मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बरगद और आम का पौधा लगाया
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पचमढ़ी के रविशंकर भवन परिसर में बरगद और आम पौधा लगाया। प्रतिदिन पौधा लगाने के संकल्प के अंतर्गत मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रतिदिन पौधा लगा रहे हैं। पचमढ़ी में पौधरोपण के समय उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह भी मौजूद रही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उनके द्वारा 5 वर्ष पूर्व लगाएँ आम के पेड़ का अवलोकन भी किया। उन्होंने आम के पेड़ को फल देने वाली अवस्था में देख प्रसन्नता जाहिर की।
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कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने संवाद को बनाया प्रमुख अस्त्र
काउंसलर की भूमिका निभाई मुख्यमंत्री श्री चौहान ने
महामारी के दौर में प्रदेश में ही नहीं देश में भी फिजिकल डिस्टेंस संक्रमण की चेन तोड़ने का प्रमुख आधार थी तब मध्यप्रदेश में संवाद के जरिये कोरोना महामारी के संक्रमण की चेन को तोड़ने का कार्य सफलतापूर्वक किया गया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने दो गज की दूरी-मास्क है जरूरी, मास्क नहीं-तो सामान नहीं, मेरा मास्क-मेरी सुरक्षा जैसे प्रभावशाली संदेश के साथ कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने सभी वर्गों से संवाद को प्रमुख अस्त्र बनाया। यह भी सही है कि परिवार का मुखिया हो या प्रदेश का मुखिया वह अपने आचरण से ही दूसरों को प्रेरित कर सकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस कसौटी पर भी अपने को खरा उतारा। समाज का शायद ही ऐसा कोई वर्ग छूटा हो जिनसे मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संवाद न किया हो। उन्होंने सर्वप्रथम स्वास्थ्य आग्रह के माध्यम से प्रदेश की जनता को यह संदेश दिया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये शासन-प्रशासन के साथ आमजन की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। इसी क्रम में उन्होंने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर जनता को जागरूक करने के लिये सीधा संवाद कर कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय भी बताये। संचार की आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और सोशल मीडिया के द्वारा वर्चुअली कार्यक्रम आयोजित कर अधिकांश वर्गों से संवाद का क्रम बनाये रखा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संवाद का जो क्रम अप्रैल माह से शुरू किया उसमें सांसद, विधायक, शहरी क्षेत्र में महापौर, अध्यक्ष और पार्षद, ग्रामीण क्षेत्र में जिला पंचायत, जनपद पंचायत और ग्राम पंचायतों के जन-प्रतिनिधियों, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टॉफ, महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों, धर्म गुरूओं, समाज के प्रतिष्ठित नागरिकों, व्यापारियों, शहरी एवं ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स, किसान भाइयों, संबल योजना के हितग्राहियों, तेंदूपत्ता संग्राहक, विशेष पिछड़ी जनजाति सहरिया, बैगा और भारिया की महिलाओं, जिला-तहसील और ग्राम स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट के समूहों, म.प्र. जन-अभियान परिषद के जिला समन्वयकों और मैदानी अमले के साथ शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वेच्छा से कोरोना वॉलेंटियर्स बने कार्यकर्ताओं से संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिये प्रभावी और प्रेरक संवाद किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान की इस मुहिम की खूबी यह भी रही कि उन्होंने न केवल संवाद के दौरान कोरोना की दूसरी लहर की विभीषिका से अवगत करवाया, बल्कि एक सजग अभिभावक और परिवार के बड़े बुजुर्ग के रूप में महामारी से बचाव के लिये प्रेरित भी किया। इस तरह से उन्होंने महामारी से लोगों को डराया नहीं। उन्होंने बचाव के लिये न केवल लोगों को तैयार किया बल्कि उन्हें बचाव के तरीके भी उन्हीं की उनकी भाषा में समझाये। इसी का नतीजा था कि मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पर उम्मीद से काफी पहले काबू पाने में सरकार सफल रही। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने राजनैतिक कार्यक्रमों को तो स्थगित किया ही साथ ही अधिकांश प्रशासनिक कवायद भी उन्होंने वर्चुअली ही की। इस तरह कोविड एप्रोपिएट बिहेवियर का पालन करने के उद्देश्य से वर्चुअली काम काज को प्रमुखता देने की प्रेरणा भी मुख्यमंत्री श्री चौहान अपने कार्यों के जरिये प्रदेशवासियों खासतौर से शासन-प्रशासन के लोगों और समाज के विभिन्न वर्गों को देने में सफल रहे हैं। अप्रैल और मई 2021 की पूरी अवधि इस बात की गवाह है कि प्रदेश में सारे प्रशासनिक काम बदस्तूर सीमित अमले के साथ जारी रहे। टोटल लॉकडाउन की जगह पर कोरोना कर्फ्यू जैसी नई और कारगर व्यवस्था मध्यप्रदेश में लागू रही। इस व्यवस्था का उजला पहलू यह रहा कि यह कर्फ्यू सरकार द्वारा थोपा हुआ नहीं होकर जन-स्फूर्त या यूं कहें कि स्व-स्फूर्त था। यहीं कारण रहा कि लॉकडाउन की तुलना में कोरोना कर्फ्यू महामारी की लड़ाई में ज्यादा उपयोगी और परिणामकारी रहा। कोरोना कर्फ्यू ने महामारी से प्रदेश की लड़ाई में लोगों को अपनी भूमिका अदा करने का मौका भी दिया। राज्य, जिला, गाँव और छोटे नगरों में वार्ड स्तर पर बनी क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ और उनके द्वारा कोरोना की दूसरी लहर के नियंत्रण में निभाई गई भूमिका और बढ़-चढ़ कर किये गये कार्य, सरकार के साथ समाज के खड़े होने के आने वाले कई वर्षो तक उदाहरण बने रहेंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की जन-भागीदारी रणनीति ने मध्यप्रदेश को कोरोना संक्रमण से मुक्ति दिलाने में अहम रोल अदा किया है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जिस तरह से लोगों ने कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में भागीदारी सुनिश्चित की वह पूरे देश में सुर्खियों में रही। यहाँ तक कि कई प्रान्तों ने इसे अपनाया भी है और केन्द्र सरकार ने सराहना भी की है।
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हर ख़ुशी के मौक़े पर एक पेड़ ज़रूर लगाएं
वट वृक्ष की भांति सभी बहनों के परिवार में खुशहाली फैले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पत्नी श्रीमती साधना सिंह के जन्मदिवस पर पौधा लगाया सभी बहनों के लिए की प्रार्थना
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने आज पचमढ़ी में धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के जन्म दिवस पर बरगद का पौधा लगाया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 'मेरी अर्धांगनी के जन्मदिन के अवसर पर आज हमने परिवार सहित पेड़ लगाया और ये संकल्प लिया कि हर ख़ुशी के अवसर पर हम पेड़ लगाएँगे, ताकि पर्यावरण को बचाने में हम योगदान दे सकें। आप सभी से भी ये अपील है कि हर ख़ुशी के मौक़े पर एक ज़रूर पेड़ लगाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज वट-सावित्री व्रत के शुभ दिन पर बरगद का पौधा लगाया है। विशाल एवं दीर्घजीवी होने के कारण वट वृक्ष की पूजा लम्बी आयु की कामना के लिए की जाती है। आज बहनों ने अपने पतियों की लंबी आयु के लिये वट-सावित्री की पूजा की, इस अवसर पर मैं सभी बहनों को बधाई देता हूँ एवं प्रार्थना करता हूँ कि वटवृक्ष की भांति परिवार में खुशहाली फैले। ये दिन हमें जीवन में प्रकृति के महत्व को दर्शाता है, इसलिये प्रकृति के संरक्षण के लिये अधिक से अधिक पेड़ लगाने का संकल्प करें। हमारे धर्म में प्रकृति के संरक्षण एवं उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने की विशेष परंपराएं है। हमारी संस्कृति और जीवन पद्धति प्रकृति से अटूट सबंध और वृक्षों के प्रति श्रद्धा के भाव का निर्माण करती है और इसलिये हमारी सनातन परंपरा में वृक्षों की पूजा का विशेष विधान है, वट वृक्ष या बरगद के पेड़ को हिंदू धर्म में विशिष्ट माना गया है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, वट वृक्ष या बरगद के पेड़ के तने में भगवान विष्णु, जड़ में ब्रह्मा तथा शाखाओं में शिव का वास होता है। वट वृक्ष को त्रिमूर्ति का प्रतीक माना गया है।
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मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बरा बरसात के शुभ दिन पचमढ़ी में प्राचीन वटवृक्ष के दर्शन किये
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आज बरा बरसात की पूजा के शुभ दिन पर मुझे पचमढ़ी के बड़कछार के प्रसिद्ध वटवृक्ष के दर्शन और उसकी छाया में समय व्यतीत करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि मान्यता है कि वटवृक्ष की विशाल जटाएँ दीवार बनकर नागरिकों की सुरक्षा कर रही हैं। यह शुभ और मंगलकारी दीवार सदैव ऐसे ही खड़ी रहे, यही शुभकामना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सबसे आग्रह किया कि बरा बरसात के पवित्र दिन पर पौधे अवश्य रोपे। किसी भी विशिष्ट अवसर पर पौधे लगाने से आपको असीम आनंद एवं सुख की अनुभूति होगी। पौध-रोपण से न केवल सुख मिलेगा, अपितु भावी पीढ़ियों को भी जीने के लिए एक बेहतर संसार मिलेगा।
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आम उपभोक्ताओं को नियमित विद्युत आपूर्ति मिले यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता
विद्युत विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक में ऊर्जा मंत्री श्री तोमर के निर्देश
ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि आम लोगों को विद्युत की आपूर्ति नियमित मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। विद्युत अवरूद्ध होने के संबंध में कोई भी शिकायत मिलती है तो उसका निराकरण तत्परता से किया जाए। बिना किसी कारण के विद्युत की कटौती नहीं की जाना चाहिए। ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने गुरूवार को ग्वालियर में विद्युत मण्डल कार्यालय रोशनी घर पहुँचकर विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने कहा कि अधिक गर्मी के कारण विद्युत सप्लाई में दिक्कतें सामने आती हैं लेकिन दिक्कतों का तत्परता से निराकरण किया जाए। आम उपभोक्ता को नियमित विद्युत प्रदाय करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। आम उपभोक्ता की शिकायतों के निराकरण को अधिकारी सर्वोच्च प्राथमिकता दें। आँधी-तूफान से पहले विद्युत लाईनों के संधारण का कार्य तेजी के साथ किया जाए। संधारण कार्य के लिये दल बढ़ाये जाएं। ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से क्षेत्र का भ्रमण कर संधारण कार्य को तेजी से पूरा कराएं। विद्युत आपूर्ति के कार्य में अतिरिक्त व्यक्ति अथवा जो भी संसाधन की आवश्यकता है उसका प्रस्ताव तैयार करें। शासन स्तर से उसकी मंजूरी दिलाई जायेगी। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि ग्वालियर जिले के लिये विद्युत के जो भी प्रस्ताव शासन स्तर पर हैं उनकी स्वीकृति भी यथाशीघ्र दिलाई जायेगी। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने यह भी निर्देशित किया है कि जिन ट्रांसफार्मरों पर अधिक लोड है उनके लोड ट्रांसफर की कार्रवाई भी प्राथमिकता से की जाए। विद्युत अवरूद्ध की शिकायतें कम हो सकें। विद्युत लाईनों पर जो पेड़ आ गए हैं उनको हटाने का कार्य जल्द करें। बैठक में मुख्य अभियंता श्री आर के गुप्ता ने ग्वालियर एवं आस-पास के जिलों में विद्युत संधारण के लिये किए जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
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मंत्री श्री सारंग ने वर्षा पूर्व नाले-नालियों की सफाई व मरम्मत कार्य के दिये निर्देश
नालों का सर्वे कराकर एक प्लानिंग रिपोर्ट तैयार करायी जाये - मंत्री श्री सारंग
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने गुरुवार को नगर निगम अधिकारियों के साथ नरेला क्षेत्र का दौरा कर नाले-नालियों का जायजा लिया। जहाँ नाले-नालियों की मरम्मत होना है, वहाँ मरम्मत करने तथा जहाँ सफाई होना है, वहाँ मानसून पूर्व सभी नाली-नालों की सफाई के निर्देश नगर निगम के अधिकारियों को दिये। श्री सारंग ने कहा कि भोपाल शहर के सभी नालों का सर्वे कराकर एक प्लानिंग रिपोर्ट तैयार करायी जाये और कैलेण्डर के हिसाब से नालों का रख-रखाव किया जाये। सफाई और मरम्मत का कैलेण्डर निर्धारित हो। उन्होंने कहा कि वाटर डिस्ट्रीब्यूटर की पाइप-लाइन अलग हो। नाले में जल-भराव की स्थिति निर्मित न हो, इसके लिये कचरा जमा न होने दें। ज्ञात हो की नरेला क्षेत्र में करोड़ों रूपये की लागत से आदर्श ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण किया जा चुका है, जिसमें नाली और नालों का निर्माण कराकर नालों का चैनेलाइजेशन कराया गया है। चूँकि नरेला क्षेत्र की बस्तियाँ निचले क्षेत्र में स्थित हैं और भोपाल शहर का जल-निकास भी यहीं से होता है। इस कारण वर्षा ऋतु में तीन वर्ष पहले तक अक्सर यहाँ बाढ़ की स्थिति निर्मित हो जाती थी। श्री सारंग ने क्षेत्र में नालियों का निर्माण कराकर और उनको नालों से जोड़कर चैनेलाइजेशन कराया है, जिससे तेजी से जल-निकास हो जाता है और निचले क्षेत्र में जल-भराव की स्थिति निर्मित नहीं होती है। श्री सारंग ने बताया कि नाले-नालियों के निर्माण और नालों का चैनेलाइजेशन हो जाने से पिछले दो वर्षों से भारी बरसात के बाद भी बस्तियों में जल-भराव की स्थिति निर्मित नहीं हो रही है। निचले क्षेत्र की बस्तियों में भी किसी प्रकार की हानि नहीं हो रही है। मंत्री श्री सारंग के निरीक्षण के दौरान नगर निगम अधिकारी-कर्मचारी सहित क्षेत्रीय गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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विद्युत उप-केन्द्र सूखीसेवनियाँ में 350 पौधे बने पेड़
मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कम्पनी, भोपाल के 400 के.व्ही. उप-केन्द्र, सूखीसेवनियाँ परिसर में विगत 4 वर्ष से लगातार पौधा-रोपण किया जा रहा है। वर्तमान में विभिन्न प्रजाति के लगभग 350 पौधे पेड़ बन चुके हैं। यहाँ पर मुख्य रूप से आम, अमरूद, कबीट, बेल, जामुन, शतपर्णी, महुआ, मुनगा, नीम, कदम, सकोमा, गूलर, पाकर, हर्रा, बहेरा, भिलमा, सिंदूरी, पुत्रजीवक एवं कटहल आदि के पौधे लगाये गये थे। सहायक अभियंता श्री हेमंत जैन, जो स्वयं पौधों की देखभाल करते हैं, ने बताया है कि 4 वर्ष पूर्व लगाये गये पौधों में इस वर्ष फल भी आने शुरू हो गये हैं। पौधों के लिये पर्याप्त पानी की व्यवस्था के लिये रेनवाटर हॉर्वेस्टिंग का कार्य भी किया गया है। इससे बोरिंग में पर्याप्त पानी रहता है।
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जल संसाधन विभाग कोविड के कारण मृत्यु वाले 86 अधिकारी और कर्मचारियों को 8 दिन में अनुकंपा नियुक्ति-पत्र देगा - जल संसाधन मंत्री श्री सिलावट
मनीष मेश्राम को घर जाकर नियुक्ति-पत्र दिया आज ही ज्वाइनिंग भी कराई गई
जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी राम सिलावट ने विभाग के कर्मचारी की कोविड से मृत्यु होने पर कोलार कॉलोनी, भोपाल स्थित उनके घर पहुँचकर सांत्वना दी और उनके परिवार के लड़के को नियुक्ति- पत्र प्रदान किया। जल संसाधन विभाग में चौकीदार पद पर पदस्थ स्वर्गीय श्री उत्तम मेश्राम की कोविड से मृत्यु हो गई थी। आज मंत्री श्री सिलावट उनके निवास पर पहुँचे और लड़के मनीष को नियुक्ति-पत्र दिया और अधिकारियो के साथ भेजकर आज ही ज्वाइनिंग भीं करवाई। मंत्री श्री सिलावट इसके बाद दूसरे कर्मचारी स्वर्गीय श्री आशोक कुमार खरे के निवास पर पहुँचकर परिवार से मिले और उनकी पत्नी श्रीमती प्रतिभा खरे को शासकीय सेवा के लाभ अवकाश नगदीकरण, ग्रुप इंश्योरेंस, और प्रोविडेंट फंड की राशि लगभग 3 लाख 25 हजार रुपए का स्वीकृति-पत्र प्रदान किया। साथ ही परिवार को शेष सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एक अधिकारी को अधिकृत किया और परिवार से संबंधित अधिकारी के फोन नंबर भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। मंत्री श्री सिलावाट ने विभाग के अधिकारियो को कोविड के कारण मृत कर्मचारियों के परिवारों को नियुक्ति-पत्र और शासकीय सेवा के अन्य लाभ पेंशन , ग्रेच्युटी, प्रोविडेंट फंड आदि के स्वीकृति-पत्र 8 दिन में दिए जाने के निर्देश दिए है। जलसंसाधन विभाग के 86 अधिकारी और कर्मचारियों की मृत्यु कोविड के कारण हुई थी। ऐसे परिवारों के लिए संभागवार अधिकारी को उनकी समस्याओं को हल करने के लिए भी अधिकृत किया गया है। साथ ही उन परिवार के सदस्यों को भी उनसे लगातार संपर्क रखने के लिये कहा। मंत्री श्री सिलावट ने ईएनसी ऑफिस पहुँचकर जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ संभागीय अधिकारियों को फोन लगाकर सभी अनुकंपा नियुक्त के प्रकरणों को तुरंत निराकृत करने और नियुक्ति-पत्र देने के निर्देश दिए है और कहा कि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी संबंधित के घर जाकर नियुक्ति-पत्र प्रदान करे। मंत्री श्री सिलावट ने विभाग के अधिकारियो को निर्देश दिए की 8 दिन में ऐसे सभी अधिकारी और कर्मचारियों जिनकी मृत्यु कोविड के कारण हुई है। उनके परिवार के योग्य और पात्र सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए, पेंशन प्रकरण और ग्रेच्युटी की राशि भी 8 दिन में उपलब्ध करा दी जाए। अनुकम्पा नियुक्ति के सभी प्रकरणों में ज्वाइनिंग की सूचना तुरंत ईएनसी ऑफिस को प्रदान करे।
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खाद्य प्र-संस्करण उद्योगों को विशिष्ट वित्तीय सहायता देने वेब पोर्टल का शुभारंभ
उत्पादन, भंडारण और प्र-संस्करण की संयुक्त इकाई के लिये मिलेगी प्राथमिकता : राज्य मंत्री श्री कुशवाह
उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा है कि उद्यानिकी से जुड़ी उत्पादन, भंडारण और प्र-संस्करण की संयुक्त इकाई लगाने वालों को खाद्य प्र-संस्करण उद्योगों को देय विशिष्ट वित्तीय सहायता योजना में प्राथमिकता दी जायेगी। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने निवास स्थित कार्यालय पर विभागीय वेबसाइट www.mphorticultre.gov.in के माध्यम से https://mpfsts.mp.gov.in/mphd/#/ पोर्टल का शुभारंभ किया। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि वर्ष 2018-19 में खाद्य प्र-संस्करण की राज्य योजना मध्यप्रदेश उद्योग संवर्धन नीति 2014 में खाद्य प्र-संस्करण उद्योगों को देय विशिष्ट वित्तीय सहायता के ऑनलाइन आवेदन प्राप्त करने के लिये संचालित पोर्टल को बंद कर दिया गया था, जिसे आज से पुन: प्रारंभ किया जा रहा है। प्रदेश की उपज को प्र-संस्कृत किये जाने के क्षेत्र में उद्यमियों से ऑनलाइन आवेदन प्राप्त किये जायेंगे। इस योजना का उद्देश्य प्रदेश में कच्चे उत्पाद को प्र-संस्कृत करने की प्रक्रिया को बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि उत्पादन से जुड़े कृषक और उद्यमी उत्पादन, भंडारण और प्र-संस्करण की इकाई को संयुक्त रूप से स्थापित करेंगे, उन्हें योजना में प्राथमिकता दी जायेगी। मध्यप्रदेश उद्योग संवर्धन नीति 2014 के क्रम में खाद्य प्र-संस्करण उद्योगों को देय विशिष्ट वित्तीय सहायता में लागत पूंजी अनुदान सहायता 35 प्रतिशत और अधिकतम राशि 2.5 करोड़ रूपये देय है। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना केन्द्र प्रवर्तित में अधिकतम राशि 10 लाख रूपये अनुदान देने का प्रावधान है। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने बताया कि राज्य और केन्द्र के द्वारा संचालित खाद्य प्र-संस्करण को बढ़ावा देने की योजनाओं में 600 से 750 करोड़ रूपये का नवीन निवेश होना अनुमानित है। इसके माध्यम से 30 से 40 हजार प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार का सृजन भी होगा। उन्होंने कहा कि खाद्य प्र-संस्करण योजनाओं के अतिरिक्त प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, एकीकृत बागबानी विकास मिशन एवं शीतगृह भंडारण में भी उद्यानिकी कृषकों और उद्यमियों को आकर्षक अनुदान का लाभ दिया जा रहा है। इससे उद्यानिकी कृषकों को बढ़ावा मिलेगा। पोर्टल के लोकार्पण के अवसर पर उद्यानिकी आयुक्त श्री एम.के. अग्रवाल भी उपस्थित थे।
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बच्चों के लोकप्रिय चरित्र मोटू-पतलू के माध्यम से चला कोरोना जागरूकता अभियान
मंत्री श्री सारंग की पहल पर स्वयंसेवी संगठनों ने बाजारों में लोगों को किया जागरूक
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने शक्तिशाली संदेशों के बीच गुरूवार को न्यू-मार्केट स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर के सामने से एक अनूठे अभियान का शुभारम्भ किया। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए इस अभियान में बच्चों के बीच लोकप्रिय चरित्र “मोटू और पतलू” के माध्यम से आमजन को जागरूक करते हुए वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया गया। मंत्री श्री सारंग की पहल पर स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से कोरोना जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान को एनएसएस, आवाज, यूनिसेफ और जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। मंत्री श्री सारंग ने कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए बच्चों के विशेष संदर्भ में यह अभियान शुरू किया गया है। अभियान में बच्चों को लेकर बरती जाने वाली सावधानियाँ और बच्चों द्वारा अपने माता-पिता से की गई मार्मिक अपील शामिल है। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयास बहुत आवश्यक हैं और आशा है कि यह पहल कारगर होगी। उन्होंने इस मौके पर “मोटू और पतलू” के चरित्रों को मास्क भी पहनाया और अभियान वाहन का फीता काटकर शुभारम्भ भी किया। साथ ही, संदेश दिये गये कि 'जो अपने बच्चों से करे प्यार, वो कोरोना वैक्सीन से कैसे करें इंकार'' और 'पापा-मम्मी, पहले मास्क, उसके बाद ही दूसरा टॉस्क''। कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने कहा कि कोरोना को हराने के लिए जिला प्रशासन हर समय सक्रिय है और यह कोशिश की जा रही है कि तीसरी लहर से बच्चों को किसी भी तरह का नुकसान न हो, इसलिये यह एक केन्द्रित प्रयास किया जा रहा है। आवाज की ओर से सुश्री रोली शिवहरे ने कहा कि आवाज समूह कुछ यूनिक चरित्रों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने जा रहा है। इस बार बच्चों के बीच लोकप्रिय चरित्रों के साथ सामने आये हैं। विश्वास है कि यह पहल कारगर होगी और हम सभी कोरोना पर विजय प्राप्त करेंगे। आज से अनलॉक हुआ है तो हमें संभलकर चलने की ज्यादा जरूरत है। एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अनन्त सक्सेना ने कहा कि एनएसएस का स्वयंसेवक हर समय कंधे से कंधा मिलाकर अपनी सेवाएँ देता है। इसके पहले भी हम मोर्चे पर डटे रहे हैं और आगे भी डटे रहेंगे। इसी बीच “मोटू-पतलू” की जोड़ी ने न्यू-मार्केट में बिना मास्क घूम रहे लोगों को मास्क वितरित किये। जो माता-पिता मास्क लगाये थे और वैक्सीन भी लगवा चुके थे, उन्हें मोटू-पतलू ने फूल देकर सम्मानित किया। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत श्री विकास मिश्रा, जिला प्रशासन की आईईसी टीम, नगर निगम के राजस्व विभाग की टीम, पुलिस प्रशासन के पदाधिकारी, एनएसएस स्वयंसेवक और आवाज संस्था के सदस्य उपस्थित थे।
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कैदियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण 15 जुलाई तक होगा : डॉ. मिश्रा
गृह एवं जेल मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया है कि मध्यप्रदेश की जेलों में निरुद्ध समस्त बंदियों का टीकाकरण 15 जुलाई तक सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि टीकाकरण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। अपर मुख्य सचिव (जेल) डॉ. राजेश राजौरा ने बताया है कि बंदियों के टीकाकरण का कार्य एक जून 2021 से प्रारंभ कर दिया गया है। अपर मुख्य सचिव जेल और अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण द्वारा संयुक्त हस्ताक्षर से जारी आदेशानुसार स्वास्थ्य और जेल विभाग द्वारा कार्य को तत्परता से किया जा रहा है। डॉ. राजौरा ने बताया है कि अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है कि 45 दिवस के अंदर जेलों में निरुद्ध समस्त बंदियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। टीके का दूसरा डोज़ भारत सरकार द्वारा नियत अवधि में लगाया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। मध्यप्रदेश की 131 जेलों में 49 हजार सजायाफ्ता-विचाराधीन कैदी हैं। अभी इनमें से 7 हजार 100 कैदियों का टीकाकरण हुआ है।
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नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन
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मध्यप्रदेश में बढ़ेगी भंडारण क्षमता, नये गोदामों के निर्माण के दिये निर्देश
अध्यक्ष वेअरहाउसिंग कार्पोरेशन ने समीक्षा में अधिकारियों को दिये निर्देश
मध्यप्रदेश वेअरहाउस एण्ड लाजिस्टिक्स कार्पोरेशन के अध्यक्ष श्री राहुल सिंह (केबिनेट मंत्री दर्जा) ने वेअर हाउसिंग कार्पोरेशन के मुख्यालय पर प्रबंध संचालक श्री तरूण पिथोड़े और कार्पोरेशन के सभी वरिष्ठ अधिकारियों, महाप्रबंधकों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों से वन-टू-वन चर्चा कर कार्पोरेशन की गतिविधियों की जानकारी ली और भविष्य की योजनाओं पर भी चर्चा की। श्री राहुल सिंह ने शासकीय गोदामों में सीसीटीवी कैमरे लगाने, ओपन केप स्थलों पर गोदाम निर्माण और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश योजनान्तर्गत कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिये। उन्होंने दमोह जिले में विशेष रूप से गोदाम क्षमता बढ़ाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये। अध्यक्ष श्री सिंह ने निजी गोदाम मालिकों के भंडारण शुल्क का समय पर भुगतान करने के लिये भी अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि निर्धारित मानकों का पालन नहीं करने वाले गोदामों को ब्लेक लिस्ट कर कार्यवाही करें। श्री सिंह ने कहा कि मरम्मत के अभाव में जीर्ण-शीर्ण हो रहे शासकीय गोदामों की मरम्मत तत्काल कराई जाये। साथ ही, कार्पोरेशन के अधीन गोदामों की कलर थीम निर्धारित करें, जिससे पूरे प्रदेश के गोदाम सुन्दर और एक जैसे दिखाई दें। अध्यक्ष श्री सिंह ने संचालक मंडल की बैठक जून माह के अंतिम सप्ताह में आयोजित करने के निर्देश प्रबंध संचालक को दिये। बैठक में श्री जे.के. दुबे मुख्य अभियंता, कार्यपालन यंत्री श्री मुकेश कुशवाहा और श्री नईम अख्तर कार्यपालक संचालक, श्री एस.के. विधान महाप्रबंधक वाणिज्य, श्री ए.के. दहायत अति प्रबंध संचालक, श्रीमती निमिषा जायसवाल आदि उपस्थित थे।
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कृषि मंत्री श्री पटेल ने दी एम्बुलेंस की सौगात
एम्बुलेंस को किया हरदा रवाना
किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने हरदा जिला चिकित्सालय को अत्याधुनिक तकनीक से लैस एम्बुलेंस की सौगात दी है। उन्होंने गत दिवस एम्बुलेंस को हरदा के लिये रवाना कर दिया है। इस अवसर पर भोपाल स्थित निवास पर हरदा सीएमएचओ डॉ. सुधीर जैसानी मौजूद थे। मंत्री श्री पटेल ने बताया है कि हरदा जिला चिकित्सालय को एयरकंडीशनर, वेंटीलेटर, मॉनीटर, ऑक्सीजन, व्हील स्ट्रेचर और अन्य आधुनिक सुविधाओं से लैस एम्बुलेंस उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने बताया कि विधायक निधि से एम्बुलेंस तैयार कराकर जिला चिकित्सालय को प्रदाय की गई है। एम्बुलेंस को लगभग 16 लाख रुपये की लागत से आधुनिक सुविधाओं से लैस कराया गया है। इस सुविधा के मिल जाने से गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीजों को उपचार के लिये अन्य स्थानों पर ले जाने में आसानी होगी।
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सड़क दुर्घटनाओं को रोकने पुलिस के साथ अन्य विभागों की भागीदारी बढ़ेगी - एडीजी श्री सागर
वेबिनार से सागर जोन के अधिकारी हुए लाभान्वित
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान श्री डी.सी. सागर ने कहा है कि प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में पुलिस विभाग के साथ ही परिवहन, स्वास्थ्य एवं अन्य सड़क स्वामित्व वाले विभागों की भागीदारी को बढ़ाया जायेगा। वेबिनार के माध्यम से सागर पुलिस जोन के 328 प्रशिक्षणार्थियों ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिये आवश्यक प्रशिक्षण प्राप्त किया। एडीजी श्री सागर ने बताया कि वेबिनार में आईआरएडी सिस्टम की उपयोगिता, जिला नोडल अधिकारियों के दायित्वों, थाना प्रभारियों के अधिकारों, जमीनी स्तर के अधिकारियों के दायित्वों के निर्वहन की प्रक्रिया और दुर्घटना की सटीक लोकेशन दर्ज करने के लिये केलिब्रेटिंग तकनीक इत्यादि से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश के सभी जिलों में आईआरएडी एप में दुर्घटना संबंधी आंकड़े दर्ज किये जा रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश इस एप में प्रविष्टियों के मामले में देश में प्रथम स्थान पर है। श्री सागर ने बताया कि क्राइम एण्ड क्रिमिनल ट्रेकिंग नेटवर्क एण्ड सिस्टम (सीसीटीएनएस) को एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (एपीआई) से आईआरएडी एप से जोड़ा जायेगा। इससे सड़क दुर्घटनाओं की प्रविष्टियों में किसी भी प्रकार की भिन्नता को समाप्त किया जायेगा। श्री सागर ने संभागीय मुख्यालय सागर सहित पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में एप के क्रियान्वयन संबंधी समीक्षा भी की।
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मंत्री सुश्री ठाकुर ने किया ड्राइव-इन वैक्सीनेशन सेन्टर का शुभारंभ
कोरोना वॉलंटियर्स और एनसीसी कैडेट्स को गुलाब का फूल देकर व्यक्त किया आभार
संस्कृति, पर्यटन और आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने महू के सुपर सिटी, महुगांव में धन्वन्तरी ड्राइव इन वैक्सीनेशन सेंटर का शुभारंभ किया। सुश्री ठाकुर ने केन्द्र पर कोरोना वॉलंटियर्स और एनसीसी कैडेट्स को गुलाब का फूल देकर उनकी स्वैच्छिक सेवाओं के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने वैक्सीनेशन सेन्टर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और स्टॉफ से चर्चा कर मनोबल बढ़ाया। इस अवसर पर एएसपी श्री पुनीत गहलोत सहित अन्य अधिकारी और एनसीसी कैडेट्स उपस्थित थे। कोविड 19 हाइजीन नियमों का करें पालन सुश्री ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है। सरकार और जनता के संयुक्त प्रयासों से हमने यह सफलता पाई है। लेकिन यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। हम सभी को कोविड 19 हाइजीन नियमों का पालन करना जरूरी है। मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकले, सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। इन्होंने कहा कि इन नियमों को स्वयं भी अपनाएँ और समाज में सभी को कोविड नियमो का पालन करने और वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित भी करें। इस तरह सभी के एकजुट प्रयासों से हम कोरोना को हराने में सक्षम होंगे।
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खरीफ फसलों की बुआई के पहले खाद और बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करें - मंत्री श्री पटेल
किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने खरीफ फसलों की बुआई से पूर्व यूरिया, डीएपी, बीज और अन्य कृषि आदानों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने उक्त निर्देश मंत्रालय में आयोजित कृषि विभाग की समीक्षा बैठक में दिये। मंत्री श्री पटेल ने कृषि अधिकारियों को खरीफ की फसल से संबंधित ज़रूरी निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि नकली खाद, बीज और दवाओं के कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। श्री पटेल ने अधिकारियों को अरहर, मक्का और तिल्ली के अलावा अन्य वैकल्पिक फसलों के संबंध में किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है। इससे सोयाबीन की फसल के विकल्प पर भी कृषक विचार कर उन्नत खेती की ओर अग्रसर हो सकेंगे।
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