दिनांक 15 फरवरी, 2021


अंक 694

विकास और मजबूत कानून-व्यवस्था हमारी प्राथमिकता : मुख्यमंत्री श्री चौहान

स्व. आरिफ बेग की जयंती पर अनेक प्रतिभाएँ हुईं सम्मानित
मुख्यमंत्री श्री चौहान का राष्ट्र शक्ति फाउंडेशन ने किया अभिनंदन

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में आम जनता के कल्याण को सुनिश्चित करते हुए सभी नागरिकों विशेष रूप से माताओं-बहनों के सम्मान पर आँच नहीं आने दी जाएगी। विकास और मजबूत कानून-व्यवस्था हमारी प्राथमिकता है। राज्य शासन की योजनाओं का लाभ सबको मिले, इसके लिए पारदर्शी व्यवस्था लागू हो, बात पढ़ाई-लिखाई की हो या रोजगार, खाद्यान्न वितरण या उपचार की, कल्याणकारी कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में कहीं किसी भेदभाव को स्थान नहीं दिया जाएगा। सभी वर्गों के मध्य सद्भाव आवश्यक है। यही भाईचारा हमारी ताकत भी है। भारत भूमि ने सदैव इस भावना को बल भी दिया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज राष्ट्र शक्ति फाउंडेशन द्वारा वरिष्ठ नेता स्व. आरिफ बेग की 86वीं जयंती पर रवीन्द्र भवन, भोपाल में हुए कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। फाउंडेशन ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का प्रदेश के व्यवस्थित, तीव्र विकास और सुदृढ़ कानून व्यवस्था लागू करने के लिए अभिनंदन भी किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व. आरिफ बेग का स्मरण करते हुए उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किये। उन्होंने कहा कि स्व. आरिफ बेग चलती-फिरती पाठशाला थे। उन्होंने स्वयं स्व. श्री बेग से भाषण कला सीखी। स्व. बेग एक व्यक्ति नहीं बल्कि संस्था थे। वे दिलों पर राज करते थे। विधायक, सांसद और केन्द्रीय मंत्री के रूप में उन्होंने अमूल्य सेवाएँ दीं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आपातकाल की अवधि में स्व. श्री बेग के साथ कारावास में बिताए वक्त को भी याद किया, जब अनेक बेकसूर लोगों को गिरफ्तार किया गया था। कारावास में स्व. श्री बेग सभी का हौसला बढ़ाते थे। उनका संदेश यही होता था कि जुल्म के आगे झुकना नहीं है। उनकी शख्सियत स्व. ठाकरे जी, राजमाता जी और अटल जी के समकक्ष थी। कौमी एकता के लिए उन्होंने निरंतर कार्य किया। वे काफी विनम्र थे और खेलों में भी उनकी रूचि थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्व. श्री आरिफ बेग के सेवा कार्यों को उनके सुपुत्र श्री नुरूल हसन बेग द्वारा आगे बढ़ाने की पहल प्रशंसनीय है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राष्ट्र शक्ति फाउंडेशन द्वारा मुस्लिम समाज की प्रतिभाओं को सम्मानित किए जाने के प्रयास की भी सराहना की।

इस अवसर पर श्रीमती शाइस्ता बेग, अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष श्री रफत वारसी, फाउंडेशन के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विभिन्न प्रकाशनों और डाक्यूमेंट्री फिल्म का विमोचन भी किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग से चाय पर की चर्चा

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से आज निवास पर पर्यावरण और नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग ने चाय पर चर्चा की और विभागीय योजनाओं से अवगत करवाया। मंत्री श्री डंग ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को बताया कि किसानों को कुसुम योजना के अंतर्गत विद्युत उत्पादन के प्रावधानों का लाभ दिलवाया जा रहा है। यह क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहा है। व्यापक रूप से योजना लागू होने पर इसमें किसान को जहाँ सौर ऊर्जा से उत्पादित बिजली मिलेगी, वहीं विद्युत के स्टोरेज की व्यवस्था होने से अतिरिक्त उत्पादन की राशि किसान के खाते में जाएगी। पारेषण की हानि को रोकने में सफलता मिलेगी। इससे जहाँ सरकार का भी लाभ होगा वहीं किसान को दिन के समय में 10 घंटे लाइट की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी।

श्री डंग ने बताया कि शासकीय भवनों में भी सौर ऊर्जा से विद्युत प्रदाय की योजना सफल हो रही है। शासकीय कार्यालयों की छत पर संयंत्र की स्थापना कर रूफ टॉप योजना को लोकप्रिय बनया गया है। नवकरणीय ऊर्जा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में नई सोलर नीति के क्रियान्वयन के साथ ही विंड एनर्जी उत्पादन और इसके उपयोग को बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

एक लाख परिवारों का एक साथ नये आवासों में गृह-प्रवेश

केन्द्रीय मंत्री श्री शाह और मुख्यमंत्री श्री चौहान की उपस्थिति में होगा गृह-प्रवेशम् कार्यक्रम

प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में निर्मित एक लाख नवीन आवासों में हितग्राहियों को एक साथ गृह-प्रवेश करवाया जायेगा। मंगलवार 16 फरवरी को बसंत पंचमी के अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह गृह-प्रवेशम् कार्यक्रम में हितग्राहियों के नवीन आवासों का ऑनलाइन लोकार्पण करेंगे। कार्यक्रम में केन्द्रीय कृषि, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी शामिल होंगे।

मिन्टों हॉल भोपाल में प्रात: 11 बजे गृह-प्रवेशम् कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान शामिल होंगे। इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री श्री शाह और मुख्यमंत्री श्री चौहान आवास हितग्राहियों से संवाद भी करेंगे। कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह सिसौदिया और पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री रामखेलावन पटेल भी शामिल होंगे।

कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दूरदर्शन मध्यप्रदेश और सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अध्यक्ष श्री विष्णु दत्त शर्मा को दी बधाई

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णु दत्त शर्मा के निवास पहुँचकर भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री शर्मा को पार्टी अध्यक्ष के रूप में एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर बधाई दी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संकट के समय श्री शर्मा के नेतृत्व में संगठन ने कोरोना प्रभावितों, अन्य राज्यों से मध्यप्रदेश होकर जाने वाले श्रमिकों और अन्य नागरिकों की सहायता के लिए सरकार के प्रयासों के साथ सक्रिय भागीदारी की गई। इन सेवा कार्यों को याद किया जाता है। सांसद श्री शर्मा के निवास पर इस अवसर पर विभिन्न पदाधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जनजातीय छात्रावास शीघ्र प्रारंभ करने के दिए निर्देश

बोर्ड तथा महाविद्यालयीन परीक्षाओं को देखते हुए लिया गया फैसला
छात्रावासों में कोविड-19 से बचाव की सावधानियों का पालन होगा आवश्यक

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जनजातीय छात्रावास शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कक्षा 10वीं तथा 12वीं की बोर्ड तथा महाविद्यालयीन परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए जनजातीय वर्ग के विद्यार्थियों को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से छात्रावासों का संचालन आरंभ किया जा रहा है। छात्रावासों में कोविड-19 से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियों का पालन अनिवार्य होगा।

42 हजार विद्यार्थी होंगे लाभान्वित

इस निर्णय से विद्यालय स्तर के सामान्य छात्रावास और आवासीय विद्यालयों के कक्षा 10वीं एवं 12वीं के लगभग 34 हजार तथा महाविद्यालयीन स्तर के 8 हजार विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। प्रदेश में 1195 सीनियर छात्रावास, 152 महाविद्यालयीन छात्रावास, 126 विशिष्ट संस्थाएँ जैसे आवासीय विद्यालय, कन्या शिक्षा परिसर, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय तथा गुरूकुलम विद्यालय जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित हैं।

अभिभावकों की सहमति आवश्यक

कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए छात्रावासों में साफ-सफाई, स्वच्छता तथा सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के उद्देश्य से छात्रावासों में कक्षा 10वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों को ही रहने की अनुमति दी जाएगी। यह सुविधा 9वीं तथा 11वीं के विद्यार्थियों के लिये नहीं होगी। आश्रम, जूनियर छात्रावासों को अभी नहीं खोला जाएगा। छात्रावासों में रहने के लिए अभिभाविकों की सहमति आवश्यक होगी।

विद्यार्थियों के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण की होगी व्यवस्था

प्रत्येक छात्रावास में पृथक से एक कोरिन्टाइन रूम बनाया जाएगा। छात्रावासों में कोविड-19 से बचाव के लिए लागू गाईड लाइन का पालन सुनिश्चित कराने के लिए छात्रावास अधीक्षकों का स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से प्रशिक्षण कराया जाएगा। प्रत्येक छात्रावास निकटतम शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र के साथ संबद्ध किया जाएगा। स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक का मोबाइल नम्बर छात्रावास के सूचना पटल पर लिखा जाएगा। छात्रावासों में नियमित स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था होगी।

नियमित निरीक्षण की होगी व्यवस्था

सभी संभागीय, जिला तथा विकासखंड स्तर के अधिकारियों और प्राचार्यों को छात्रावासों का नियमित रूप से निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

ग्वालियर व्यापार मेले में वाहन पंजीयन शुल्क में छूट का आदेश जारी

राज्य शासन ने ग्वालियर व्यपार मेले की काल अवधि में मेले में विक्रय होने वाले गैर परिवहन यान और छोटे परिवहन यानों के लाइफ टाइम पंजीयन शुल्क में 50 प्रतिशत छूट देने का आदेश जारी किया है। इस छूट का प्रावधान उन ऑटो मोबाइल व्यापारियों पर लागू होगा जिन्होंने क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय ग्वालियर से ग्वालियर व्यापार मेला परिसर में वाहन विक्रय किये जाने के लिए व्यापार प्रमाण-पत्र प्राप्त किया हो। अन्य राज्यों के ऑटो मोबाइल व्यवसायी ग्वालियर व्यापार मेले में यानों का विक्रय नहीं कर सकेंगे।

इस सुविधा का लाभ मात्र ग्वालियर मेले से क्रय किये गये ऐसे परिवहन यानों के मालिकों को मिलेगा, जिनका पंजीयन ग्वालियर परिवहन कार्यालय ग्वालियर में होना आवश्यक है। वाहनों का अस्थाई पंजीयन मान्य नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही ग्वालियर मेला परिसर में विक्रय होने वाले यानों के भौतिक निरीक्षण एवं पंजीयन के लिए क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय का अस्थाई कार्यालय मेला परिसर में ही खोला जाएगा।

मरीजों से शिकायत मिलने पर जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई

जाँच और उपचार समय पर हो - स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी
विभागीय समीक्षा में दिए निर्देश

 मरीज अस्पताल पहुँचे तो समय पर उसका उपचार हो। सोनोग्राफी, एक्स-रे, ब्लड आदि की जाँच की सुविधाएँ उपलब्ध होना भर पर्याप्त नहीं है। इन सुविधाओं का लाभ मरीज को समय पर उपलब्ध होना भी जरूरी है। उपचार, जाँच आदि सुविधाओं के साथ चिकित्सकों और पैरा-मेडिकल स्टाफ के द्वारा दुर्व्यवहार करने की मरीजों से शिकायत मिलने पर संबंधित जिम्मेदारों के विरूद्ध कार्रवाई होगी। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने आज विभागीय समीक्षा बैठक में निर्देश दिए। मंत्रालय में आयोजित समीक्षा बैठक में जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और उप स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार पर चर्चा हुई।

 स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि मरीज के अस्पताल पहुँचने पर उसको अस्पताल में उपचार, जाँच और दवाइयों के लिए भटकना नहीं पड़े। उन्होंने कहा कि 11 जिला अस्पताल के नये भवन बन चुके हैं। अन्य 40 जिला चिकित्सालयों के नये भवन बनाने के प्रस्ताव तैयार करें। सभी जिला चिकित्सालयों को मॉडल हॉस्पिटल बनायेंगे। अस्पतालों में उपचार और जाँच की आधुनिक सुविधाएँ मुहैया कराई जाएँगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि बहुत-सी ऐसी सुविधाएँ हैं, जिन्हें ज्यादा राशि की जरूरत नहीं, बल्कि जरूरत है बेहतर प्रबंधन की। उन्होंने कहा कि ओ.पी.डी. में मरीजों के बैठने की व्यवस्था, पेयजल और अस्पताल परिसर में पार्किंग आदि की व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाए। अस्पताल में उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं को एल.ई.डी. पर प्रदर्शित भी करें।

 बैठक में बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुविधाओं के विस्तार के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। बच्चों को लगने वाले टीकों की जानकारी उनके अभिभावकों के मोबाइल पर मेसेज के माध्यम से देने की योजना बना रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि यह अच्छी पहल होगी। उन्होंने कहा कि लक्षित दम्पत्ति और बच्चों के पंजीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाये। रिकार्ड व्यवस्थित होगा तो योजना का क्रियान्वयन भी व्यवस्थित होगा। बैठक में स्वास्थ्य संबंधी अन्य योजनाओं की भी समीक्षा की गई। स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. संजय गोयल, एम.डी. एन.एच.एम. श्रीमती छवि भारद्धाज, संचालक आई.ई.सी. श्री वसंत कुर्रे, संचालक स्वास्थ्य श्री सतीश कुमार और अन्य अधिकारी बैठक में उपस्थित थे। 

राष्ट्रीय घुड़सवारी प्रतियोगिता, दिल्ली-2021

ग्रेड वन शो-जम्पिंग में रजत पदक जीतने वाले अकादमी के पहले खिलाड़ी बने प्रणय खरे
खेल मंत्री ने की प्रणय खरे के प्रदर्शन की सराहना

मध्यप्रदेश राज्य घुड़सवारी अकादमी के प्रतिभावान खिलाड़ी प्रणय खरे ने सीनियर नेशनल इक्विस्ट्रियन चैम्पियनशिप ग्रेड वन शो जम्पिंग में अपने अश्व वनीला स्कॉय पर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए मध्यप्रदेश को रजत पदक दिलाया। प्रणय खरे ने एजीएल स्टेबल्स दिल्ली में 9 से 15 फरवरी, 2021 तक आयोजित सीनियर राष्ट्रीय घुड़सवारी प्रतियोगिता ग्रेडवन (140 से.मी.) शो जम्पिंग में देश के टॉप घुड़सवारों को पीछे छोड़ते हुए यह पदक अर्जित किया है। प्रणय खरे सीनियर राष्ट्रीय घुड़सवारी प्रतियोगिता ग्रेड वन (एडवांस) में उपलब्धि हासिल करने वाले म.प्र. राज्य घुड़सवारी अकादमी के पहले खिलाड़ी बन गए हैं।

शाबाश प्रणय

खेल और युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने सीनियर नेशनल इक्वीस्ट्रियन चैम्पियनशिप ग्रेडवन शो-जम्पिंग में अकादमी के प्रतिभाशाली घुड़सवार प्रणय खरे के शानदार प्रदर्शन की सराहना करते हुए उन्हें शाबाशी और बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रणय ने सीनियर नेशनल चैम्पियनशिप में देश के श्रेष्ठ घुड़सवारों को हरा कर रजत पदक अर्जित कर मध्य प्रदेश को गौरवान्वित किया है। यह सफलता उनके परिश्रम और कोरोना जैसे महामारी के दौर में भी अपने आपको मानसिक तौर पर हर मुकाबले के लिए तैयार रखने का नतीजा है।

प्रणय ने बढ़ाया प्रदेश का गौरव

संचालक खेल और युवा कल्याण श्री पवन जैन ने कहा कि प्रणय खरे प्रदेश के ही नहीं देश के प्रतिभावान घुड़सवार हैं। विगत चार वर्षों में प्रणय की उपलब्धियों से प्रदेश का गौरव बढ़ा है। खेल संचालक श्री जैन ने उम्मीद जताते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी पदक जीतकर प्रणय खरे भारत का मान और तिरंगे की शान बढ़ाएंगे।  

प्रणय खरे की उपलब्धियाँ

अकादमी के घुड़सवार प्रणय खरे ने अंतर्राष्ट्रीय इक्विस्ट्रियन चैम्पियनशिप में तीन स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य सहित पाँच पदक देश को दिलाए हैं। जबकि उन्होंने जूनियर नेशनल इक्विस्ट्रियन चैम्पियनशिप में 17 स्वर्ण, 5 रजत और 2 कांस्य सहित 24 पदक और सीनियर में 2 स्वर्ण, 4 रजत और एक कांस्य सहित सात पदक मध्य प्रदेश को दिलाए हैं। इसके अलावा रीजनल एवं प्रीमियर इक्विस्ट्रियन लीग तथा हॉर्स शो में अब तक 51 स्वर्ण, 44 रजत और 32 कांस्य पदक अर्जित किए हैं। प्रणय खरे घुड़सवारी अकादमी के मुख्य प्रशिक्षक कैप्टन भागीरथ के मार्गदर्शन में प्रशिक्षणरत हैं।  

प्रदेश को अव्वल बनाये रखने के लिए लक्ष्य पाना जरूरी

ईएनसी परिक्षेत्रवार मैदानी हकीकत देखें और समीक्षा करें : एसीएस श्री मलय श्रीवास्तव

प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रीय जल जीवन मिशन कीजलप्रदाय योजनाओं के कार्यों में गति लाना जरूरी है। चालू वित्तीय वर्ष के लिए निर्धारित लक्ष्य को पाने के लिए परिक्षेत्रवार भ्रमण और समीक्षा की जाना चाहिए। अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री मलय श्रीवास्तव ने यह निर्देश प्रमुख अभियंता (ENC) को दिये। उन्होंने कहा कि यह समय मैदानी स्तर की रूकावटों को देखकर वहीं उन्हें निराकृत करने का है ताकि मिशन के कार्यों में प्रदेश को अव्वल रखने सहित निर्धारित लक्ष्य भी प्राप्त किया जा सके।

एसीएस श्री मलय श्रीवास्तव ने कहा है कि प्रदेश में जलप्रदाय योजनाओं की भौतिक और वित्तीय स्थिति संतोषजनक होने से भारत सरकार से मध्यप्रदेश को समय पर ग्रांट मिलती आ रही है। प्रदेश अब तक (लक्ष्य के आधार पर) देश के सात बड़े राज्यों में ग्रांट प्राप्त करने में अव्वल है। इस स्थिति को निरंतर बनाये रखने के लिए धरातल पर परिणाम दिखाई देना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में लक्ष्य के अनुसार ग्रामीण आबादी में करीब 11 लाख नल कनेक्शन (FHTC) और दिए जाना हैं। उन्होंने भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर की परिक्षेत्रवार निरन्तर समीक्षा के निर्देश दिये।

श्री श्रीवास्तव ने कहा कि जलप्रदाय योजनाओं के लिए धन (बजट) की किसी स्तर पर कमी नहीं होने दी जाएगी। सभी स्तर के अधिकारी पूरी लगन से जल जीवन मिशन के मापदण्ड़ों एवं निर्देशों का पालन करते हुए लक्ष्य को प्राप्त किया जाना सुनिश्चित करें। प्रदेश में मिशन में हो रहे जलप्रदाय योजनाओं के कार्यों के समुचित संचालन, पर्यवेक्षण, मूल्यांकन और प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की गई है।

नगरीय विकास मंत्री श्री सिंह का दौरा कार्यक्रम

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह 16 फरवरी को सुबह 11 बजे सागर जिले के ग्राम डुगांसरा में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के गृह प्रवेशम कार्यक्रम में शामिल होंगे। श्री सिंह दोपहर 2 बजे दमोह में नगरपालिका परिषद् की बैठक में शामिल होने के साथ ही अन्य स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होंगे।

कार्य में लापरवाही और आर्थिक नुकसान होने पर अधिकारियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज होगी: मंत्री श्री सिलावट

अग्रिम भुगतान की जाँच के लिये समिति गठित करने के निर्देश

जलसंसाधन  मंत्री श्री सिलावट ने  कहा कि अधिकारियों की लापरवाही, नियम विरूद्ध काम और वित्तीय नुकसान होने पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज होगी और आर्थिक हानि होने पर संबंधित दोषी अधिकारियों से राशि वसूली की कार्रवाई की जाएगी। विभाग की कार्य-प्रणाली को सुधारने के लिए सभी अधिकारी फील्ड में भ्रमण करें।

मंत्री श्री तुलसीराम  सिलावट मंत्रालय में विभागीय कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री एस.एन. मिश्रा, अपर सचिव श्री विकास नरवाल, प्रमुख अभियंता श्री डावर और विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि प्रदेश के सभी बाँध और नहर परियोजना की ड्राइंग और डिजाइन के लिए मुख्य अभियंता से विचार-विमर्श किया जाये। शिवपुरी जिले की सर्कुला परियोजना की ड्राइंग और डिजाइन को मंजूरी के लिए आईं.आई.टी रुड़की को भेजने पर श्री सिलावट ने नाराजगी व्यक्त की है। 

मंत्री श्री सिलावट ने शिवपुरी जिले के बामोर कला में लोअर और  कैनाल परियोजना में काम हुए बिना अग्रिम भुगतान होने और भुगतान की तुलना में काम कम होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने अपर मुख्य सचिव  को जांच के लिए कमेटी गठित करने के निर्देश  को दिए।  मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि किसी भी परियोजना का भौतिक सत्यापन होने के उपरांत ही वास्तविक भुगतान की कार्यवाही की जाय। काम से अधिक का भुगतान होने पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

मंत्री श्री सिलावट ने निर्देश दिए  हैं कि परीक्षण उपरांत 50 साल पुरानी नहरों का जीर्णोद्धार और नवीनीकरण करने के लिये काम शुरू कराया जाए। इसके लिए कार्य-योजना बनाकर आंकलन करें और प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेजे।  उन्होंने कहा कि पुरानी नहरों के सीपेज को प्राथमिकता से दुरूस्त किया जाये, जिससे नहर टूटने की घटना से किसानों को होने वाले नुकसान से बचाया जा सके।

मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि,  मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा विगत दिनों जितनी भी परियोजना का भूमि-पूजन किया गया है, उनको समय-सीमा में शुरू करने और वार्षिक कैलेंडर के आधार पर प्रगति रिपोर्ट का चार्ट बनाकर मुख्यालय भेजा जाना सुनिश्चित किया जाए। निर्धारित समय-सीमा में  सभी परियोजनाएँ पूर्ण कराई जाए। उन्होंने कहा कि विलंब होने से परियोजना की लागत बढ़ती है तो संबंधित अधिकारी की जाँच की जाएगी।

मंत्री श्री सिलावट ने निर्देश दिए कि सभी अधिकारी अपने-अपने  क्षेत्रों में किसान चौपाल आयोजित करे और सिंचाई परियोजना के लाभान्वित किसानों से संवाद स्थापित कर इसका अलग से डाटा संकलित करे। संकलित डाटा का उपयोग भविष्य की योजनाओं में किया जाएगा।  अपर मुख्य सचिव श्री एस.एन. मिश्रा ने निर्देश दिए कि  जलसंसाधन विभाग की सभी  निर्माणाधीन परियोजना का वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा स्थल निरीक्षण कर भौतिक सत्यापन कर उसके औचित्यता का भी परीक्षण किया जाए।

उचित मूल्य दुकान संचालकों के खाते में कमीशन राशि अंतरित होगी - प्र.स. श्री किदवई

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत वितरित खाद्यान्न पर 37 करोड़ 73 लाख की कमीशन राशि 48 जिलों की उचित मूल्य दुकान संचालकों के खातों में ऑनलाइन अंतरित की जायेगी।

प्रमुख सचिव खाद्य श्री फैज अहमद किदवई ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत निर्धारित दर के अनुसार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में हितग्राहियों को वितरित खाद्यान्न के विरूद्ध तदर्थ रूप से 2 माह की कमीशन राशि का भुगतान किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत कमीशन की राशि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत निर्धारित दर से कम की प्राप्त होती है तो आगामी भुगतान में उक्त राशि का समायोजन कर भुगतान किया जाएगा। इसमें केवल उचित मूल्य की दुकान के माध्यम से हितग्राहियों को वितरित मात्रा के विरूद्ध ही कमीशन का भुगतान किया जाना है। साथ ही कमीशन भुगतान की एंट्री पीएफएमएस पोर्टल पर उसी दिन कर दी जायेगी।

उल्लेखनीय है कि विगत सप्ताह खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह एवं सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंधन मंत्री श्री अरविन्द भदौरिया ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर अधिकारियों के साथ चर्चा की थी। मंत्रीद्वय ने सहकारी संस्थाओं को उपार्जन की लंबित राशि के स्वत्वों के भुगतान के संबंध में एक सप्ताह में कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

वन्य-प्राणियों के अंगों के संबंध में फैली भ्रांतियों से बचें - श्री सिंह

स्टेट टाइगर फोर्स द्वारा पिछले दिवस 16 आरोपियों को मृत 4 तेंदुओं की खाल और 25 किलो पेंगोलिन स्केल के साथ गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि वे वन्य-प्राणियों के अंगों को तंत्र-मंत्र और जादू-टोना का झाँसा देकर बेचा करते थे।

मुख्य वन्य-प्राणी संरक्षक श्री आलोक कुमार सिंह ने अपील की है कि वन्य-प्राणियों के अवयवों के संबंध में फैलाई जा रही भ्राँतियों और अंधविश्वास से दूर रहें। इससे निरीह और दुर्लभ वन्य-प्राणियों के शिकार पर सख्ती से रोक लगाई जा सकेगी।

वन्य-प्राणियों के मामले में इस तरह के कारोबार में लिप्त आरोपियों को 7 साल तक की कठोर सजा का कानूनी प्रावधान है।

ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने मीटर रीडर की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया

4 लाख की आर्थिक सहायता देने के निर्देश

ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बड़वानी जिले के विद्युत वितरण केन्द्र पाटी के मीटर रीडर श्री उमेश की विद्युत दुर्घटना में मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। श्री तोमर ने कहा है कि मृतक के परिजनों को हर संभव सहायता दी जायेगी। उन्होंने 4 लाख रूपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत करने के निर्देश दिये हैं।

गौरतलब है ऊर्जा मंत्री श्री तोमर को एक ट्वीट के माध्यम से श्री उमेश की मृत्यु की जानकारी मिली थी। श्री तोमर ने कहा है कि इस दुख की घड़ी में स्व.उमेश के परिवार के साथ खड़ा हूँ।

विशेष निधि मद में 9 नगरीय निकायों को 27 करोड़ 53 लाख आवंटित

विशेष निधि के अंतर्गत 9 नगरीय निकायों को विभिन्न कार्यों के लिये 27 करोड़ 53 लाख 32 हजार रुपये आवंटित किये गये हैं। स्वीकृत राशि से सी.सी. रोड, आरसीसी नाली, अधोसंरचना विकास, पेयजल पाइप-लाइन, शमशान शेड, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, हैण्ड-पम्प खनन, सेप्टेज प्रबंधन, आधुनिक जिम का निर्माण सहित अनेक कार्य करवाये जायेंगे।

जिला सीहोर के नगरीय निकाय शाहगंज को 2 करोड़ 18 लाख 6 हजार, बुधनी को 4 करोड़ 26 लाख 92 हजार, नसरुल्लागंज को 5 करोड़ 87 लाख 33 हजार, रेहटी को 2 करोड़ 62 लाख 24 हजार, सागर जिले के नगरीय निकाय खुरई को 7 करोड़ 33 लाख, बांदरी को एक करोड़, मालथौन को एक करोड़, इंदौर को 3 करोड़ 31 लाख 77 हजार और दतिया जिले के नगरीय निकाय भाण्डेर को 3 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं।

परीक्षाओं के प्रश्न-पत्र मुद्रण, ब्लूप्रिंट और मूल्यांकन पद्धति में नही होगा कोई परिवर्तन

माध्यमिक शिक्षा मंडल परीक्षा वर्ष 2020-21 के लिये पूर्व वर्षों के अनुसार ही प्रश्न-पत्र मुद्रण, ब्लूप्रिंट एवं मूल्यांकन पद्धति को यथावत रखते हुए परीक्षाएँ आयोजित करेगा। उल्लेखनीय है कि कोविड संक्रमण के कारण लॉकडाउन होने से इस सत्र में शैक्षणिक व्यवस्था विपरीत रूप से प्रभावित हुई है। नियमित कक्षाओं में पूर्ण उपस्थिति न होने के कारण सभी विद्यार्थियों के परीक्षा परिणामों पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा वर्ष 2021 की परीक्षाओं के प्रश्न-पत्रों में ऑनलाइन/सॉफ्ट कॉपी में प्रेषण, ब्लू प्रिंट और मूल्यांकन पद्धति को पिछले वर्ष की भांति ही रखने का निर्णय लिया है।

नए पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए मिलेगा भरपूर प्रोत्साहन:मंत्री डॉ.यादव

बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में मल्टीपर्पज भवन का भूमिपूजन

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों द्वारा नए पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए सरकार का भरपूर प्रोत्साहन मिलेगा। कृषि एवं चिकित्सा के पाठ्यक्रम संचालित करने सहित विभिन्न नवाचारों के लिए पूरी मदद की जाएगी। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल में लगभग 10 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले मल्टीपर्पज भवन के भूमिपूजन शिलान्यास एवं अन्य निर्माण कार्यों के उन्नयन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

    उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में निर्मित होने वाले मल्टीपर्पज भवन का नामकरण स्वामी विवेकानंद के नाम से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद के मार्ग को आत्मसात करने वाले विद्यार्थियों को सफलता प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नई शिक्षा नीति लागू करके शिक्षा जगत को बड़ी सौगात दी है। नई शिक्षा नीति रोजगारपरक एवं शोध आधारित नीति है। इसे ध्यान में रखते हुए उच्च शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न नवाचार किए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय की व्यवस्थाएँ बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में मल्टीपर्पज भवन के बन जाने से विश्वविद्यालय की समस्याएँ दूर होंगी और विद्यार्थियों की सुविधाएँ बढ़ेंगी।

     कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर आर.जे. राव ने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा रूसा परियोजना के अंतर्गत विश्वविद्यालय को 20 करोड़ रूपये की राशि का अनुदान दिया गया है, जिससे विश्वविद्यालय में मल्टीपर्पज भवन का निर्माण एवं अन्य निर्माण कार्यों का उन्नयन होगा। विश्वविद्यालय कार्यपरिषद के सदस्य श्री किशन सूर्यवंशी ने कहा कि बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में किए जा रहे विकास कार्य इसके गौरव को बढ़ाने में मदद करेंगे। कार्यक्रम के अंत में कुलसचिव प्रोफ़ेसर एच.एस. त्रिपाठी ने आभार व्यक्त किया।

बेहतर प्रदर्शन कर महाविद्यालयों को बनाएं सर्वोत्कृष्ट: मंत्री डॉ. यादव

महाविद्यालयों के मूल्यांकन संबंधी कार्यशाला का शुभारंभ

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश के महाविद्यालयों में नैक प्रक्रिया में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने एवं उच्चतर ग्रेड प्राप्त करने की संभावनाएँ हैं। विद्यार्थियों, प्राचार्यों, प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों में प्रतिभा और क्षमता की कोई कमी नहीं है। यदि महाविद्यालय परिवार के समस्त घटक अपनी ऊर्जा सही दिशा में लगाते हुए नैक में बेहतर प्रदर्शन करने की ठान लें तो महाविद्यालयों को उच्चतर ग्रेड प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने यह विचार नरोन्हा प्रशासन अकादमी भोपाल में आयोजित महाविद्यालयों के मूल्यांकन संबंधी प्राचार्यों की एक दिवसीय कार्यशाला में व्यक्त किए ।

मंत्री डॉ. यादव  ने कहा कि नैक एवं एनआईआरएफ में उच्चतर स्थान प्राप्त करने का कोई भी अवसर हाथ से न जाने दें, साथ ही प्रदेश की उच्च शिक्षा को नई ऊँचाईयों तक पहुंचायें। उन्होंने कहा कि राज्य शासन महाविद्यालयों को समस्त संभावित संसाधन उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहा है। महाविद्यालयों को भी इस प्रक्रिया में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करने का प्रयास करना चाहिए। मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि किसी भी प्रदेश के लिए उच्च शिक्षा विभाग आइना का काम करता है। इसलिये विभाग की छवि के अनुरूप हम-सब बेहतर कार्य करने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि उपलब्ध संसाधनों से हम अपने लक्ष्य को प्राप्त करें। महाविद्यालयों में नवाचारों के लिए राज्य सरकार का सहयोग भी निरन्तर मिलता रहेगा।

उल्लेखनीय है विभाग के अंतर्गत स्थापित राज्य स्तरीय नैक प्रकोष्ठ द्वारा नैक मूल्यांकन के लिए प्रथम चरण में चयनित प्रदेश के 52 शासकीय महाविद्यालयों के मूल्यांकन संबंधी प्राचार्यों की मूल्यांकन एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में महाविद्यालयों को नैक की मूल्यांकन प्रक्रिया में बेहतर प्रदर्शन करने एवं उच्चतर ग्रेड प्राप्त करने के लिये आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई गई।

कार्यशाला में उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव श्री अनुपम राजन एवं अपर आयुक्त श्री चंद्रशेखर वालिंबे  विशिष्ट अतिथि के रूप में तथा प्रदेश के समस्त शिक्षा संभागों से महाविद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित थे।

मेडिकल कॉलेजों में नॉलेज शेयरिंग करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग ने किया दतिया मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा है कि मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है, जहाँ गाँधी मेडिकल कॉलेज और एम्स, भोपाल अपना नॉलेज शेयर करेंगे। इसके बाद प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों को भी इसमें शामिल किया जायेगा। इसी प्रकार चिकित्सा छात्रों की सुरक्षा की दृष्टि से उनके लिये बीमा पॉलिसी शुरू की गई है, जिसमें 10 लाख रुपये का मेडिकल बीमा कवर रहेगा। श्री सारंग ने सोमवार को दतिया मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया और छात्र-छात्राओं से चर्चा कर उनसे रू-ब-रू हुए। साथ ही कॉलेज में संचालित गतिविधियों की समीक्षा भी की। श्री सारंग ने इस दौरान ऐनाटॉमी, डिसेक्शन हॉल, माइक्रोबॉयलॉजी लेब, म्यूजियम और स्टूडेंट्स लेक्चर हॉल का भी निरीक्षण किया।

मंत्री श्री सारंग को छात्रा डॉ. शिवानी ने बताया कि उनका चिकित्सक बनने का मुख्य उद्देश्य समाज की सेवा करना है। श्री सांरग ने चिकित्सा महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं से चर्चा करते हुए कहा कि भगवान के बाद चिकित्सक का ही स्थान है। एक चिकित्सक ईश्वर के रूप में मरीज को जीवनदान दे सकता है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में अध्ययनरत सभी विद्यार्थी यह संकल्प लें कि पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ मरीज की सेवा कर उन्हें जीवनदान देंगे। श्री सारंग ने कहा कि दतिया चिकित्सा महाविद्यालय से पासआउट विद्यार्थी तत्परता से मरीजों की सेवा कर कॉलेज का नाम रोशन करें।

मंत्री श्री सारंग ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिये कि कॉलेज में उपलब्ध मशीनों पर आवश्यक रूप से संधारण के स्टीकर लगायें, जिस पर मशीन का नाम, बैच नम्बर, एक्सपायरी डेट, संचालित करने वाले का नाम और दूरभाष नम्बर लिखा हो। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में साफ-सफाई एवं सकारात्मक माहौल बनाये रखने के लिये टीम भावना से कार्य किया जाये।

डॉ. मिश्रा ने पेट्रोलियम पदार्थों को बचाने के लिये दिलाई शपथ

संरक्षण के लिये आयोजित प्रतियोगिता के विजेता पुरस्कृत

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के संरक्षण क्षमता महोत्सव (सक्षम) के समापन समारोह में पेट्रोलियम पदार्थों के अपव्यय को रोकने के लिये शपथ दिलाई। उन्होंने कार्यक्रम में 'सक्षम' द्वारा आमजन को पेट्रोलियम पदार्थों के संरक्षण के लिये जागरूक करने और इसके प्रचार-प्रसार के लिये आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में इण्डियन ऑइल के स्टेट हेड श्री व्ही. सतीश कुमार, श्री सुमित पचौरी और पेट्रोलियम कम्पनियों के अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन

किसानों को उन्नत कृषि तकनीक अपनाने करें प्रोत्साहित - मंत्री श्री पटेल

जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय का किया भ्रमण

किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिये जरूरी है कि किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों से निरंतर अवगत कराया जाये। उन्हें उन्नत तकनीकों को अपनाने के लिये प्रोत्साहित किया जाये। किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय की कृषि इकाइयों के भ्रमण के दौरान जबलपुर में यह बात कही। उन्होंने प्रदेश की दूसरी कृषि ओपीडी का शुभारंभ किया। श्री पटेल ने कृषि महाविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण भी किया।

मंत्री श्री पटेल ने जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा चना, अलसी और विसिया (चारा) की तीन नई प्रजातियों के राष्ट्रीय स्तर पर अधिसूचित होने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि 'एक जिला-एक उत्पाद' के तहत प्रत्येक विकासखण्ड में उन्नत फसलों की किस्मों का उत्पादन होना चाहिये। किसानों को उन्नत तकनीकों से अवगत कराना चाहिये। तकनीकों को अपनाने के लिये जागरूक करना चाहिये, जिससे कि किसान कम लागत में अधिक से अधिक उत्पादन कर सकें। किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिये सरकार द्वारा संचालित की जा रही योजनाओं से भी मंत्री श्री पटेल ने सभी को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि कृषकों के अथक परिश्रम और सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों से कृषि उत्पादन में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। नये कृषि कानूनों से किसानों को नई सुविधाएँ मिलेंगी। प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना से लाभान्वित होकर किसान वेयर-हाउसिंग, ग्रेडिंग, कोल्ड-स्टोरिंग और प्रोसेसिंग इत्यादि की यूनिट भी लगा सकेंगे।

प्रदेश की दूसरी कृषि ओपीडी जबलपुर में

कृषि मंत्री श्री पटेल ने सोमवार को जबलपुर में प्रदेश की दूसरी कृषि ओपीडी का शुभारंभ किया। उन्होंने निर्देशित किया कि कृषि ओपीडी को प्रभावी रूप से संचालित किया जाये, ताकि किसानों की फसलों को खराब होने से बचाया जा सके। इसका व्यापक तौर पर प्रचार-प्रसार किया जाना भी सुनिश्चित करें। श्री पटेल ने कहा कि इससे लाभान्वित होकर किसान फसल संबंधी बीमारियों का समय रहते बेहतर उपचार कर सकेंगे।

कृषि महाविद्यालय में किया वृक्षारोपण

कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने कृषि महाविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर पनागर विधायक श्री सुशील तिवारी 'इन्दू', जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति श्री प्रदीप कुमार बिसेन, कृषि वैज्ञानिक और अधिकारीगण उपस्थित थे।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी का मरीजों से वीडियो-कॉल पर सीधा संवाद

साहब, मेरा बच्चा दमोह अस्पताल में भर्ती है। बच्चे के दिल में सुराख है। यहाँ के डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे का इलाज दमोह से बाहर दूसरे अस्पताल में कराना होगा। इस पर होने वाला खर्च सरकार देगी। यह बात दमोह चिकित्सालय में अपने 4 माह के पुत्र राकेश का इलाज करा रहे नत्थूराम अहिरवार ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी से वीडियो-कॉल पर चर्चा के दौरान कही। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने नत्थूराम अहिरवार को पूर्ण आश्वस्त किया कि उसके बेटे के इलाज में कोई कमी नहीं आने दी जायेगी। अच्छे अस्पताल में उसका उपचार कराया जायेगा और उसका सारा खर्च राज्य सरकार उठायेगी। उन्होंने नत्थूराम से जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं के बारे में भी जाना। नत्थूराम ने व्यवस्थाओं पर संतोष जाहिर किया।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने प्रदेश के शासकीय अस्पतालों में जाँच और उपचार की व्यवस्थाओं का फीडबैक लेने के लिये मरीजों से सीधे संवाद की पहल की है। इसी क्रम में उन्होंने सोमवार को मंत्रालय से दमोह और शाजापुर के जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों से वीडियो-कॉल पर चर्चा की।

दमोह अस्पताल में ऑपरेशन करवाने के लिये भर्ती पान उमरिया, जबलपुर की रहने वाली श्रीमती रजनी चौरसिया ने स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि उन्हें गॉयनिक प्राबलम थी। दमोह में सर्जन और चिकित्सकीय व्यवस्थाओं के बारे में उन्हें मालूम था कि यहाँ उपचार की अच्छी व्यवस्था है। इसलिये उन्होंने दमोह में अपने रिश्तेदार के घर रुककर ऑपरेशन करवाया। श्रीमती रजनी चौरसिया ने कहा कि दमोह अस्पताल में इलाज और व्यवस्था बेहतर मिली है और उनका कोई पैसा भी खर्च नहीं हुआ। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने शाजापुर और दमोह चिकित्सालय में भर्ती अनेक मरीजों से वीडियो-कॉल के माध्यम से सीधी बात की। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने अस्पताल में मिल रहे उपचार, दवाइयों सहित अन्य व्यवस्थाओं के साथ-साथ डॉक्टर्स और पैरा-मेडिकल स्टाफ के मरीजों से व्यवहार के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने प्रसूति वार्ड में भर्ती माताओं से उनके अस्पताल पहुँचने के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। इस पर सभी ने बताया कि उन्हें सरकारी एम्बुलेंस से अस्पताल लाया गया और किसी को कोई पैसा नहीं देना पड़ा। अस्पताल में दवाइयाँ भी नि:शुल्क मिली हैं और यहाँ के डॉक्टर्स और पैरा-मेडिकल स्टाफ का व्यवहार भी अच्छा है।