दिनांक 18 मार्च, 2021


अंक 725

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भीड़ में भी सुन ली आदिवासी महिला की पुकार

धार में मिशन ग्रामोदय के कार्यक्रम में "मुझे मामा से मिलना है" कहने वाली महिला को ढूँढ कर मिले मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आम जनता के लिए सदैव संवेदनशील रहते हैं। इसका उदाहरण आज धार में आयोजित मिशन ग्रामोदय के राज्य-स्तरीय कार्यक्रम में भी देखने को मिला। मुख्यमंत्री श्री चौहान कार्यक्रम के बाद मीडिया से चर्चा कर ही रहे थे, की भीड़ से एक महिला की आवाज सुनाई पड़ी- 'मुझे मामा से मिलना है।'' मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिला की आवाज सुन ली। उन्होंने यह कहते हुए कि 'कोई बहन मुझसे मिलना चाहती है। मैं उसके पास जाना चाहूँगा' सुरक्षा घेरे से बाहर निकल कर भीड़ में आवाज दी कि- 'कोई बहन मुझसे मिलना चाहती है, वह कहाँ है।' अधिक जन-समुदाय होने के कारण वे महिला से नहीं मिल सके। मुख्यमंत्री चौहान के मन में तो उसकी आवाज गूँज रही थी। उन्होंने कलेक्टर श्री आलोक सिंह से कहा कि- 'मैं उस बहन से जरूर मिलना चाहूँगा।'' बहुत प्रयास के बाद महिला मिली और वह भी ग्राम लुन्हेरा से आयी ममता निनामा। उसे तत्काल मुख्यमंत्री के पास लाया गया। मुख्यमंत्री ने उस महिला से पूछा कि- 'बहन क्या समस्या है।'' थोड़ी देर तो ममता को विश्वास ही नहीं हुआ। फिर उसने बताया कि 'ग्राम की सहकारी समिति में सेल्समेन की भर्ती में मैंने भी आवेदन किया था, लेकिन चयन किसी दूसरी पंचायत वाले का हो गया है' मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ममता निनामा को ढाँढस बँधाया और कलेक्टर को तत्काल प्रकरण की जाँच कर कार्यवाही करने का निर्देश दिया।

ममता ने मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि 'जिसका मामा इतना दयालु और संवेदनशील हो उसे क्या चिंता, इतनी भीड़ में भी हमारे मामा ने मेरी आवाज सुनी और व्याकुल होकर मुझसे मिले। मैं भगवान को धन्यवाद दूँगी कि ऐसे जन-हितैषी हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री है।'

बिना पेनिक करें हमें कोरोना को परास्त करना है : मुख्यमंत्री श्री चौहान

प्रदेश को 5 लाख टीकाकरण प्रति दिवस की स्थिति में लाना है
मुख्यमंत्री ने की कोरोना संक्रमण और टीकाकरण पर कलेक्टर्स-कमिश्नर्स से वीडियो कॉन्फ्रेंस

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण पुन: तेजी से फैल रहा है। इसके नियंत्रण के‍लिए आर्थिक गतिविधियों पर रोक नहीं लगाई जा सकती। व्यापार और रोजगार में कोरोना से बचाव की सावधानियों का कड़ाई से पालन करें, नहीं तो सरकार कड़ाई करेगी। यह प्रदेश में गुड गवर्नेंस की पुन: परीक्षा है। बिना पेनिक करें हमें कोरोना को परास्त करना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समस्त कमिश्नर्स-कलेक्टर्स तथा मेडिकल कॉलेज के डीन आदि से चर्चा कर रहे थे। इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान, पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी सम्मिलित हुए।

रात्रि 10 बजे से प्रात: 6 बजे तक बाजार बंद रहेंगे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्वालियर, जबलपुर सहित प्रदेश के सर्वाधिक प्रभावित जिलों उज्जैन, सागर, बैतूल, बुरहानपुर, खरगोन, रतलाम और‍छिंदवाड़ा में भी रात्रि 10 बजे से प्रात: 06 बजे तक व्यावसायिक प्रतिष्ठान और बाजार बंद रखने के निर्देश दिए।

महाराष्ट्र से आने-जाने वाली यात्री बसों पर रोक

महाराष्ट्र में बनी कोरोना की विस्फोटक स्थिति को देखते हुए महाराष्ट्र से आने-जाने वाली यात्री बसों के आवागमन पर 20 मार्च से रोक लगाने के निर्देश भी दिए गए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना वेक्सीन टीकाकरण में प्रदेश को 5 लाख डोज प्रति दिवस की स्थिति में लाने के लिए तत्काल आवश्यक व्यवस्थाएँ करने के निर्देश भी दिए।

कोरोना नियंत्रण के लिये हरसंभव प्रयास करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण पुन: फैलना आरंभ हुआ है। इस पर नियंत्रण के लिए हरसंभव प्रयास अभी से आरंभ करना आवश्यक है। इसके साथ ही प्रदेश को कठिनतम परिस्थितियों से निपटने के लिए भी तैयार भी रहना होगा। बैठक में जानकारी दी गई कि पिछले सात दिनों में इंदौर में 1778, भोपाल में 1170, जबलपुर में 358, ग्वालियर में 185, उज्जैन में 187, रतलाम में 162, छिंदवाड़ा में 147, बुरहानपुर में 130, बैतूल में 110 और खरगोन में 92 कोरोना पॉजिटिव प्रकरण दर्ज किए गए हैं। ग्वालियर मेले की अवधि के संबंध में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप निर्णय लें।

जनप्रतिनिधियों, समाज-सेवियों, धर्म गुरूओं का सहयोग लें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियों के लिए अभियान में जनप्रतिनिधियों, समाज-सेवियों और धर्म गुरूओं का सहयोग लें। साथ ही जन-जन को मास्क का उपयोग करने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और टीकाकरण के लिए प्रेरित करें। कोरोना के कारण हमें होली सावधानी से निकालनी होगी। होली के जुलूसों, गेर और मेलों आदि का आयोजन नहीं हो सकेगा। सामाजिक और बड़े आयोजनों में भी सतर्कता बरतना होगी।

श्रमिकों के लिए रोजगार की व्यवस्था करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि होली त्यौहार में बड़ी संख्या में श्रमिक साथी अपने पैतृक ग्रामों और नगरों में लौटेंगे। उन्होंने मनरेगा तथा अन्य योजनाओं में पर्याप्त रोजगार देने की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ग्रामों में पर्याप्त रोजगार के अवसर सृजित किए जाएँ ताकि श्रमिक भाई संक्रमण प्रभावित शहरों की ओर जाने के लिए मजबूर न हों।

इलाज की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित की जाए

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना से प्रभावित व्यक्तियों के इलाज की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। होम आइसोलेशन में टेली कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा उनको पर्याप्त इलाज, सुझाव देने और सतर्क निगरानी की व्यवस्था हो। इसके साथ ही छोटे घरों में जहाँ आइसोलेशन संभव नहीं हैं, वहाँ शासकीय अस्पतालों में पृथक वार्ड बनाकर आइसोलेशन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। निजी अस्पतालों की क्षमताओं का उपयोग करते हुए उन्हें एप पर जोड़कर वहाँ आ रहे मरीजों की जानकारी और उनकी स्थिति से भी जिला प्रशासन लगातार अवगत रहे। निजी अस्पतालों के लिए जारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी निजी अस्पताल मरीजों से मनमानी वसूली न करें।

निजी कार्यालयों में भी थर्मल स्क्रीनिंग और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन हो

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भोपाल, इंदौर आदि शहरी क्षेत्रों में कार्यालयों में संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए शासकीय के साथ-साथ निजी कार्यालयों में भी थर्मल स्क्रीनिंग और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया जाए।

कलेक्टर जबलपुर का हाल जाना मुख्यमंत्री ने

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, बैतूल, खरगोन, खण्डवा और सागर के कलेक्टर्स से बात कर कोरोना संक्रमण की स्थिति और उसके नियंत्रण के लिए किए जा रहे उपायों की जानकारी ली। जबलपुर कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा स्वयं कोरोना पॉजिटिव हैं, फिर भी वे कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेते हुए उन्हें पर्याप्त सावधानी बरतने का सुझाव दिया।

माझा परिवार - माझा होली

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन-जागरण के लिए किए जा रहे बुरहानपुर के नवाचार की सराहना करते हुए कहा कि अन्य जिलों के कलेक्टर भी इसका अनुसरण करें अथवा स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार नवाचार करें। कलेक्टर बुरहानपुर ने जानकारी दी कि होली पर कोरोना के कारण सावधानी बरतने के लिए लोगों को प्रेरित करने के उद्देश्य से 'माझा परिवार-माझा होली' के स्लोगन का प्रचार-प्रसार कर लोगों को परिवार में होली मनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। कलेक्टर खरगोन ने आदिवासी समाज की सहमति और उन्हें विश्वास में लेते हुए भगोरिया तथा अन्य मेला गतिविधियों को सीमित करने, खण्डवा कलेक्टर ने जन-जागरण में सामाजिक संगठनों, एनसीसी, एनएसएस और जन अभियान परिषद का सहयोग लेने की बात कही। सागर कलेक्टर ने बताया कि जिले में रोको-टोको अभियान के अंतर्गत कार्यवाहियाँ जारी हैं।

भोपाल में तीन दिन में हुए 5 हजार चालान

भोपाल कलेक्टर ने बताया कि 42 फीवर क्लीनिक संचालित किए जा रहे हैं। मास्क लगाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। पिछले 3 दिन में 5 हजार चालानी कार्यवाहियाँ की गई हैं। रात्रि कर्फ्यू का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।

वेक्सीन के वेस्टेज को रोकना होगा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोविड टीकाकरण कार्यक्रम का तेजी से विस्तार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश को 5 लाख डोज प्रति दिवस के उपलब्धि पर लेकर जाना होगा। इसके लिए प्रत्येक जिले को दिए गए लक्ष्य के अनुसार सभी जिला कलेक्टर अपने-अपने स्तर पर हरसंभव प्रयास करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोविड टीकाकरण की वेस्टेज को रोकना होगा। यह नेशनल वेस्टेज है। जो टीका वेस्ट होता है वो किसी को लग सकता था। इस तरह कोविड टीके को वेस्ट करने से हम किसी का हक मारते हैं। यह बचाने का वैक्सीन है, अत: इसके लिए जिला स्तर पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। कोविड टीकाकरण अभियान को जन-जन का अभियान बनाने के लिए समाज-सेवी संगठनों, सामाजिक संगठनों और राजनैतिक दलों का भी सहयोग लिया जाए।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने वी.सी. वर्चुअली शामिल होकर कोविड के इलाज में निजी अस्पतालों का सहयोग लेने और तेन्दूपत्ता संग्रहण के लिए महाराष्ट्र से आने वाले व्यक्तियों के संबंध में आवश्यक सतर्कता बरतने संबंधी सुझाव दिए।

मुख्य सचिव श्री बैंस ने जिला कलेक्टर्स को कहा कि वर्तमान समय में कोविड संक्रमण को रोकना और कोविड टीकाकरण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें किसी प्रकार का समझौता नहीं होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान को विशेषांक भेंट

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को आज साप्ताहिक बुंदेली बौछार समाचार-पत्र के विशेषांक की प्रति भेंट की गई। समाचार पत्र के संपादक श्री सचिन चौधरी और सहयोगी श्री देवदत्त दुबे ने अखबार की प्रति सौंपी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अखबार में बुंदेलखंड की आंचलिक संस्कृति से संबंधित सामग्री के प्रकाशन की प्रशंसा की।

ग्रामोदय मिशन से आएगी खुशहाली और गाँवों का होगा समग्र विकास-मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री चौहान तथा केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने किया मिशन ग्रामोदय का शुभारंभ
सवा लाख परिवारों को कराया गृह प्रवेश
साढ़े दस हजार से अधिक सामुदायिक निर्माण कार्यों का हुआ लोकार्पण

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नगरोदय मिशन के बाद आज से पूरे प्रदेश में मिशन ग्रामोदय शुरू किया गया है। इस मिशन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों का समग्र विकास किया जाएगा। मिशन के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में आवास सुविधाएँ देने के साथ ही मूलभूत और आधारभूत संरचनाओं का विस्तार भी किया जाएगा। इससे ग्रामीणों के चेहरों पर नई मुस्कुराहट और उनके जीवन में नई खुशहाली आयेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज धार में ग्रामोदय मिशन के राज्य-स्तरीय कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में केन्द्रीय ग्रामीण विकास तथा कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर असम से वर्चुअली शामिल हुए। 

कोरोना की विपरीत परिस्थितियों में बनाये 3 लाख आवास

गृह प्रवेश के साथ विकास कार्यों का लोकार्पण

प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही ग्रामीण क्षेत्र के सवा लाख परिवारों को प्रधानमंत्री आवास की सौगात देकर गृह प्रवेश करवाया गया। इन सवा लाख आवासों की लागत 1562 करोड़ रूपये है। ग्रामीण विकास विभाग के साढ़े 10 हजार से अधिक सामुदायिक निर्माण कार्यों का लोकार्पण भी किया गया। इनमें 6 हजार सामुदायिक स्वच्छता परिसर, दो हजार खेल मैदान, दो हजार शांति धाम और 634 पंचायत भवन शामिल हैं। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना के 5 लाख हितग्राहियों को 2 हजार करोड़ राशि की विमुक्ति की प्रक्रिया भी शुरू की गयी।इसके अलावा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने धार जिले के लिए 675 करोड़ रूपए लागत के 94 निर्माण कार्यो का लोकार्पण तथा भूमि-पूजन भी किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। बेघरों के लिए तेजी से आवास बनाए जा रहे हैं। पिछले एक वर्ष में कोरोना काल की विपरीत परिस्थितियों में भी 3 लाख आवास का निर्माण पूरा कर जरूरतमंद परिवारों को दिए गए। हमारा प्रयास है कि वर्ष 2022 तक कोई भी आवासहीन नहीं रहे, सबका पक्का मकान हो। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसान हितैषी है। किसानों की भलाई के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। किसानों के हक की बीमा राशि, राहत राशि, सम्मान निधि सहित अन्य सभी सुविधाएँ दी जाएँगी। उन्होंने कहा कि बैंकों में बकाया कृषि ऋण जमा करने की अंतिम तिथि बढ़ाई जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए मिशन ग्रामोदय प्रारम्भ किया गया है। इसमें हर गाँव में पक्की सड़क का निर्माण, हर ग्राम पंचायत का भवन, हर ग्राम पंचायत में मुक्तिधाम और खेल मैदान होंगे। हर गाँव के हर घर में नल से जल पहुँचाया जाएगा। इस वर्ष 26 लाख घरों में नल से जल पहुँचाने की व्यवस्था की जा रही है। अगले 3 वर्षों में एक करोड़ 2 लाख घरों में नल से जल पहुँचाने का कार्य किया जायेगा। मिशन ग्रामोदय में स्व-सहायता समूहों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जाएगा। उन्हें मात्र 2 प्रतिशत ब्याज पर ऋण दिया जाएगा। स्व-सहायता समूहों को स्कूलों के बच्चों की ड्रेस बनाने तथा आँगनवाड़ियों के लिए पोषण आहार बनाने का कार्य सौंपा जा रहा है।

संबल योजना का लाभ हर जरूरतमंद परिवार को

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संबल योजना पुनः शुरू की गई है। इसके हर घटक का लाभ हर जरूरतमंद परिवार को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर 20 से 25 किलोमीटर के दायरे में एक अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त उन्नत स्कूल बनाया जाएगा। इसके लिए 1500 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया है। ऐसे स्कूल के बच्चों को निःशुल्क परिवहन सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना को नियंत्रित करने के लिए सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में भगोरिया सहित अन्य किसी भी त्यौहार एवं पर्व को मनाने पर रोक नहीं है। कोरोना प्रभावित जिलों में जन-स्वास्थ्य को देखते हुए निर्णय लिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि धार में स्वर्गीय श्री कुशाभाऊ ठाकरे के नाम पर बस स्टेण्ड तथा पीथमपुर में शासकीय महाविद्यालय का नया भवन बनाया जाएगा।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश देश में अव्वल

केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि मध्यप्रदेश में ग्रामीण विकास योजनाओं विशेषकर प्रधानमंत्री आवास तथा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। अनेक ग्रामीण विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश देश के अव्वल 5 राज्यों में शामिल है।

श्री तोमर ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में भी मध्यप्रदेश में उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं। कृषि क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने पंजाब और हरियाणा को भी पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत 3 लाख से अधिक आवास बन चुके हैं। तेजी से आवास बनाए जा रहे हैं। योजना के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश देश में दूसरे नंबर पर है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश देश में पहले स्थान पर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशानुसार ग्रामीण क्षेत्रों में मालिकाना हक दिलाने के लिए स्वामित्व योजना प्रारम्भ की गई है।

प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि आज का कार्यक्रम अभूतपूर्व है। इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सपने को साकार रूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत पूर्व में पौने दो लाख परिवारों को आवास दिए जा चुके हैं और आज सवा लाख परिवारों को आवास देकर गृह प्रवेश करवाया गया है। यह मध्यप्रदेश के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। प्रदेश में पाँच लाख और हितग्राहियों के लिए आवास बनाए जाएँगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास के लिए धनराशि की कमी नहीं है।

औद्योगिक निवेश तथा प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगाँव ने आभार माना। कार्यक्रम में सांसद श्री छतर सिंह दरबार, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री विक्रम वर्मा, पूर्व मंत्री श्रीमती रंजना बघेल, विधायक श्रीमती नीना-विक्रम वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मालती-मोहन पटेल और पूर्व सांसद श्रीमती सावित्री ठाकुर भी मौजूद थे।

राजा भोज ने दिया था सुशासन का मंत्र : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री ने किया धार में भोज उद्यान में राजा भोज की प्रतिमा का अनावरण एवं शिल्प कला दीर्घा का लोकार्पण

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने धार जिला मुख्यालय स्थित इन्दौर नाका पर 3 करोड़ 47 लाख रूपये की लागत से निर्मित महाराजा भोज उद्यान के लोकार्पण के साथ वहाँ स्थापित की गई राजा भोज की प्रतिमा का अनावरण कर पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने शिल्प कला दीर्घा (हाट बाजार) का लोकार्पण और पंचवर्षीय रोड मैप का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने परिसर व शिल्प कला दीर्घा (हाट बाजार) का अवलोकन कर प्रशंसा की। लोग अपने परिवार व ईष्ट मित्रों के साथ आकर यहाँ का आनन्द ले सकते हैं। उद्यान में दो गजीबों का निर्माण किया गया है, जहाँ लोग बैठकर प्राणायाम भी कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि धार की पहचान राजा भोज से है। राजा भोज ने पूरे प्रदेश को सुशासन का मंत्र दिया था। हमारी अध्येय, आस्था और श्रद्धा का केंद्र हैं राजा भोज जिनसे हम प्रेरणा प्राप्त करते हैं। भव्य प्रतिमा यहाँ लगाई गई उनकी भव्य प्रतिमा को देखकर सचमुच में मन आनंदित हुआ। मैं प्रतिमा के निर्माण के इस फैसले पर आप सभी का अभिनंदन करता हूँ। जिन कलाकारों ने प्रतिमा बनाई है उनको भी धन्यवाद देता हूँ। प्रतिमा की स्थापना के साथ राजा भोज उद्यान, हाट बाजार भी बनाया गया है। हाट बाजार का लाभ धार की जनता उठाएगी। शिल्पकार, कलाकार तथा अलग-अलग सामान बनाने वाले कलाकारों को भी इसका लाभ निश्चित तौर पर मिलेगा।

पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा ने कहा कि आज राजा भोज की प्रतिमा के अनावरण के साथ हमारा सपना पूरा हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि परिसर को भव्य रूप देने के लिए और भी धनराशि उपलब्ध करवाने के संबंध में उचित निर्णय लें।

भोज उद्यान की विशेषताएँ

मुख्यमंत्री अधोसंरचना मद के द्वितीय चरण में 9 हजार 500 वर्ग मीटर में भोज उद्यान बनाया गया है। उद्यान में राजा भोज की विशेष कांस्य की 15 फीट ऊँची तथा करीब 2 हजार 300 किलो वजनी प्रतिमा स्थापित की गई हैं। यह पूरे प्रदेश की दूसरी भोज प्रतिमा है। उद्यान का परिसर किलानुमा बनाया गया है। इसमें दो भव्य द्वार बनाए गए हैं। लोगों के बैठने के लिए लाल पत्थर से बैठक निर्मित की गई है। यहाँ फव्वारे एवं कलाकृतियां सजाई गई हैं। हाट बाजार में शिल्पियों के लिए 42 दुकानों का निर्माण कराया गया है। महिलाओं एवं पुरुषों के लिये सुविधाघर का निर्माण, टू व्हीलर व फोर व्हीलर वाहनों के लिए सुव्यवस्थित पार्किंग, एलईडी लाइट्स से साज-सज्जा और वर्षा जल निकासी के लिए सम्पूर्ण परिसर में नालियाँ बनायी गई है।

राजा भोज का धार से सम्बंधित इतिहास

राजा भोज परमार या पंवार वंश के नौवें राजा थे। परमार वंशीय राजाओं ने मालवा की राजधानी धारानगरी (धार) से आठवीं शताब्दी से लेकर चौदहवीं शताब्दी के पूर्वार्ध तक राज्य किया था। कहा जाता है कि वर्तमान मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल को राजा भोज ने ही बसाया था, तब उसका नाम भोजपाल नगर था, जो कालान्तर में भूपाल और फिर भोपाल हो गया। राजा भोज ने सन् 1000 ई. से 1055 ई. तक राज्य किया। धार में भोज शोध संस्थान में भोज के ग्रन्थों का संकलन है। भोज रचित 84 ग्रन्थों में दुनिया में केवल 21 ग्रन्थ ही शेष हैं। भोज धारा नगरी के राजा सिन्धुल के पुत्र थे। उनकी माता का नाम सावित्री था। जब भोज पाँच वर्ष के थे, तभी इनके पिता अपना राज्य और इनके पालन-पोषण का भार अपने भाई मुंज पर छोड़कर स्वर्गवासी हुए थे।

कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह सिसोदिया, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, सांसद श्री छतर सिंह दरबार, विधायक श्रीमती नीना वर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा, पूर्व मंत्री रंजना बघेल, नगर पालिका अध्यक्ष श्री पर्वत सिंह चौहान, उपाध्यक्ष श्री कालीचरण सोनवानिया सहित सभी पार्षद, अधिकारी कर्मचारी और गणमान्य नागरिक आदि मौजूद थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्मार्ट उद्यान में करंज का पौधा लगाया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज श्यामला हिल्स स्थित स्मार्ट पार्क में आयुर्वेदिक चिकित्सा में महत्वपूर्ण माने गए करंज के पौधे का रोपण किया।

करंज के पौधे का इस्तेमाल धार्मिक कार्यों में भी किया जाता है। इसके प्रमुख औषधीय गुणों की बात करें तो यह कुष्ठ रोग के उपचार, घाव को जल्दी ठीक करने, सूजन दूर करने और कफ एवं वात का शमन करने में उपयोग किया जाता है। इसके पौधे की छाल को घिसकर लेप तैयार कर कुष्ठ एवं घाव के स्थान पर लगाने से लाभ होता है। इसका तेल कृमिनाशक होता है। मधुमेह, बवासीर, दंत रोगों में भी करंज का इस्तेमाल किया जाता है। इसकी लकड़ी दातून के रूप में भी उपयोग में लाई जाती है। इसकी प्रजातियों में करंज, कट करंज और चिरबिल्व शामिल हैं।

टेराकोट शिल्पी हो रहे है कला में पारांगत

म.प्र. खादी ग्रामोद्योग बोर्ड का प्रशिक्षण आयोजित

आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के सपने को साकार बनाने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन योजना (उन्नत हुनर सशक्त कल) के तहत टेराकोटा के शिल्पकारों को प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षार्थियों द्वारा तैयार विभिन्न सजावटी टेराकोटा एवं मिट्टी की सामग्री को पकाने के लिए भट्टी के प्रज्ज्वलन करने और निर्मित सामग्री को पकाने की विधि सीखाई जा रही है।

प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग श्री गौतम सिंह ने बताया कि टेराकोटा शिल्प में ''उन्नत हुनर - सशक्त कल'' के मूल सिद्धान्त पर शिल्पी चाक पर सुनहरे भविष्य को गढ़ते हुए आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। प्रशिक्षणार्थियों के लिए नि:शुल्क आवास एवं भोजन की व्यवस्था के साथ ही उन्हें छात्रवृत्ति का भी भुगतान किया जा रहा है। स्व-रोज़गार योजना से जोड़ते हुए स्वयं का रोज़गार स्थापित करने के बाद उनसे मिट्टी की विभिन्न सजावटी वस्तुओं एवं अन्य दैनिक उपयोगी वस्तुओं का निर्माण करवाया जाएगा, जिससे युवक स्वयं आत्म-निर्भर होकर स्वयं का सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान कर जीवन-यापन कर सकेंगे।

प्रशिक्षक श्री हेमंत प्रजापति ने प्रशिक्षणार्थियों को मिट्टी की कलात्मक वस्तुओं को पकाने तापमान संतुलन से लेकर समय के महत्व के बारे में भी बताया। उन्होंने तापमान एवं वस्तु के पकने की टेस्टिंग के तरीके भी सिखाये। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश माटी कला बोर्ड, भोपाल द्वारा प्रायोजित एवं उद्यमिता विकास केंद्र, मध्यप्रदेश (सेडमैप) द्वारा आयोजित इस प्रशिक्षण में 35 प्रतिभागियों द्वारा हिस्सा लिया जा रहा है।

एक मादा बाघ शावक की हुई मृत्यु

एक मादा बाघ शावक की वन विहार राष्ट्रीय उद्यान जू भोपाल लाते समय गुरूवार शाम को मृत्यु हो गई। वन विहार उद्यान संचालन श्री अजय कुमार यादव ने बताया कि दोपहर सूचना मिली कि एक बाघ शावक जिसकी उम्र तकरीबन 3 माह की है। कोलार फिल्टरेशन प्लांट में निश्चेत अवस्था में पड़ा है। वन विहार से रेस्क्यू दल मौके पर रवाना हुआ। डॉ. अतुल गुप्ता द्वारा मुआयना किया तथा पाया कि शावक की हालत गंभीर है उसे जीवन रक्षक दवाईयाँ और आँक्सीजन भी दी गई। शावक को वन विहार लाते समय रास्ते में ही मृत्यु हो गई। वन विहार में चिकित्सा दल द्वारा पोस्ट मार्टम किया गया।

एम.पी. एग्रो के कर्मचारियों को सातवें वेतनमान का एरियर जल्द मिलेगा

उद्यानिकी  एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री कुशवाह का संघ ने किया सम्मान

उद्यानिकी  एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि एम.पी. एग्रो के कर्मचारियों को  सातवें वेतनमान के एरियर भुगतान के लिए अधिक इंतजार नहीं करना होगा । शासन से स्वीकृति लेने की कार्यवाही को शीघ्र करने के लिए विभागीय अधिकारियों को कहा गया है।  राज्य मंत्री श्री कुशवाह एम.पी. एग्रो कर्मचारी संघ के 37वें स्थापना दिवस समारोह  को संबोधित कर रहे थे। 

 राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि रायसेन जिले में स्थित बाड़ी संयंत्र में कार्यरत कर्मचारियों के नियमितीकरण की माँग पर भी विचार किया जायेगा।  कर्मचारियों के हित में निर्णय लेने की   पहल की जाएगी। संघ के पदाधिकारियों ने राज्य मंत्री श्री कुशवाह का  स्मृति-चिन्ह भेंट कर  सम्मान किया।   कार्यक्रम को  संघ के संरक्षक  श्री अनिल वाजपेई और अध्यक्ष श्री चंद्रशेखर परसाई ने   संबोधित किया । संघ द्वारा पिछले वर्षों में किये गये कार्यों का ब्योरा भी प्रस्तुत किया।   निगम के कर्मचारी  श्री के.एम. थॉमस और  नसीम खान  को उल्लेखनीय कार्य के लिये सम्मानित किया  गया।

नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन

मंत्री श्री सखलेचा का दौरा कार्यक्रम

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम एवं विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा 18 से 20 मार्च तक प्रवास पर रहेंगे। श्री सखलेचा 19 मार्च को दोपहर 12 बजे नीमच कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय संकट प्रबंधन समूह की बैठक में शामिल होंगे।

मंत्री श्री सखलेचा 20 मार्च को प्रात: 7 बजे जावद से प्रस्थान कर प्रात: 9 बजे सिंगोली में कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल परिसर में पुरस्कार वितरण समारोह में भाग लेंगे। वे 10 बजे सिंगोली जिला नीमच से प्रस्थान कर 11.30 बजे भीलवाड़ा राजस्थान पहुँचकर निवेशकों के साथ राज्य की पॉलिसी एवं योजना के संबंध में आयोजित बैठक में शामिल होंगे। मंत्री श्री सखलेचा दोपहर 4 बजे भीलवाड़ा से प्रस्थान कर सायं 6 बजे जावद जिला नीमच आएगे।

नगरीय निकाय एवं पंचायत निर्वाचन की तैयारी एक साथ करें

प्रशिक्षण कार्यक्रम में सचिव राज्य निर्वाचन आयोग : श्री दुर्ग विजय सिंह

नगरीय निकाय और पंचायत निर्वाचन की तैयारी एक साथ करें। सचिव राज्य निर्वाचन आयोग श्री दुर्ग विजय सिंह ने यह बात जिले के अधिकारियों के स्थानीय निर्वाचन संबंधी प्रशिक्षण में कही। प्रशिक्षण वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से हुआ।

श्री सिंह ने कहा कि नाम निर्देशन-पत्रों की प्राप्ति, उनकी संवीक्षा, नाम वापसी और प्रतीक आवंटन के संबंध में सभी तैयारियाँ राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा चाही गयी जानकारी तुरन्त उपलब्ध करवायें। श्री सिंह ने कहा कि प्रशिक्षण बार-बार नहीं होगा। अत: जो बातें आज बतायी जा रही हैं, उन्हें ध्यान से सुनें। पूरी प्रक्रिया में कोविड-19 की गाइड लाइन का शत-प्रतिशत पालन हो।

प्रशिक्षण में राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स डॉ. समीरा नईम और श्री अजय काले ने निर्वाचन की घोषणा के बाद की जाने वाली कार्यवाही और आदर्श आचरण संहिता के बारे में बताया। श्री दीपक पाण्डे ने नाम निर्देशन-पत्रों की प्रस्तुति, संवीक्षा, और प्रतीक आवंटन प्रक्रिया के संबंध में जानकारी दी। प्रशिक्षण में ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया आई.ई.एम.एस. सहित निर्वाचन संबंधी अन्य आई.टी.टूल्स और एप्लीकेशन के बारे में भी जानकारी दी गयी।

इस दौरान उप सचिव श्री अरूण परमार एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

आयुष राज्यमंत्री श्री कांवरे के प्रयास से 136 चिकित्सकों की परिवीक्षावधि समाप्त

आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री राम किशोर कांवरे के प्रयासों से 136 आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों की परिवीक्षा अवधि समाप्त की जा रही है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में पदस्थ इन सभी चिकित्सा अधिकारियों ने प्रशिक्षण सफलता पूर्वक पूर्ण कर लिया है। मंत्री श्री कांवरे ने विभाग की अनुशंसा का अनुमोदन करने के बाद तुरंत आदेश जारी करने के निर्देश दिए हैं।

धान मिलर्स को प्रोत्साहन राशि 100 रुपये करने पर विचार

मंत्री-मण्डलीय उप-समिति की बैठक सम्पन्न

खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में उपार्जित धान की मिलिंग/निस्तारण के लिये विभिन्न विकल्पों पर विचार के लिये बनाई गई मंत्री-मण्डलीय उप-समिति की बैठक आज मंत्रालय में सम्पन्न हुई। बैठक में समिति के सदस्यों में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह, वाणिज्यिक कर, वित्त, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री श्री जगदीश देवड़ा तथा आयुष (स्वतंत्र प्रभार) एवं राज्य मंत्री जल-संसाधन श्री रामकिशोर काँवरे उपस्थित थे।

बैठक में मिलर्स को प्रोत्साहन राशि बढ़ाने के प्रस्ताव पर समिति ने प्रोत्साहन राशि 25 रुपये से बढ़ाकर 100 रुपये किये जाने पर विचार किया। विभाग द्वारा वर्तमान में प्रोत्साहन राशि 25 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये किये जाने के बाद भी मिलर्स द्वारा मिलिंग में कोई रुचि नहीं दिखाई थी। अत: इस राशि को 50 से 100 रुपये किये जाने का प्रस्ताव रखा गया। प्रबंध संचालक नागरिक आपूर्ति निगम श्री अभिजीत अग्रवाल द्वारा प्रदेश में मिलिंग की विगत तीन वर्षों की धान उपार्जन, मिलिंग की तिथि एवं मिलिंग की अवधि सहित मिलिंग की शेष उपलब्धता पर डिजिटली विवरण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया।

समिति के सदस्य एवं मंत्री श्री रामकिशोर काँवरे ने कहा कि केप गोदामों को कवर्ड गोदाम में बदला जाना चाहिये, जिससे मौसम से होने वाले नुकसान से उपज को बचाया जा सके। इसके साथ ही मुख्य सड़क से गोदाम तक सड़क के निर्माण किये जाने का प्रस्ताव भी उन्होंने समिति के समक्ष रखते हुए कहा कि इससे परिवहन में सहूलियत होगी।

श्री अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में 750 राइस मिल हैं, जिनमें 35 हजार मीट्रिक टन मिलिंग प्रतिदिन की जा सकती है। भारत सरकार द्वारा सौरटेक्स आधारित मिलिंग को प्राथमिकता दी जाती है। प्रदेश में अभी 15 से 20 प्रतिशत सौरटेक्स मिल्स ही उपलब्ध हैं। विगत तीन वर्षों में सबसे ज्यादा धान का उपार्जन वर्ष 2020-21 में 37 लाख 26 हजार मीट्रिक टन किया गया। वर्ष 2017-18 में सबसे कम उपार्जन 16 लाख 60 हजार मीट्रिक टन किया गया था। वर्ष 2018-19 में धान की मिलिंग 15 मई, 2019 तक पूर्ण कर ली गई थी। शेष वर्षों में धान की मात्रा शेष थी।

बैठक में प्रमुख सचिव खाद्य श्री फैज़ अहमद किदवई एवं प्रबंध संचालक नागरिक आपूर्ति निगम श्री अभिजीत अग्रवाल भी उपस्थित थे।

सहकारिता मंत्री के निर्देश पर संविदा और आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवा अवधि 6 माह बढ़ाई

सहकारिता मंत्री डॉ. अरविन्द भदौरिया के निर्देश पर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों में सीबीएस कार्य के लिये संविदा, आउटसोर्स पर रखे गये कम्प्यूटर ऑपरेटर एवं एल-1 इंजीनियर की सेवा अवधि में वृद्धि कर दी गई है।

संयुक्त आयुक्त ने निर्देश जारी किए हैं कि सीबीएस कार्य के लिये रखे गए जिन कर्मचारियों की सेवा अवधि 28 फरवरी को समाप्त हो चुकी थी उनकी सेवा अवधि को 20 जिलों के सहकारी केन्द्रीय बैंकों से प्राप्त परीक्षणोपरांत आगामी 6 माह के लिये बढ़ा दिया गया है।

आकांक्षा योजना से इस वर्ष जन-जातीय वर्ग के 346 विद्यार्थियों को मिली सफलता

कोचिंग संस्थानों के विद्यार्थियों की फीस की प्रतिपूर्ति विभाग द्वारा

प्रदेश के जन-जातीय विद्यार्थियों को उच्च व्यावसायिक शिक्षा जैसे आईआईटी, एम्स, नीट, क्लेट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिये जन-जातीय कार्य विभाग की आर्थिक सहायता से संचालित कोचिंग संस्थाओं के माध्यम से प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। यह संस्थाएँ प्रदेश के 4 संभागीय मुख्यालय भोपाल, इंदौर, जबलपुर एवं ग्वालियर से संचालित की जा रही हैं।

इस वर्ष इन कोचिंग केन्द्रों से आकांक्षा योजना में जेईई मेन्स में 122, जेईई एडवांस में 34, नीट में 86 एवं क्लेट में 104 जन-जातीय विद्यार्थियों को प्रवेश पाने में सफलता मिली है। इस वर्ष इन केन्द्रों में 800 जन-जातीय विद्यार्थियों को कोचिंग दिलाये जाने का कार्यक्रम विभाग द्वारा तैयार किया गया है। इसके लिये वर्ष 2021-22 के बजट में 10 करोड़ 30 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है। इन कोचिंग संस्थानों में प्रवेश लेने वाले जन-जातीय वर्ग के विद्यार्थियों की फीस देने का कार्य जन-जातीय कार्य विभाग द्वारा किया जाता है।

निवेशकों की पहली पसंद बना जबलपुर का आई.टी. पार्क

आई.टी. पार्क में निवेश के लिए कंपनियों में मची होड़

जबलपुर का बरगी हिल्स स्थित आईटी पार्क एवं इलेक्ट्रॉनिक मेन्युफैक्चरिंग कलस्टर अपनी बेहतरीन सेंटर लोकेशन की वजह से निवेशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है। सड़क, रेलवे और वायु मार्ग से यहाँ की शानदार कनेक्टिविटी निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। अब तो निवेशकों ने भी यह मान लिया है कि यहाँ राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई बेहतरीन सुविधाओं के चलते कारोबार को तरक्की मिलेगी। परिवहन की बेहतर कनेक्टिविटी की वजह से यहाँ कच्चे माल को लाने और तैयार माल को बाहर भेजने की तमाम सुविधा मौजूद है। जैसे-जैसे यहाँ पर नामचीन आईटी और मेन्युफैक्चरिंग कंपनियों की आमदगी बढ़ रही है, वैसे-वैसे आसपास के क्षेत्रों में धीरे-धीरे आर्थिक गतिविधियाँ भी तेज हो रही हैं।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी पहल एक जिला-एक उत्पाद योजना के तहत कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने जबलपुर जिले के लिए जिन तीन गतिविधियों को चयनित किया है, उनमें आई.टी. पार्क एवं मेन्युफैक्चरिंग क्लस्टर सहित मटर प्र-संस्करण और रेडीमेड गारमेंट क्लस्टर शामिल है।

250 करोड़ रूपये का निवेश

बरगी हिल्स की सुरम्य वादियों में 83 एकड़ भू-क्षेत्र वाले आईटी पार्क की अब तक 63 एकड़ भूमि का आवंटन कंपनियों को किया जा चुका है। यहाँ करीब 250 करोड़ रुपये का निवेश कर 12 आईटी और 8 इलेक्ट्रॉनिक मेन्युफैक्चरिंग कंपनियों ने काम भी शुरू कर दिया है।

5 हजार लोगों को रोजगार

आईटी पार्क में आइडिया सेलुलर लिमिटेड का डाटा सेंटर, मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, एसिस्ट क्लिक और पेटीएम कॉल सेंटर (बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग) चला रही है। फार्च्युन केपिटल सर्विसेस कंपनी यहाँ से अपना नॉलेज प्रोसेस आउटसोर्सिंग संचालित कर रहा है। वोडाफोन, फार्च्युन केपिटल, प्रेम संस, इंडिया, रेटिनोड्स, सॉफ्टवेयर सोल्यूशन सर्विसेस, पोलीपैक, रेक्टीट्यूड सोल्यूशन, टीएसडी, लोगीमॉन्क टेक्नॉलाजी, संपूर्ण रसोई, अदिति इलेक्ट्रिकल्स, एनोड इलेक्ट्रानिक्स प्रायवेट लिमिटेड, नाइट टेक प्राइवेट लिमिटेड, एक्वा सोल्यूशन, सरोवा पम्प, आशीष कम्प्यूटर और बनाना इलेक्ट्रिकल्स जैसी कंपनियों के माध्यम से करीब 5 हजार से अधिक व्यक्तियों को रोजगार मिला है। फ्लिपकार्ट और अमेजॉन जैसी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियाँ भी यहाँ कॉल सेंटर और वेयर हाउस बनाने की संभावनाएँ तलाश रही हैं।

वोकल फॉर लोकल

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के वोकल फॉर लोकल के आव्हान को फलीभूत करने आईटी पार्क में मौजूदा समय में मिशन मोड में काम हो रहा है। यहाँ स्थापित कंपनियों ने सॉफ्टवेयर, कम्प्यूटर केबल, डाटा केबल, सोलर लाइट, चार्जर, सीसीटीव्ही कैमरे, बिजली बल्व का निर्माण शुरू कर दिया है। जिस तेजी से कंपनियों में उत्पादन शुरू है उसे देखते हुए प्रतीत हो रहा है कि साल भर के अंदर यहाँ करीब 10 से 15 हजार लोगों को रोजगार मिलने लगेगा।

 

उत्पादों की विदेशों में बढ़ी मांग

आईटी पार्क की कंपनियों के उत्पाद अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के उत्पादों के मुकाबले सस्ते और गुणवत्तायुक्त होने की वजह से न केवल देश बल्कि विदेश में भी निर्यात किये जा रहे हैं। प्रेसंस इंडिया कंपनी के कंट्रोल पैनल और इलेक्ट्रिक उत्पादों को श्रीलंका और मलेशिया तथा एनोड इलेक्ट्रिकल कंपनी को नेपाल इलेक्ट्रिसिटी की ओर से इलेक्ट्रिक वायर का बड़ा आर्डर मिला है।

निवेशकों में मची होड़

राज्य सरकार की आईटी फ्रेंडली नीतियों से प्रभावित निवेशकों में जबलपुर के आईटी पार्क में कारोबार जमाने के लिए होड़ मची हुई है। अब तक 20 से अधिक निवेशक यहाँ कारोबार शुरू कर चुके हैं, वहीं 116 कंपनियाँ अधोसंरचना विकास में लगी हैं। इनमें जबलपुर पॉवर इंजीनियरिंग, दक्ष फाउंडेशन, लाइडर इलेक्ट्रिकल, आदित्य इंफोटेक, एग्रोटेक जैसी बड़ी कंपनियाँ शामिल हैं। आईटी पार्क में जमीन की शासकीय निर्धारित दर 86 रुपए प्रतिवर्ग फुट थी जो कंपनियों की आपसी प्रतिस्पर्धा में बढ़कर 300 रुपये तक पहुँच गई है। पार्क में भू-खंडों का आवंटन टेंडर प्रक्रिया से किया जाता है। स्थिति यह बन गई है कि 33 भूखंडों के लिए 93 कंपनियों ने टेण्डर जमा किया। निवेशकों की रूचि का आलम यह है कि आईटी सेक्टर की 60 नामचीन कंपनियां अभी भी यहां भू-खंड हासिल करने की कतार में हैं।

व्यावसायिक गतिविधियाँ बढ़ी

आई.टी. पार्क के तेजी से विकसित हो रहे स्वरूप को देखते हुए पार्क के आसपास के रामपुर, तिलवारा, सगड़ा, बाजना मठ, लम्हेटा आदि क्षेत्रों में बड़ी तेजी से व्यावसायिक गतिविधियाँ बढ़ी हैं। इससे यहाँ छोटे-बड़े होटल के संचालन सहित किराये पर मकान देने से लोगों की माली हालत में सुधार हुआ है। साथ ही रोजगार के अन्य अवसर भी सृजित हुए हैं।

हजार करोड़ का निवेश अनुमानित

आईटी पार्क में आगामी तीन वर्षों में करीब 1000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश अनुमानित है। इसको देखते हुए इसके विस्तार की योजना पर काम शुरू कर अतिरिक्त 30 एकड़ भूमि की व्यवस्था की जा रही है। पार्क में अगले कुछ वर्षों में 140 से अधिक आईटी और इलेक्ट्रानिक मेन्युफैक्चरिंग कंपनियों द्वारा एक साथ कार्य शुरू होना संभावित है। इन कंपनियों द्वारा कम्प्यूटर, मोबाइल, सोलर लाइट आदि के निर्माण और उत्पादन गतिविधियों से 12 से 15 हजार और लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा।

अन्य शहरों की तुलना में जबलपुर बेहतर

निवेशकों के नजरिये से जबलपुर के आईटी पार्क में निवेश करना और काम को गतिशीलता प्रदान करना किसी अन्य बड़े शहरों के आई.टी. पार्क के मुकाबले सरल और सुगम है। अन्य शहरों की तुलना में जबलपुर शांत और सुरक्षित भी है। जबलपुर में मध्यप्रदेश स्टेट इलेक्ट्रानिक्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा दिसंबर 2020 में आयोजित इन्वेस्टर मीट में जबलपुर की इन्हीं तमाम खूबियों की वजह से मुंबई, बैंगलुरू, दिल्ली और नोएडा के निवेशकों ने जबलपुर आईटी पार्क में निवेश की लिए रूचि प्रदर्शित की थी।

परिवहन मंत्री ने किया 65 लाख रूपये की नल-जल योजना का भूमि-पूजन

गेहलपुर की महिलाएँ पानी के घड़े लेकर नहीं चढ़ेंगी पहाड़ - मंत्री श्री राजपूत

परिवहन एवं राजस्व मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने सागर के ग्राम गेहलपुर एवं कंदेला में 65 लाख की नल-जल योजना का भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि इस पेयजल योजना से घर-घर तक पानी पहुँचेगा। पहाड़ी पर बसे इस गाँव की महिलाओं को अभी पेयजल के लिये काफी मशक्कत करना पड़ती है। श्री राजपूत ने कहा कि सुरखी क्षेत्र का एक भी घर ऐसा नहीं बचेगा, जिस घर में जल नल से नहीं आये। उन्होंने कहा राज्य सरकार पात्र लोगों के आयुष्मान-कार्ड बनवा रही है, गाँव के लोग अपना आयुष्मान-कार्ड बनवा लें। इस योजना में 5 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त में होता है। उन्होंने कोरोना से बचाव के लिये चलाये जा रहे वैक्सीन अभियान में शामिल होने की अपील की।

साकार हुआ अपने घर का सपना

मंत्री श्री राजपूत ने प्रधानमंत्री आवास योजना में गृह-प्रवेश का शुभारंभ एवं हितग्राहियों को प्रमाण-पत्र वितरित किये। उन्होंने कहा कि गरीब आदमी के लिए पक्के मकान की सोच एक सपना होता था, लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस सपने को साकार किया है। वर्ष 2022 तक सभी के पास पक्के मकान होंगें, यह जिम्मेदारी हमारी सरकार की है। मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि सुरखी क्षेत्र में 25 साल पहले सड़कें नहीं थी। गेंती-फावड़ा लेकर क्षेत्र में आना पड़ता था। अब ऐसा कोई गाँव नहीं, जहाँ सड़क न हो। गेहलपुर से पिपरिया मार्ग एक करोड़ रुपये की लागत से मंजूर किया था, जिसका कार्य चल रहा है। ग्राम भजिया एवं गेहूँरास में सभी विकास कार्य प्रगति पर हैं।

आदर्श स्कूल की होगी स्थापना

मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि क्षेत्र की जनता के लिये मैं मंत्री नहीं, एक सेवक और परिवार का सदस्य हूँ। उन्होंने कहा कि सरकार नया सिस्टम ला रही है, जिसमें 20 से 25 कि.मी. के दायरे में इतना भव्य आदर्श स्कूल बनेगा, जो किसी प्राईवेट स्कूल से बेहतर होगा। स्कूल में अच्छे अध्यापकों सहित खेल व बच्चों के आने-जाने के लिए वाहनों की व्यवस्थाएँ भी रहेंगी। इससे गाँव के बच्चों को भी शहरों जैसे स्कूल में पढ़ने को मिलेगा। स्वामित्व योजना से गाँव में सभी को मकान का स्वामित्व मिलेगा, जिससे घर मालिक को मिलेगी घर की हकदारी। इस दौरान उन्होंने लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रमाण-पत्र एवं मध्यान्ह भोजन योजना अंतर्गत राशन वितरण भी किया।

हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी परीक्षा (नियमित/स्वाधायी) वर्ष 2021 परीक्षा कार्यक्रम में आंशिक संशोधन

माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा संचालित हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी सर्टिफिकेट परीक्षा (नियमित/स्वाध्यायी) वर्ष 2021 के परीक्षा कार्यक्रम की तिथियों में आंशिक संशोधन किया गया है। नवीन संशोधित परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार अब हाईस्कूल परीक्षा 30 अप्रैल से 19 मई 2021 एवं हायर सेकेण्डरी परीक्षा एक मई से 21 मई, 2021 तक आयोजित की जायेगी।

इसी प्रकार माध्यमिक शिक्षा मण्डल की वर्ष 2021 की हाईस्कूल/हायर सेकेण्डरी/हायर सेकेण्डरी व्यावसायिक पाठयक्रम परीक्षा/शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षण एवं विद्यालय पूर्व शिक्षा में डिप्लोमा (डीपीएसई) के परीक्षा कार्यक्रम में भी संशोधन किया गया है। संशोधित परीक्षा कार्यक्रम अनुसार हाईस्कूल परीक्षा अब 30 अप्रैल से 19 मई 2021 तथा हायर सेकेण्डरी परीक्षा एक मई से 21 मई, 2021 तक संचालित की जाएगी।

संशोधित परीक्षा कार्यक्रम मण्डल की वेबसाइट www.mpbse.nic.in पर भी देखा जा सकता है।

म.प्र. मल्लखंब अकादमी स्थापित की जाएगी-खेल मंत्री श्रीमती सिंधिया

राज्य स्तरीय मल्लखंब प्रतियोगिता में उज्जैन बना ओवर ऑल चैम्पियन
तीन दिवसीय राज्य स्तरीय मल्लखम्ब प्रतियोगिता का समापन

खेल और युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि मल्लखंब हमारी मूल विधा है और इस विधा में हमारे खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश की अलग पहचान बनाएँ, इसके लिए शीघ्र ही मध्यप्रदेश राज्य मल्लखम्ब अकादमी स्थापित की जाएगी। खेल मंत्री आज टी.टी. नगर स्टेडियम स्थित मार्शल आर्ट हॉल में मंगलवार से खेली जा रही तीन दिवसीय राज्य स्तरीय मल्लखंब प्रतियोगिता के समापन समारोह को संबोधित कर रही थी।

प्रतियोगिता में जूनियर एवं सीनियर बालक एवं बालिका वर्ग में ओवर ऑल चैम्पियन बनने का गौरव उज्जैन ने प्राप्त किया। जबकि उप विजेता के खिताब से शाजापुर को नवाजा गया। बालिका सीनियर वर्ग में पन्ना एवं जूनियर बालिका वर्ग में छतरपुर के खिलाड़ी तृतीय स्थान पर रहे। संपूर्ण प्रतियोगिता में बालक वर्ग में भोपाल के प्रणीत यादव तथा बालिका वर्ग में उज्जैन की शिवानी किलोरिया को चैम्पियन ऑफ चैम्पियन अवार्ड से सम्मानित किया गया। खेल मंत्री ने विजेता, उप विजेता टीमों को ट्रॉफी और खिलाड़ियों को मैडल प्रदान कर सम्मानित किया।

व्यक्तिगत स्पर्धाओं में ओवर ऑल प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। इनमें जूनियर बालक वर्ग में प्रणव कोरी उज्जैन प्रथम, प्रणीत यादव भोपाल द्वितीय और इन्द्रजीत नागर उज्जैन तृतीय स्थान पर रहे। सीनियर वर्ग में उज्जैन के चन्द्र शेखर चौहान ने प्रथम और विश्नेश सुगंधी ने द्वितीय तथा शाजापुर के सचिन गवले ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी तरह बालिका जूनियर वर्ग में उज्जैन की जेसिका प्रजापति प्रथम, रिद्धिमा शर्मा द्वितीय और शाजापुर की चन्द्रिश मित्तोला तृतीय स्थान पर रही। सीनियर बालिका वर्ग में उज्जैन की शिवानी किरोलिया प्रथम, सोनू मंडावलिया द्वितीय और शाजापुर की रितिका गवली तृतीय स्थान पर रही।

अद्भुत और अविस्मरणीय

समापन समारोह में बालक एवं बालिका वर्ग में मल्लखम्ब खिलाड़ियों ने पोल मल्लखम्ब, रोप और हेगिंग मल्लखंब में बेस्ट आफ प्लेयर के लिए शानदार प्रदर्शन किया। खिलाड़ियों के प्रदर्शन के दौरान पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। समारोह में उज्जैन की खिलाड़ी श्वेता चौहान ने सिर पर पानी से भरे कांच के गिलास और जलती हुई मोमबत्ती तथा तनिशा जाधव ने दोनों हाथों में मशाल लेकर फायर रोप मल्लखम्ब का संतुलन बनाकर गीत और संगीत पर बेहतरीन प्रतिभा का प्रदर्शन किया जिसे देखकर दर्शक रोमांचित हो गए। खेल और युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने मल्लखंब खिलाड़ियों के इस प्रदर्शन को अद्भुत और अविस्मरणीय बताया और मुक्तकंठ से प्रतिभा प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहा कि मल्लखंब खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य के लिए सरकार कृत संकल्पित है और खिलाड़ियों को इसका लाभ दिलाने के लिए शीघ्र ही मल्लखम्ब अकादमी स्थापित की जाएगी।

यह जस्बा और जुनून बनाए रखें

मल्लखम्ब खिलाड़ियों के प्रदर्शन से प्रभावित खेल मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि मध्यप्रदेश में मल्लखम्ब खेल में ऐसी छुपी प्रतिभाएँ और उनके प्रदर्शन को देखकर मन प्रफुल्लित है। हमारे खिलाड़ी इस विधा से ऊंचाईयाँ पाकर विश्व में प्रदेश का नाम रोशन कर सकते हैं। उन्होंने खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि यह जस्बा, जूनुन और लगन बनाएँ रखें। उन्होंने जूडो, कराते, ताइक्वांडो, बॉक्सिंग, रोइंग सहित अन्य खेलों का उदाहरण देते हुए खिलाड़ियों से कहा कि वे शारीरिक और मानसिक रूप से इतने स्ट्रांग हो गए हैं कि किसी अन्य खेल विधा में भी आपकी सफलता सुनिश्चित हैं, क्योंकि असंभव कुछ भी नहीं है। उन्होंने मल्लखंब के तीन इवेन्ट का उल्लेख करते हुए खिलाड़ियों के साथ ही प्रशिक्षकों और निर्णायकों को मल्लखंब का स्तंभ निरूपित किया और उन्हें शुभकामनाएँ दी।

संचालक खेल और युवा कल्याण श्री पवन जैन ने बताया कि तीन दिवसीय इस रोमांचकारी मल्लखंब प्रतियोगिता में 21 जिलों के 366 बालक-बालिका खिलाड़ियों, 44 विभागीय प्रशिक्षकों और 15 तकनीकी निर्णायकों ने भागीदारी की। उन्होंने बताया कि मल्लखंब खेल को सरकार द्वारा राज्य खेल घोषित किया गया हैं। खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश के 13 जिलों में मल्लखंब केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है तथा 22 केन्द्रों को विभागीय सहयोग प्रदान किया जा रहा है। खेल संचालक श्री जैन ने कहा कि मल्लखंब खेल के विस्तार और इसकी अकादमी स्थापित करने के लिए खेल मंत्री श्रीमती सिंधिया के मार्गदर्शन में आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।

सुयंक्त संचालक डॉ. विनोद प्रधान एवं श्री बी.एस. यादव सहित अन्य अधिकारी, म.प्र. मल्लखंब एसोसिएशन के सचिव श्री के. श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष श्री प्रकाश ताण्डी, तकनीकी समिति के चेयरमेन श्री राजेन्द्र शर्मा एवं द्रोणाचार्य अवार्डी मल्लखंब श्री योगेश मालवीय, मल्लखंब प्रशिक्षक श्री भारत बांधेवाल उपस्थित थे।