दिनांक 24 जनवरी, 2021


अंक 672

बेटियों की सुरक्षा, जागरूकता, पोषण, ज्ञान और स्वास्थ्य का अनूठा अभियान है पंख

प्रदेश में बेटियों के विकास की राह में नहीं आने दी जाएगी कोई बाधा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया 'पंख' अभियान का शुभारंभ

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बेटियों की सुरक्षा (प्रोटेक्शन), जागरूकता (अवेयरनेस), पोषण (न्यूट्रीशन), ज्ञान (नॉलेज) तथा स्वास्थ्य (हेल्थ) का अनूठा अभियान है 'पंख' (PANKH)। मध्यप्रदेश में बेटियों और महिलाओं के विकास की राह की सभी बाधाओं को दूर किया जाएगा। बेटियां आकाश से आगे जाकर अंतरिक्ष तक उड़ान भरें, इसके लिए पूरी ताकत से 'पंख' अभियान का संचालन मिशन मोड पर किया जाएगा। बेटियों के साथ अपराध करने वाले तत्वों को सरकार 'क्रश' कर देगी। ऐसे अपराधियों की सम्पत्ति नष्ट कर दी जाएगी। सजा भी ऐसी देंगे कि जमाना याद करेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज राष्ट्रीय बालिका दिवस पर मिंटो हाल में 'पंख' अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिशु के कोख में आने से लेकर मृत्यु के बाद तक परिवार की सहायता के लिए मध्यप्रदेश में अनेक योजनाएं चल रही हैं। सभी योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान लाना है। यह हम सभी का दायित्व भी है। कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा बेटियों के पूजन से हुआ। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विदिशा की एक महिला द्वारा अपने पति के अन्याय के विरूद्ध खड़े होकर उसे कारावास भिजवाने का साहस किए जाने पर बधाई भी दी। इस प्रकरण में पिता द्वारा बेटी के साथ दुराचार किया गया था। पति को सजा के साथ ही महिला को आर्थिक सहायता भी दिलवाई गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा साहस अन्य महिलाओं को भी दिखाना चाहिए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि सार्वजनिक जीवन में कार्य के प्रारंभ के साथ ही उन्होंने बालिका और महिला कल्याण को प्राथमिकता दी है। वर्ष 1990 में विधायक बनने के बाद और वर्ष 1991 से सांसद के रूप में मित्रों के सहयोग से अभावग्रस्त कन्याओं के विवाह के लिए सहायता देने का कार्य शुरू किया था। वर्ष 2005 में मुख्यमंत्री बनने के बाद मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, गांव की बेटी योजना के क्रियान्वयन पर फोकस किया। आज सुखद अनुभव हो रहा है जब इतनी बड़ी संख्या में लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ कन्याओं को मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में महिला स्व-सहायता समूहों को सशक्त बनाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने और आर्थिक लाभ दिलवाने का कार्य भी काफी सफल रहा है। पुलिस बल में बेटियों की भर्ती के लिए प्रावधान कर उन्हें सशक्त बनाने की ठोस पहल की गई है। बेटियां लंबी उड़ान उड़ें, इसके लिए हम सभी को जुटना होगा।

क्या है 'पंख' अभियान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं संचालित हैं। इन्हें गति प्रदान की जाएगी। आज से प्रारंभ पंख अभियान अनूठा है जो बालिकाओं के संरक्षण, जागरण, पोषण, ज्ञान, स्वास्थ्य, स्वच्छता का प्रतीक है। पी से प्रोटेक्शन, ए से अवेयरनेस, एन से न्यूट्रीशन, के से नॉलेज एवं एच से हेल्थ व हाइजीन के माध्यम से बेटियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जाना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पंख अभियान के लिए हिन्दी में अभिप्राय: पावक (अग्नि), अंतरिक्ष, नीर (पानी), क्षितिज और हवा से है। यह अभियान बालिकाओं और महिलाओं की निराशा को दूर करेगा। भारत सरकार की 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना किशोरियों को चहुंमुखी विकास में मदद करती है। मध्यप्रदेश में इसे नया स्वरूप दिया गया है। पंख अभियान भी इस योजना का ही हिस्सा है, जिसके अंतर्गत अगले दो महीनों की गतिविधियों का कैलेण्डर तैयार किया गया है। अभियान के अंतर्गत जिला स्तर पर विभिन्न विभागों के सहयोग से किशोरियों के स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाएगा। किशोरियों का डाटाबेस तैयार किया जाएगा। इससे उनके विकास में सहयोग मिलेगा। जनप्रतिनिधि और अशासकीय संस्थाओं को भी अभियान से जोड़ा जाएगा। बालिका जन्म को प्रोत्साहन, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, पॉक्सो एक्ट, दहेज प्रतिषेध अधिनियम के प्रचार-प्रसार, किशोरियों और उनके अभिभावकों को कुप्रथाओं की समाप्ति के लिए जागरूक करना, किशोरियों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनाना, उनके पोषण के स्तर को सुधारना, पंचायत स्तर पर वोकेशनल ट्रेनिंग देना और उनकी नेतृत्व क्षमता विकसित करना अभियान के अंग हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में गांव की बेटी योजना, प्रतिभा किरण योजना, मातृ वंदना योजना, उदिता योजना, वन स्टॉप सेंटर का संचालन, लाडो अभियान का संचालन सभी का उद्देश्य किशोरियों और महिलाओं की ताकत बढ़ाना है।

बेटियों को शस्त्र लायसेंस भी देना चाहिए

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बेटियां दया, प्रेम, स्नेह, करुणा, ज्ञान, शौर्य हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्त्री पुरूष में समानता हो, यह बहुत आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका मानना है कि बेटियों को अपनी अस्मिता और सम्मान की रक्षा के लिए जूडो-कराटे के प्रशिक्षण के साथ ही कटार या अन्य शस्त्र भी देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी बालिकाओं को पढ़ाई और विवाह में मदद प्रदान की जाएगी।

विवाह की आयु बढ़ाने पर हो बहस

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मुद्दे पर सार्वजनिक बहस छिड़ना चाहिए कि कन्या विवाह की आयु न्यूनतम 18 के स्थान पर 21 की जाए। समझ और ज्ञान का स्तर बढ़ने से वे अन्याय का प्रतिरोध करने में सक्षम होंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी न्याय प्रणाली में भी ऐसे सुधार की जरूरत महसूस होती है, जो ऐसे लोगों को मानव अधिकार के नाम पर न बख्शें, जो मनुष्य न होकर बेटी से गलत व्यवहार या अनाचार करने वाले राक्षस हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं इस पक्ष में हूँ कि ऐसे व्यक्तियों का वध हो, उन्हें फांसी मिले। किसी भी स्थिति में न बचाया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आव्हान किया कि बेटियां न घबरायें, अन्याय के विरूद्ध खड़ी हों।

रूकना चाहिए अश्लील सामग्री का प्रसार

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ओ.टी.टी प्लेटफार्म पर परोसी जा रही सामग्री अश्लील है, जिसका दुष्प्रभाव देखने को मिल रहा है। वैधानिक प्रावधानों द्वारा इस प्रसार को रोकने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका संकल्प है कि महिलाओं के विरूद्ध आपराधिक कृत्य करने वाले दुष्ट लोगों को नहीं छोड़ा जाएगा। ड्रग्स माफिया को भी नहीं बख्शना है, जो युवाओं को नशे की लत लगाते हैं। नशे से जिंदगी तबाह हो जाती है। अपराधी, बालक-बालिकाओं को नशे की आदत डालकर उनसे अनुचित कार्य करवाते हैं। बहुत सी घटनाएं अंतर्मन को झकझोर देती हैं। दस-बारह बरस के बच्चे अश्लील वीडियो देख आपराधिक कृत्य को अंजाम देते हैं। ऐसे मामलों को सरकार और समाज मिलकर रोकें।

लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू करने में आई थीं कठिनाईयां, आज अच्छे नतीजे देख सभी प्रसन्न हैं

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सशक्तीकरण के लिए गांव की बेटी योजना, प्रतिभा किरण, कन्या विवाह योजना, शौर्या दल गठन, महिला स्व-सहायता समूह महत्वपूर्ण माध्यम हैं। लाड़ली लक्ष्मी योजना की वर्ष 2007 में शुरूआत हुई थी। आज प्रदेश में लाभान्वित हितग्राही संख्या 37 लाख हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब राज्य में यह योजना प्रारंभ की जा रही थी तब विभिन्न स्तरों पर इसका विरोध हुआ था। धनराशि की कमी की बात भी बताई गई थी। हमने अन्य कार्यों की राशि में कुछ अवधि के लिए कटौती कर लाड़ली लक्ष्मी योजना लागू की। आज योजना के सुखद परिणाम हमारे सामने हैं। योजना के प्रारंभिक काल में जिन बच्चियों को मैंने गोदी में उठाकर उन्हें हितग्राही के रूप में चयनित किया था, वे आज उच्चतर माध्यमिक शिक्षा तक पहुंच गई हैं। इनमें अनेक बच्चियां अपने कॅरियर की दिशा तय करने के लिए भी मानसिक रूप से तैयार हो गई हैं। वास्तव में यह सुखद क्षण है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिला एवं बाल विकास विभाग को संचालित गतिविधियों के लिए बधाई देते हुए पंख अभियान में स्वास्थ्य, शिक्षा और गृह विभाग की भागीदारी की भी अपेक्षा की।

आंगनवाड़ी भवनों का ई-लोकार्पण किया

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश के 44 जिलों में नवनिर्मित 501 आंगनवाड़ी भवनों का लोकार्पण किया। अन्य जिलों में भी इस प्रकार के नवनिर्मित केन्द्रों की शुरूआत करने का प्रस्ताव है। आज लोकार्पित आंगनवाड़ी केन्द्र के भवन मनरेगा, राज्य आयोजना, डी.एम.डी.एफ मदों से प्रति केन्द्र 7.80 लाख की लागत से कुल 39 करोड़ से अधिक लागत से निर्मित हुए हैं। मुख्यमंत्री ने 12 वन स्टॉप सखी सेंटर का उद्घाटन कर सेंटर्स के प्रभारियों से बातचीत की। ये सेंटर्स हिंसा पीड़ित महिलाओं को आश्रय, कानूनी, सामाजिक परामर्श, चिकित्सा सहायता और पुलिस सहायता उपलब्ध करवाएंगे। ये वन स्टॉप सेंटर 12 जिलों अलीराजपुर, बालाघाट, धार, डिण्डोरी, गुना, झाबुआ, रीवा, शहडोल, श्योपुर, सीधी, उमरिया एवं सीहोर में निर्मित हुए हैं।

बालिकाओं और महिलाओं को राशि अंतरित

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत छठवीं, नौवीं एवं ग्यारहवीं की 26 हजार 99 बालिकाओं को 6 करोड़ 47 लाख रूपए की छात्रवृत्ति राशि सीधे बैंक खातों में अंतरित की। उन्होंने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में 45 हजार 391 महिलाओं को 8 करोड़ 98 लाख की राशि अंतरित की। योजना में गर्भवती महिलाओं को प्रथम प्रसव पर राशि प्रदान की जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन योजनाओं में धनराशि की कमी नहीं होने दी जाएगी।

हितग्राहियों से संवाद

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ लेने वाली उज्जैन की सुश्री विधि शुक्ला और सतना की सुश्री आकांक्षा से संवाद किया। सुश्री विधि और सुश्री आकांक्षा कक्षा 11वीं में अध्ययन कर रही हैं। दोनों बालिकाओं ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार मानते हुए कहा कि उन्हें इस योजना से बहुत मदद मिली है। विधि इंडियन आर्मी में जाने की इच्छुक है जबकि आकांक्षा डॉक्टर बनना चाहती हैं। मुख्यमंत्री ने आकांक्षा द्वारा सतना जिले के रैगांव में महाविद्यालय खोलने के सुझाव पर कार्यवाही करने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने सभी बालिकाओं को बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शौर्या दल से जुड़ी महिलाओं से भी बात की जिनमें बालाघाट की सुश्री ऋतिका कावड़े, सुश्री सुदीक्षा वासनिक, हरदा की सुश्री सलौनी राठौर और विदिशा की सुश्री कृतिका शामिल हैं।

बालिकाओं को मुख्यमंत्री ने दिया सम्मान

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बालिकाओं को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया। इन बालिकाओं के पूजन के लिए कार्यकम में आमंत्रित किया गया था। मुख्यमंत्री ने बालिकाओं के साथ समूह छायाचित्र भी खिंचवाया। उन्होंने बालिका सशक्तीकरण पर आधारित पंख पत्रिका का विमोचन भी किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में लाड़ली लक्ष्मी योजना पर आधारित नाटिका प्रस्तुत की गई जिसमें बताया गया कि जीवन के हर क्षेत्र में महिलाओं ने भागीदारी की है। नाटिका की प्रस्तुति की मुख्यमंत्री ने प्रशंसा की और जवाहर बाल भवन से जुड़ी इन प्रतिभागी बालिकाओं को मंच पर बुलवा कर सम्मानित किया। इस अवसर पर जवाहर बाल भवन की बालिकाओं ने मध्यप्रदेश गान भी प्रस्तुत किया। सुश्री शीला दाहिमा द्वारा लिखे और गाए गीत 'जीने दो' की प्रस्तुति भी हुई। प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत तुलसी के पौधों से किया गया। प्रमुख सचिव, महिला और बाल विकास श्री अशोक शाह ने पंख अभियान सहित विभाग की आंगनवाड़ी एवं अन्य योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन संयुक्त संचालक श्रीमती प्रज्ञा अवस्थी ने किया। आभार संचालक महिला एवं विकास श्रीमती स्वाति मीना नायक ने माना। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव शिक्षा श्रीमती रश्मि अरुण शमी, अन्य विभागीय अधिकारी और नागरिक उपस्थित थे। हरदा से कृषि मंत्री श्री कमल पटेल, बालाघाट से आयुष राज्यमंत्री श्री रामकिशोर कांवरे, पूर्व मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन और श्रीमती रेखा बिसेन, सतना से विधायक श्री जुगल किशोर बागड़ी कार्यक्रम में शामिल हुए।

इस कार्यक्रम में वेबलिंक/आकाशवाणी, दूरदर्शन के माध्यम से सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों, परियोजना कार्यालय, जिला कार्यालय, वन स्टाप सेन्टर, स्वाधार गृह, वसति गृह, कन्या छात्रावास, एकीकृत बाल संरक्षण योजना संबंधी शासकीय एवं अशासकीय संस्थाओं के लगभग 25 लाख से ज्यादा प्रतिभागी सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का प्रसारण https://webcast.gov.in/mp/cmevents/ लिंक से किया गया।

गोबर एवं पराली दोनों ही अत्यंत उपयोगी

सालरिया एवं रायसेन में गोबर एवं पराली से बनाए जाएंगे सी.एन.जी. एवं ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर्स
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भारत बायोगैस एनर्जी लिमिटेड के पदाधिकारियों के साथ की बैठक

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गोबर एवं पराली दोनों ही अत्यंत उपयोगी है तथा इनके उपयोग से मध्यप्रदेश में बायो सीएनजी तथा ऑर्गेनिक सॉलि़ड एवं लिक्विड फर्टिलाइजर्स के उत्पादन के लिए योजना बनाई जा रही है। पहले चरण में इसके लिए सालरिया गो-अभयारण्य एवं कामधेनु रायसेन को चुना गया है। यहां भारत बायोगैस एनर्जी लिमिटेड के माध्यम से प्रोजेक्ट बनाए जाकर उस पर कार्य किया जाएगा। हमारे पड़ोसी राज्य गुजरात में इन दोनों पर ही सफलतापूर्वक कार्य किया जा रहा है। मध्य प्रदेश भी गोबर तथा पराली से सीएनजी तथा बायो-फर्टिलाइजर्स उत्पादन के क्षेत्र में तेजी से कार्य करेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास पर भारत बायोगैस एनर्जी लिमिटेड, आनंद गुजरात के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। बैठक में पशुपालन मंत्री श्री प्रेम सिंह पटेल, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया, भारत बायोगैस के चेयरमैन डॉ. भरत जी पटेल, श्री सुबोध शाह, श्री फणींद्र भूषण, अपर मुख्य सचिव श्री के.के. सिंह, प्रमुख सचिव श्री अजीत केसरी, प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी आदि उपस्थित थे।

परियोजना संचालित करेंगे, प्रशिक्षण भी देंगे

भारत बायोगैस के चेयरमैन श्री भरत पटेल ने कहा कि भारत बायोगैस द्वारा इन दोनों स्थानों पर बायो सीएनजी एवं बायो सॉलि़ड तथा लिक्विड फर्टिलाइजर की पूरी योजना बनाई जाएगी जिसे 3 से 5 वर्ष तक चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस पर प्रारंभिक स्वीकृति देते हुए अधिकारियों को आगे की कार्रवाई के निर्देश दिए।

3000 किलोग्राम सीएनजी प्रतिदिन

प्रोजेक्ट प्रस्तुतीकरण में श्री पटेल ने बताया कि सालरिया गो-अभ्यारण में प्रतिदिन 70 मीट्रिक टन रॉ-मटेरियल, जिसमें गोबर, पराली, घास तथा ग्रामीण कचरा शामिल हैं, से लगभग 3000 किलोग्राम बायो सीएनजी का प्रतिदिन उत्पादन किया जाएगा। इसी के साथ लगभग 25 मीट्रिक टन सॉलि़ड ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर तथा लगभग 7000 लीटर लिक्विड ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर का प्रतिदिन उत्पादन किया जाएगा। इसी के साथ वहां विभिन्न प्रजातियों का पौधारोपण, बांस रोपण, ड्रैगन फ्रूट प्लांटेशन आदि भी किए जाएंगे।

रायसेन में बनाएंगे मॉडल प्लांट

श्री पटेल ने बताया कि रायसेन में खेत की पराली एवं गोबर के मिश्रण से बायोगैस एवं फर्टिलाइजर्स बनाने का मॉडल प्लांट लगाए जाने की योजना बनाई जा रही है। इस प्लांट मैं रॉ-मटेरियल के रूप में प्रतिदिन लगभग 10 मी.टन गोबर एवं पराली के मिश्रण से प्रतिदिन 400 किलोग्राम बायो सीएनजी लगभग 3 मीट्रिक टन सॉलिड ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर तथा लगभग 1000 लीटर प्रतिदिन लिक्विड ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर बनाने की योजना है।

विदेशों में भी करेंगे मार्केटिंग

श्री पटेल ने बताया कि भारत बायोगैस द्वारा इन स्थानों पर बनाए गए बायो सीएनजी तथा सॉलिड एवं लिक्विड फर्टिलाइजर की देश-विदेश में ब्रांडिंग और मार्केटिंग भी की जाएगी। इनका अच्छा मार्केट है। इस क्षेत्र में स्थानीय लोगों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।

'अक्षय पात्र' गुजरात की सेवाएं भी ली जाएंगी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की कुछ गो-शालाओं के श्रेष्ठ संचालन के लिए अक्षय पात्र संस्था गुजरात की भी सेवाएं ली जाएंगी। अक्षय पात्र द्वारा गुजरात में इस क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया जा रहा है। गौशालाओं के संचालन में समुदाय की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।

सालरिया में बढ़ाई जाएगी गोवंश की संख्या

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वर्तमान में सालरिया गो-अभयारण्य में 4000 गोवंश हैं, जबकि गो-अभयारण्य की क्षमता 10000 गोवंश की है। भविष्य में यहां गोवंश की संख्या बढ़ाई जाएगी।

प्रदेश में लोक सेवा गारंटी कानून के सफलतम 10 वर्ष पूर्ण होने पर कार्यक्रम आज

मुख्यमंत्री श्री चौहान करेंगे नवाचारों का शुभारंभ
लोकसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले होंगे सम्मानित

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में लोक सेवा गारंटी कानून के सफलतम 10 वर्ष पूर्ण होने पर 25 जनवरी को मिंटो हॉल में दोपहर 12 बजे से आयोजित होने वाले कार्यक्रम में प्रदेश में लोकसेवा एवं सुशासन के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर वे लोकसेवा एवं सुशासन के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य करने वाले जिलों तथा शासकीय सेवकों को सम्मानित भी करेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान वी.सी. के माध्यम से संभागायुक्तों एवं कलेक्टर्स के साथ संवाद भी करेंगे। प्रत्येक जिले में लोक सेवा एवं सुशासन के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य करने वाले शासकीय सेवकों को सम्मानित भी किया जाएगा। लोकसेवा गारंटी कानून के प्रदेश में लागू होने के पश्चात जनता के जीवन में आए सकारात्मक परिवर्तन को रेखांकित भी किया जाएगा।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान लोक सेवा के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य के लिए निवाड़ी, ग्वालियर एवं झाबुआ जिलों को प्रमाण पत्र (वर्चुअली) प्रदान करेंगे। साथ ही सतना जिले के दो तथा इंदौर जिले के एक अधिकारी को प्रशंसा-पत्र भी (वर्चुअली) प्रदान किया जाएगा।

जल संसाधन विभाग के सभी तालाबों का होगा जीर्णोद्धार, सौंदर्यीकरण और गहरीकरण

प्रदेश के प्रत्येक जिले में दो तालाबों को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लिया जायेगा
जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट ने योजना बनाने के दिये निर्देश

जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने रेसीडेंसी कोठी इंदौर में जल संसाधन विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, जल निगम और नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के स्थानीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री को निर्देश दिए कि इन्दौर ज़िले के सभी तालाबों की वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इन सभी तालाबों का गहरीकरण, सौंदर्यीकरण और जीर्णोद्धार करने की योजना बनायें, इन तालाबों में अतिक्रमण को राजस्व विभाग के सहयोग से हटाने के लिए योजना बनाएँ। 

मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में जल संरक्षण के लिए तालाबों के जीर्णोद्धार और पर्यावरण सुधार के लिए वृहद पौधारोपण अभियान भी चलाया जाएगा, इसकी शुरुआत इंदौर जिले से की जाएगी। सभी जिलों के कलेक्टर और सीईओ जिला पंचायत से चर्चा करके जिले के कम से कम दो तालाबों को पायलट प्रोजेक्ट के रुप लेकर कार्य शुरू किया जाएगा। इसके लिए जनसहयोग से जनआंदोलन शुरू किया जाएगा और सभी कार्यों को मनरेगा के साथ ही जन सहयोग से कार्य कराया जाएगा। 

मंत्री श्री सिलावट ने बैठक में  इंदौर की सांवेर उद्वहन सिंचाई योजना और  सभी ग्रामों में जल जीवन मिशन के तहत प्रस्तावित कार्यों की अद्यतन जानकारी भी ली। जल जीवन मिशन के तहत सांवेर विकासखंड के प्रत्येक गाँव के प्रत्येक घर में नल से जल्द जल पहुँचाने के संबंध में योजना की समीक्षा भी की। 

इंदौर ज़िले में जल संसाधन विभाग के अंतर्गत 58 तालाबों की वर्तमान स्थिति और जल संरक्षण के लिए  सर्वे कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।

बैठक में जल संसाधन विभाग के चीफ़ इंजीनियर श्री अविनाश कुलकर्णी, अधीक्षण यंत्री श्री पुरुषोत्तम जोशी, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के मुख्य अभियंता श्री एस.के. सिंघल और कार्यपालन यंत्री श्री आर.एस. राणावत भी उपस्थित थे। 

सशक्त बेटियां - सशक्त राष्ट्र :मंत्री श्री पटेल

मुख्यमंत्री ने किया हरदा शौर्य दल कार्यकर्ताओं से संवाद

बेटियां सशक्त होंगी तो देश भी सशक्त होगा। बेटियों के सशक्तिकरण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने कलेक्ट्रेट हरदा में राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शौर्य दल से जुड़ी कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कर उनके कार्य की सराहना की।

मंत्री श्री पटेल ने पंख अभियान पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि जब बेटियां सशक्त होंगी तभी राष्ट्र सशक्त बनेगा। हरदा में श्री पटेल के साथ हरदा शौर्य दल की सदस्य सलोनी राठौर,  वर्षा योगी,  मना मण्डलेकर सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थीं। शौर्य दल की सदस्य छेड़छाड़ की रोकथाम, शालात्यागी बच्चों को स्कूल भेजने, घरेलू हिंसा और ब्लैकमेलिंग के खिलाफ प्रभावी काम कर रही हैं। मना मंडेलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीतकर देश और प्रदेश का नाम रोशन कर चुकीं हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा संवाद किया और इनके कार्य की सराहना की। 

 मंत्री श्री पटेल ने बालिका दिवस की बधाई देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में ''बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ'' अभियान चलाया जा रहा है। प्रदेश में अब ''पंख'' अभियान शुरू हुआ है इसमें महिला बाल विकास, पुलिस विभाग और स्वास्थ्य विभाग एक साथ बेटियों की चिंता करेंगे और उन्हें स्वस्थ, साक्षर और सशक्त बनाने की दिशा में काम करेंगे।उन्होंने कहा कि जब बेटी शिक्षित और स्वस्थ होगी तभी वह सशक्त होगी।  मंत्री श्री पटेल ने कहा कि अभियान अपने उद्देश्य में पूरी तरह सफल होगा और प्रदेश की बेटियां सशक्त बनकर अपना और प्रदेश का नाम रोशन करेंगी।

किसान अधिक से अधिक  जैविक  खेती अपनाये

राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री कुशवाह

किसान जैविक खेती अपनाने के लिये आगे आएं।  गौ-पालन से भी जुड़ें। उद्यानिकी फसलों एवं जैविक खेती के लिये सरकार अनुदान भी देती है। जैविक तरीके से पैदा किए अन्न से बीमारियां भी नहीं होतीं। उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण  (स्वतंत्र प्रभार) एवं नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह ने आज ग्वालियर में  रानीघाटी  गौशाला में यह बातें कही। राज्य मंत्री श्री कुशवाह  एकादश कुण्डीय रूद्र महायज्ञ में शामिल होने रानीघाटी  गौशाला पहुँचे थे। 

राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि  गौ-पालन से किसान आर्थिक रूप से सशक्त होंगे। गौ-पालन से दूध के साथ-साथ जैविक खाद का उत्पादन भी किया जा सकता है। रानीघाटी में गौशाला की स्थापना और कोरोना निवारणार्थ यज्ञ करने के लिये राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने संत समाज की सराहना की। उन्होंने कहा कि रानीघाटी क्षेत्र में इस पुनीत कार्य के शुरू होने से समाज को सकारात्मक संदेश मिला है।

राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने  यज्ञशाला में क्षेत्र के विकास एवं शांति के लिए संतजनो की  उपस्थिति  में पूजा अर्चना की।  उन्होंने उपस्थित गुरुदेव सहित सभी संत जनों का माल्यार्पण कर आशीर्वाद प्राप्त किया और  गौशाला का भ्रमण किया।  इस अवसर पर सर्वश्री कप्तान सिंह सोलंकी व प्रेम सिंह राजपूत सहित अन्य क्षेत्रीय जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।

जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राही को समय पर मिले

ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने दिये निर्देश

 ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा  कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन, राशन के लिये पात्रता पर्ची के साथ ही  जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को बिना परेशानी के मिले। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने रविवार को ग्वालियर में कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी और नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा से शहर विकास के संबंध में चर्चा के दौरान यह बात कही। 

ऊर्जा मंत्री श्री  तोमर ने कहा कि कोई भी पात्र हितग्राही शासकीय दफ्तरों के चक्कर लगाकर योजना का लाभ प्राप्त करे, इससे पहले सरकार के नुमाइंदे उनके घर पहुँचकर योजनाओं का लाभ पहुँचाएँ।उन्होंने कहा कि नगर निगम का अमला और महिला-बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकता अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण कर लोगों से संपर्क करें और जो भी जनकल्याणकारी योजनाओं के पात्र हितग्राही हैं उन्हें लाभ पहुँचाने का कार्य अभियान के रूप में किया जाय।  सभी पात्र हितग्राहियों को पात्रता पर्ची मिले, जिससे उन्हें राशन मिल सके। 

ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने  नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा से कहा कि क्षेत्र विकास के जो भी कार्य स्वीकृत हैं उन्हें जल्द प्रारंभ करें। इसके साथ ही जो कार्य किए जा रहे हैं उनमें पूर्ण गुणवत्ता का ध्यान रखें।

शहर के चौराहों का विकास एवं शहर के प्रवेश द्वारों के निर्माण के संबंध में भी विस्तार से चर्चा की गई। मंत्री श्री तोमर ने कहा कि बहोड़ापुर, उरवाई गेट और हजीरा चौराहे का विकास तेजी के साथ किया जाए। 

गंदे पानी की शिकायतों का स्थायी निराकरण हो

ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि ऐसी व्यवस्था बनाई जाए कि कहीं भी गंदे पानी की शिकायत न मिले। उन्होंने कहा कि गंदे पानी की शिकायत निगम मुख्यालय अथवा कलेक्टर कार्यालय तक पहुँचने से पहले निगम के मैदानी अमले को मालूम होना चाहिए। निगम का अमला शिकायत मिलते ही तत्परता से कार्रवाई करे तो कोई कारण नहीं है कि शिकायतकर्ता निगम मुख्यालय या कलेक्टर कार्यालय पहुँचे। 

दो  दिन क्षेत्र में पदयात्रा  करेंगे

प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि 28 व 29 जनवरी को मैं ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में पदयात्रा कर पानी बचाओ, बिजली बचाओ, नल में टोंटी लगाओ, गंदे पानी से निजात पाओ के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के लिये आह्वान करूँगा।उन्होंने  कहा कि पदयात्रा के दौरान नगर निगम का अमला अपने साथ नल की टोंटियां और प्लम्बरों की टीम भी साथ रखें। जहां भी आवश्यक होगा वहां पर नलों में टोंटियां लगाने का कार्य साथ में ही किया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इन कार्यों में जनभागीदारी के उद्देश्य से व्यापक प्रचार-प्रसार  के लिए लोगों के घरों तक हैण्डबिल (प्रचार साहित्य) का वितरण भी सुनिश्चित किया जायेगा।  

ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने कहा कि पदयात्रा के दौरान  आम जनों से अपने शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के साथ ही नगर निगम द्वारा किए जा रहे स्वच्छता के कार्यों में सहयोग करने की अपील भी की जायेगी। 

11वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह 25 जनवरी को

राष्ट्रीय मतदातादिवस का राज्यस्तरीय समारोह 25 जनवरी, 2021 को प्रात: 11 बजे हमीदुल्ला हॉल, मिंटो हॉल भोपाल में आयोजित होगा।

इस अवसर पर आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री बसंत प्रताप सिंह होंगे। समारोह में श्री सिंह राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर प्रकाश डालेंगे। अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा मुख्य निर्वाचन आयुक्त, भारत निर्वाचन आयोग के संदेश का वाचन किया जाएगा। मुख्य अतिथि श्री सिंह युवा मतदाताओं को EPIC का वितरण करेंगे तथा उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशस्ति-पत्र प्रदान करेंगे। मुख्य अतिथि श्री सिंह मतदाताओं के नाम संदेश देंगे और मतदाता दिवस की शपथ दिलाएंगे। संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा अतिथियों का आभार प्रदर्शन किया जाएगा।

मंत्री श्री सकलेचा ने किया पानोली में गौशाला निर्माण कार्य का निरीक्षण

प्रदेश के सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा में रविवार को जावद क्षेत्र के गांव जनकपुर पानोली में निर्माणाधीन गौशाला का निरीक्षण किया और गौशाला निर्माण कार्य की अच्छी प्रगति पाए जाने पर निर्माण कार्य की सराहना की। उन्होंने गौशाला निर्माण का कार्य तेजी से पूर्ण करवाने और निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए मंत्री श्री सखलेचा ने गौशाला में रखे जाने वाले गोवंश को चारागाह की व्यवस्था, पेयजल की व्यवस्था आदि के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली।

नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन

वन मंत्री कुंवर शाह ने दीं गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ

वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रदेश के नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं। कुंवर शाह ने शुभकामना संदेश में कहा है कि गण और तन्त्र के मध्य बेहतर समन्वय, संवाद और सहयोग का जीवंत उदाहरण है हमारा मध्यप्रदेश।

वन मंत्री ने कहा है कि भारत के हृदय-स्थल मध्यप्रदेश प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता विशेषकर वन एवं वन्य प्राणियों की विविधता के लिए जाना जाता है। उन्होंने वनों की सुरक्षा और उनके संवर्धन के लिए नागरिकों से सक्रिय सहयोग का आव्हान भी किया।

जो कानून का पालन नहीं करेगा (रथ रोकेगा), दंडित होगा: एडीजी श्री सागर

यातायात के नियमों के प्रति जागरूकता अभियान "अश्वमेध यज्ञ"

राष्ट्रव्यापी सड़क सुरक्षा अभियान के अंतर्गत प्रदेश-स्तरीय सड़क सुरक्षा की नोडल एजेंसी पीटीआरआई द्वारा  सड़क सुरक्षा  और यातायात के नियमों के पालन के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए  अभिनव पहल करते हुए  अश्वमेध यज्ञ  शुरू किया गया है।  एडीजी श्री सागर ने बताया कि यातायात नियमों के  प्रचार-प्रसार के लिये तैयार किया गया है  जो आमजन को निरंतर जागरुक करने का कार्य करेगा। रथ के द्वारा बताया जा रहा है कि  जो लोग नियमों का पालन नहीं करेंगे , उन्हें  कानूनन दंडित किया जाएगा ।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक  (पीटीआरआई) श्री सागर  ने  कहा कि 'अश्वमेध यज्ञ' की परिकल्पना के तहत एक वाहन को परिवर्तित कर उसमें यातायात के नियमों को सचित्र महिला सुरक्षा के शुभंकर 'गुड्डी' के माध्यम से समझाया गया है ।इस अभियान में पीटीआरआई और भोपाल ट्रैफिक पुलिस ने चौराहों पर लोगों को यातायात के नियमों का पालन करने के लिये पेम्फलेट वितरित किए। पेम्फलेट में सचित्र संदेश दिया गया है कि तेज गति से वाहन चालन यातायात नियमों का उल्लंघन है, इससे सड़क दुर्घटना हो सकती है और इसमें दूसरों की और स्वयं की भी मृत्यु हो सकती है। इसी प्रकार नाबालिग लड़की या लड़का वाहन न चलाएं। शराब और ड्रग्स के नशे में वाहन न चलाएं। दो पहिया वाहन चलाते समय सिर पर ठीक तरह से गुणवत्तायुक्त हेलमेट पहनें। कार आदि चलाते समय सीट बेल्ट पहने। सड़क पर रेड लाइट जंप न करें। सड़क पर नो एंट्री में वाहन न चलाएं। वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात न करें। सड़क पर गलत लेन में वाहन न चलायें। माल ढोने वाले वाहन में सवारी न ढोयें और सवारी ढोने वाले वाहन में सामान न ढोयें। सवारी और सामान की ओवर लोडिंग न करें इत्यादि का चित्रण किया गया है।

जनता में कौतूहल बना अश्वरूपी वाहन

एडीजी श्री सागर ने बताया कि पीटीआरआई का अश्वरूपी वाहन भोपाल के चौराहों पर जनता के कौतूहल का विषय बना रहा। रोशनपुरा चौराहा, बोट क्लब, बिट्टन मार्केट, 10 नम्बर आदि चौराहों पर अश्वमेध यज्ञ रूपी वाहन  ने  जनता को  यातायात के नियमों के प्रति  जागरूक करने का  कार्य किया। चौराहों पर अधिकतर लोग बिना हेलमेट, तीन सवारी दोपहिया वाहन चलाते मिले जिन्हें भविष्य के लिये शुभकामनाएँ देकर समझाइश देकर गंतव्य स्थान के लिये रवाना किया गया। 

यातायात नियमों के पालन के लिए एक परिकल्पना है अश्वमेध यज्ञ

एडीजी श्री सागर ने कहा कि यातायात के नियमों के जनजागृति अभियान के लिए अश्वमेध यज्ञ एक परिकल्पना है। उन्होंने बताया कि इतिहास गवाह है कि प्राचीन काल में सम्राट अपने साम्राज्य के प्रभुत्व और शासन का लोहा मनवाने और  अपने वर्चस्व को बरकरार रखने के लिए अश्वमेध यज्ञ किया करते थे। जिस किसी को विरोध होता था, उसे शासक-सम्राट  से युद्ध करना होता था। इस यज्ञ का उद्देश्य जनता में यातायात के नियमों और अन्य कानूनों के प्रति संवेदनशीलता और उसका सम्मान कर पालन करने की इच्छा-शक्ति को जागृत करना है। जो लोग नियमों का उल्लंघन करेंगे, उनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।

 इस अभियान में एआईजी पीटीआरआई श्रीमती अनीता मालवीय, श्री प्रतपाल सिंह महोबिया, उप निरीक्षक पूजा त्रिपाठी, श्री शत्रुघन सिंह परिहार, सूबेदार श्री वीरेंद्र शाह, भोपाल ट्रैफिक पुलिस के निरीक्षक श्री विजय दुबे के साथ ही ट्रैफिक पुलिस बल और महिला पुलिस बल ने सक्रिय रुप से अपनी भूमिका का निर्वहन किया।

बेटियां जीवन में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन करती है, इसलिये कहा जाता है बेटी है तो कल है

जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह ने वन स्टॉप सेंटर सखी का किया लोकार्पण

जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह ने कहा है कि बेटियां जीवन और समाज में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन करती है, उनके इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिये इसलिये कहा जाता है बेटी है तो कल है। जन जातीय कार्य मंत्री आज उमरिया में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। जनजातीय कार्य मंत्री आज उमरिया में लोक निर्माण विभाग द्वारा 48 लाख रूपये की लागत से नवनिर्मित वन स्टॉप सखी सेंटर भवन का लोकार्पण किया।

जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह ने कहा है कि प्रदेश में बेटियों के सम्मान एवं सुरक्षा के लिये राज्य सरकार वचनवद्ध है। इसी मकसद से राज्य सरकार ने बेटियों के कल्याण के लिये अनेक योजनाएँ चलायी है। उन्होंने सामाजिक संगठनों से भी बेटियों के सुरक्षा और कल्याण के लिये सक्रिय रूप से सहयोग करने का आग्रह किया। कार्यक्रम को विधायक श्री शिवनारायण सिंह ने भी संबोधित किया।

बाँस मिशन से मिल रहा है लोगों को रोजगार

राज्य बाँस मिशन द्वारा बालाघाट जिले के आदिवासी बहुल बैहर परिक्षेत्र में संचालित सामान्य सुविधा केन्द्र के माध्यम से लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। बाँस शिल्पी राजू बंजारा अपने समूह के साथ जुड़े कर लाभ कमा रहे हैं, वहीं अन्य बाँस शिल्पियों और आदिवासियों को प्रशिक्षित कर उनकी आर्थिक समृद्धि में अहम भूमिका भी निभा रहे हैं। इन शिल्पियों द्वारा निर्मित उत्पादों का विक्रय प्रदेश के साथ ही देश भर में हो रहा है।

बैहर में सामान्य सुविधा केन्द्र (सीएफसी) की स्थापना 30 साल पहले कुटीर उद्योग के रूप में हुई थी। तब सूमघार रस्सी और बाँस कोशा बाड़ी के लिये बाँस की चटाई बनाई जाती थी। इसके लिये उपयुक्त घास की कमी के कारण इसे वर्ष 1995-96 में बंद करना पड़ा।

वन विभाग एवं राज्य बाँस मिशन द्वारा पाँच साल पहले 2016 में इस उद्योग को पुन: नया स्वरूप देकर चालू कराया गया। इस सामान्य सुविधा केन्द्र में बाँस आधारित मशीनें उपलब्ध हैं। यहाँ कच्चे माल एवं निर्मित बाँस उत्पादों के लिये बाजार भी उपलब्ध कराया जा रहा है।

बाँस शिल्पी राजू बंजारा ने बाँस से निर्मित सामग्री फर्नीचर, टेबल सेट कुर्सी, सजावट के सामान आदि का प्रशिक्षण लिया गया। प्रशिक्षण के बाद उन्होंने वनांचल स्व-सहायता समूह गठित कर बाँस शिल्प की विभिन्न सामग्री का निर्माण शुरू किया। वनांचल स्व-सहायता समूह द्वारा निर्मित उत्पादों को प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों के मेलों में प्रदर्शित किया जाएगा।

राजू बंजारा द्वारा तकरीबन 50 लोगों को बाँस शिल्प कला का प्रशिक्षण दिया। इससे 100 से अधिक परिवारों को रोजगार मिला है। इस प्रकार से यह वन समितियों की आमदनी का एक अच्छा जरिया बन चुका है। स्व-सहायता समूह में बाँस भिर्रे की गुणवत्ता के तहत 50 हजार रुपये प्रति भिर्रा का भुगतान किया जा रहा है।

सामान्य सुविधा केन्द्र में बाँस आधारित आधुनिक मशीन जैसे लेथ मशीन, सेंडर मशीन, नॉट रिमूवल मशीन उपलब्ध हैं। इसके अलावा न्यूमेटिक नेल मशीन, वैक्यूम प्रेशर एण्ड इम्प्रेगनेशर और क्रांस कर मशीनों को निकट भविष्य में खरीदा जाएगा।

सामान्य सुविधा केन्द्र बैहर में बाँस आधारित शिल्प उद्योग में लोगों के लिये अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे और बाँस उत्पादों की गुणवत्ता से भी बढ़ेगी।

(सफलता की कहानी)

विधानसभा के सामयिक अध्यक्ष श्री शर्मा भोपाल में ध्वजारोहण करेंगे

गणतंत्र दिवस 26 जनवरी, 2021 के मौके पर मध्यप्रदेश विधानसभा के सामयिक अध्यक्ष श्री रामेश्वर शर्मा लाल परेड मैदान भोपाल में आयोजित होने वाले मुख्य समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे तथा मुख्यमंत्री जी के संदेश का वाचन करेंगे।

नारी सशक्तिकरण के लिए कोई कोर-कसर नहीं रखेंगे: डॉ. मिश्रा

राष्ट्रीय बालिका दिवस पर महिला सम्मान कार्यक्रम सम्पन्न

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि महिलाओं एवं बालिकाओं से दुर्व्यवहार करने वालों तथा कानून को अपने हाथ में लेने वाले तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। नारी सशक्तिकरण तथा उनके सम्मान और सुरक्षा के लिए सभी संभव उपाय सुनिश्चित किए जाएंगे। मंत्री डॉ. मिश्रा रविवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग तथा पुलिस विभाग द्वारा दतिया के वृन्दावन धाम में आयोजित संयुक्त कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर महिला एवं बालिकाओं का सम्मान भी किया।

गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन बालिकाओं को समर्पित है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में महिलाओं एवं बालिकाओं को सुरक्षा प्रदान करने के कई कदम उठाये हैं। बालिकाओं या महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार का प्रयास करने वालों की शिकायत के लिये 100 नम्बर पर डायल करें। पांच मिनिट में पुलिस का सहायता वाहन  पहुंचकर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही करेगा। समाज में महिलाओं के प्रति गलत सोच रखने वालों की सोच में परिवर्तन लाना जरूरी है। इसके लिए  जागरूकता लानी होगी तभी महिलाओं के प्रति सम्मान बढ़ेगा। डॉ. मिश्रा ने कहा कि जहां नारी का सम्मान होता है, वहीं संस्कृति का उत्थान होता है। जिस घर में नारी की पूजा होती है, उस घर में देवताओं का भी वास होता है। इस बात को सभी को समझना होगा। हमारे देश की संस्कृति भी यही है। उन्होंने कहा कि दुनिया में भारत ही ऐसा राष्ट्र है जहां हम  जन्मभूमि का भारत माता के रूप में पूरे सम्मान के साथ नाम लेते है। माँ के रूप में ब्रम्हा, विष्णु एवं महेश तीनों के एक साथ दर्शन होते हैं। 

कार्यक्रम के प्रारंभ में महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अरविन्द उपाध्याय आयोजन के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी। 

विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाली बालिकाओं को किया सम्मानित

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने महिला जागरूकता अभियान के तहत् सम्मान कार्यक्रम में विद्यालय और जिला स्तर पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं की विजेता बालिकाओं को सम्मानित किया गया। इसी प्रकार अन्य प्रतियोगिताओं में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।

समारोह में पूर्व विधायक डॉ. आशाराम अहिरवार, श्री जीतू कमरिया, श्री प्रशांत ढेंगुला श्री अतुल भूरे चैधरी अन्य गणमान्य नागरिक तथा जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में सभी शिक्षक अपना श्रेष्ठतम प्रयास करें- राज्य मंत्री श्री परमार

आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के निर्माण में शिक्षकों का योगदान आवश्यक और महत्पूर्ण है। इस विजन को यथार्थ रूप प्रदान करने के लिए सभी शिक्षक अपना श्रेष्ठतम योगदान देने का प्रयास करें। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री इन्दर सिंह परमार आज समन्वय भवन में आयोजित आजाद अध्यापक शिक्षक संघ की प्रांतीय बैठक एवं शिक्षा गुणवत्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने मध्यप्रदेश में नई शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी शिक्षकों से आवाहन किया कि पूरी ईमानदारी और निष्ठा से अपने दायित्वों का निर्वहन करें और भारत को विश्व गुरु के रूप में स्थापित करने में अपना योगदान दें। 

राज्य मंत्री श्री परमार ने शिक्षकों से कहा कि आप सभी अपने-अपने जिलों में जाकर नई शिक्षा नीति पर संगोष्ठी और चर्चा का आयोजन करें। शिक्षा व्यवस्था और नई शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन के लिए शासन को सुझाव भेजें। उन्होंने कहा कि आचार्य चाणक्य का उदाहरण देते हुए कहा कि एक शिक्षक ने अकेले ही पूरे भारत को एक सूत्र में बांधकर अखंड भारत का निर्माण किया था। उसी तरह आप भी आत्मनिर्भर भारत निर्माण में अपना योगदान दें।

राज्य मंत्री श्री परमार ने बताया कि शिक्षकों की शिकायतों और समस्याओं के समाधान के लिए ऑनलाइन प्रणाली की शुरुआत की गई है। पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का समय सीमा में निराकरण किया जाएगा। उन्होंने ज्ञापन में की गई मांगों पर विचार कर उचित निराकरण करने का आश्वासन दिया। राज्य मंत्री श्री परमार मां ने सरस्वती देवी के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। 

सम्मेलन में आजाद अध्यापक शिक्षण संघ के प्रांताध्यक्ष श्री भरत पटेल, सचिव श्री गोविंद बिसेन सहित प्रदेश के सभी जिलों से आए अध्यापकगण उपस्थित थे।

ईमानदारी से किए गए प्रयास सदैव सफलता का मार्ग प्रशस्त करते हैं: मंत्री श्री पटेल

अंतर्राज्यीय टेनिस बॉल क्रिकेट स्पर्धा में हरदा विजय हुई

   किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने कहां कि ईमानदारी से प्रयास करने वालों की सदैव जीत होती है। मंत्री श्री पटेल गत दिवस देवास जिले के खातेगांव में रॉयल क्रिकेट क्लब द्वारा आयोजित अंतर्राज्यीय टेनिस बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट के समापन समारोह  को  संबोधित कर रहे थे। हरदा टीम टूर्नामेंट विजेता रही।

    कृषि मंत्री श्री पटेल ने कहा कि जो परिश्रम करते हैं, ईमानदार प्रयास करते हैं, उनको हमेशा विजय मिलती है। उन्होंने टूर्नामेंट में सम्मिलित समस्त टीमों को शुभकामनाएं दी। कृषि मंत्री श्री पटेल ने हरदा की टीम को बधाई देते हुए विश्वास जताया कि क्षेत्र के युवा इसी प्रकार बेहतर प्रदर्शन कर  अपने माता-पिता के साथ जिला और प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने आयोजकों को भी युवा प्रतिभाओं को निखारने के लिए अवसर देने पर बधाई और शुभकामनाएं दी।

कृषि मंत्री श्री पटेल और स्थानीय विधायक श्री आशीष शर्मा ने विजेता टीम को पुरस्कार स्वरूप 51 हजार रुपये की नगद राशि और ट्रॉफी प्रदान की। 

खातेगांव(देवास) में संपन्न हुई टेनिस बॉल क्रिकेट स्पर्धा में प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों से भी क्रिकेट टीमों ने भाग लिया।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री एवं पशुपालन मंत्री ने गौ-अभ्यारण्य एवं अनुसंधान केन्द्र सालरिया को आत्मनिर्भर बनाने के रोडमेप पर चर्चा की

गौ-अभ्यारण्य सालरिया में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्री श्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, पशुपालन मंत्री प्रेम सिह पटेल ने रविवार को पंचायत, राजस्व, पशुपालन एवं वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक लेकर गौ-अभ्यारण्य एवं अनुसंधान केंद्र को आत्मनिर्भर बनाने के रोडमैप पर विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम की रुपरेखा प्रवीण शिंदे ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से दी।

बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री सिसौदिया ने कहा कि गौ-अभ्यारण्य एवं अनुसंधान केन्द्र को आत्मनिर्भर बनाने हेतु सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय से कार्य करे। गौ-अभ्यारण्य को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाये। गौ अभ्यारण का ऐसा विकास किया जाएगा,कि पूरे, देश की गौ-शालाओं में इस कंसेप्ट का उपयोग किया जाएगा। उन्होंने जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत में भूसा बैंक खुलवाकर भूसा रखने के निर्देश दिए। उन्होंने गौ-शाला में बाउंड्रीवॉल बनाने हेतु प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने अभ्यारण्य परिसर के गौ-शेड़ो आदि में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के लिए संबंधित विभाग को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि ग्रामीणजनों का विकास हो, इसके लिए उनके हित में संचालित योजनाओं को पात्रतानुसार उन तक पहुचाएं।

पशुपालन मंत्री श्री पटेल ने कहा कि गौ-अभ्यारण्य सालरिया का सर्वांगीण विकास किया जाएगा। गौ-अभ्यारण्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री जी की मंशा अनुसार गुजरात के मॉडल पर तैयार किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार ने चार विभाग जिसमे पंचायत, राजस्व, पशुपालन, वन विभाग को जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गौ-अभ्यारण्य में गायों के लिए पर्याप्त भूसा, पेयजल आदि की व्यवस्था रखें। गायों की नियमित देख-रेख की जाए।

डॉ. भारत पटेल ने कहा कि प्रदेश में एनआरएलएम अन्तर्गत गठित स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने अच्छा कार्य किया है ।गौ-अभ्यारण्य सालरिया की प्लानिंग देखी है। प्रोजेक्ट के अन्तर्गत जो भी फर्टिलाइजर, एवं अन्य गौ अपशिष्टों का जितना उत्पाद बनेगा, उसके निर्यात की व्यवस्था सरकार द्वारा की जाएगी। गौ-अभ्यारण्य में बड़े पैमाने पर गौ-उत्पादों का निर्माण कर, उनकी मार्केटिंग कर आय-व्यय के अन्तर को कम किया जाकर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। मुख्यमंत्रीजी की भी यही मंशा है। गौ-अभ्यारण को आत्मनिर्भर बनाने के प्रोजेक्ट को आगामी आठ माह में पूरा किया जाएगा। यहां हमे सभी तरह के उत्पाद से 100 टन उत्पाद प्रतिदिन प्राप्त हो सकता है। पानी, भूसा की यहाँ कमी ना हो इसके पूरे प्रयास किए जाएंगे। हम यहाँ के उत्पादों की मार्केटिंग भी घर-घर करवाएंगे और पूरे देश में इन उत्पादों की प्रसिद्धी फैलाएंगे।

बैठक पश्चात् पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री सिसौदिया एवं पशुपालन मंत्री श्री पटेल सहित अधिकारियों ने स्व- सहायता समूह एवं एनजीओ द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी के स्टॉलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उत्पादों का अवलोकन कर स्व-सहायता समूहों के कार्य की प्रशंसा की।सभी ने अभ्यारण परिसर में गौ कास्ट निर्माण मशीन के संचालन का अवलोकन भी किया।

बैठक में गौ संवर्धन बोर्ड के श्री प्रवीण शिंदे, कलेक्टर श्री अवधेश शर्मा पुलिस अधीक्षक श्री राकेश कुमार सगर, संयुक्त संचालक श्री बामनिया, गुजरात के उद्योगपति डॉ सुबोध भूषण, जिला अध्यक्ष गोविंद सिंह बरखेड़ी, मयंक राजपूत, मोहन कुंडलावदा, पशु चिकित्सालय डायरेक्टर, डॉ एमएस पटेल, उप संचालक सालरिया एसव्ही कौसरवाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।