प्रदेश में कोरोना की रफ्तार में नियंत्रण है एक मिसाल
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में लगातार प्रयासों से कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर नियंत्रित हो गई है, जो एक मिसाल है। राज्य सरकार द्वारा जन-सहभागिता से कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बचाव की प्रभावी रणनीति के साथ त्वरित और सफल कार्य किए गये हैं। प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या प्रतिदिन कम होती जा रही है। पाँच जून की स्थिति में प्रदेश में 10 हजार 103 एक्टिव मरीज हैं और 81 हजार 636 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें से 735 व्यक्तियों की जाँच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 21 अप्रैल को एक्टिव केसेस की संख्या के हिसाब से मध्यप्रदेश देश में सातवें नम्बर पर था, जो आज की स्थिति में 19वें नम्बर पर है। प्रदेश में रिकवरी रेट लगातार बढ़ कर 97.65 प्रतिशत हो गया है। डिण्डोरी और हरदा जिलों को छोड़कर अन्य सभी जिलों में कोरोना के नए केसेस की तुलना में कोरोना से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या अधिक रही है। पाँच जून को अलीराजपुर और बुरहानपुर जिलों में एक भी पॉजिटिव प्रकरण प्राप्त नहीं हुआ। प्रदेश के 38 जिलों सतना, नरसिंहपुर, छतरपुर, गुना, हरदा, बड़वानी, कटनी, छिन्दवाड़ा, शाजापुर, सिंगरौली, डिण्डोरी, झाबुआ, मण्डला, भिण्ड, आगर-मालवा, बुरहानपुर, खण्डवा, देवास, उमरिया, दतिया, टीकमगढ़, अलीराजपुर, शहडोल, मंदसौर, राजगढ़, विदिशा, पन्ना, शिवपुरी, होशंगाबाद, उज्जैन, सिहोर, नीमच, अशोकनगर, बालाघाट, श्योपुर, ग्वालियर, मुरैना और सागर की गत सात दिनों में औसत पॉजिटिविटी दर एक प्रतिशत या उससे कम रही है। प्रदेश में 14 जिलों भोपाल, अनूपपुर, रतलाम, दमोह, बैतूल, धार, सीधी, खरगोन, रीवा, जबलपुर, सिवनी, रायसेन, निवाड़ी और इंदौर में विगत सात दिनों में औसत पॉजिटिविटी दर पाँच प्रतिशत या उससे कम रही है। वर्तमान में प्रदेश का कोई भी जिला रेड जोन में नहीं है।
|
प्रदेश में मूँग की खरीदी 15 जून से होगी प्रारंभ : मुख्यमंत्री श्री चौहान
किसानों को उपज का उचित मूल्य दिलाया जाएगा
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा प्रदेश में किसानों से मूँग की खरीदी 15 जून से प्रारंभ होगी। किसान भाई 8 जून से अपना पंजीयन करा सकेंगे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्ग दर्शन में भारत सरकार के सहयोग से ग्रीष्मकालीन मूँग की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अन्नदाता का हित मेरे लिए सर्वोपरि है। मूँग की गिरती कीमतों से किसान चिंतित न हों। किसान की उपज का उचित मूल्य दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों के हित में यह भी निर्णय लिया गया है कि चने की खरीदी की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 15 जून कर दिया गया है। समर्थन मूल्य घोषित भारत सरकार द्वारा मध्यप्रदेश के लिए मूँग की खरीदी का लक्ष्य और समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है। मूँग का समर्थन मूल्य 7196 रूपये प्रति क्विटंल निर्धारित किया गया है।
|
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आम का पौधा लगाया
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह ने मुख्यमंत्री निवास परिसर में आम का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान अपने संकल्प के पालन में प्रतिदिन एक पौधा लगाते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री निवास के उद्यान में पूर्व दिनों में उनके द्वारा रोपे गये पौधों और उद्यान के अन्य पौधों के रखरखाव कार्य का अवलोकन भी किया।
|
मुख्यमंत्री श्री चौहान के बुलंद हौंसले और पुख्ता इंतजामों से कोरोना मुक्ति की ओर बढ़ता मध्यप्रदेश
किसी भी राज्य को यह एहसास भी न था कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर इतनी घातक होगी। दूसरी लहर में जिस गति से कोरोना ने अपने पैर पसारे, उससे सभी राज्य हतप्रभ रह गये। मध्यप्रदेश भी उन्हीं में से एक था। अचानक कोरोना के संक्रमण का बढ़ना सभी के लिये चिंता का विषय था। इन कठिन परिस्थितियों में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बुलंद हौंसले और पुख्ता इंतजामों के साथ प्रदेश की जनता को कोरोना से बचाने के लिये सुरक्षा कवच प्रदान किया। जिस तरह से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा था, ऐसे में इंतजामों के लिये समय बहुत कम था। इसके बावजूद भी मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हार नहीं मानी। प्रतिदिन लगभग 20 घंटे जाग कर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रभावी रणनीति बनाई और प्रदेश के हर जिले में चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को दुरूस्त किया। कोरोना संक्रमण के प्रकरणों को देखते हुए शासकीय अस्पतालों में बेड्स की संख्या बढ़ाते हुए जरूरी औषधियों की आपूर्ति भी सुनिश्चित की गई। इसी बीच कोरोना वायरस ने अपना रौद्र रूप लेकर मरीजों के लंग्स पर असर डालना शुरू कर दिया। इस स्थिति में मरीजों को ऑक्सीजन और वेंटिलेटर्स की जरूरत पड़ने लगी। स्थिति गंभीर हो रही थी, लेकिन शिवराज सिंह चौहान ने हार नहीं मानी। दिन-रात एक कर वे ऑक्सीजन की व्यवस्था में जुट गये। राज्य स्तर पर होने वाले सभी प्रयत्न किये गये। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सहित कई केंद्रीय मंत्रियों से संवाद कर ऑक्सीजन की कम समय में आपूर्ति करवाई। राज्य के बाहर से आने वाली ऑक्सीजन के लिये टैंकरों को इंडियन एयर फोर्स के विमानों से झारखंड और राजस्थान भेजा गया। जहाँ से रेल एवं सड़क मार्ग द्वारा ऑक्सीजन मध्यप्रदेश को मिली और कोरोना मरीजों के लिये जीवन दायिनी बनी। ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता के प्रभावी प्रयास जरूरत के समय ऑक्सीजन बाहर से मंगाना मजबूरी थी। इस मजबूरी को खत्म करने के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने संकल्प लिया कि प्रदेशवासियों के हित में ऑक्सीजन की उपलब्धता प्रदेश में ही करेंगे। इस दिशा में उन्होंने तेजी से प्रयास करने प्रांरभ कर दिये। इसमें केन्द्र सरकार का सहयोग लिया गया और ऑक्सीजन बनाने वाली कम्पनियों से भी सम्पर्क किया गया। सच्चे मन से किये गये प्रयास अब रंग लाना शुरू हो गये हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान की पहल पर आज मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में 96 ऑक्सीजन प्लांट्स का कार्य निर्माणाधीन है। इनमें से कुछ प्लांट्स ने कार्य प्रांरभ कर दिया है। शेष का कार्य समय-सीमा निर्धारित कर पूरा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रयासों से शीघ्र ही मध्यप्रदेश ऑक्सीजन के मामले में आत्म-निर्भर होगा। वर्तमान में केन्द्र सरकार और अन्य बाहय स्त्रोतों से प्राप्त हो रही ऑक्सीजन के अलावा राज्य सरकार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के माध्यम से भी मरीजों को ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित कर रही है। प्रदेश के भोपाल, रीवा, इंदौर, ग्वालियर और शहडोल में नवीनतम तकनीक वीपीएसए आधारित ऑक्सीजन प्लांट्स लगाये जा रहे हैं। इनमें प्रति मिनट 300 से 400 लीटर ऑक्सीजन बनेगी। इस नवीनतम तकनीक से ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने वाला मध्यप्रदेश, देश का पहला राज्य है। बचाव की प्रभावी रणनीति मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिये जो रणनीति अपनाई, उसमें पहली- कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ना। इस कार्य में शासन के मंत्री, विभिन्न विभागों के अधिकारी, जन-प्रतिनिधि, सामाजिक संस्थाएँ, स्वयंसेवी संगठन और शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की जनता ने भी सक्रिय होकर कार्य किया हैं। क्षेत्र की जनता ने कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिये स्व-प्रेरित होकर जनता कर्फ्यू भी लगाया। इस कार्य में प्रदेश के अनेक ग्रामों ने आदर्श भी प्रस्तुत किया है। अपने गाँव को कोरोना से सुरक्षित करने के लिये ग्रामीणों ने पूरा गाँव लॉक कर दिया। जरूरत का सामान लाने के लिये गाँव के 4-5 लोग ही बाहर जाते हैं और पूरे गाँव के लोगों के लिये सामग्री लाते हैं। कोरोना से बचाव का यह अभिनव नवाचार भी है। राज्य शासन की अपील पर कई क्षेत्रों में लोगों ने अपने वैवाहिक एवं सामाजिक कार्यों को अभी न करने का निर्णय भी लिया है। प्रभावी किल कोरोना अभियान मुख्यमंत्री श्री चौहान की रणनीति का दूसरा कदम 'किल कोरोना अभियान' है। इस अभियान में गाँव-गाँव टीम बनाकर लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक किया और घर-घर जाकर संभावित मरीजों की पहचान कर उनके उपचार की व्यवस्था भी सुनिश्चित की है। ब्लॉक और ग्राम स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप भी तैयार किये गये हैं, जिसमें सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व रहा। ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड केयर सेंटर और क्वारेंटाइन सेंटर्स भी बनाये गये हैं। इन सेंटर्स पर उपचार के साथ अन्य जरूरी व्यवस्थाएँ भी की गई हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान के आव्हान पर एक लाख से अधिक सामाजिक कार्यकर्ता कोरोना वॉलेंटियर्स बनकर सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कोविड नियंत्रण में जन-जागरूकता के कार्यों में अहम योगदान दे रहे हैं। मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा सक्रिय भूमिका निभाई जा रही है। संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार द्वारा 'जीवन अमृत योजना' शुरू की गई। योजना में अब तक लगभग 2 लाख काढ़े के पैकेट घर-घर वितरित कर लोगों को लाभान्वित किया गया। इसी क्रम में 'योग से निरोग' कार्यक्रम भी प्रदेश में चलाया जा रहा है। इसमें योग प्रशिक्षक होम आईसोलेटेड मरीजों को ऑनलाइन योगाभ्यास करवा रहे हैं। वैक्सीन का सुरक्षा कवच शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन को कोरोना से बचाव के लिये वैक्सीन का सुरक्षा कवच प्रदान किया जा रहा है। प्रदेश के मुखिया होने के नाते मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का यह प्रयास है कि चरणबद्ध तरीके से सभी वर्गों को वैक्सीन लगाई जाए। इसके लिये वैक्सीन की उपलब्धता भी बड़े पैमाने पर की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान का कहना है कि इस संकट काल में वैक्सीन कोरोना से सुरक्षा प्रदान कर रही है। हमारा लक्ष्य सभी को सुरक्षा कवच प्रदान करना है, इसलिये वैक्सीन खरीदी के लिये व्यापक स्तर पर आर्डर जारी कर दिये गये हैं। दवाओं की कालाबाजारी और उपचार की लूट की सख्ती से रोकथाम कोरोना मरीजों के प्रति संवेदनशील और कालाबाजारी एवं मिलावटखोरों के प्रति सख्त मुख्यमंत्री श्री चौहान का कहना है कि उस समय मन में अति पीड़ा होती है, जब यह तथ्य सामने आता है कि कुछ स्वार्थी लोग कोरोना उपचार की दवाओं एवं अन्य सामग्री की कालाबाजारी एवं नकली दवाओं के विक्रय में लिप्त हैं। ऐसे लोग मानवता के दुश्मन हैं। मध्यप्रदेश की धरती पर ऐसे नरपिशाचों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की जा रही है। मध्यप्रदेश सरकार की उन निजी अस्पतालों पर भी कड़ी नजर है, जो कोरोना उपचार के नाम पर जनता के साथ लूट-खसोट कर रहे हैं। ऐसे अस्पतालों और संचालकों के विरूद्ध भी कार्यवाहियाँ की जा रही हैं। निजी चिकित्सालयों में कोविड उपचार के निर्धारित प्रोटोकॉल एवं मापदंडों का उल्लंघन होने पर अनेक प्रकरणों में नोटिस और एफआईआर पंजीकृत करायी गई है। इसके साथ ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाज़ारी के प्रकरणों में दोषी व्यक्तियों के खिलाफ एनएसए की कार्यवाही कर जेल भेजा गया है। साथ ही चोरबाज़ारी निवारण अधिनियम एवं आवश्यक वस्तु प्रदाय अधिनियम में भी आरोपियों को गिरफ़्तार कर जेल भेजा गया है। तीसरी लहर के प्रति भी पूरी सजगता वर्तमान में कोरोना की दूसरी लहर से प्रदेशवासियों को बचाने की पुख्ता व्यवस्था के साथ मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा आगामी रणनीति भी तैयार की जा रही हैं। कोरोना की संभावित तीसरी लहर के प्रति मुख्यमंत्री पूर्ण सजग एवं जागरूक होकर ऐसी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करना चाह रहे हैं, जिससे समय रहते कोरोना की तीसरी लहर पर नियंत्रण किया जा सके। इसके लिये स्वास्थ्य के क्षेत्र में इन्फ्रा-स्ट्रक्चर को बढ़ाने एवं अन्य व्यवस्थाओं को बढ़ाने की कार्य-योजना पर तेजी से अमल किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर से बहुत सबक लिया गया है। भविष्य में ऐसी स्थिति निर्मित न हो, इसके पुख्ता इंतजाम पहले से ही कर लिये जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार सतर्क है, जनता को भी सतर्क और सजग रहना होगा। सरकार और समाज मिलकर सभी को कोरोना से बचाएंगे। संवेदनशील निर्णय और गरीबों को आर्थिक संबल मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना काल में गरीब वर्ग का परिवार के सदस्य के रूप में पूरी संवेदनशीलता के साथ ख्याल रखा। उन्होंने कोरोना काल में अनेक ऐसी योजनाएँ भी शुरू की जो गरीब और असहाय लोगों के लिये वरदान साबित हो रही हैं। इन योजनाओं में मुख्यमंत्री कोविड बाल कल्याण योजना, विशेष अनुग्रह योजना, अनुकम्पा नियुक्ति योजना, कोरोना योद्धा कल्याण योजना और मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना शामिल हैं। आयुष्मान भारत योजना में भी नये प्रावधान जोड़ कर गरीबों को उपचार की सुविधाएँ उपलब्ध करवाई गईं। इसके साथ ही शहरी एवं ग्रामीण पथ विक्रेताओं को आर्थिक सहायता, तेंदूपत्ता संग्राहकों को पारिश्रमिक का भुगतान, संबल योजना में हितग्राहियों को अनुदान राशि, मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना में 75 लाख किसानों के खातों में 1500 करोड़ रूपये और पिछड़ी जनजाति बैगा, भारिया और सहरिया वर्ग की 2 लाख 18 हजार 593 महिलाओं के खातों में आहार अनुदान योजना के तहत 21 करोड़ 85 लाख 93 हजार रूपये अंतरित किये। चौतरफा प्रयासों से मिली सफलता मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये जो चौतरफा व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की, उनके सुपरिणाम से मध्यप्रदेश आज कोरोना संक्रमण से मुक्त हो रहा है। लगातार 24 घंटे की सतत निगरानी, प्रतिदिन संभाग एवं जिलों के अधिकारियों, मंत्रि-परिषद के सदस्यों, सांसद विधायकों, जन-प्रतिनिधियों, क्राइसिस मैनेजमेंट समूहों, कोर ग्रुप के सदस्यों, चिकित्सा विशेषज्ञों से प्रतिदिन संवाद कर और प्रशासनिक सूझबूझ से समय रहते व्यवस्थाएँ सुनिश्चित कर मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण को काफी हद तक रोकने में सफलता मिली है। इन्हीं प्रयासों के चलते 21 अप्रैल को एक्टिव केसेस की संख्या के हिसाब से मध्यप्रदेश, देश में 7वें नंबर पर था, जो आज की स्थिति में 19वें नंबर पर आ गया है। उपचार की माकूल व्यवस्थाएँ और टेस्टिंग के आंकड़े स्पष्ट करते है कि प्रदेश में दिनो-दिन कोराना के केस कम हो रहे हैं और रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि कोरोना की जंग में प्रदेश में जन-भागीदारी का जो सफल प्रयोग हुआ है, वह अन्य प्रांतों के लिये उदाहरण भी बना है। प्रदेश में अभी भी प्रयास लगातार जारी रहेंगे और कोरोना पर हम निश्चित रूप से जीत हासिल करेंगे।
|
हनुमान गढ़ी में 14 लाख रुपए से अम्बेडकर पार्क का होगा सौन्दर्यीकरण : डॉ. मिश्रा
भगवान गौतम बुद्ध और डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमाओं पर किया मार्ल्यापण
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दतिया में रविवार को हनुमान गढ़ी में 14 लाख 40 हजार रूपये की लागत से अम्बेडकर पार्क के सौन्दर्यीकरण कार्य का भूमि-पूजन किया। उन्होंने इसके पूर्व भगवान गौतम बुद्ध एवं संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उन्होंने जनता से भगवान गौतम बुद्ध और डॉ.अंबेडकर के विचारों को अपने जीवन में उतारने और उनके बताए मार्ग पर चलने के लिए कहा। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि भगवान गौतम बुद्ध ने हमें सत्य, अंहिसा एवं मानवता के रास्ते पर चलने का जो संदेश दिया था। उसे हम अपने जीवन में आत्मसात कर उनके बताये मार्ग पर चले। उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने कहा था शिक्षित बनो, संगठित हो एवं संघर्ष करो। इसी संदेश को लेकर सभी लोग अपने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें और समाज में फैली हुई सामाजिक कुरूतियों को दूर करने में अपना योगदान दें। डॉ. मिश्रा ने दलित, शोषित और वंचित वर्ग के उत्थान के लिए राज्य और केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए अधिक से अधिक लाभ लेने का आह्वान किया। इस अवसर पर श्री संतराम सिरौनिया, श्री जितेन्द्र पाल बौद्ध, श्री नरेश कुमार भास्कर, श्री रामबिहारी राहुल, श्री देवेन्द्र कुमार, डॉ. रामजी खरे, श्री योगेश सक्सैना, श्री प्रशांत ढेंगुला, श्री विपिन गोस्वमी, श्री अतुल भूरे चौधरी, श्री जौली शुक्ला आदि उपस्थित थे।
|
वित्त मंत्री श्री देवड़ा ने रतलाम में जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक ली
निजी निर्माण कार्यों में छूट मिलेगी : मंत्री श्री देवड़ा
वित्त, वाणिज्यिक कर, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी तथा रतलाम के कोविड प्रभारी मंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने आज रतलाम में जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक ली। उन्होंने कहा कि ज़िले में कोरोना की स्थिति ठीक है लेकिन सतह समीक्षा जारी रहेगी। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वैक्सीन ज़रूर लगवाएँ, जिससे कोरोना वायरस से लड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु के आगमन तथा मज़दूरों के रोज़गार की स्थिति को देखते हुए 7 जून से निजी निर्माण कार्यों को चालू करने की सहमति दी गई है। ज़िले की मंडियों में व्यापार के लिए भी सहमति दी गई है। उन्होंने कहा कि संक्रमण नियंत्रण के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य किया जाए। उन्होंने जनता कर्फ्यू में आम नागरिकों द्वारा दिये गये सहयोग की सराहना की। मंत्री श्री देवड़ा ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया की ब्लेक फंगस के उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। बच्चों के उपचार की व्यवस्था भी सुदृढ़ करने और आगामी कार्य-योजना तैयार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने इस बात की ख़ुशी जताई कि ऑक्सीजन की उपलब्धता रतलाम ज़िले में सुनिश्चित हो रही है। इस अवसर पर सांसद श्री सुधीर गुप्ता, विधायक सर्वश्री चेतन काश्यप, डॉ. राजेंद्र पांडे, श्री दिलीप मकवाना, श्री गजेन्द्र सिंह लुटेरा तथा गोविन्द काकानी सहित ज़िले के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
|
वित्त मंत्री श्री देवड़ा ने मंदसौर में ली जिला क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक
ज़िले के व्यापारिक प्रतिष्ठान शाम 4 बजे बंद होंगे
वित्त, वाणिज्यिक कर, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी तथा मंदसौर जिले के कोविड प्रभारी मंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि कोरोना नियंत्रण के लिए ज़िले के सभी ग्राम और शहर की जनता ने सक्रिय होकर भागीदारी निभाई है, जिससे हम कोरोना पर नियंत्रण प्राप्त करने में सफल हुए हैं। प्रदेश में कोरोना पॉजिटिविटी रेट तेज़ी से घट रहा है और रिकवरी रेट में आशातीत वृद्धि हुई है। मंत्री श्री देवड़ा आज मंदसौर जिला क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में वर्तमान परिस्थितियों को लेकर आगामी रणनीति पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मंदसौर की सभी दुकानें एक साथ खुलेंगी और शाम 4 बजे बंद होंगी। सभी दुकानें एक साथ खुलने से भीड़ बट जाएगी और संक्रमण का ख़तरा कम रहेगा। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भी कोविड अनुकूल व्यवहार अर्थात दो गज की दूरी बनाना, बार-बार हाथ साफ़ करना और मास्क लगाना सभी को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करना होगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में किल कोरोना अभियान जारी है। इसमें किसी भी सर्दी, जुकाम, बुखार के लक्षण वाले व्यक्ति को तत्काल मेडिकल किट उपलब्ध करवाकर इलाज शुरू किया जाना चाहिए। बैठक में श्री देवड़ा ने ज़िला प्रशासन को वैक्सीनेशन कार्य की गति को बढ़ाने और आवश्यकतानुसार वैक्सीन सेंटर बढ़ाने के भी निर्देश दिये। जिससे लक्षित समूह का टीकाकरण हो सके। उन्होंने जिलेवासियों से अपील की कि कोरोना से बचाव के लिये वैक्सीनेशन अवश्य करवायें। वैक्सीनेशन कोरोना से बचाव के लिये सुरक्षा कवच का कार्य करेगा और संक्रमण से लड़ने की क्षमता बढ़ायेगा। श्री देवड़ा ने कहा कि 15 जून के बाद पुनः क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक होगी, जिसमें लॉकडाउन के संबंध में आगामी रणनीति पर विचार-विमर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण ज़िले के लिए सर्विलेंस टीम गठित होगी। जिले में कोविड प्रोटोकॉल का पालन हो यह सुनिश्चित किया जाएगा। बैठक में सांसद श्री सुधीर गुप्ता, विधायक श्री यशपाल सिंह सिसोदिया, कलेक्टर सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। बरगद का पौधा रोपा वित्त मंत्री श्री देवड़ा ने सुशासन भवन परिसर में बरगद का पौधा लगाया। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाना भारतीय संस्कृति की परंपरा है। इसमें सभी को अपना पूरा योगदान देना चाहिए। बरगद का पेड़ हमारी संस्कृति की अमूल्य धरोहर है।
|
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने ग्रामीण क्षेत्रों में निःशुल्क खाद्य सामग्री की वितरित
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दतिया के ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री वितरित की। उन्होंने ग्राम उद्गंवा, नूनवाहा, जौहरिया, गढ़ी, डोंगरपुर और बनौली में 700 से अधिक गरीब और जरुरतमंद परिवारों को नि:शुल्क खाद्य सामग्री के किट वितरित किए। डॉ.मिश्रा कोरोना के संकट काल में नियमित रूप से दतिया जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरतमंद जनता को खाद्य सामग्री के नि:शुल्क किट वितरित कर रहे हैं। जिले के प्रवास के दौरान उन्होंने रविवार को ग्राम उद्गवां में 160, ग्राम नुनवाहा में 300 और ग्राम जौहरिया में 150, एवं ग्राम गढ़ी, डोंगरपुर और ग्राम बनौली में भी जरूरतमंदों को खाद्यान सामग्री प्रदान की। खाद्यान किट में गेंहूँ चावल, दाल, शक्कर, चाय पत्ती, सब्जी, मसाले, मास्क, सेनेटाईज सहित अन्य दैनिक जरूरत की वस्तुएँ शामिल है। गृह मंत्री डॉ.मिश्रा ने लोगों से कोरोना के संक्रमण से बचाव हेतु मास्क का उपयोग करने, सेनेटाईज करने और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने की समझाईश दी। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव हेतु टीकाकरण केन्द्रों पर जाकर टीका भी अवश्य करायें। इस अवसर स्थानीय क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
|
मंत्री सुश्री ठाकुर ने किया दारा शिकोह को नमन
संस्कृति पर्यटन और आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने दारा शिकोह द्वारा भारतीय साहित्य के उत्थान में किए गए प्रयासों के लिए नमन किया है। सुश्री ठाकुर ने उर्दू अकादमी द्वारा दारा शिकोह के वर्चुअल सेमिनार आयोजित करने पर निदेशक डॉ. नुसरत मेंहदी के सार्थक प्रयास की सराहना की। सुश्री ठाकुर ने कहा कि दारा शिकोह भारतीय संस्कृति के वाहक थे। सुश्री ठाकुर ने कहा कि दारा शिकोह ने श्रीमद्भागवत गीता और योग वशिष्ठ का फारसी में अनुवाद किया था। उन्होंने 52 उपनिषदों पर 'सिर्रे अकबर' नामक ग्रंथ फारसी में लिखा। समुद्र संगम नाम से संस्कृत में उन्होंने रचनाएं भी की । सुश्री ठाकुर ने कहा कि दारा शिकोह का उदात्त जीवन चरित्र भारतीय परिवेश को सामाजिक और सांस्कृतिक समरसता की ओर अग्रसर करेगा।
|
कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करने जन-जागरूकता अभियान चलाए : मंत्री श्री सिलावट
सभी विशिष्ठ और समाज के प्रबुद्ध जनों को पत्र लिखकर सहयोग मांगा
जल संसाधन मंत्री तथा इंदौर जिले के प्रभारी श्री तुलसीराम सिलावट ने समाज में विशिष्ट प्रभाव रखने वाले जिले के सभी धर्मगुरुओं, खिलाड़ियों, जन-प्रतिनिधियों आदि प्रबुद्ध जनों से अनुरोध किया है कि इंदौर की जनता में कोविड अनुकूल व्यवहार के पालन के संबंध में जन-जागरूकता के लिये अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। इसके लिए समाज के युवाओं, महिलाओं और बच्चों को संबंध में संदेश देने हेतु सोशल मीडिया एवं अन्य मीडिया के माध्यम से अपील और संदेश प्रसारित करें। सभी प्रबुद्ध जनों को लिखे गए पत्र में श्री सिलावट ने कहा कि इंदौर की जनता के लिये आप एक प्रेरणादायी स्त्रोत है तथा जनमानस में आपका एक विशिष्ट प्रभाव है। यदि आप इंदौर की जनता से कोविड नियमों एवं निर्देशों के पालन हेतु आग्रह करेंगे तो निश्चित ही जनता इसका अनुसरण करेगी। ज्ञात रहे कि गत 1 जून 2021 से इंदौर जिले में अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। शहर अनलॉक हो जाने पर यह नितांत आवश्यक है कि कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन हो। आने वाले समय में हमारा क्षेत्र सुरक्षित बना रहे इस हेतु जन जागरण एवं जन सहयोग आवश्यक है। इस संबंध में श्री सिलावट ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन, पूर्व मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ,पद्मश्री प्राप्त वरिष्ठ जन, धर्मगुरूओं, खिलाड़ियों, आदि को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वे जन-मानस में कोविड अनुकूल व्यवहार के पालन के लिए अपील करें।
|
व्यापारियों और दुकानदारों को "रूल ऑफ़ सिक्स" का पालन करना होगा - मंत्री श्री सखलेचा
सूक्ष्म, लघु मध्यम उद्यम तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं नीमच जिले के कोविड नियंत्रण के लिए प्रभारी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने रविवार को जावद, अठाना, नयागांव, सरवानिया महाराज तथा मोरवन, डीकेन, रतनगढ़ एवं सिंगोली में व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा की। व्यापारियों की बैठक में मंत्री श्री सखलेचा ने कहा कि अनलॉक की प्रक्रिया धीरे-धीरे प्रारंभ की जा रही है। सभी व्यापारी दुकानदार और फल व सब्जी विक्रेता अपना कोविड टेस्ट अवश्य करवा लें। प्रशासन द्वारा विभिन्न स्थानों पर विशेष शिविर सोमवार को लगाया जा रहा है, जिसमें व्यापारियों की कोविड जांच निशुल्क की जाएगी। व्यापारियों को दुकान व्यवसाय का संचालन करते समय नेगेटिव कोविड जांच रिपोर्ट होना अनिवार्य है। मंत्री श्री सखलेचा ने व्यापारियों से चर्चा करते हुए कहा कि शासन की गाइडलाइन के अनुसार किसी भी दुकान संस्थान या प्रतिष्ठान पर एक समय में 6 से अधिक लोग एकत्रित नहीं हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि खाद, बीज, कृषि उपकरण, मेडिकल दुकानों, किराना दुकानों को सप्ताह में 6 दिन खोलने की अनुमति रहेगी, अन्य दुकानों और प्रतिष्ठानों को 50% की सीमा में खोला जा सकेगा। होटल, चाय-नाश्ता की दुकानों पर बाहर बेंच लगाकर लोगों को बैठाना पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा, पार्सल की सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी। बैठक में मंत्री श्री सखलेचा ने कहा कि कोविड से ठीक हो चुके लोग भी पुन: अपनी जाँच करवाएँ। उन्होंने सभी व्यापारियों से चर्चा में कहा कि वे 50% बाजार खोलने के संबंध में गाइडलाइन अनुसार आपसी सहमति बनाकर एसडीएम को उपलब्ध करवाएँ, ताकि एसडीएम पृथक से आदेश जारी कर सके।
|
इंदौर में मजदूरों के लिये दस स्थानों पर विशेष वैक्सीनेशन शिविर लगेंगे - मंत्री श्री सिलावट
जल संसाधन मंत्री तथा इंदौर जिले के प्रभारी श्री तुलसीराम सिलावट ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि इंदौर जिले में मजदूरों, घरेलू कामकाजी महिलाओं, धोबी, नाई, पुजारियों, पेट्रोल पंप तथा गैस कंपनियों के कर्मचारियों आदि के लिए विशेष वैक्सीनेशन शिविर लगाए जाएँ। इस अभियान को और अधिक व्यापक और समग्र बनाने के लिए हर वर्ग को जोड़ा जा रहा है। मंत्री श्री सिलावट की पहल पर जिले में अब आम नागरिकों से सीधा संपर्क रखने वाले व्यक्तियों के टीकाकरण के लिए विशेष शिविर सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इसके अंतर्गत मजदूरों, घरेलू कामकाजी महिलाओं, धोबी, नाई, पुजारियों, पेट्रोल पंप के कर्मचारियों आदि के लिए विशेष शिविर लगाए जाएंगे। श्री सिलावट ने निर्देश दिए कि जिले में मजदूरों के लिए मजदूर चौक पर ही शिविर आयोजित किए जाएँ। इनमें पेयजल, छाया, विश्राम आदि की व्यवस्था की जाए। साथ ही उक्त वर्गों के लिए प्राथमिकता के साथ टीकाकरण किया जाए। बैठक में श्री सिलावट ने निर्देश दिए कि फुटपाथ के नागरिकों और रेन बसेरा में रहने वाले लोगों के भोजन के लिए भी समुचित व्यवस्था रखी जाए। श्री सिलावट ने कोविड अनुकूल व्यवहार के प्रति नागरिकों में जन-जागृति के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। बताया गया कि नगर निगम के सभी वाहनों के माध्यम से कोविड अनुकूल व्यवहारों के प्रति जन-जागरूकता के संदेश का प्रसारण किया जाएगा।
|
नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन
|
गमक श्रृंखला का वर्चुअल आयोजन एक सकारात्मक प्रयास- मंत्री सुश्री ठाकुर
जनजातीय संग्रहालय की आठवीं वर्षगाँठ ऑनलाइन आयोजित विविध कलानुशासनों की गतिविधियों का ऑनलाइन प्रदर्शन
संस्कृति, पर्यटन और आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि कोविड महामारी के अवसादपूर्ण वातावरण से आमजनों को बाहर निकलने के लिए संस्कृति विभाग ने गमक श्रृंखला का वर्चुअल आयोजन कर सकारात्मक प्रयास किया है। यह संस्कृति और संस्कारों का संरक्षण तो करेगी ही साथ ही कलाकारों का मनोबल बढ़ाएगी और आजीविका भी प्रदान करेंगी। सुश्री ठाकुर जनजातीय संग्रहालय की आठवीं वर्षगाँठ पर विविध कलानुशासनों की गतिविधियों के ऑनलाइन प्रदर्शन के अवसर पर संबोधित कर रही थी। संस्कृति विभाग की जनजातीय लोककला एवं बोली विकास अकादमी द्वारा कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत ऑनलाइन गतिविधियों का प्रसारण ट्राइबल म्यूजियम के सोशल मीडिया प्लेटफोर्म पर किया जा रहा है। आठवें वर्षगाँठ समारोह के अवसर पर संग्रहालय और उसके द्वारा पूर्व में आयोजित विविध कलानुशासन की गतिविधियों को पुनरावलोकी के अंतर्गत दिखाया गया। मासिक शलाका चित्र प्रदर्शनी के अंतर्गत आज से ही जनजातीय चित्रकारों द्वारा प्रकृति और उससे जुड़े जीवन के विविध आयामों को दर्शाती ऑनलाइन चित्र प्रदर्शनी संयोजित की गई है, जिसमें जनजातीय चित्रकार- दुर्गा बाई व्याम- गोंड चित्रकार, श्री राम सिंह उर्वेती-गोंड चित्रकार, भूरी बाई- भील चित्रकार, श्री रमेश तेकाम- गोंड चित्रकार, श्री टेकी श्याम- गोंड चित्रकार, श्री संतोषी तेकाम-गोंड चित्रकार, श्री नर्मदा प्रसाद तेकाम- गोंड चित्रकार, श्री देव नन्कुसिया श्याम- गोंड चित्रकार, लाडो बाई- भील चित्रकार, कुमुदिनी श्याम- गोंड चित्रकार, श्री राजेंद्र कुमार श्याम- गोंड चित्रकार, श्री प्रसाद सिंह कुशराम- गोंड चित्रकार एवं श्री सोनी व्याम- गोंड चित्रकारों के चित्रों को प्रदर्शित किया गया है। यह चित्र प्रदर्शनी विभागीय वेबसाइट पर एक माह के लिए अवलोकनार्थ उपलब्ध रहेगी| 'गमक' अंतर्गत कार्यक्रम 7 जून को संस्कृति विभाग की विभिन्न अकादमियों द्वारा बहुविध कलानुशासनों की गतिविधियों पर एकाग्र श्रृंखला 'गमक' अंतर्गत 7 जून, 2021 को सायं 7 बजे से श्री प्रकाश पाठक और साथी, विदिशा का 'शास्त्रीय गायन' एवं श्री हनीफ़ हुसैन और श्री जावेद खान की 'सारंगी जुगलबंदी' का प्रसारण यूट्यूब चैनल- http://youtube.com/channel/UCL_bmi2Ls6zFZdM3re6QzAQ और फेसबुक पेज https://www.facebook.com/MPTribalMuseum/live पर किया जाएगा।
|
कृषकों को लाभान्वित करने के लिये कृतसंकल्पित शिवराज सरकार : मंत्री श्री पटेल
कृषि मंत्री ने समर्थन मूल्य पर मूँग की खरीदी के लिये मुख्यमंत्री का जताया आभार
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूँग की खरीदी करने पर प्रदेश के किसानों की ओर से आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि कृषकों की आय को दोगुना करने और कृषकों को हर तरह से लाभान्वित करने के लिये प्रदेश की शिवराज सरकार कृतसंकल्पित है। मंत्री श्री पटेल ने बताया है कि प्रदेश में 4.77 लाख हेक्टेयर में ग्रीष्मकालीन मूँग की फसल की बोवनी की गई है, जिससे 6.56 लाख मीट्रिक टन मूँग का उत्पादन होना संभावित है। उन्होंने कहा कि किसानों को सिंचाई के लिये विभिन्न माध्यमों से भरपूर पानी उपलब्ध कराने के प्रयास किये गये, जिससे की बेहतर फसल उत्पादन हो सके। प्रदेश के मुखिया श्री शिवराज सिंह चौहान के मार्गदर्शन में सतत प्रयास करने के बाद प्रदेश में समर्थन मूल्य पर मूँग के उपार्जन की अनुमति भारत सरकार से प्राप्त हो गई है। उपार्जन के लिये भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नाफेड) को केन्द्रीय एजेंसी घोषित किया गया है। ग्रीष्मकालीन मूँग की खरीदी के लिये पंजीयन का कार्य 8 जून से प्रारंभ किया जा रहा है और 15 जून से मूँग की खरीदी प्रारंभ होगी।
|