आजादी के अमृत महोत्सव पर वीडियो कॉन्फ्रेंस सम्पन्न
मुख्यमंत्री श्री चौहान हुए सम्मिलित
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आजादी के अमृत महोत्सव के आयोजन संबंधी समिति की पहली वीडियो कॉन्फ्रेंस सोमवार को सम्पन्न हुई। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टोरेट भोपाल से वीडियो कॉन्फ्रेंस में भाग लिया। केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने जानकारी दी कि 15 अगस्त 2023 को आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाई जाना है। इसके लिए आजादी का अमृत महोत्सव 75 सप्ताह पहले 15 अगस्त 2022 से आरंभ होगा। इस अवधि में 75 विविध स्थानों पर 75 आयोजन किए जाएंगे। गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि आयोजन के संबंध में यह परिचयात्मक बैठक है। इसका उद्देश्य आयोजन के संबंध में सुझाव प्राप्त करना है। लगातार 75 सप्ताह चलने वाले इस आयोजन को जन-आंदोलन का स्वरूप दिया जाना है, ताकि हमारी युवा पीढ़ी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग, तपस्या, समर्पण और भावनाओं से परिचित हो सकें। लाखों गुमनाम नायक-नायिकाओं को जनता के सामने लाना और स्थानीय स्तर पर हुए आंदोलनों का पहचान प्रदान करना भी आयोजन का उद्देश्य है। युवा पीढ़ी को हमारे स्वर्णिम इतिहास से परिचय कराना और वर्ष 2047 तक की हमारी सोच क्या है, इसे प्रस्तुत करना भी कार्यक्रम का उद्देश्य है। अमृत महोत्सव में एक भारत-श्रेष्ठ भारत, आत्म-निर्भर भारत, विश्वगुरू भारत, विचार, उपलब्धियाँ और संकल्प, हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और अनसंग हीरोज थीम पर गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। भोपाल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रमुख सचिव संस्कृति एवं जनसंपर्क श्री शिवशेखर शुक्ला भी सम्मिलित हुए।
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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सपत्नीक दीदी कैफे में किया भोजन
सभी दीदियों को धन्यवाद देकर गोदरेज का फ्रिज भेंट किया जिला पंचायत भोपाल के परिसर के आँगन में दीदी कैफे में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर रौनक छाई
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान सपत्नीक जिला पंचायत स्थित दीदी कैफे पहुँचे। उन्होंने दीदी कैफे में आस्था स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाये गये भोजन की जानकारी ली और भोजन करने की इच्छा जाहिर की। दीदी कैफे की महिलाओं ने खुशी-खुशी मुख्यमंत्री और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह को विशेष स्वरुचि भोजन करवाया। कैफे की दीदियों ने भोजन में दाल, चावल, सब्जी, रोटी, मिठाई में गुलाब जामुन और पापड़ परोसे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खाना सचमुच बहुत अच्छा बना है और ऐसा लगा कि घर का खाना खा रहा हूँ। दीदियों को स्वादिष्ट भोजन कराने के लिए धन्यवाद देते हुए श्रीमती साधना सिंह ने 1500 रूपये का भुगतान आस्था स्व-सहायता समूह को किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दीदी कैफे चला रहीं आस्था स्व-सहायता समूह को फ्रिज भेंट किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उपस्थित सभी अधिकारियों से कहा कि दीदी कैफे में एक बार भोजन अवश्य करें। इस समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से सुदृढ़ता भी मिलेगी और आपको बेहतर भोजन भी उपलब्ध होगा। मुख्यमंत्री के साथ पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया ने भी भोजन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह ने जिला पंचायत परिसर में स्व-सहायता समूह के स्टॉल से अनुज आजीविका स्व-सहायता समूह आगरिया खुर्द फन्दा द्वारा बनाया गया शिवरात्रि गिफ्ट हेम्पर खरीदा और उसका मूल्य 550 रूपये अदा भी किया। मुख्यमंत्री ने शारदा माँ देविका स्व-सहायता समूह द्वारा बनाए गए उत्पादों में घी, साबुन, फिनाइल, चप्पल आदि की भी जानकारी ली। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शासकीय उपयोग के लिए महिला स्व-सहायता समूह से खरीदी की व्यवस्था की जायेगी। शासकीय आर्थिक सहायता के लिए दीदियों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार व्यक्त किया, जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तो अभी शुरूआत है, आपको अभी बहुत आगे तक जाना है। जिला पंचायत कार्यालय परिसर स्थित दीदी कैफे का उद्घाटन आज से 3 माह पूर्व किया गया था। इसमें स्थानीय स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा नाश्ता, चाय, कॉफी आदि उपलब्ध कराया जाता है। कम से कम दर पर सुस्वादिष्ट नाश्ता और भोजन उपलब्ध कराया जाता है। इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया, एसीएस श्री मनोज श्रीवास्तव, संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत, कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा सौगातों की बौछार
प्रत्येक लाड़ली लक्ष्मी की देश-विदेश में उच्च शिक्षा की फीस भरेगी सरकार संविदाकर्मी महिलाओं को भी मिलेगा 180 दिन का प्रसूति अवकाश 100 करोड़ की लागत से नारी सम्मान कोष स्थापित होगा ठेकेदार महिलाओं का नि:शुल्क होगा रजिस्ट्रेशन
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर यह रस्म अदायगी नहीं है। नारी उत्थान। मेरी जिन्दगी का मिशन है मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह बात आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भोपाल के लाल परेड ग्राउण्ड पर महिला सशक्तिकरण पर आयोजित कार्यक्रम 'नारी तू नारायणी' में कही। उन्होंने कहा कि दुनिया का कोई काम ऐसा नहीं है जो नारी न कर सके। मुख्यमंत्री ने आज महिलाओं, विशेष रूप से महिला स्व-सहायता समूह के लिए सौगातों की झड़ी लगा दी। मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़कर सभी महिलाओं का अभिवादन किया। जनजातीय कार्य विभाग मंत्री सुश्री मीना सिंह, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर और पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रामखेलावन पटेल भी उपस्थित थे। स्व-सहायता समूहों को 4 की जगह 2 प्रतिशत ब्याज पर मिलेगा ऋण मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज स्व-सहायता समूहों के खातों में 200 करोड़ रूपये डाले गए हैं। अब हर माह इनके खाते में 150 करोड़ रूपये डाले जाते रहेंगे। उन्होंने स्व-सहायता समूहों की प्रशंसा करते हुए कहा कि समूह ऋण का एक-एक रूपया बैंकों को वापस चुकाते हैं। अब स्व-सहायता समूहों को 4 प्रतिशत ब्याज की जगह 2 प्रतिशत ब्याज पर ऋण दिया जाएगा, बाकी ब्याज सरकार वहन करेगी। देश-विदेश में लाड़ली लक्ष्मी की उच्च शिक्षा का खर्च वहन करेगी सरकार मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के मान-सम्मान बढ़ाने के प्रयास होंगे। कक्षा 9वीं, 10वीं और 11वीं के बच्चों के लिए उमंग कार्यक्रम लागू होगा। इसमें लड़कों को लड़कियों के प्रति इज्जत देने के संस्कार दिए जाएंगे। पुरूष प्रधान मानसिकता को बदलने के लिए प्रेरित किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा आज प्रदेश में 38 लाख लाड़ली लक्ष्मी हैं। आई.आई.टी., आई.आई.एम, डॉक्टरी, इंजीनियरिंग सहित देश-विदेश में इनकी उच्च शिक्षा की फीस सरकार वहन करेगी। सौ करोड़ रूपये की लागत से नारी सम्मान कोष स्थापित होगा। छात्राओं की कॅरियर काउंसलिंग होगी। घर की महिला सदस्यों के नाम रजिस्ट्रेशन पर मिलेगी 2 प्रतिशत की छूट मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जमीन में पति के साथ पत्नी का नाम जोड़ना जरूरी होगा। उन्होंने कहा कि नई सम्पत्ति बहन, माँ, बेटी, पत्नी के नाम पर खरीदने पर रजिस्ट्रेशन में दो प्रतिशत की छूट दी जाएगी। आवास योजनाओं में पति-पत्नी दोनों का नाम होगा। चाबी संयुक्त रूप से दी जाएगी। संविदाकर्मी महिलाओं को मिलेगा 180 दिन का प्रसूति अवकाश प्रदेश के सभी जिला चिकित्सालयों और मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पतालों में वूमेन हेल्प डेस्क अलग से खोली जाएगी। संविदा कर्मी महिलाओं को भी अब 180 दिन का प्रसूति अवकाश मिलेगा। संबल योजना की लाभार्थी महिलाओं को दो बच्चों के जन्म पर प्रसव के पहले 4 हजार रूपए और जन्म के बाद 12 हजार यानी 16 हजार रूपए दिए जाएंगे ताकि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ रहें। श्री चौहान ने कहा कि ऐसे गाँवों को विकास के लिए 2 लाख रूपए की राशि पुरस्कार स्वरूप दी जाएगी, जहाँ बेटे और बेटी की संख्या लगातार तीन वर्ष बराबर रहती है। सभी जिलों में महिला थाना सुनिश्चित किए जाएंगे। प्रदेश के 1600 स्वास्थ्य केन्द्र आधुनिक केन्द्र बनेंगे। प्रसूति सुविधाओं का विस्तार होगा। नगरीय निकायों में कार्यरत अस्थाई महिला सफाई कर्मियों को भी सप्ताह में एक दिन का अवकाश मिलेगा। गाँव के हर घर पहुँचेगा नल-जल मुख्यमंत्री ने कहा आने वाले तीन सालों में हर गाँव के हर घर में नल-जल मिलेगा। इस साल बजट में 6 हजार करोड़ रूपये का प्रावधान किया जाकर 26 लाख घरों में नल-जल देने का लक्ष्य है। केन्द्र सरकार से भी राशि मिलेगी। तीन वर्ष में एक करोड़ 3 लाख घरों में नल-जल सुविधा पहुँचाने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पंचायतों में नारी अदालत स्थापित होगी। इससे परिवारों में होने वाले छोटे-मोटे झगड़े थाने और अदालत तक न पहुँचकर घर पर ही सुलझ जाएंगे। बेटियों को बरगलाने वालों को मिलेगा आजीवन कारावास मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विधानसभा में धर्म स्वातंत्र्य विधेयक प्रस्तुत किया गया है। डरा, धमकाकर, बहला-फुसलाकर बेटियों को बरगलाने वाले अपराधियों को आजीवन कारावास की सजा मिलेगी। उन्होंने मध्यप्रदेश पुलिस की प्रशंसा करते हुए कहा कि पुलिस ने ऐसी 9 हजार लापता बेटियों को ढूँढ निकाला है। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने न केवल दुराचार करने वाले अपराधियों को फाँसी की सजा का प्रावधान किया बल्कि अब तक 72 ऐसे नर पिशाचों को फाँसी की सजा दी जा चुकी है। श्री चौहान ने सर्वोच्च न्यायालय से अपील करते हुए कहा कि अक्सर निम्न स्तरीय अदालत से होते हुए सर्वोच्च अदालत तक पहुँचने में बहुत विलंब हो जाता है इसलिए जल्द से जल्द सुनवाई के नए दिशा-निर्देश जारी किए जाए, ताकि फैसला जल्दी हो। स्व-सहायता समूहों को मिलेंगी अनेक महत्वपूर्ण कार्यों में जिम्मेदारी मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गेहूँ और अन्य फसलों की खरीदी भी अब महिला स्व-सहायता समूह करेंगे, जिसमें उनको कमीशन मिलेगा। उन्होंने कहा कि मध्यान्ह भोजन में प्रयुक्त तेल, मसाले आदि की खरीदी भी महिला स्व-सहायता समूह से की जाएगी। पंचायत स्तर पर होने वाले सर्वेक्षणों में महिला स्व-सहायता समूहों को शामिल किया जाएगा। मनरेगा के तहत 50 प्रतिशत मेट महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य होंगी। अभी यह 23 प्रतिशत है। शासकीय स्कूलों के बच्चों की यूनिफार्म महिला स्व-सहायता समूह ही सिलेंगे। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लोकल को वोकल बनाने की बात कही है। प्रदेश में स्व-सहायता समूहों के माध्यम से लोकल को वोकल बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 10 महिला समूहों से जीवंत संवाद भी किया। नशा मुक्ति अभियान में स्व-सहायता समूह जुड़ेंगे प्रदेश को अभियान चलाकर नशा मुक्त बनाया जाएगा। इसमें महिला स्व-सहायता समूहों की सशक्त भागीदारी होगी। पूर्ण रूप से नशा मुक्त पंचायतों को पुरस्कृत करने के साथ अलग से विकास के लिए राशि भी दी जाएगी। आत्म-रक्षा के लिए बेटियों के लिए आज से अपराजिता कार्यक्रम लागू किया गया है। इसमें प्रदेश की 23 हजार छात्राओं को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी जाएगी। उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं की रही उपस्थिति मंच पर उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं की भी उपस्थिति रही। इनमें पदमश्री भूरी बाई, सीधी बस दुर्घटना में साहस का परिचय देकर कई लोगों की जान बचाने वाली सुश्री शिवरानी, डॉ. गीता रानी गुप्ता, सुश्री कंचन वर्मा, सुश्री द्रोपदी चौकसे, सुश्री ज्योति गौर, सुश्री मनीषा कीर, सुश्री रेवती पटेल, सुश्री अनादी, सुश्री पूनम श्रोती शामिल हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्या पूजन से किया। संस्कृति एवं आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने स्वागत भाषण और जनजातीय कार्य विभाग मंत्री सुश्री मीना सिंह ने आभार प्रकट किया। इस अवसर पर स्व-सहायता समूह पर आधारित फिल्म का प्रदर्शन किया गया। प्रदेश के अधिकांश जिलों के स्व-सहायता समूह वर्चुअली कार्यक्रम से जुड़े थे, जिनसे मुख्यमंत्री ने संवाद भी किया। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा की गई घोषणाएँ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विश्व में कोई काम ऐसा नहीं है जो महिलाएँ न कर सकें। आज मेरे साथ सुबह से लेकर पूरे दिन वाहन चालन, सुरक्षा, प्रशासन, प्रचार-प्रसार सभी विधाओं में महिलाओं ने काम किया। उन्होंने इस अवसर पर अनेक महत्वपूर्ण घोषणाएँ की। -
सभी लाड़ली लक्ष्मी की देश-विदेश में होने वाली उच्च शिक्षा का भार राज्य शासन वहन करेगा। स्व-सहायता समूहों के खातों में हर माह 150 करोड़ डाले जाएंगे। महिला स्व-सहायता समूहों को 04 प्रतिशत ब्याज पर दिया जाने वाला ऋण अब 02 प्रतिशत पर मिलेगा। शेष ब्याज शासन वहन करेगा। संविदाकर्मी महिलाओं को भी अब 180 दिन का प्रसूति अवकाश मिलेगा। नगरीय निकायों में कार्यरत अस्थाई महिला सफाई कर्मियों को सप्ताह में एक दिन का अवकाश मिलेगा। मध्यप्रदेश में 100 करोड़ की लागत से नारी सम्मान कोष बनाया जाएगा। -
बेटियों को ड्राइविंग का नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। -
भूमि स्वामित्व में पति के साथ पत्नी का भी नाम होगा। प्रधानमंत्री आवास समेत जितनी भी योजनाओं के तहत मकान बनेंगे, उनके दस्तावेज महिला के नाम पर भी होंगे। चाबी भी संयुक्त रूप से दी जाएगी। महिला के नाम पर नई सम्पत्ति खरीदने पर रजिस्ट्री में 2 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। ठेकेदारी करने पर महिलाओं का पंजीयन नि:शुल्क होगा। स्कूल ड्रेस बनाने का काम महिला स्व-सहायता समूह की बहनें करेंगी। गेहूँ, फसल आदि खरीदी के काम भी स्व-सहायता समूह की महिलाएँ करेंगी। पंचायत स्तर पर होने वाले सर्वे में भी महिला स्व-सहायता समूह को शामिल किया जाएगा। सरकारी अस्पतालों में वूमेन हेल्प डेस्क बनेगी। -
बेटियों के लिए करियर काउंसलिंग की जाएगी। -
चिन्हित आई.टी.आई. में महिलाओं को गाड़ी चलाने का नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला स्तर पर शासकीय परिसर में कैंटीन चलाने का कार्य भी महिला स्व-सहायता समूह करेंगी। उज्जैन और सागर जिले में महिला स्वास्थ्य सेवा से संबंधित प्रशिक्षण के लिए स्किल लैब्स की स्थापना की जाएगी। -
प्रदेश के 1600 स्वास्थ्य केन्द्रों को आधुनिक प्रसव केन्द्रों के रूप में परिवर्तित किया जाएगा। -
जिस गाँव में 3 साल तक बेटी-बेटे का समान संख्या में जन्म होगा, उस गाँव के विकास के लिए 2 लाख रूपये की सहायता अलग से दी जाएगी। प्रदेश के हर जिले में महिला थाने खोले जाएंगे। अगले तीन सालों में प्रदेश के हर गाँव में हर घर में नल-जल होगा। कक्षा 09वीं, 10वीं और 11वीं के छात्रों को महिलाओं की इज्जत करने के संस्कार दिए जाएंगे। मध्यान्ह भोजन के लिए तेल, मसाले आदि की खरीदी महिला स्व-सहायता समूहों से की जाएगी। नशा मुक्ति अभियान में स्व-सहायता समूहों को भी शामिल किया जाएगा। -
नशा मुक्त पंचायत को पुरस्कृत करने के साथ विकास के लिए अधिक धनराशि मिलेगी। नशा मुक्ति कार्यक्रम में स्थानीय महिला स्व-सहायता समूह, शौर्या दल आदि की भागीदारी भी होगी। -
आत्म-रक्षा के लिए प्रदेश की 23 हजार बेटियों को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी जाएगी।
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मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिला दिवस पर स्मार्ट उद्यान में महिला पत्रकारों के साथ लगाए पौधे
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मीडिया संस्थानों की महिला प्रतिनिधियों, पत्रकारों और महिला जनसंपर्क अधिकारियों के साथ स्मार्ट उद्यान में चंदन, पारिजात, हरसिंगार आदि के पौधे लगाए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना चौहान भी उपस्थित थीं। आज लगाए गए पौधे मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रुद्राक्ष का भी पौधा लगाया। रुद्राक्ष के वृक्ष हिमालय और आस-पास के प्रदेशों में पाए जाते हैं। इसके अलावा असम, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, अरुणांचल और बंगाल के जंगलों में काफी रुद्राक्ष पाए जाते हैं। इसके अलावा दक्षिण भारत में नीलगिरि और मैसूर में तथा कर्नाटक में भी रुद्राक्ष के वृक्ष देखे जा सकते हैं। रामेश्वरम में भी रुद्राक्ष पाया जाता है। गंगोत्री और यमुनोत्री के क्षेत्र में भी रुद्राक्ष मिलते हैं। मध्यप्रदेश की धरती पर भी रुद्राक्ष के पौधे की उपज अच्छी है। पारिजात या 'हरसिंगार' उन प्रमुख वृक्षों में से एक है, जिसके फूल ईश्वर की आराधना में महत्त्वपूर्ण स्थान रखते हैं। इसे प्राजक्ता, परिजात, हरसिंगार, शेफालिका, शेफाली, शिउली भी कहा जाता है। उर्दू में इसे गुलज़ाफ़री कहा जाता है। पारिजात का वृक्ष सुन्दर होता है, जिस पर आकर्षक और सुगन्धित फूल लगते हैं। इसके फूल, पत्ते और छाल का उपयोग विविध प्रकार की औषधि में भी किया जाता है। यह संपूर्ण भारत में पैदा होता है। ऐसी मान्यता है कि पारिजात के वृक्ष के स्पर्श से व्यक्ति की थकान मिट जाती है। चंदन के पौधे भी लगाए गए चंदन की लकड़ी का उपयोग मूर्तिकला, साज-सज्जा का सामान, अगरबत्ती, हवन सामग्री, और सुगंधित तेल के निर्माण में होता है। सुगंधित तेल आसवन द्वारा निकाला जाता है। प्रत्येक वर्ष लगभग 3 हजार मीट्रिक टन चंदन की लकड़ी से तेल निकाला जाता है।
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मुख्यमंत्री ने किया स्व-सहायता समूह के सदस्यों से जीवंत संवाद
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम 'नारी तू नारायणी' कार्यक्रम में जिलों में उपस्थित स्व-सहायता समूह की सदस्यों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया। महिलाओं ने बेबाकी से मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी छोटी से अवधि की बड़ी सी सफलता की कहानी रखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि नारी की बदौलत मध्यप्रदेश आज खुशहाल है। नारी श्राप को भी वरदान में बदल देती है। शिवपुरी जिले के बदरवां गाँव की जैकेट सिलने का काम करने वाली स्व-सहायता समूह की श्रीमती सीमा रजक ने मुख्यमंत्री को बताया कि समूह में ढाई हजार से अधिक महिलाएँ जुड़ी हुई हैं। स्कूली ड्रेस की जैकेट सिली और लॉकडाउन में बड़े पैमाने पर मास्क बनाकर दूसरे गाँव भी भेजे। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि एक सदस्य को महीने में 13 से 14 हजार रूपए की आमदनी हो जाती है। श्योपुर जिले की आजीविका रूरल मार्ट की श्रीमती सरोज बाला ने बताया कि उनके मार्ट में 40 प्रकार के समान हैं। प्रत्येक सदस्य को 10 से 15 हजार का लाभ हर महीने हो जाता है। सागर जिले की फार्मर प्रोड्यूसर (दुग्ध संग्रहण) कम्पनी की श्रीमती राजेश्वरी ने बताया कि 11 हजार 500 बहनें जुड़ी हुई हैं और 18 से 22 हजार लीटर दूध इकट्ठा होता है। दूध, दही, घी, मट्ठा, केसली और सागर भी पहुँचाते हैं। हर सदस्य को 15 से 20 हजार रूपए की प्रतिमाह आमदनी हो जाती है। आगामी समय में 50 हजार सदस्य संख्या करने का लक्ष्य है। पन्ना जिले की स्व-सहायता समूह की मीनू शुक्ला ने बताया कि हमारी समिति अनहोनी के अंधेरे में सहायता की लौ जगाती है। समूह से 8 हजार 900 महिलाएँ जुड़ चुकी हैं। प्रति वर्ष प्रति सदस्य 300 रूपए जमा करते हैं। सदस्य के परिवार में किसी की मृत्यु होने पर एक-दो घंटे के अंदर 5 हजार रूपए की सहायता तत्काल दी जाती है। बाकी 10 हजार की सहायता समूह की बैठक के बाद दे दी जाती है। इससे दु:खी परिवार को किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना पड़ता। दमोह जिले की नया सवेरा आजीविका सिलाई संसाधन केन्द्र की श्रीमती श्याम विश्वकर्मा ने बताया कि विकासखण्ड और जिले में 5 लाख पीस की फर्मा कटिंग की। जिससे उनके समूह को दो माह में 14 लाख की आमदनी हुई। समूह की सदस्यों को प्रतिमाह 15 से 20 हजार रूपए की आमदनी हो रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दो माह में लाखों की आमदनी होने पर समूह के लगन और जज्बे की प्रशंसा की। राजगढ़ जिले की बैंक सखी श्रीमती कांता मालवीय ने बताया कि कोरोना काल में बैंक सखी ने घर-घर जाकर बुजुर्गों को पेंशन, पैसे आदि निकालकर दिए। राजगढ़ जिले में 110 बैंक सखी हैं। जो गाँव के घर-घर जाकर जनधन खाता खोलना, पेंशन, छात्रवृत्ति आदि निकालकर देती हैं। वह महीने में इससे 25 से 30 हजार रूपए तक कमा लेती हैं। धार जिले की सामुदायिक प्रशिक्षण केन्द्र, मांडव की श्रीमती अनीता कोसरे ने बताया कि उनके केन्द्र में कम्प्यूटर, प्रोजेक्टर, टी.वी., पढ़ने की किताबें आदि सभी हैं। रसोई घर के बचे अनुपयोगी पानी से पोषण वाटिका और वर्मी कम्पोस्ट बना लेती हैं। इस वर्ष 5 लाख का फायदा हुआ है। बड़वानी की मसाला प्रोसेसिंग यूनिट की श्रीमती मंजू गेहलोत ने बताया कि 80 किलो हल्दी के बीज सदस्यों को बाँटे और विकसित होने पर उन्हीं से हल्दी खरीदी। प्रसंस्करण के लिए बैंक से कर्ज लेकर 15 लाख रूपए का कारखाना स्थापित किया है। शुद्ध मसाला सप्लाई का भी लक्ष्य है। मुख्यमंत्री ने उन्हें देश और विदेश में बाजार उपलब्ध कराने के प्रयास का आश्वासन दिया। मंडला जिले की कान्हा कृषि वनोपज प्रोड्यूसर कम्पनी की श्रीमती लक्ष्मी भांवरे ने बताया कि समिति के 744 सदस्य सुगंधित धान, कोदो, कुटकी कलेक्ट्रेट में मिली दुकान के माध्यम से बेचते हैं। वे किसानों को फसल का बाजार से भी अधिक मूल्य दे रहे हैं। इंदौर की ठोस एवं तरल अवशिष्ट प्रबंधन करने वाली स्व-सहायता समूह की श्रीमती संतोषी ने बताया कि पौने दो करोड़ का व्यापार हुआ है। इसमें 18 लाख का लाभ मिला।
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नर्सिंग स्टाफ ने कोरोना काल में दी हैं अमूल्य सेवाएँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हमीदिया अस्पताल पहुँचकर किया संवाद
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में महिलाओं का सम्मान और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार हर आवश्यक फैसला लेगी। सम्मान और सुरक्षा के साथ ही महिलाओं की शिक्षा, उनके प्रति समानता का व्यवहार और उन्हें स्वावलंबन का अवसर उपलब्ध करवाना राज्य सरकार अपना प्राथमिक दायित्व मानती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज हमीदिया अस्पताल पहुँचकर कोविड-19 के समय में सेवाएँ देने वाले नर्सिंग स्टाफ से मिले। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्सिंग स्टाफ का हौसला बढ़ाया। मुख्यमंत्री ने नर्सिंग स्टाफ से कहा कि आपके द्वारा कोरोना काल में दी गई सेवाएँ महत्वपूर्ण और अमूल्य हैं। मैं आपकी उन अद्भुत सेवाओं के लिए प्रणाम करने आया हूँ। इस कठिन दौर में आप सभी ने बहुत समर्पित भाव से कार्य किया। यह साहस का प्रतीक और मानवता के पक्ष में किया गया कार्य भी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर कोरोना काल में कार्य करने वाली सिस्टर्स के अनुभव भी सुने। सुश्री रीता, सुश्री रेवती पटेल, सुश्री आरती यादव ने बताया कि उन्होंने अपने परिजनों का ध्यान रखते हुए अस्पताल में कोरोना रोगियों की सेवा की। काफी भय का वातावरण भी था। कई बार परिजन इस ड्यूटी को न करने का परामर्श देते थे। पीपीई किट धारण करने के बाद गर्मी के दिनों में बहुत तकलीफ होती थी, लेकिन यह विश्वास था कि हम एक दिन जीतेंगे। सिस्टर्स ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन, भोपाल के प्रशासन और राज्य सरकार द्वारा उन्हें सभी आवश्यक सामग्री, औषधियाँ आदि बिना समस्या के उपलब्ध करवाई गई। इस वजह से वे कोरोना जैसी संकट की घड़ी में निरंतर कार्य करती रहीं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्सिंग स्टाफ को उनकी सेवाओं के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर डॉ. ज्योत्सना श्रीवास्तव ने कहा कि पूर्व में नर्सिंग स्टाफ के लिए अस्पताल परिसर में शिशु केन्द्र के संचालन की व्यवस्था रही है। इसे अब पुन: शुरू करवाया जा सकता है। भोपाल शहर के विस्तार के कारण स्टाफ को काफी दूरी कर आना पड़ता है। इससे छोटी आयु के बच्चों की देखभाल में समस्या आती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कमिश्नर भोपाल श्री कवीन्द्र कियावत को नवीन परिसर में शिशु केन्द्र प्रारंभ किए जाने के संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर नर्सिंग स्टाफ ने मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा तत्परतापूर्वक नागरिकों के हित में कोरोना की रोकथाम, उपचार और बचाव के संबंध में सक्षम नेतृत्व देकर सम्पन्न करवाए गए कार्यों के लिए आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समस्त स्टाफ को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई भी दी। इस अवसर पर आयुक्त चिकित्सा शिक्षा श्री निशांत बरबड़े भी उपस्थित थे।
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संसाधन जुटाकर जनकल्याण के कदम उठाए
टी.वी. चैनल के राइजिंग मध्यप्रदेश कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शीघ्र ही प्रदेश की जीडीपी 10 लाख करोड़ पार कर जाएगी। प्रदेश में संसाधन जुटाकर विभिन्न वर्गों के कल्याण के कदम उठाए गए हैं। आर्थिक प्रबंधन और सुशासन से यह कार्य आसान होते हैं। बीते एक वर्ष में कोरोना सहित आर्थिक संसाधनों की कमी के बाद भी आमजन को योजनाओं का लाभ दिलवाने पर पूरा ध्यान दिया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मिंटो हाल सभाकक्ष में टी.वी. चैनल न्यूज-18 द्वारा आयोजित राइजिंग मध्यप्रदेश - 2021 कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर सिने अभिनेता श्री आशुतोष राणा और वरिष्ठ मीडिया पदाधिकारी श्री प्रतीक त्रिवेदी द्वारा प्रस्तुत काव्य पाठ भी सुना। मुख्यमंत्री ने अभिनय और मीडिया जगत से जुड़ी प्रतिभाओं की सराहना की। इस अवसर पर चैनल द्वारा मुख्यमंत्री श्री चौहान से किए गए संवाद को उपस्थित दर्शकों के साथ ही ऑनलाइन प्रसारण द्वारा सुना गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी आपदा को अवसर में बदलना जानते हैं। उन्होंने जब आत्मनिर्भर भारत का मंत्र दिया तब मध्यप्रदेश ने अधोसंरचना विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, सुशासन आदि प्रमुख स्तंभों के आधार पर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए रोडमैप बनाया। मध्यप्रदेश सरकार ने आर्थिक कठिनाईयों के बावजूद कोरोना काल में विभिन्न वर्गों के कल्याण के लिए कदम उठाए। प्रदेशवासियों को एक लाख 18 हजार करोड़ की राहत दी गई। संसाधनों की कमी को आड़े न लाते हुए सभी के कल्याण की चिंता की गई। प्रदेश का बजट भी आत्मनिर्भर और वास्तविक बजट है। यह जनता को करों से बचाकर विभिन्न क्षेत्रों में लाभान्वित करने का कार्य करेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में आमजन की जिन्दगी को मुश्किल बनाने वाले कई तरह के माफिया के विरूद्ध राज्य शासन द्वारा सख्त कार्रवाई की गयी। चिटफंड कम्पनियों द्वारा की गई ठगी के दोषियों को पकड़ा गया है। नागरिकों को उनकी राशि वापस करवायी गयी है। अतिक्रमण करने वाले, मिलावट करने वाले बड़े अपराधियों पर शिकंजा कसा गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में जनकल्याण पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। राजनैतिक मतभेद के आधार पर नहीं पुख्ता आधार पर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की गई है।
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बलात धर्मान्तरण को रोकने धर्म स्वातंत्र्य कानून कारगर होगा : मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लोभ, दबाव और भय के कारण होने वाले धर्मान्तरण को रोकने के लिये अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मध्यप्रदेश को धर्म स्वातंत्र्य एक्ट के रूप में सबल कानून मिला है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस कानून के अंतर्गत बहला-फुसलाकर बेटियों से विवाह कर फिर धर्मान्तरण कराने वाले व्यक्तियों के लिये सख्त सजा का प्रावधान किया गया है। कानून के माध्यम से विशेष रूप से बेटियों के जीवन को नर्क बनने से बचाया जा सकेगा। विधानसभा में इस कानून के पारित होने पर मैं बधाई देता हूँ।
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सीमेंट निर्माण में होगा 900 करोड़ रूपये का निवेश
मुख्यमंत्री श्री चौहान से मिले उद्योगपति
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए 'स्टार्ट योर बिजनेस इन 30 डेज' जैसी सुविधा प्रदान की जा रही है। हमारी सरकार की प्राथमिकता केवल नए निवेश को बढ़ावा देना ही नहीं अपितु मौजूदा उद्योगों को और बेहतर सुविधाएँ मुहैया कराना भी है, जिससे प्रदेश में आर्थिक प्रगति तेज हो और रोजगार सृजित हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवास पर उद्योगपतियों से भेंट के दौरान यह बात कही। स्टार ग्रुप के चेयरमेन श्री रमेश सिंह, मैक्सन इंडस्ट्रीज के श्री राजेंद्र पटेल तथा अन्य प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान से भेंट की। 800 व्यक्तियों को मिलेगा रोजगार स्टार ग्रुप सतना के चेयरमेन श्री रमेश सिंह ने बताया कि सतना जिले के रामपुर बघेलान में 900 करोड़ रूपये की लागत से 1.5 मिलियन टन इंटीग्रेटेड ग्रीन फील्ड सीमेंट निर्माण की इकाई स्थापित करने की योजना है। इससे लगभग 800 व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा। कंपनी चार राज्यों में माइनिंग, आई.टी., इंश्योरेंस, शिक्षा और ऑटोमोबाइल क्षेत्र में गतिविधियाँ संचालित कर रही हैं। मैक्सन इंडस्ट्रीज के श्री राजेंद्र पटेल ने फार्मा के क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर बातचीत की।
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मुख्यमंत्री श्री चौहान का संकल्प और 5 एस
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज स्मार्ट उद्यान में पौधारोपण के बाद कहा कि मध्यप्रदेश सरकार महिलाओं के लिए 5 एस को आधार बनाकर उनके कल्याण के नए निर्णय लेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि समानता, सम्मान, सुरक्षा, शिक्षा और स्वावलंबन के आधार पर महिलाओं से जुड़े नए निर्णय लिए जाएंगे। पूर्व में भी सरकार ने महिला कल्याण को प्राथमिकता दी है। अब उनके कल्याण के लिए नए आयाम जोड़ते हुए अन्य आवश्यक निर्णय लिए जाएंगे, जिससे महिलाएँ और भी सशक्त हों।
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महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पाद किसी भी दृष्टि से कमतर नहीं : मुख्यमंत्री श्री चौहान
मार्केटिंग और ब्रांडिग के होंगे प्रयास बालिकाओं की आत्मरक्षा का अपराजिता कार्यक्रम शुरू मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भोपाल 'हुनर हाट' का शुभारंभ
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भोपाल हाट में 'हुनर हाट' का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा प्रदेश के स्व-सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्री गुणवत्ता के साथ हर दृष्टि से बहुत अच्छी है। इसकी मार्केटिंग और ब्रांडिंग के प्रयास किये जायेंगे। राज्य शासन इनके उत्पादों को 'लोकल टू वोकल' बनाने के लिये प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा बेटियाँ किसी से कम नहीं है, वे स्वयं समाज की सुरक्षा करते हुए न्याय की लड़ाई लड़ सकती हैं। हुनर-हाट के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह और संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर भी उपस्थित थीं। 'अपराजिता' 23 हजार बालिकाओं को मिलेगी मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बालिकाओं की सुरक्षा के लिये 'अपराजिता' कार्यक्रम का शुभारंभ भी भोपाल हाट में किया। इसमें प्रदेश के सभी जिलों से 23 हजार बालिकाओं को 15 से 21 दिन का मार्शल आर्ट प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्टतम प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं का भोपाल में पुन: उच्च स्तरीय प्रशिक्षण होगा। इस अवसर पर भोपाल के मार्शल आर्ट प्रतिभागियों ने कला का प्रदर्शन भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज हर क्षेत्र में महिलाएँ सफलतापूर्वक आगे आ रही हैं। कोदो व्यंजन का 'अनदाई' पोर्टल शुरू मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मोटे और पौष्टिक अनाज कोदो पर आधारित व्यंजनों के 'अनदाई' पोर्टल, 'अनदाई' पुस्तक और वन स्टॉप सेंटर पुस्तिका का विमोचन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान, श्रीमती साधना सिंह और संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने 'अनदाई' (डिंडौरी) की महिलाओं द्वारा कोदो से तैयार डोसा, इडली, मूज, खिचड़ी, रोल और बिस्किट आदि व्यंजनों का आस्वादन कर भूरी-भूरी प्रशंसा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं और प्रशिक्षक से चर्चा कर व्यंजनों की तारीफ की। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोदो के व्यंजन अद्भुत, पौष्टिक और स्वादिष्ट भी हैं। उन्होंने प्रदेश के लोगों से इन स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाने की अपील भी की। हितग्राहियों को ऋण चेक सौंपे मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सेंट्रल बैंक, स्टेट बैंक, एचडीएफसी, पंजाब एण्ड सिंध बैंक सहित अन्य बैंकों के स्टॉल पर विभिन्न हितग्राहियों को प्रतीक स्वरूप चेक भी भेंट किये। इनमें से किसी ने स्व-रोजगार स्थापना, किसी ने पढ़ाई और किसी ने सब्जी ठेला लगाने के लिये ऋण लिया। मुख्यमंत्री ने सभी स्टॉलों का किया अवलोकन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ सभी स्टॉल पर जाकर अवलोकन किया और खरीददारी भी की। मुख्यमंत्री ने समूहों द्वारा तैयार किये गये फैशन ज्वैलरी देखी और उत्पाद की बिक्री के संबंध में जानकारी भी ली। बीना से 185 किलोमीटर सायकल चलाकर आईं बालिकाओं को सराहा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बीना से भोपाल लगभग 185 किलोमीटर सायकल चलाकर आईं काजल, आस्था और संजना की प्रशंसा की और उन्हें जीवन में नये कीर्तिमान स्थापित करने की शुभकामनाएँ दी। बालिकाओं की उम्र 15 से 16 वर्ष है और वे कक्षा 11वीं एवं 12वीं की छात्रा हैं। मुख्यमंत्री ने हाथ चक्की से पीसा कोदो और श्रीमती चौहान ने फटका मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डिंडौरी जिले के स्व-सहायता समूह के स्टॉल पर परंपरागत हाथ चक्की से कोदो पीसा, मूसल से कोदो कूटा और श्रीमती साधना सिंह ने सूप से फटका। स्व-सहायता की महिलाओं ने बताया कि कोदो के आटे से बिस्किट तैयार करते हैं, जो रोज 100 से 150 किलो तक बिक भी जाते हैं। श्रीमती साधना सिंह ने लॉकडाउन के दौरान बड़े स्तर पर मास्क बनाने वाले उमरिया जिले के स्व-सहायता समूह की तारीफ भी की। बालश्री अवार्ड भेंट मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तान्या शर्मा, सोभी जैन, साक्षी पंडोले, आन्या केकरे और तनिष्क सिंह राठौर को बालश्री अवार्ड से सम्मानित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज सुबह हुए साइक्लोथान में क्रमश: प्रथम से पंचम स्थान प्राप्त ममता मिश्रा, प्रीति मेघवानी, राशि, बिंदिया और आद्या सिंह को भी सम्मानित किया। बालिका ने भेंट की हाथ से बनाई तस्वीर हुनर-हाट में भोपाल की बालिका शीतल गुप्ता ने अपने हाथ से जलरंगों से बनाया मुख्यमंत्री का पॉट्रेट श्री शिवराज सिंह चौहान को भेंट किया। शीतल ने बताया कि उसने यह पॉट्रेट मुख्यमंत्री के जन्म-दिन पर बनाया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बालिका शीतल के हुनर की तारीफ की। कार्यक्रम में जवाहर बाल भवन के बच्चों ने देशभक्ति पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की। अपर मुख्य सचिव ग्रामीण विकास श्री मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव, महिला एवं बाल विकास श्री अशोक शाह, संचालक श्रीमती स्वाति मीना नायक, आयुक्त जनसम्पर्क डॉ. सुदाम खाड़े और आजीविका मिशन संचालक श्री एल.एम. बेलवाल सहित बड़ी संख्या में नागरिक एवं महिलाएँ उपस्थित थीं। हुनर हाट 3 दिन चलेगा हुनर-हाट में प्रदेश के 38 जिलों के स्व-सहायता समूहों ने 71 स्टॉल लगाये हैं। हस्त शिल्प, हैंडलूम, खाद्य सामग्री और कोदो व्यंजन का स्टॉल 'अनदाई' आज से ही बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं। तेजस्वनी कार्यक्रम, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन एवं शहरी आजीविका मिशन के गठित महिला स्व-सहायता समूहों ने हुनर हाट में भाग लिया है। कोदो कुटकी से निर्मित व्यंजनों का लाइट फूड कार्नर हुनर हाट में आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।
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माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षक पद के अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया होगी प्रारंभ
राज्यमंत्री श्री परमार ने दिये निर्देश
स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री श्री इन्दर सिंह परमार ने बताया कि उच्च माध्यमिक शिक्षक और माध्यमिक शिक्षक पद के अभ्यर्थियों के दस्तावेजों के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) श्री परमार के निर्देश पर स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद के लिए 1,3,5,8,9 और 10 अप्रैल 2021 तथा माध्यमिक शिक्षक पद के लिए 15, 16, 17, 22, 23 एवं 24 अप्रैल 2021 को दस्तावेज सत्यापन की कार्यवाही संपन्न की जाएगी। लोक शिक्षण संचनालय द्वारा इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि उच्च माध्यमिक शिक्षक एवं माध्यमिक शिक्षक पद पर भर्ती के लिए प्रावधिक चयन सूची जारी की गई थी। उक्त पदों के अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन की कार्यवाही कोरोना महामारी के कारण दिनांक 4 जुलाई 2020 को स्थगित की गई थी, जिसे अब पुनः शुरू किया गया है।
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रिहाई पश्चात बन्दियों को आजीविका उपार्जन के बेहतर अवसर उपलब्ध हो - मंत्री डॉ. मिश्रा
मध्यप्रदेश कौशल विकास बोर्ड की बैठक सम्पन्न
जेलों में बंदियों को उद्योगों की विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षित कर रिहाई के पश्चात बेहतर तरीके से आजीविका उपार्जन के लिये समर्थ एवं सक्षम बनाया जाना जरूरी है। गृह एवं जेल मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने मध्यप्रदेश कौशल विकास बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए बंदियों को उद्योग की विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षित करने के लिये वृहद कार्य-योजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि रिहाई के पश्चात बंदियों को आजीविका उपार्जन में समर्थ बनाने के लिये प्रशिक्षित करना आवश्यक है, जिससे कि वे बेहतर तरीके से अपना जीवन-यापन कर सकें। बैठक में एसीएस गृह डॉ. राजेश राजौरा के साथ उद्योग, स्वास्थ, कृषि, कौशल विकास, वित्त, वृहद उद्योग एवं जेल विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में महानिदेशक जेल श्री अरविंद कुमार ने बताया कि वित्तिय वर्ष 2021-22 में जेलों में संचालित हो रहे उद्योगों के लिये एकमुश्त अनुदान के रूप में 6 करोड़ रूपये राशि का प्रावधान किया गया है। राशि का उपयोग कर जेलों में निर्देशानुसार बंदियों के लिये प्रशिक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी। मंत्री डॉ. मिश्रा ने निर्देशित किया कि जेलों में उपयोग में आने वाली सामग्री का उत्पादन एवं निर्माण बंदियों के द्वारा ही किये जाने पर जेल विभाग आत्म-निर्भर बन सकेगा। डॉ. मिश्रा ने बैठक में उद्योगों के विकास हेतु उत्पादन नीति, वित्तीय प्रबंधन, बंदियों द्वारा उत्पादित सामग्री की मार्केटिंग के साथ ही बंदियों के कौशल विकास हेतु प्रशिक्षण पर विचार-विमर्श किया जाकर कार्य-योजना तैयार करने के निर्देश दिये।
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नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन
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सुदूरवर्ती क्षेत्रों में स्वैच्छिक रक्तदाताओं के घर पहुँचेगी ब्लड कलेक्शन वैन: स्वास्थ्य मंत्री
ब्लड कलेक्शन ट्रांसपोर्टेशन वैन और वैक्सीन रेफ्रिजरेटर वैन को रवाना किया काया-कल्प अवार्ड घोषित
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने एनएचएम मुख्यालय से ब्लड कलेक्शन ट्रांसपोर्टेशन वैन और वैक्सीन रेफ्रिजरेटर वैन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राजभवन और विधानसभा के लिये एक-एक एम्बुलेंस भेजी गयी। इस अवसर पर उन्होंने काया-कल्प अवार्ड वर्ष 2020-21 की घोषणा भी की। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि ग्रामीण और सुदूरवर्ती क्षेत्रों में स्वैच्छिक रक्तदाताओं को रक्त देने ब्लड बैंक तक नहीं आना होगा। अब वे रक्तदान-जीवनदान से वंचित नहीं रहेंगे। उनके गाँव और घर ब्लड लेने ब्लड कलेक्शन ट्रांसपोर्टेशन वैन आयेगी। वातानुकूलित इस वैन में डोनर काउच, रेफ्रिजरेटर, कलेक्शन मॉनीटर, ट्यूबसिलर उपकरण रहेंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रथम चरण में आज प्रदेश के 24 जिलों में यह वैन पहुँचाई जा रही है। शेष जिलों में भी जल्द ही ब्लड कलेक्शन ट्रांसपोर्टेशन वैन भेजी जायेगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने इस प्रोजेक्ट को बनाने वाले स्व. डॉ. मुंशी को याद किया और कहा कि डॉ. मुंशी के अथक प्रयासों से बनाया गया प्रोजेक्ट आज मूर्त रूप ले रहा है। उन्होंने मौके पर मौजूद स्व. डॉ. मुंशी की पत्नी श्रीमती वंदना मुंशी के कार्यक्रम में आने पर आभार व्यक्त किया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा महिलाओं के लिये उपलब्ध करवायी जा रही सेवाओं और सुविधाओं में ब्लड कलेक्शन ट्रांसपोर्टेशन वैन एक नई सौगात है। उन्होंने कहा कि प्रसव काल में अत्यधिक रक्तस्त्राव होने से अनेकों जिंदगी संकट में आती हैं। उस समय रक्त की जरूरत होती है और रक्त उपलब्ध नहीं होने पर जिंदगी संकट में आ जाती है। ब्लड कलेक्शन ट्रांसपोर्टेशन वैन से रक्त कलेक्ट कर ब्लड बैंक तक लाया जायेगा। अस्पतालों में जरूरत पड़ने पर रक्त की कमी नहीं रहेगी। गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशु, थैलेसीमिया एवं सिकलसेल एनीमिया, कैंसर, ट्रॉमा और एक्सीडेंट के मरीजों को नि:शुल्क एवं बिना रिप्लेसमेंट के रक्त प्रदान किया जा सकेगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने गैल इण्डिया द्वारा उपलब्ध कराई गयी वैक्सीन रेफ्रिजरेटर वैन को भी हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस वैन के माध्यम से एक बार में वैक्सीन की 3 लाख डोज राज्य-स्तर से संभागों के लिये भेजी जा सकेगी। उन्होंने कोरोना काल और टीकाकरण में स्वास्थ्य विभाग के अमले द्वारा दी गई सराहनीय सेवाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे कोरोना उपचार प्रबंधन और वैक्सीनेशन में विभाग की अच्छी छवि बनी है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने स्वास्थ्य संस्थाओं में सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करने, बेहतर साफ-सफाई रखने सहित अन्य मापदण्ड पर मूल्यांकन में श्रेष्ठ पाये गये अस्पतालों को काया-कल्प अवार्ड देने की घोषणा भी की। जिला अस्पताल की श्रेणी में पहला अवार्ड जबलपुर, दूसरा भोपाल, तीसरा विदिशा को, सिविल अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की श्रेणी में पहला अवार्ड इछावर जिला सीहोर, दूसरा संयुक्त रूप से रामनगर जिला सतना, पाटन जिला जबलपुर और तीसरा अवार्ड एल्गिन जिला जबलपुर को देने की घोषणा की गयी। स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. संजय गोयल, एम.डी. एनएचएम श्रीमती छवि भारद्वाज, संचालक स्वास्थ्य श्री बसंत कुर्रे, अपर संचालक स्वास्थ्य डॉ. पंकज शुक्ला, डॉ. संतोष शुक्ला सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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महिला पुलिस ने जनता को यातायात नियमों के प्रति किया जागरूक
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला पुलिस का सराहनीय कार्य
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान की महिला पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों ने लोगों जान-माल की सुरक्ष के लिये उन्हें यातायात के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करने के लिये जागरूक किया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पीटीआरआई श्री डी.सी. सागर ने बताया कि नारी शक्ति ने आज के विशिष्ठ दिन में भी कर्तव्य पर डट कर नागरिकों के जीवन सुरक्षा के लिये महत्वपूर्ण कार्य किया है। उन्होंने नारी शक्ति का अभिवादन करते हुए उनके जज्बे की सराहना की। एडीजी श्री सागर ने बताया कि यातायात के नियमों का पालन नहीं करने वालों को रोक कर महिला अधिकारी-कर्मचारियों ने परेड ग्राउण्ड में यातायात सुरक्षा के नियमों के प्रति जागरूक किया। वाहन चालकों को हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट लगाने, ओवर लोडिंग न करने, तेज गति से वाहन न चलाने, नाबालिग बच्चों को गाड़ी नहीं चलाने देने, रेड लाईंट सिग्नल जम्प न करने, नशे में वाहन न चलाने, गाड़ी चलाते समय मोबाईल का उपयोग न करने, गाड़ी के विधिमान्य दस्तावेज साथ में रखने, और सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को तुरंत अस्पताल ले जाने में सहायता करने के लिये समझाईश दी गई। उन्होंने बताया कि घायल व्यक्ति की मदद करने वालों को कानूनी संरक्षण प्रदान किया गया है, अत: आम नागरिक नि:संकोच होकर घायलों की मदद करें। एडीजी श्री सागर ने वाहन चालकों को पीटीआरई द्वारा तैयार किये गये पेम्पलेट वितरित किये। साथ ही पेम्पलेट को अपने व्हाट्सअप की डीपी में लगाने और यातायात के नियमों का अधिक से अधिक प्रचार करने के निर्देश दिये।
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किसानों को उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध करायें - मंत्री श्री पटेल
मध्यप्रदेश राज्य बीज विकास निगम की संचालक मंडल की बैठक सम्पन्न
किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिये फसल उत्पादन को बढ़ाने के आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि उत्पादन में वृद्धि के लिये हाइब्रिड फसलों के लिये किसानों को प्रोत्साहित किया जाना जरूरी है। उन्होंने जैविक खेती को भी बढ़ावा देने के निर्देश दिये। मंत्री श्री पटेल ने मध्यप्रदेश राज्य बीज विकास निगम की संचालक मंडल की 104वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए उक्त निर्देश दिये। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि बीज विकास निगम द्वारा तैयार कराये जाने वाले उन्नत किस्म के बीज प्रदेश के किसानों को सुगमता से उपलब्ध कराने जायेंगे। उन्होंने उत्पादित बीजों की मार्केटिंग के भी निर्देश दिए। श्री पटेल ने फसलों के साथ-साथ सब्जी के उन्नत बीज उत्पादित कर किसानों को उपलब्ध कराने को कहा है। उन्होंने भिंडी, मूली, धनिया इत्यादि सब्जियों पर फोकस करने को कहा है। बैठक में बीज निगम की प्रबंध संचालक सुश्री प्रियंका दास, अपर सचिव कृषि श्री दिलीप कुमार एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
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मंत्री सुश्री ठाकुर ने किया वीरांगना नाट्य समारोह का शुभारंभ
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शौर्य स्मारक पर आयोजन
संस्कृति, पर्यटन एवं आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं का सम्मान करके विभाग धन्य हो गया। वीरांगना नाट्य समारोह में महिलाओं द्वारा उन पावन चरित्रों को समाज के सामने प्रदर्शित करने जा रहें है जो भारतीय इतिहास के स्वर्णिम पृष्ठों के निर्माता रहें है। सुश्री ठाकुर शौर्य स्मारक में वीरांगना नाट्य समारोह के शुभारंभ के दौरान दर्शकों को संबोधित कर रही थी। उन्होंने 'शौर्या मेरी कहानी मेरी जुबानी' पुस्तक का विमोचन किया। सुश्री ठाकुर ने प्रसिद्ध महिला रंगकर्मी, अभिनेत्री और नृत्यांगना को शॉल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया। संस्कृति विभाग, स्वराज संस्थान संचालनालय और बहुद्देशीय सामाजिक संस्था के संयुक्त तत्वाधान में 8 से 19 मार्च तक नाट्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है। नाट्य समारोह में मंचित किए जा रहे सभी नाटक महिला निर्देशकाओं द्वारा निर्देशित किए गए हैं। नाट्य समारोह में सभी दर्शकों का प्रवेश निःशुल्क रहेगा। सुश्री ठाकुर ने कहा कि विधा या माध्यम कोई भी हो राष्ट्रीयता की अलख जगाना आज के दौर की सबसे अनिवार्य आवश्यकता है। आजादी का 75वाँ वर्ष भारतीय स्वतंत्रता में शहीद हुए अमर वीर बलिदानों को याद करने का वर्ष है। आप सभी अपने घर की बैठकों में एक क्रांतिकारी, महापुरुष या वैज्ञानिक का चित्र अवश्य लगाएँ। हमारे असली हीरो वही हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने सभी से अपने इस्ट मित्रों सहित बड़ी संख्यां में इस नाट्य समारोह को देखने का आग्रह किया और कहा इस तरह के नाटक देखकर आप सभी प्रेरित होंगे और हमारे कलाकार भी उत्साहित होंगे। वीरांगना नाट्य समारोह का शुभारंभ सुश्री सुचित्रा हरमलकर इंदौर द्वारा भारत की महान नारी शक्ति पर आधारित नृत्य नाटिका 'अनुकृति' से किया गया। समारोह की दूसरी प्रस्तुति 9 मार्च को श्रुति बारीक द्वारा निर्देशित झांसी की रानी होगी। इसी तरह 10 मार्च को ज्योति दुबे द्वारा निर्देशित लमझना, 11 मार्च को बिशना चौहान द्वारा निर्देशित लाइफ ऑन फोन, 12 मार्च को सिंधु धौलपुरे द्वारा निर्देशित झलकारी, 13 मार्च को नीति श्रीवास्तव द्वारा निर्देशित पन्ना धाय, 14 मार्च को पूजा केवट द्वारा निर्देशित रानी चेन्नम्मा, 15 मार्च को वैभव श्रीवास्तव द्वारा निर्देशित रानी वेलुंचचियार, 16 मार्च को पलक पटवर्धन द्वारा निर्देशित वीरांगना अवंतीबाई लोधी, 17 मार्च को रीना सिन्हा द्वारा निर्देशित काबुलीवाला और 18 मार्च को देवांशी सिन्हा द्वारा निर्देशित बीवी कौर नाटक की प्रस्तुति होंगी। समारोह के अंतिम दिन 19 मार्च को खुशबू पांडे द्वारा निर्देशित नाटक 'मुझे अमृता चाहिए' से होगा।
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क्वीन्स ऑन द ट्रेल का आयोजन
सतपुड़ा के जंगल में महिलाएँ करेंगी ट्रेकिंग एवं कैम्पिंग
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड द्वारा क्वीन्स ऑन द ट्रेल का आयोजन किया जा रहा है। इस ट्रेल के माध्यम से प्रदेश के गौरव सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला के फोरसिथ ट्रेल में महिलाओं द्वारा ट्रेकिंग एवं कैम्पिंग का अनुभव लिया जायेगा। इसी कड़ी में म.प्र. पर्यटन बोर्ड द्वारा Moustache Escapes संस्था जयपुर के सहयोग से विश्व प्रसिद्ध ट्रेकिंग रूट ‘फोरसिथ ट्रेल’ में ट्रेकिंग एवं कैम्पिंग का आयोजन 13 से 15 मार्च 2021 के मध्य किया जाएगा। इस आयोजन में देश-प्रदेश की 15 महिला पर्यटक भाग लेंगी एवं ट्रेकिंग का नेतृत्व म.प्र. पर्यटन बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक सुश्री सोनिया मीणा द्वारा किया जावेगा। यह आयोजन 4 दिवस 3 रात्रि का होगा, जिसमें कुल 30 कि.मी. की ट्रेकिंग की जायेगी। फोरसिथ ट्रेल सतपुड़ा टाईगर रिजर्व के मध्य में स्थित ट्रेकिंग रूट है, जिसे 150 वर्ष पूर्व एक अंग्रेज यात्री केप्टन जेम्स फोरसिथ द्वारा खोजा गया था। इस ट्रेक का नाम फोरसिथ ट्रेल है। इस ट्रेक में प्रदेश की भारिया जनजाति के रहन-सहन, संस्कृति, खान-पान का अवलोकन किया जा सकता है। ट्रेक के रूट में कई जंगली जीव जैसे-गौर, चीतल, नीलगाय, सांभर, जंगली उल्लू, जंगली बिल्ली और भालू पाये जाते हैं। महिलाओं द्वारा ट्रेकिंग के दौरान यहाँ के वन्यजीव, सतपुड़ा के जंगल, लाल और बैंगनी रंग के रंगीन पत्थर, झरने, पनार पानी पचमढ़ी स्थित कैंप साइट का अनुभव किया जावेगा। ट्रेल जिप्सी कैंप पचमढ़ी से प्रारंभ होकर डेहलिया (17km), पचमढ़ी नाका, कांजीघाट नदी किनारा, देनवा नदी (15km) होते हुए पनार पानी पचमढ़ी में समाप्त होगा। म.प्र. पर्यटन के प्रमुख सचिव और टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि क्वीन्स ऑन द ट्रेल आयोजन के माध्यम से सभी 15 महिलाएँ सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के बफर जोन में ट्रैवल के अंतर्गत ट्रैकिंग और कैम्पिंग के माध्यम से न केवल साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देंगी साथ ही अन्य महिलाओं व सोलो ट्रैवलर को भी ट्रेकिंग के लिए प्रेरित करेंगी। इस आयोजन के माध्यम से विश्व स्तर के साहसिक पर्यटन प्रेमी (एडवेंचर लवर्स) पर्यटकों को मध्यप्रदेश के जंगल में एडवेंचर एवं ट्रेकिंग का अनुभव लेने का अवसर प्राप्त होगा। श्री शुक्ला ने टूरिज्म बोर्ड के इस आयोजन में सहभागिता करने के लिए Moustache Escapes संस्था की इस पहल की सराहना करते हुये कहा कि हमारा प्रयास है कि विश्व भर के पर्यटक मध्यप्रदेश आएँ और इनक्रेडिबल इंडिया के साथ देश के दिल मध्यप्रदेश का भी भ्रमण करें। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड की अपर प्रबन्ध संचालक सुश्री सोनिया मीणा ने कहा कि 15 महिला ट्रैकर्स सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के बफ़र जोन में ट्रेकिंग और कैंपिंग करके ट्रेक के ज्ञात स्थानों और अज्ञात ट्रेक भी खोजने के साथ ही प्रकृति की सुंदरता का भी अनुभव करेंगी। सुश्री मीणा ने कहा कि मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड प्रत्येक ट्रैवलर विशेषकर महिलाओं और सोलो ट्रैवलर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठा रहा है, जिससे प्रत्येक ट्रैवलर अपनी इस साहसिक पर्यटन यात्रा को यादगार बना सके। यहाँ दुबारा आने के लिए प्रेरित हो और अन्य ट्रेवलर्स को भी प्रोत्साहित कर सकें। उल्लेखनीय है कि म.प्र. पर्यटन बोर्ड द्वारा मध्यप्रदेश को साहसिक पर्यटन एवं महिलाओं के लिये सुरक्षित पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से समय-समय पर विभिन्न आयोजन सफलतापूर्वक आयोजित किए गये हैं।
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व्यवहार में सकारात्मकता के साथ अनुशासनात्मक जीवन जियें
आयुष राज्य मंत्री श्री कांवरे नव-प्रवेशित छात्रों के प्रवेश समारोह में
आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रामकिशोर कांवरे ने कहा है कि व्यवहार में सकारात्मक भाव होना चाहिये। बड़ों के प्रति सम्मान और छोटों से प्यार का भाव रखने से बड़ों का आशीर्वाद और छोटों से सम्मान हमेशा प्राप्त होता रहेगा। श्री कांवरे सोमवार को पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं संस्थान के नव-प्रवेशित छात्रों के प्रवेश समारोह कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। राज्य मंत्री श्री कांवरे ने कहा कि दैनिक दिनचर्या में अनुशासन का पालन करें। अपने शरीर और स्वास्थ्य की चिंता करें। अनुशासनात्मक जीवन जीने से बुलंदी पर पहुँचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स एक सेवक के रूप में जनता की सेवा करते हैं। इसी कड़ी में नये प्रवेशित छात्र भी शामिल होने जा रहे हैं। डॉक्टर्स को भगवान का दर्जा दिया गया है। यह दर्जा बनाये रखने के लिये कड़ी मेहनत और त्याग की आवश्यकता है। श्री कांवरे ने कहा कि प्राचार्य और शिक्षक एक पालक की तरह अपनी जिम्मेदारी पूर्ण करें। विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। छात्र-छात्राओं का इस प्रकार से ध्यान रखें, जिससे उन्हें पालकों की कमी महसूस नहीं हो। उन्होंने कहा कि संस्थान के अंतर्गत राज्य शासन आने वाले समय में 50 बिस्तरीय सुपर स्पेशियलिटी, पंचकर्म हॉस्पिटल शुरू करने जा रहा है। इसमें पंचकर्म आधारित हाई एन्ड अधोसंरचना विकसित की जायेंगी। उम्मीद है कि इससे देश एवं विदेश के रोगी लाभान्वित हो सकेंगे। यह वेलनेस टूरिज्म की दिशा में महत्वपूर्ण एवं परिणाममूलक कदम साबित होगा। मंत्री श्री कांवरे ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर उपस्थित सभी महिलाओं को बधाई एवं शुभकामनाएँ भी दीं। संस्थान ने आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता, कैंसर स्क्रीनिंग टेस्ट, विशेषज्ञ व्याख्यानों तथा महिलाओं की जाँच एवं पोषण के संबंध में आयोजन किया। साथ ही तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी तथा आउटसोर्स सेवाओं की महिला कर्मचारियों को महिला दिवस के अवसर पर सम्मानित करने का निर्णय लिया गया। सभी सम्मानित होने वाली महिलाओं को मंत्री ने हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। श्री कांवरे ने कॉलेज परिसर में पौध-रोपण भी किया। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, प्रथम वर्ष के शिक्षक और प्रथम वर्ष नवीन बैच के सभी छात्र उपस्थित थे।
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नारी ही हमारा मान, सम्मान और अभिमान है - मंत्री श्री पटेल
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं का किया सम्मान
किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सोमवार को अखिल भारतीय किरार क्षत्रिय महासभा भोपाल की महिला परिषद द्वारा आयोजित 'नारी-तू-नारायणी' समारोह में महिलाओं को सम्मानित किया। कार्यक्रम में श्री पटेल ने कहा कि हमारे लिये नारी मान-सम्मान और अभिमान है। हम सदैव विपत्ति में देवी के रूप में नारी स्वरूपा की पूजा-अर्चना करते है। इतना ही नहीं जब हम प्रसन्न और खुशहाल होते है तब भी नारी स्वरूप की ही उपासना करते है। मंत्री श्री पटेल ने अखिल भारतीय किरार क्षत्रिय महासभा महिला परिषद द्वारा आयोजित समारोह में कोरोना काल में उत्कृष्ठ कार्य करने वाली महिलाओं को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर परिषद की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती वंदना पटेल, उपाध्यक्ष श्रीमती लता हरोड़े, पूर्व पार्षद सुषमा चौहान, जिला अध्यक्ष श्रीमती नीता पटेल, इंदु चौहान, फूलवती सूर्यवंशी और अन्य पदाधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में नारी शक्ति मौजूद थी।
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यत्र नारी पूज्यते, रमन्ते तत्र देवता - मंत्री डॉ. मिश्रा
डॉ. मिश्रा ने मीनाक्षी वर्मा को गृह मंत्री की कुर्सी पर बैठाकर किया सम्मानित
भारतवर्ष और भारतीय संस्कृति में नारी सदैव पूजी जाती रही है। सभी संस्कृतियाँ विलुप्त प्राय है, किन्तु भारतीय संस्कृति आज भी अक्षुण्ण है। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं को शुभकामनाएँ और बधाई देते हुए यह बात कही। उन्होंने आज अपने शासकीय निवास में तैनात महिला आरक्षक मीनाक्षी वर्मा को गृह मंत्री की कुर्सी पर बैठाकर सम्मानित किया। ऑनरेरी होम मिनिस्टर सुश्री मीनाक्षी वर्मा ने शासकीय आवास पर आये हुए आगन्तुकों की समस्याओं को सुना और विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री अशोक अवस्थी को निराकरण के निर्देश दिये। डॉ. मिश्रा ने सुश्री मीनाक्षी वर्मा के बाजू में मौजूद रहकर समस्याओं के निराकरण में सहायता की। ऑनरेरी होम मिनिस्टर सुश्री वर्मा ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2021 उसके लिये अविस्मरणीय दिवस बन गया है। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा द्वारा दिये गये सम्मान से वह स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही है। उसके लिये यह पल अदभूत और गौरवशाली है। सुश्री वर्मा ने यह भी बताया कि डॉ. मिश्रा अपने समस्त स्टाफ का पारिवारिक सदस्यों की तरह ख्याल रखते है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर किया गया यह नवाचार महिला सशक्तिकरण की दिशा में प्रदेश सरकार की सशक्त एवं सुदृढ़ संकल्पना का परिचायक है। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि माँ, महात्मा और परमात्मा भारतीय संस्कृति के आधार है। हमारे देश में नारी पूजनीय है, इसीलिये हम अपनी मातृभूमि को भारत माता कहते है। हम शक्ति के लिये माँ दुर्गा की, बुद्धि के लिये माँ सरस्वती की और धन के लिये माँ लक्ष्मी की पूजा-अराधना करते है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत अभियान और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के अभियान को सफल बनाने में नारी शक्ति का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। अब नारी अबला नहीं - सबला है।
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प्रबंध संचालक श्री निकुंज श्रीवास्तव ने दिए ठेकेदार के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश
मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक श्री निकुंज श्रीवास्तव ने एशियन डेवलपमेंट बैंक के सहयोग से क्रियांवित किये जा रहे, जल प्रदाय योजना के कार्यों की समीक्षा की।श्री श्रीवास्तव ने बैठक में स्पष्ट निर्देश दिये की रोड़ रेस्टोरेशन के कार्य प्राथमकिता से किए जाये और यह सुनिश्चित हो की 15 मार्च से पहले रोड रेस्टोरेशन के कार्य पूरे हो जाये। प्रबंध संचालक ने सागर और भिंड में जल प्रदाय योजना की धीमी गति और रोड रेस्टोरेशन के कार्य में लापरवाही बरतने के आधार पर मेसर्स टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड के विरूद्ध प्रावधान अनुसार कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि नगरीय विकास और आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने रोड रेस्टोरेशन के कार्यों की सतत मॉनिटरिंग के निर्देश दिए हैं। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि पाइप लाईन बिछाने के लिये रोड कटर से ही काटे और 48 घंटे के अंदर अस्थाई रेस्टोरेशन और 15 दिन के अंदर स्थाई रोड रेस्टोरेशन का कार्य पूरा करें। प्रबंध संचालक ने ठेकेदारों से कहा की काम में धीमी गति स्वीकार्य नहीं होगी। ठेकेदार काम तेजी से करने के साथ गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि यदि ठेकेदार को फील्ड में कोई व्यवहारिक दिक्कत आ रही है तो,इकाईयों के परियोजना प्रबंधक की जिम्मेदारी है कि जिला कलेक्टर के संज्ञान में लाकर समस्या का निदान करायें। उन्होंने कहा की नगरीय निकाय के मुख्य नगर पालिका अधिकारी भी कंपनी द्वारा निष्पादित किये जा रहे कार्यों की जानकारी से अद्यतन रहें। प्रबंध संचालक ने कहा की मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप जल प्रदाय योजना के काम तेजी से पूरे किये जाये। समीक्षा बैठक में प्रमुख अभियंता श्री दीपक रत्नावत भी उपस्थित थे।
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मध्यप्रदेश को आत्म-निर्भर बनाने साइंस एंड टेक्नोलॉजी का अधिकतम उपयोग होगा : मंत्री श्री सखलेचा
आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश में एमएसएमई सेक्टर के लिए सीएसआईआर की टेक्नोलॉजी के उपयोग पर केंद्रित वेबिनार में बोले एमएसएमई मंत्री
सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा है कि मध्यप्रदेश को आत्म-निर्भर बनाने के लिए विज्ञान एवं तकनीक का भरपूर उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की टेक्नोलॉजी का विकास एक उपलब्धि है, लेकिन यह उपलब्धि तब तक अधूरी जब-तक इसका योगदान लोगों की भलाई और देश की अर्थ-व्यवस्था में न हो। श्री सखलेचा सोमवार को मप्र विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (मैपकॉस्ट) द्वारा आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश में एमएसएमई सेक्टर के लिए सीएसआईआर की टेक्नोलॉजी के उपयोग पर केंद्रित वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। श्री सखलेचा ने कहा कि वेबिनार को एमएसएमई, साइंस एंड टेक्नोलॉजी एवं युवा उद्यमियों की नेटवर्किंग का प्लेटफॉर्म बताते हुए कहा कि प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में उद्यमिता की अनंत संभावनाएँ हैं। आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लिए हर जिले में नई गतिविधि को प्रारंभ करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वेबिनार में सीएसआईआर ने 100 से ज्यादा ऐसी टेक्नोलॉजी की जानकारी दी है, जिनका उपयोग करके एमएसएमई सेक्टर का विस्तार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, खजुराहो और बैतूल में फर्नीचर कलस्टर विकसित करने जा रही है। फर्नीचर कलस्टर में यदि सीएसआईआर की लैब आती है, तो उद्यमियों को इसका फायदा मिलेगा। मंत्री श्री सखलेचा ने बताया कि के विभाग के पास 100 से अधिक लोगों के आग्रह आएँ है, जो औषधीय पौधों और खेती पर काम करना चाहते हैं। सीएसआईआर की तकनीकें इसमें बेहद उपयोगी साबित होंगी। उन्होंने कहा कि नीमच और मंदसौर में इस दिशा में काम हो सकता है। उन्होंने कहा कि सीएसआईआर ने केले के रेशे पर काम किया है। मध्यप्रदेश के बुरहानुपर में केला बड़ी मात्रा में हो रहा है, वहाँ इसका उपयोग किया जाए। श्री सखलेचा ने कहा कि मध्यप्रदेश एक ऐसा आदर्श राज्य है, जहाँ इन टेक्नोलॉजी का भरपूर इस्तेमाल किया जा सकता है। वेबिनार के दौरान उन्होंने मैपकॉस्ट के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सीएसआरईआर के साथ लाँग टर्म एसोसिएशन किया जाए तथा उनके द्वारा विकसित टेक्नोलॉजी का प्रदेश में किस तरह उपयोग किया जा सकता है, इस पर अलग से विस्तृत चर्चा की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सीएसआईआर की एमएसमएई सेक्टर के विकास के लिए सीएसआईआर की टेक्नोलॉजी की जानकारी सभी जिलों के जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्रों को भेजी जाए ताकि इनका अधिकतम इस्तेमाल हो सके। इससे पहले काउंसिल फॉर साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआईआर) की वरिष्ठ महिला वैज्ञानिक तथा साइंस कम्युनिकेशन एंड डिसेमिनेशन की विभागाध्यक्ष डॉ. गीतावाणी रसायम तथा टेक्नोलॉजी डवलपमेंट डायरेक्टोरेट की विभागाध्यक्ष डॉ. विभाष मल्होत्रा सावहने ने सीएसआईआर द्वारा एमएसएमई सेक्टर के विकास के लिए विकसित अनेक टेक्नोलॉजी, पहलों और कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी अपने प्रजेंटेशन में दी। डॉ. गीता वाणी रसायम ने बताया कि सीएसआईआर की टेक्नोलॉजी सोसायटी के लिए हैं। आत्म-निर्भर भारत बनाने के लिए शोध एवं अनुसंधान के क्षेत्र में काफी काम हो रहा है। एमएसएमई सेक्टर में साइंस एंड टेक्नोलॉजी को बढ़ावा दिया जा रहा है। डॉ. मल्होत्रा सावहने ने सीएसआईआर इनोवेशन एंड आरएंडडी के कोर एरिया में काम करने के साथ-साथ स्किल के क्षेत्र में भी काम कर रहा है। उन्होंने उद्यमिता को प्रोत्साहित और सहायता करने वाली पहलों और कार्यक्रमों की जानकारी दी। मैपकॉस्ट के महानिदेशक श्री अनिल कोठारी ने भी वेबिनार को संबोधित किया।
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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हुआ मंत्रालय में अनूठा कार्यक्रम
मंत्री श्री सारंग हुए मुख्य मेजबान के रूप में शामिल
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मंत्रालयीन कर्मचारी संघ द्वारा नवाचार करते हुए एक अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग मुख्य मेजबान के रूप में आमंत्रित किये गये। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मंत्रालय की महिला शासकीय सेवक अवर सचिव श्रीमती शालिनी भारस्करे, अनुभाग अधिकारी श्रीमती सीमा कुंभारे, श्रीमती नेहा ताम्हणे, सहायक अनुभाग अधिकारी श्रीमती सरोज डोंगरे और चतुर्थ श्रेणी कर्मी श्रीमती मेवाबाई शामिल थीं। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग ने संघ द्वारा चलाये जा रहे स्वास्थ्य सतर्कता केन्द्र के लिये एक्सरसाइज किट देने की घोषणा की। उन्होंने मानव जीवन में नारी की महत्ता को रेखांकित करते हुए बताया कि उन्हें प्रतिवर्ष 75 हजार बहनें राखी बाँधती हैं। कार्यक्रम में मंत्री श्री सारंग और मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री शिव चौबे ने कन्या-पूजन भी किया। कार्यक्रम में महिला क्विज एवं गेम्स भी हुए। क्विज में सही उत्तर देने वाली महिला कर्मियों को स्पॉट पुरस्कार भी दिये गये। महिला मुख्य अतिथियों ने सरस्वती पूजन एवं दीप प्रज्जवल कर कार्यक्रम की शुरूआत की। कार्यक्रम में सरस्वती वंदना का संगीतमय गायन भी हुआ। संघ के अध्यक्ष इंजी. श्री सुधीर नायक ने संघ की गतिविधियों की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री आशीष सोनी द्वारा किया गया। इस मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष श्री रामकुमार पटेल सहित अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।
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शांतिपूर्ण निर्वाचन है सर्वोच्च प्राथमिकता- राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री सिंह
राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री बसंत प्रताप सिंह ने आगामी नगरीय निकाय एवं पंचायत निर्वाचन में कानून व्यवस्था के संबंध में पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी और अपर मुख्य सचिव श्री राजेश राजौरा से चर्चा की। श्री सिंह ने कहा कि मतदान के दौरान अतिसंवेदनशील और संवेदनशील मतदान केन्द्रों में पर्याप्त पुलिस बल लगाया जाय। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण निर्वाचन सर्वोच्च प्राथमिकता है। श्री सिंह ने बताया कि पंचायत निर्वाचन तीन और नगरीय निकाय निर्वाचन दो फेज में करवाये जायेंगे। अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्रों में वीडियो कैमरे भी लगवाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि निर्वाचन की घोषणा के साथ ही आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील हो जायेगी। इसका शख्ती से पालन सुनिश्चित कराया जाय। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि पहली बार यह प्रावधान किया जा रहा है कि नामांकन-पत्र में गलत जानकारी देने पर 6 महीने की सजा और 25 हजार रूपये का जुर्माना हो सकेगा। नगरीय निकाय चुनाव में सामान्य प्रेक्षक के साथ ही व्यय प्रेक्षक भी नियुक्त्किये जायेंगे। उन्होंने विधिक प्रावधानों के बारे में जानकारी दी। पुलिस बल के इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट के संबंध में भी चर्चा हुई। बैठक में सचिव राज्य निर्वाचन आयोग श्री दुर्ग विजय सिंह और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री आदर्श कटियार एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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