई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लोगों को यह बताया जाये कि वैक्सीन ही कोरोना से सुरक्षा का एकमात्र उपचार है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन गांवों में कोरोना के मरीज अधिक मिल रहे हैं, वहां मनरेगा के कार्य एक सप्ताह के लिए स्थगित भी किये जा सकते हैं। उन्होंने गाँवों में मिलने वाले कोरोना संक्रमितों को समीप के कोविड केयर सेंटर तथा कोरोना संदिग्धों को गाँव में बनाये गये क्वारेंटाईन सेंटर पहुँचाने के निर्देश भी दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीण क्षेत्र में विधानसभावार गठित आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में कोरोना से लडऩे हेतु सभी से एकजुट होने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि इस संकट की स्थिति में सभी को मिलजुलकर लडऩा है। यदि हम गाँवों को कोरोना से मुक्त कर सके तो जबलपुर जिला भी जल्दी ही कोरोना से मुक्त होगा। उन्होंने पिछले कुछ दिनों में जबलपुर शहर और जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के प्रकरणों में आई कमी पर भी प्रसन्नता व्यक्त की। साथ ही आगाह भी किया कि यदि हम लापरवाह या असावधान रहे तो कोरोना का यह संकट हमें फिर से परेशान कर सकता है। बैठक में संभागायुक्त श्री बी चंद्रशेखर, आईजी पुलिस श्री बी.एस. चौहान, कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री सिद्धार्थ बहुगुणा, जिला पंचायत सीईओ सुश्री रिजु बाफना, अपर कलेक्टर श्री हर्ष दीक्षित एवं श्री राजेश बाथम, नगर निगम आयुक्त श्री संदीप जीआर, डॉ. जीतेन्द्र जामदार, श्री रानू तिवारी, श्री शशिकांत सोनी भी मौजूद थे। वही जनपद पंचायत स्तर के अधिकारी व्हीसी के माध्यम से इस बैठक से जुड़े थे।
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मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विधायक श्री जुगलकिशोर बागरी के निधन पर शोक व्यक्त किया
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विधायक एवं पूर्व मंत्री श्री जुगलकिशोर बागरी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें सादर श्रद्धांजलि अर्पित की है तथा ईश्वर से प्रार्थना की है कि वे दिवंगत आत्मा को शांति तथा उनके परिवार के सदस्यों को इस गहरे दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने शोक संदेश में कहा है कि श्री बागरी का निधन हम सबके लिए बहुत बड़ी क्षति है। वे एक सच्चे जनसेवक थे, जो जनता के दु:ख-दर्द को दूर करने के लिए सदा तत्पर रहते थे। उनकी कमी हमें सदा खलेगी।
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प्रदेश में 10 हजार प्रतिदिन के नीचे आया कोरोना संक्रमण
किल कोरोना अभियान एवं कोरोना कर्फ्यू के माध्यम से कोरोना को करें पूरी तरह नियंत्रित मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना नियंत्रण कोर ग्रुप सदस्यों से चर्चा की तथा कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार कम हो रहा है। आज कोरोना के नए प्रकरण 10 हजार के नीचे आ गए हैं। प्रदेश में आज के नए प्रकरण 9,715 है, कोरोना वृद्धि दर 1.8% है तथा पॉजिटिविटी रेट 15.8% हो गई है। साप्ताहिक वृद्धि दर में भी कमी आयी है, यह 17.8% हो गई है। आज कोरोना के 7,324 मरीज स्वस्थ होकर घर गए हैं। कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 1 लाख 11 हजार 223 है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमें गाँव-गाँव तथा शहर-शहर में व्यापक रूप से जन-सहयोग से किल कोरोना अभियान चलाकर तथा कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन कर, एक ओर कोरोना के संक्रमण की चेन को पूरी तरह से तोड़ देना है, वहीं प्रारंभिक स्थिति में ही हर मरीज की पहचान कर तथा उसे दवाएँ देकर स्वस्थ करना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोनानियंत्रण कोर ग्रुप के सदस्यों से चर्चा की तथा प्रदेश के जिलों में कोरोना कीस्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की। बैठक में कोर ग्रुप के सदस्य, मंत्री, अधिकारी, जिलों के प्रभारी मंत्री और अधिकारी उपस्थित थे। 26 हजार 224 मरीजों को नि:शुल्क इलाज प्रदेश में 26 हजार 224 कोरोना मरीजों को नि:शुल्क उपचार दिलवाया जा रहा है। इनमें से 22 हजार 237 सरकारी अस्पतालों में, 3066 अनुबंधित अस्पतालों में तथा 921 आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत संबद्ध अस्पतालों में भर्ती हैं। नकली रेमडेसिविर बेचने पर 18 के विरूद्ध कार्रवाई नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने पर आज 18 व्यक्तियों के विरूद्ध कार्रवाई की गई। इंदौर में 10 व्यक्तियों, उज्जैन में 2 व्यक्तियों तथा जबलपुर में 6 व्यक्तियों के विरूद्ध कार्रवाई की गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि सभी के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेजा जाए। फंगल इंफैक्शन पर भी ध्यान दें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कुछ कोरोना मरीजों में हो रहे फंगल इंफैक्शन पर भी ध्यान दिया जाए। भारत सरकार द्वारा इस संबंध में एडवाइजरी जारी की गई है, फंगल इंफैक्शन के इलाज के लिए उसे फॉलो किया जाए। होम आइसोलेशन के मरीजों पर पूरा ध्यान दें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि होम आइसोलेशन के मरीजों का पूरा ध्यान रखा जाए। नि:शुल्क मेडिकल किट के साथ रोज डॉक्टर की सलाह दी जाए। प्रतिदिन फोन से बात की जाए। कोई भी परेशानी होने पर 1075 नंबर पर कॉल किया जा सकता है। ऑक्सीजन की पूरी टीम को बधाई मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में ऑक्सीजन आपूर्ति की बेहतर व्यवस्था के लिए पूरी टीम को बधाई दी। प्रदेश में आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन रोज प्राप्त हो रही है तथा सभी जिलों को उपलब्ध हो रही है। कल प्रदेश में भारत सरकार के 583 एम.टी. ऑक्सीजन के कोटे के विरूद्ध 515 एम.टी. ऑक्सीजन प्राप्त हुई। इसके अलावा लगभग 100 एम.टी. ऑक्सीजन प्रदेश में उपलब्ध है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में ऑक्सीजन संयंत्र निर्माण तथा पाइप लाइन के काम को गति देने के निर्देश दिए। ग्वालियर जिला विशेष ध्यान दे जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि ग्वालियर जिले की कोरोना ग्रोथ रेट 2.2% तथा 7 दिन की औसत पॉजिटिविटी रेट 24.3% है, जबकि प्रदेश में अन्य जिलों में संक्रमण कम हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्वालियर पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। शिवपुरी एवं दतिया जिलों को भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए। शिवपुरी की कोरोना ग्रोथ रेट 3.1% तथा 7 दिन की औसत पॉजिटिविटी 25.8% है। वहीं दतिया की ग्रोथ रेट 2% तथा 7 दिन की पॉजिटिविटी 17.8% है।
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मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने किया देवास में 247 बेड के कोविड केयर सेंटर का शुभारंभ
पर्यटन, संस्कृति और आध्यात्म मंत्री एवं देवास जिले की प्रभारी सुश्री उषा ठाकुर ने देवास के औद्योगिक क्षेत्र में रेडक्रास सोसायटी, नगर निगम, जिला प्रशासन एवं इप्का कंपनी के माध्यम से निर्मित 247 बेड का कोविड केयर सेंटर का शुभारंभ किया। सुश्री ठाकुर ने कहा कि कोविड केयर सेंटर में इप्का कंपनी द्वारा ऑक्सीजन जनरेटर की व्यवस्था की गई है। कंपनी के द्वारा इसे एयर कूल्ड भी किया गया है। उन्होंने बताया कि मरीजों के लिये अगल-अलग केबिन बनाये गए हैं। यहाँ पर कंपनी ने 100 बेड पर ऑक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित की है। इस दौरान सुश्री ठाकुर ने ऑक्सीजन प्लांट की यूनिट को देखा और उसकी कार्य प्रणाली की जानकारी ली। मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कोविड केयर सेंटर के निर्माण के लिए कार्यरत सभी अधिकारियों और जन-प्रतिनिधियों को धन्यवाद एवं बधाई देते हुए कहा कि कोविड केयर सेंटर आप सब के संकल्प, समर्पण एवं इच्छा शक्ति से प्रारंभ हुआ है। उन्होंने कहा कि कोविड केयर सेंटर पर 247 बेड की सुविधा उपलब्ध है, जिसमें 100 बेड ऑक्सीजन युक्त तथा शेष सामान्य बेड हैं। यहाँ पर कोविड-19 के मरीजों को अस्पताल जैसा ही इलाज होगा। उन्होंने कहा कि मरीजों के भोजन पानी की व्यवस्था सेवा भारती की टोली द्वारा की जाएगी। सांसद श्री महेन्द्र सिंह सोलंकी ने कहा कि कोविड केयर सेंटर में अब मरीजों का इलाज अति शीघ्र प्रारंभ हो जाएगा। इस कोविड केयर सेंटर को कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। मरीजों के भोजन, दवाओं आदि सभी आवश्यक व्यवस्था भी उपलब्ध रहेगी। विधायक श्रीमती गायत्रीराजे पवार ने कहा कि कोविड केयर सेंटर के शुरू होने जाने से शहर में बढ़ते कोविड मरीजों का दवाब कम होगा। जो मरीज अमलतास एवं अन्य अस्पताल में जा रहे थे, अब उन्हें वहाँ जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। वे यहीं पर एडमिट होकर इलाज करवा सकेंगे। इस अवसर पर विधायक श्री राजीव खंडेलवाल, पूर्व महापौर श्री सुभाष शर्मा, कलेक्टर श्री चंद्रमौली शुक्ला, नगर निगम आयुक्त श्री विशाल सिंह चौहान, एसडीएम श्री प्रदीप सोनी, सीएमएचओ डॉ. एमपी शर्मा सहित अन्य जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
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आयुष्मान योजना का लाभ दिलाना करें सुनिश्चित: मंत्री श्री पटेल
बैतूल जिले को 30 मई तक कोरोना मुक्त करने का दिलाया संकल्प
किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने सोमवार को बैतूल जिले में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए किए जा रहे उपायों की समीक्षा की । उन्होंने निर्देशित किया कि कोरोना संक्रमित मरीजों को आयुष्मान कार्ड का लाभ दिलाना सुनिश्चित किया जाए। श्री पटेल ने बैतूल जिले को 30 मई तक कोरोना से मुक्त कराने का संकल्प अधिकारी, कर्मचारी व जनप्रतिनिधियों को दिलाया। उन्होंने जिले की पंचायतवार समीक्षा भी की । श्री पटेल ने जिले की आमला, बैतूल, मुलताई, भैंसदेहि, शाहपुर, घोडाडोंगरी, भीमपुर, चिचोली, आठनेर और प्रभातपट्टन जनपदों के सीईओ से सीधा संवाद कर ग्राम पंचायत स्तर पर हर गाँव की स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने गांव में घर-घर सर्वे , मरीजों की संख्या, मेडिकल किट के वितरण पर विस्तार से जानकारी प्राप्त की। श्री पटेल ने जनपद सीईओ को निर्देशित किया कि सर्वे के साथ सटीक जानकारी प्राप्त करें ताकि उपचार में किसी प्रकार का न विलंब हो और न ही मरीजों को परेशानी हो। श्री पटेल ने बैतूल जिले की 496 ग्राम पंचायतों के 1457 ग्रामो में सबसे ज्यादा प्रभावित ग्रामो के लिए एक्शन प्लान बनाने के निर्देश कलेक्टर को दिए। श्री पटेल ने कलेक्टर को कोविड इम्पेनल्ड प्राइवेट अस्पतालों में नि:शुल्क और अन्य निजी अस्पतालों में इलाज की सरकारी दरों का ठीक से पालन सुनिश्चित कराने को कहा है। उन्होंने कहाँ कि आयुष्मान कार्ड का लाभ पात्र मरीजों को हर हाल में दिलाना सुनिश्चित किया जाए। योजना के अंतर्गत कितनी प्रकार की लापरवाही न हो इसका विशेष तौर से ध्यान रखा जाए।
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अभी तक 2 लाख 19 हजार 653 कोरोना मरीजों तक पहुँची मेडिकल किट
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार होम आइसोलेट कोरोना मरीजों को मेडिकल किटों का वितरण लगातार जारी है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि अभी तक 52 जिलों में 2 लाख 19 हजार 653 मेडिकल किट वितरित की जा चुकी हैं। मंत्री श्री सिंह ने बताया है कि 18 अप्रैल से 9 मई के मध्य नगरीय क्षेत्रों में फ़ीवर क्लीनिक एवं होम डिलीवरी के माध्यम से 2 लाख 19 हजार 653 मेडिकल किट कोविड मरीज़ों को उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने जानकारी दी है कि 18 अप्रैल को 12 हजार 583, 19 अप्रैल को 16 हजार 914, 20 अप्रैल को 11 हजार 465, 21 अप्रैल को 10 हजार 327, 22 अप्रैल को 11 हजार 76, 23 अप्रैल को 11 हजार 17, 24 अप्रैल को 10 हजार 658, 25 अप्रैल को 9 हजार 497, 26 अप्रैल को 9 हजार 360, 27 अप्रैल को 9 हजार 705, 28 अप्रैल को 11 हजार 141, 29 अप्रैल को 9 हजार 347, 30 अप्रैल को 8 हजार 958, एक मई को 10 हजार 253 , 2मई को 9 हजार 112, 3 मई को 8 हजार 439, 4 मई को 9 हजार 301 , 5 मई को 8 हजार 455, 6 मई को 8 हजार 866 , 7 मई को 7 हजार 983, 8 मई को 7 हजार 746 और 9 मई को 7 हजार 450 कोविड मरीजों को मेडिकल किट वितरित की गई हैं।
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ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने विधायक श्री जुगलकिशोर बागरी के निधन पर शोक व्यक्त किया
ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने विधायक एवं पूर्व मंत्री श्री जुगलकिशोर बागरी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की है कि वे दिवंगत आत्मा को शांति तथा उनके परिवार के सदस्यों को इस गहरे दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान करें।
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सभी अस्पतालों की फायर और लिफ्ट सेफ्टी आडिट 7 दिन में करायें
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री सिंह ने दिये अधिकारियों को निर्देश
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा है कि कोविड-19 के वर्तमान संक्रमण के परिप्रेक्ष्य में शासकीय एवं निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसके कारण बिजली खपत का लोड भी बढ़ा होगा। वर्तमान परिस्थिति में अग्नि और लिफ्ट सुरक्षा का महत्व और बढ़ जाता है। इस दृष्टि से म.प्र. भूमि विकास नियम, 2012 के नियम-87 (5) के परिप्रेक्ष्य में सभी शासकीय व निजी अस्पतालों की फायर ऑडिट और लिफ्ट सेफ्टी ऑडिट 7 दिन में करवाकर रिपोर्ट भेजें। उन्होंने कहा है कि फायर और लिफ्ट सेफ्टी ऑडिट में जो भी कमियाँ पाई जाए, उसके बारे में संबंधित अस्पताल संचालक को लिखित में पूर्ति के लिये भी सूचित करें। इस संबंध में जरूरी निर्देश पूर्व में जारी किये जा चुके हैं। उल्लेखनीय है कि 'अस्पताल एवं नर्सिंग होम्स' नेशनल बिल्डिंग कोड 2016 के भाग-04 अनुसार ' इन्स्टीटयूशनल बिल्डिंग्स' की श्रेणी अंतर्गत आते हैं, और इन अस्पताल एवं नर्सिंग होम्स में फायर सेफ्टी मेजर्स के प्रावधान यथा टाईप, हाईट और एरिया नियमानुसार प्रावधानित किये जाते हैं। उदाहरणस्वरूप 15 मीटर से कम हाईट एवं 1000 वर्ग मीटर से कम क्षेत्रफल वाले अस्पताल एवं नर्सिंगहोम के लिए फायर एक्सटींग्यूशर एवं 5000 लीटर पानी की क्षमता का टेरेस टैंक स्थापित किया जाना आवश्यक है। इसी प्रकार अन्य श्रेणी हेतु भी स्पष्ट प्रावधान किये गये हैं। सक्षम प्राधिकारियों द्वारा फायर इंजीनियर और इंजीनियर निर्माता कम्पनी का रजिस्ट्रेशन कराया जाना है। यदि किसी निकाय में फायर इंजीनियर / लिफ्ट इंजीनियर का रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका है तो संबंधित नगरीय निकाय में पदस्थ योग्यताधारी सक्षम फायर अधिकारी अथवा ई-नगर पालिका पोर्टल www.mpenagarpalika.gov.in पर दर्ज 17 फायर कंसल्टेन्टों की सूची में से किसी भी फायर इंजीनियर से फायर ऑडिट का कार्य कराने के साथ-साथ निकाय के इलेक्ट्रीकल इंजीनियर व संबंधित क्षेत्र के भवन अधिकारी का भी दल गठित कर नियम-83(7) के परिप्रेक्ष्य में लिफ्ट ऑडिट का कार्य 7 दिन के अन्दर कराया जाए। अर्थात दिनांक 17 मई 2021 तक ऑडिट पूर्ण कर पालन प्रतिवेदन ई-मेल आई.डी. ranbir@mpurban.gov.in पर अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। संभागीय संयुक्त संचालक अपने संभाग के निकायों में इन निर्देशों के पालन की सतत मॉनिटरींग कर पूर्ति सुनिश्चित करें और निर्धारित प्रपत्र में संभागवार पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। इस संबंध में किसी प्रकार की तकनीकी सलाह के लिये श्री एल.एस. बघेल परियोजना प्रबंधक (मोबाईल नं. 9425015429) से संपर्क करें। अंकेक्षण में पाई गई कमियों को समय-सीमा में दूर करने की लिखित सूचना अस्पताल संचालको को दी जाए। इसका पालन प्रतिवेदन भी समय-सीमा में लिया जाए।
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मंत्री श्री सारंग ने ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर लिया कोरोना कर्फ्यू का जायजा
कोरोना मरीजों से ज्यादा राशि वसूलने वाले निजी अस्पतालों पर की जाएगी कार्यवाही मंत्री श्री सारंग ने आष्टा में क्राइसिस मेनेजमेंट ग्रुप की ली बैठक
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने आष्टा जनपद के ग्राम बैदाखेड़ी एवं खड़ीहाट का भ्रमण कर कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए की जा रही कार्यवाही का जायजा लिया। इसके बाद आष्टा में क्राईसिस मेनेजमेंट ग्रुप की बैठक ली। बैठक में उन्होंने आष्टा जनपद में कोविड संक्रमण को रोकने के लिए की जा रही गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा की। मंत्री श्री सारंग ने जन-प्रतिनिधियों से कोरोना कर्फ्यू को प्रभावी बनाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कहा। बैठक में उन्होंने उपस्थित सदस्यों से जिला प्रशासन द्वारा कोविड मरीजों के इलाज और संक्रमण को रोकने की वस्तुस्थिति की जानकारी ली। श्री सारंग ने कहा कि कोविड मरीजों के इलाज में निजी अस्पतालों द्वारा निर्धारित पैकेज से अधिक राशि की वसूली की शिकायत मिलने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि अस्पतालों के लिए ज़रूरत के हिसाब से आवश्यक उपकरण उपलब्ध करवाये जायेंगे। मंत्री श्री सारंग ने कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए प्रशासन, जनप्रतिनिधि तथा नागरिकों को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की चैन ब्रेक करने के लिए नगरीय क्षेत्रों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरुक किया जाए कि वे स्वयं आगे आकर अपने गांव, अपने मोहल्ले तथा अपने वार्डों को पूर्णत: बंद रखना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनता की ओर से स्वयं कोरोना कर्फ्यू का पालन किया जाएगा तो इसके शीघ्र और सार्थक परिणाम मिलेंगे और कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ा जा सकेगा। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से ग्राम एवं वार्ड स्तर पर समिति गठित कर कोरोना संक्रमण को रोकने में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कहा। मंत्री श्री सारंग ने गांव में पहुंचकर कोरोना कर्फ्यू का लिया जायजा चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग ने आष्टा जनपद के ग्राम बेदाखेड़ी और खड़ीहाट में पहुंचकर कोरोना कर्फ्यू का पालन सुनिश्चित कराने के लिए की जा रही कार्यवाहियों को देखा। साथ ही उन्होंने गांव में किल कोरोना अभियान के तहत चल रहे सर्वे के बारे में ग्रामवासियों से जानकारी ली। श्री सारंग ने ग्रामवासियों से कहा कि मास्क अनिवार्य रूप से लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें तो शीघ्र कोरोना संक्रमण की चैन को ब्रेक किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सर्दी, जुखाम, बुखार होने पर स्वयं पहल कर सर्वेदल अथवा स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुँचकर शीघ्र इलाज लें। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थ अमले से कहा कि लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जागरुक किया जाए। उपस्थित अधिकारियों से श्री सारंग ने किल कोरोना अभियान के तहत सर्वे की जानकारी ली। इस दौरान सांसद श्री महेन्द्र सिंह सोलंकी, विधायक श्री रघुनाथ मालवीय, जनपद अध्यक्ष श्री धारा सिंह पटेल सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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इंदौर के माँ अहिल्या कोविड केयर सेंटर से 729 मरीज स्वस्थ होकर घर गए
संक्रमण से स्वस्थ हुए सभी लोग समाज में कोरोना से लड़ाई में सहभागी बनेंगे - मंत्री श्री सिलावट मंत्री श्री सिलावट ने बताया सतत् क्रियाशील रहेगा सेंटर
जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि इंदौर के माँ अहिल्या देवी कोविड केयर सेंटर में एक बार में 1200 मरीजों को रखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में यहाँ 600 बिस्तरों के एक ब्लॉक को मात्र 6 दिन में तैयार किया गया था। वहीं 600 बिस्तरों के दूसरे ब्लॉक को रिकॉर्ड मात्र 3 दिनों में तैयार किया गया है। श्री सिलावट ने बताया कि अब तक यहां 1590 मरीजों का उपचार किया गया है। जिनमें से 729 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। स्वस्थ हुए सभी लोग इंदौर की जनता के लिए रोल मॉडल बनेंगे और अपने आस-पास के क्षेत्र के लोगों को कोरोना से बचाव और उससे लड़ने के लिए आवश्यक जानकारी भी देंगे। इसके साथ ही कोविड केयर सेंटर में अपनाई गई दिनचर्या को साझा कर परिवार और समाज को स्वस्थ रहना भी सिखाएंगे। प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने इंदौर के राधास्वामी सत्संग परिसर में बनाए गए देश के दूसरे और प्रदेश के सबसे बड़े देवी अहिल्या कोविड केयर सेंटर का मीडिया कर्मियों को अवलोकन कराया। उन्होंने बताया है कि यहाँ सुविधाओं में निरंतर इज़ाफ़ा हो रहा है। यहाँ ऑक्सीजन प्लांट भी प्रारंभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय को देखते हुए इस सेंटर को सतत् क्रियाशील रखा जाएगा। राज्य आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे ने बताया कि इस कोविड केयर सेंटर को पूरी तरह से जन-सहयोग से तैयार किया गया है। सिर्फ स्टाफ और अन्य सुविधाओं पर ही राज्य सरकार को खर्च करना पड़ रहा है। कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया कि इस कोविड केयर सेंटर को तैयार करने में जन-सहयोग से राशि प्राप्त हुई है। उक्त राशि विभिन्न सामाजिक और अन्य संस्थाओं द्वारा दान की गई है। कोरोना संक्रमण मरीज़ों ने कोविड केयर सेंटर की व्यवस्थाओं को सराहा इस कोविड केयर सेंटर में उपचार करा रहे मरीजों ने यहाँ की व्यवस्थाओं की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यहाँ सेवा दे रहे नर्स, डॉक्टर और अन्य स्टाफ अपने जीवन को दांव पर लगाकर हमारे लिए काम कर रहे हैं। वहीं इस सेंटर की चिकित्सीय सुविधाएँ देख रहे डॉ. अमित मालाकार ने बताया कि इस केंद्र में ऐसे लोग आते हैं, जिनके घरों में होम आइसोलेशन संभव नहीं होता है। इस कोविड सेंटर में 100 नर्स और 50 ड्यूटी डॉक्टर सेवाएँ दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि यहाँ बनाए गए विशेष कंट्रोल रूम से सारी व्यवस्थाओं पर नजर रखी जाती है।
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सिरोंज, लटेरी क्षेत्र में 4 नवीन फीवर क्लीनिक तत्काल प्रारंभ करें - स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी
क्राईसेस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में दिये निर्देश
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने विदिशा में जिला क्राईसेस मेनेजमेंट कमेटी की बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सिरोंज, लटेरी क्षेत्र में जन सुविधा के लिए 4 नवीन फीवर क्लीनिक तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी कोविड सहायता केन्द्र की जानकारी भी जन मानस को उपलब्ध कराई जाये। जिले में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिये सभी मिल कर प्रयास करें। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने विकासखण्ड के आधार पर नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमित व्यक्तियों, आइसोलेट मरीजों एवं विकासखण्ड वार संचालित कोविड केयर सेंटर्स की क्षमता एवं उसमें मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के समस्त ब्लॉक जन-प्रतिनिधियों, सामाजिक एवं व्यापारिक संगठनों से चर्चा कर क्षेत्र में कोरोना नियंत्रण एवं व्यवस्थाओं की जानकारी ली। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमे समन्वित प्रयासों से विदिशा जिले को कोरोना मुक्त करना है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशानुरूप हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि जिले को कोरोना मुक्त बनायें। मंत्री डॉ. चौधरी ने नगरपालिका के सीएमओ को निर्देश दिये कि नगर में कोरोना का सर्वे गंभीरता से हो और दवाओं की किट का वितरण ठीक किया जाये, जिससे संक्रमण आगे न फेल सके। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने निर्देश दिये कि ब्लॉक और गाँव को टारगेट बनाया जाये। जो गाँव कोरोना मुक्त है, वहाँ बाहर से कोई संक्रमित व्यक्ति आता है, उनकी समिति द्वारा सतत् निगरानी की जाये, जिससे संक्रमित व्यक्ति द्वारा संक्रमण न फैल सकें। उन्होंने कहा कि ग्राम तथा ब्लॉक स्तरीय क्राईसेस मैनेजमेंट कमेटी को प्रभावी बनाया जाकर जन-प्रतिनिधियों एवं समाजसेवियों के सहयोग से क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की प्रभावी रोकथाम की जाये। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि जिन ग्रामों, वार्डों में कोरोना संक्रमण के अत्यधिक मरीज चिन्हित हुए हैं उनको प्राथमिकता के आधार पर सर्वे कराया जाये और लक्षण के आधार पर मेडिसिन किट, सेम्पलिंग के आधार पर क्वारंटाइन किये जायें। उन्होंने कहा कि ऐसे ग्राम जहाँ कोरोना संक्रमण है, वहाँ ग्राम स्तरीय क्राईसेस मैनेजमेंट कमेटी किल कोरोना अभियान चलाकर कोरोना से मुक्ति के सभी उपाय किये जायें। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों के घरों में कोविड गाइडलाईन के अनुसार पर्याप्त स्थान नहीं है। उनकों नजदीकी कोविड केयर सेंटर में भर्ती कर उपचार किया जाये। उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड में परिवार के एक सदस्य का नाम उल्लेखित होने पर परिवार के अन्य सदस्यों को भी योजना का लाभ दिया जाये। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने खद्यान वितरण के संबंध में जिनके पास पात्रता पर्ची नहीं है उनको स्वंय घोषणा-पत्र के आधार पर तीन माह के राशन प्रदाय करने की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि किल कोरोना अभियान-3 में पटवारी, रोजगार सहायक तथा पंचायत सचिव की सक्रिय भूमिका सुनिश्चिलत की जाये। उन्होंने हिदायत दी कि मूल्य से अधिक दर पर खाद्य सामग्री विक्रय करने वाले विक्रेताओं के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाये। कोविड सहायता केन्द्र का अवलोकन स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने विदिशा में महारानी लक्ष्मीबाई उच्चतर माद्यमिक विद्यालय में संचालित कोविड सहायता केन्द्र का अवलोकन किया। उन्होंने सहायता केन्द्र में मरीजों को दी जाने वाली दवाईयों की मात्रा एवं उनके स्वास्थ्य चेकअप के संबंध में जानकारी प्राप्त की। मंत्री डॉ. चौधरी ने डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों से चर्चा कर उनका हौसला बढ़ाया।
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ब्लॉक, ग्राम स्तरीय एवं नगरीय वार्ड में संकट प्रबंधन समूह गठन के निर्देश
एसीएस गृह ने कलेक्टर्स को लिखा पत्र
राज्य सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि कोविड-19 महामारी के संक्रमण को प्रभावी रूप से रोकने के लिये ब्लॉक स्तरीय, ग्राम स्तरीय एवं नगरीय क्षेत्रों में वार्ड स्तरीय संकट प्रबंधन समूहों का गठन किया जाये। जिला स्तर पर पूर्व में ही जिला संकट प्रबंधन समूह गठित है और उनके द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव के लिये सक्रिय भूमिका निभाई जा रही है। अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजोरा ने कोविड-19 महामारी के संक्रमण को प्रभावी रूप से रोकने के लिये जिला कलेक्टर्स को पत्र लिखकर ब्लॉक स्तरीय, ग्राम स्तरीय एवं नगरीय क्षेत्रों में वार्ड स्तरीय संकट प्रबंधन समूहों के गठन के निर्देश दिये हैं। इन समूहों द्वारा ब्लॉक, ग्राम एवं नगरीय वार्ड स्तर पर कोरोना वायरस संक्रमण से उत्पन्न आपात स्थिति के नियंत्रण के लिये राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के प्रभावी क्रियान्वयन और कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिये सामाजिक सहभागिता सुनिश्चित करने की कार्यवाही की जायेगी। विकासखण्ड संकट प्रबंधन समूह डॉ. राजोरा ने बताया कि विकासखण्ड संकट प्रबंधन समूह में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) अध्यक्ष होंगे। इस समूह में अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस), मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर, विकासखण्ड मुख्यालय के नगरीय क्षेत्र के आयुक्त के प्रतिनिधि अथवा मुख्य नगर पालिका अधिकारी, प्रोजेक्ट ऑफिसर महिला एवं बाल विकास विभाग, क्षेत्रीय सांसद एवं विधायक द्वारा नियुक्त प्रतिनिधि, कलेक्टर द्वारा नामांकित विकासखण्ड के जन-प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और स्वयंसेवी संगठन सदस्य होंगे। ग्राम संकट प्रबंधन समूह डॉ. राजोरा ने कहा कि प्रत्येक गाँव में ग्राम संकट प्रबंधन समूह का गठन किया जाये। ग्राम संकट प्रबंधन के समूह के अध्यक्ष ग्राम पंचायत की प्रशासनिक समिति के अध्यक्ष होंगे। ग्राम पंचायत के सचिव, जन अभियान परिषद, महिला स्व-सहायता समूह, राजनैतिक और सामाजिक कार्यकर्त्ता, प्रशासनिक समिति के संबंधित ग्राम में निवासरत सदस्य, ग्राम रोजगार सहायक, आशा कार्यकर्त्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता, आंगनवाड़ी सहायिका और ग्राम के कोटवार/पटेल समूह के सदस्य होंगे। नगरीय क्षेत्रों में वार्ड संकट प्रबंधन समूह नगरीय क्षेत्रों में वार्ड वार संकट प्रबंधन समूह के गठन के निर्देश दिये गए हैं। डॉ. राजोरा ने बताया कि नगरीय क्षेत्रों में वार्ड संकट प्रबंधन समूह में वार्ड प्रभारी अधिकारी अध्यक्ष होंगे। क्षेत्रीय सांसद एवं विधायक द्वारा नियुक्त प्रतिनिधि, नगर निगम आयुक्त / मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा नामांकित जन-प्रतिनिधि, सामाजिक संगठन के प्रतिनिधि, वार्ड के प्रतिष्ठित निजी चिकित्सक, स्वयंसेवी संगठन, जन अभियान परिषद, राजनैतिक एवं सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता महिला स्व-सहायता समूह सदस्य होंगे। अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजोरा ने बताया कि ब्लॉक संकट प्रबंधन समूह के आदेश जिला कलेक्टर, नगरीय वार्ड संकट प्रबंधन समूह के आदेश सम्बन्धित आयुक्त नगर निगम / मुख्य नगर पालिका अधिकारी और ग्राम संकट प्रबंधन समूह के आदेश मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत द्वारा जारी किए जायेंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उक्त समूहों की माह में कम से कम एक बैठक हो। उनके द्वारा सतत इन समूहों के कार्य की समीक्षा भी सुनिश्चित की जायेगी। श्री राजोरा ने बताया कि पूर्व में ब्लॉक, वार्ड और ग्राम स्तर पर गठित संकट प्रबंधन समूह इस आदेश से गठित समूहों में समाहित होंगें।
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ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण की रोकथाम के लिये हो पुख्ता प्रबंध
ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने भितरवार एवं घाटीगाँव क्राइसेस मैनेजमेंट की बैठक में दिए निर्देश
ऊर्जा मंत्री एवं कोविड के लिये जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये सभी एहतियाती उपाय किए जाएँ। ग्रामीण क्षेत्र में किल कोरोना-3 अभियान के तहत घर-घर सर्वेक्षण का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से करें। ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने सोमवार को विकासखण्ड भितरवार, घाटीगाँव की क्राइसेस मैनेजमेंट समिति की बैठक वर्चुअली करते हुए यह निर्देश दिए। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भितरवार एवं घाटीगाँव में क्राइसेस मैनेजमेंट के लिये गठित समिति के सदस्यों से चर्चा की और विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उनके साथ सीईओ जिला पंचायत श्री किशोर कान्याल सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बैठक में निर्देश दिए हैं कि जिन गाँवों में कोविड संक्रमित लोग मिल रहे हैं उनमें विशेष ध्यान दिया जाए। ऐसे सभी गाँवों में ग्रामीणों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया जाए। ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना जनता कर्फ्यू के तहत जो प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए गए हैं उसका सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए। ग्रामीण क्षेत्र में कोविड से संक्रमित लोगों की सेम्पलिंग कर उन्हें आइसोलेशन सेंटर तक पहुँचाने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। इसके लिये आवश्यकता हो तो वाहन किराए पर लिए जाएँ। ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने कोविड की समीक्षा के दौरान यह भी निर्देशित किया है कि जिले की हर जनपद पंचायत को एक – एक एम्बूलेंस भी उपलब्ध कराई जाए। संक्रमण की रोकथाम के साथ-साथ वैक्सीनेशन का कार्य भी पूरी गति के साथ चलाया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड गाइडलाइन के अनुसार विवाह एवं अन्य समारोह पूर्णत: प्रतिबंधित किए जाएँ। इसके साथ ही अंत्येष्टि के समय भी शासन गाइडलाइन का पालन हो यह सुनिश्चित किया जाए। ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पात्र हितग्राहियों को जो पाँच माह का नि:शुल्क खाद्यान्न वितरित किया जा रहा है उसका वितरण तत्परता से किया जाए। सभी पात्र हितग्राहियों को समय पर खाद्यान्न उपलब्ध हो इस पर विशेष निगरानी रखी जाए।
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रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन की सुगम उपलब्धता के लिये शासन के हर संभव प्रयास जारी
अभी तक 2 लाख 90 हजार 84 इंजेक्शन की हुई उपलब्धता
राज्य सरकार द्वारा कोरोना मरीजों के उपचार के लिये आवश्यक ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की पर्याप्त उपलब्धता के लिये हर संभव प्रयास किये जा रहे है। प्रदेश में 7 कंपनियों के रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई प्रदेश में हो रही है। अब तक 2 लाख 90 हजार 84 रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। आज 10 मई को मेसर्स सन फार्मा द्वारा 475 यूनिट प्राईवेट को, 120 यूनिट गवर्मेन्ट को और मेसर्स हिट्रों द्वारा 4364 यूनिट प्राईवेट को पूरे मध्यप्रदेश में रेमडेसिविर इंजक्शन की आपूर्ति की गई है। सभी फार्मा कंपनियों से प्रशासन निरंतर संपर्क में हैं, प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति के लिये निरंतर प्रयास जारी हैं। कोविड-19 महामारी के नियंत्रण के लिये शासन द्वारा रेमडेसिविर निर्माताओं को प्रदेश में इसकी सप्लाई बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। ऑक्सीजन की उपलब्धता केन्द्र सरकार से 24 अप्रैल से 649 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की स्वीकृति मिली है। आज प्रदेश को बाह्या स्त्रोतों से कुल 496 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त होने की संभावना है। कल प्रदेश के बाह्या स्त्रोतों से कुल 515 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हुई। ऑक्सीजन के प्रदेश में त्वरित परिवहन के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय के सहयोग से झारखण्ड के बोकारों एवं गुजरात के जामनगर स्थित ऑक्सीजन उत्पादकों से ऑक्सीजन टैंकर एयरलिफ्ट कर इंदौर, भोपाल एवं ग्वालियर लाये जा रहे है। राउरकेला से जबलपुर तक प्रति रैक 06 टैंकर्स के परिवहन की सुविधा के साथ कुल 02 रेलवे रैक्स उपलब्ध कराये जाने हेतु रेल मंत्रालय से अनुरोध किया गया है। टैंकर्स के त्वरित परिवहन हेतु जामनगर से इंदौर एवं भोपाल के मध्य प्रचलित वर्तमान सामरिक उड़ानों के अतिरिक्त भोपाल एवं बोकारो के मध्य भारतीय वायु सेना की सामरिक (उड़ान) सुविधा उपलब्ध कराये जाने हेतु गृह मंत्रालय से अनुरोध किया गया है। भारत सरकार द्वारा आयातित टैंकर्स में से प्रति टैंकर 24 टन अथवा समकक्ष संधारण क्षमता वाले कुल 31 टैंकर्स मध्यप्रदेश को आवंटित किये जाने हेतु अनुरोध किया गया है। ऑक्सीजन उत्पादक कंपनी एयर लिक्विड, पानीपत से मध्यप्रदेश का ऑक्सीजन आवंटन वर्तमान 6 मीट्रिक टन प्रतिदिन से बढ़ाकर 20 मीट्रिक टन प्रतिदिन निर्धारित करने का अनुरोध भारत सरकार से किया गया है। ऑक्सीजन उत्पादक कंपनी आईनॉक्स, बोकारो से मध्यप्रदेश का ऑक्सीजन आवंटन वर्तमान 33 टन प्रतिदिन से 100 मीट्रिक टन बढ़ाकर कुल 133 मीट्रिक टन प्रतिदिन निर्धारित करने का अनुरोध भारत सरकार से किया गया। ऑक्सीजन की आपूर्ति को सुचारू बनाने के लिये राज्य सरकार द्वारा 2000 रूपये ऑक्सीजन कंसनट्रेटर खरीदे गये हैं। प्रदेश के जिलों में स्थानीय व्यवस्था से लगभग 2000 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर लगाये जा चुके हैं। प्रदेश के लिये 10 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाले 5000 नवीन ऑक्सीजन कंसनट्रेटर भारत सरकार के माध्यम से शीघ्र प्रदाय करने का अनुरोध स्वास्थ्य मंत्रालय से किया गया है। काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एवं मैडीकल रिसर्च, भारत सरकार द्वारा अधिकृत संस्था के माध्यम से प्रदेश के पांच जिला चिकित्सालयो (भोपाल, रीवा, इंदौर, ग्वालियर एवं शहडोल) में नवीनतम VPSA तकनीक आधारित ऑक्सीजन प्लांट्स 01 करोड़ 60 लाख रुपये की लागत से लगाये जा रहे हैं। इनमें 300 से 400 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन बनेगी जो कि लगभग 50 बेइस के लिए पर्याप्त होगी। इस नवीनतम तकनीक से ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने वाला मध्यप्रदेश, देश का पहला राज्य है।
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अपनों के लिये-अपना कोविड सेंटर पर एम्बूलेंस व रिकवरी वेन तैनात
यूएसए से पूर्व छात्रा ने भेजी ईंधन के लिये सहायता
स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री इंदर सिंह परमार ने बताया कि शुजालपुर में जनता के सहयोग से स्थापित 'अपनों के लिये-अपना कोविड सेंटर' पर कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के परिवहन के लिये नि:शुल्क एम्बुलेंस और रिकवरी वेन की सुविधा शुरू की गयी है। अशोकनगर में चिकित्सक और शुजालपुर के मूल निवासी डॉ. अशोक कयाल ने अपनी एक निजी एम्बुलेंस और शहर के राठी मोटर्स ने एक रिकवरी वेन 'अपनों के लिये-अपना कोविड सेंटर' को दान की है। अमेरिका में रह रही शुजालपुर की बेटी और सरस्वती शिशु मंदिर की पूर्व छात्रा श्रीमती दीपाली पति राजुल श्रीवास्तव ने ईंधन की व्यवस्था के लिये 15 हजार, शुजालपुर निवासी श्री प्रमोद जैन और उज्जैन निवासी श्री प्रतीक फागनिया ने 5-5 हजार रूपये की राशि दान दिये है। एंम्बुलेंस में संचालन और वाहन चालक की व्यवस्था सामाजिक संस्था हेल्प फॉर यू के सहयोग से की जाएगी। श्री परमार ने कहा कि 'अपनों के लिये-अपना कोविड सेंटर' में उपचार रत मरीजों को किसी अन्य अस्पताल में रिफर होने पर, सिटी स्कैन और अन्य आवश्यक जाँचों के लिये यह एम्बुलेंस एक वरदान की तरह है। कोरोना से स्वस्थ्य हो चुके मरीजों को कोरोना कर्फ्यू के दौरान वाहन व्यवस्था के लिये परेशान नहीं होना पड़ेगा। उन्हें रिकवरी वेन से घर जाने की सुविधा उपलब्ध कराई गयी है। श्री परमार ने बताया कि 'अपनों के लिये-अपना कोविड सेंटर' में अब-तक भर्ती 440 मरीजों में से 329 व्यक्ति स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके है। 30 मरीज रिफर किये गये और 50 व्यक्ति वर्तमान में उपचार रत है। श्री परमार ने एम्बुलेंस और रिकवरी वेन की सुविधा के लिये सभी दानदाताओं का हार्दिक धन्यवाद और आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के समय आपके द्वारा दिये गये निस्वार्थ दान और सेवा से हमारा मनोबल बढ़ता है। निश्चित ही आप सभी के सहयोग से हम 'कोरोना मुक्त मध्यप्रदेश' बनाएंगे।
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"वैद्य आपके द्वार योजना" के जरिये घर बैठे नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श
आयुष क्योर एप के माध्यम से लाइव वीडियों कॉल पर डॉक्टर्स से होगी चर्चा
आयुष विभाग द्वारा शुरू की गई 'वैद्य आपके द्वार' योजना के जरिये घर बैठे नि:शुल्क आयुष चिकित्सा विशेषज्ञ से लाइव वीडियों कॉल द्वारा चिकित्सा परामर्श लिया जा सकता है। योजना में आयुष की तीनों विधाओं आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी का लाभ लिया जा सकता है। नागरिक एन्ड्राइड फोन में गूगल प्ले स्टोर से AyushQure एप डाउनलोड कर इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं। आयुष राज्य मंत्री श्री रामकिशोर कावरे ने इस योजना का 7 मई को वर्चुअल शुभारंभ किया था। आयुष विभाग ने सामान्य जन को आयुष स्वास्थ्य सेवा सहजता से घर पर ही सुलभ कराने के उददेश्य से इस योजना को टेलीमेडिसिन एप के माध्यम से उपलब्ध कराया है। आज के इस सूचना प्रौद्योगिकी के युग में चिकित्सा विज्ञान, इंजीनियरिंग का समन्वय रूप टेलीमेडिसिन है। इसके अंतर्गत विशेष रूप से तैयार किये गये एप 'आयुष क्योर' का रोगी तथा चिकित्सक दोनों उपयोग कर सकेंगे। इसके द्वारा रोगी सीधे वीडियो कॉल के माध्यम से चिकित्सक से परामर्श प्राप्त कर सकेंगें। चिकित्सक द्वारा बताये गये आवश्यकता होने पर विभिन्न जाँचों को कराकर अपलोड भी कर सकेंगे। इसके आधार पर चिकित्सक परामर्श दे सकेंगे। अधिक आवश्यक होने पर ही चिकित्सक चिकित्सालय में रोगी को बुलायेगें। उपयोग का तरीका 'आयुष क्योर' एन्ड्राइड पर आधारित एक एप है। यह गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा। मोबाइल नम्बर द्वारा पंजीयन/साइन अप तथा ओ.टी.पी. के माध्यम से सत्यापन होने के बाद आयुष चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी के अनुसार चिकित्सक तथा समय चुनकर अपॉइटमेंट बुक कर सकेंगें। चुने गये चिकित्सक द्वारा निर्धारित समयानुसार ही एप के माध्यम से वीडियों कॉल कर चिकित्सा परामर्श दिया जायेगा एवं परामर्श पत्र प्रेषित किया जा सकेगा। आयुष स्वास्थ्य सुविधाओं को आसानी से दूर दराज तक रहने वाले लोगों तक पहुँचाने एवं चिकित्सालय में न पहुँच पाने वाले रोगियों के लिये यह सुविधा कोरोना संकट काल में वरदान साबित होगी।
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नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन
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कोरोना संक्रमण रोकने ग्राम और वार्ड स्तर पर सामाजिक सहभागिता सुनिश्चित करें- स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी
स्वास्थ्य मंत्री ने क्रायसिस मेनेजमेंट कमेटी के सदस्यों से की चर्चा
स्वास्थ्य मंत्री प्रभारी डॉ. प्रभुराम चौधरी ने रायसेन कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से जिले की प्रत्येक विकासखण्ड स्तरीय क्रायसिस मेनेजमेंट कमेटी के सदस्यों से वर्चुअली चर्चा की। उन्होंने क्रायसिस मेनेजमेंट कमेटी के सदस्यों से चर्चा करते हुए कोरोना संक्रमण को रोकने की जा रही गतिविधियों की जानकारी ली। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, आमजन सभी मिलकर कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए काम करेंगे। गॉव स्तर पर गठित कमेटी यह तय करेगी कि हमें गॉव को कोरोना संक्रमण से मुक्त रखना है और इसके लिए लोगों को जागरूक करने के साथ ही कोरोना गाइडलाइन का पालन भी सुनिश्चित कराएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने गॉव के कोरोना मुक्त होने पर गॉव के बाहर ‘हमारा गॉव कोरोना मुक्त‘ का बोर्ड लगाने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर की तरह ही वार्ड स्तर पर गठित कमेटी भी काम करेगी। उन्होंने ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में कोविड सहायता केन्द्र खोलने के भी निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने निर्देश दिए कि होम आइसोलेट मरीज और उनके परिजन बाहर न घूमे यह सुनिश्चित किया जाए। साथ ही ऐसे मरीजों से प्रतिदिन नियमित बात कर स्वास्थ्य की जानकारी ली जाए और उन्हें मोटीवेट भी किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसी मरीज को घर में रहने में परेशानी हो तो उन्हें कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया जाए। जिला चिकित्सालय में निर्माणाधीन कोविड केयर सेंटर का लिया जायजा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने जिला चिकित्सालय का निरीक्षण कर निर्माणाधीन सेन्ट्रालाइज ऑक्सीजन सिस्टम युक्त नवीन कोविड केयर सेंटर का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को शीघ्र कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए जिससे कि मरीजों को इसका लाभ मिल सके। कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के संबंध में जानकारी लेते हुए उन्होंने समुचित उपचार करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगातार महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाकर उनका तेजी से क्रियान्वयन किया जा रहा है। साथ ही चिकित्सालयों, कोविड केयर सेंटरों में सभी जरूरी उपकरण एवं सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे कि मरीजों को बेहतर उपचार मिल सके। उन्होंने कहा कि अनेक सामाजिक संस्थाओं एवं नागरिकों द्वारा भी अपने स्तर से सहयोग किया जा रहा है, जो कि सराहनीय है। उन्होंने बताया कि सॉची बौद्ध विश्वविद्यालय द्वारा आज ही दो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्रदान किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए नागरिकों का सहयोग भी जरूरी है। सभी नागरिकों से अपील है कि वे घरों में ही रहें और कोरोना कर्फ्यू का पालन करें। मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और समय-समय पर साबुन या सेनेटाइजर से हाथ धोते रहें। इसके साथ ही सभी वयस्क नागरिक अपनी बारी आने पर कोरोना वैक्सीन जरूर लगवाएं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाना जरूरी है। इससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। एम्बुलेंस को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कलेक्ट्रेट परिसर में दो एम्बुलेंस को हरी झण्डी दिखाकर साँची और देवनगर के लिए रवाना किया। उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमित मरीजों के अस्पताल ले जाने में किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो इसके लिए पूरे प्रदेश में 200 अतिरिक्त एम्बुलेंस वाहन स्वीकृत किए गए हैं जो कि जिलों में पहुंचना प्रारंभ हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने भाप रथ का भी अवलोकन किया। साँची स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का अवलोकन स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने साँची में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का अवलोकन किया। उन्होंने निर्देश दिये कि स्वास्थ्य केन्द्र में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था एवं कमी नहीं न हो यह सुनिश्चित किया जाये।
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