दिनांक 07 मार्च, 2021


अंक 714

सिंगौरगढ़ क्षेत्र को नेशनल ट्राईबल टूरिज्म हब के रुप में करें विकसित - राष्ट्रपति श्री कोविन्द

मेड इन इंडिया के साथ हैण्ड मेड इन इंडिया को करें प्रोत्साहित
मानवता की जड़ों से जुड़ना है, तो जनजातीय जीवन शैली को अपने जीवन में उतारें
प्रत्येक वर्ष रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर तीन दिवसीय कार्यक्रम होगा - मुख्यमंत्री श्री चौहान

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने दमोह जिले की ग्राम पंचायत सिंग्रामपुर में रविवार को सिंगौरगढ़ किले के संरक्षण कार्य का शिलान्यास कर राज्य स्तरीय जनजातीय सम्मेलन का शुभारंभ किया। राष्ट्रपति श्री कोविन्द ने कहा कि मेड इन इंडिया के साथ-साथ हैण्ड मेड इन इंडिया को भी प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। हस्तशिल्प के क्षेत्र में हमारे आदिवासी भाई-बहन अद्भुत कौशल के धनी हैं। प्रयास यह होना चाहिए कि उनके हस्तशिल्प के उत्पादों को अच्छी कीमत और व्यापक स्तर पर बाजार मिल सके।

राष्ट्रपति श्री कोविन्द ने कहा कि सिंगौर परिक्षेत्र नेशनल ट्रायबल हब के रूप में विकसित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सिंगौरगढ़ किले के संरक्षण के लिये किये जा रहे कार्यों से भविष्य में यह क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि महत्वपूर्ण होगा। इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने चंबल, मालवा, बुन्देलखण्ड, महाकौशल, बघेलखण्ड की विरासतों को सहेजने की दिशा में भी बेहतर कार्य करने की बात कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रहलाद पटेल इस दिशा में प्रयास करें। राष्ट्रपति ने कहा कि निश्चित तौर पर भारतीय पुरातत्व के जिन 6 मण्डलों का नव-निर्माण किया गया है, यह इस दिशा में सार्थक कार्य करेंगे।

राष्ट्रपति श्री कोविन्द ने कहा कि जनजातीय भाई-बहनों से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। वे समाज को हमेशा एकता मूलक बनाने की दिशा में कार्य करते हैं। इनमें महिलाओं और पुरुषों के बीच भेद भाव नहीं होता है। इसलिये जनजातीय आबादी में स्त्री और पुरुष अनुपात सामान्य आबादी से बेहतर है। जनजातीय समुदाय में व्यक्ति के स्थान पर समूह को प्राथमिकता दी जाती है। प्रतिस्पर्धा की जगह सहयोग को प्रोत्साहित किया जाता है। उनकी जीवन शैली में प्रकृति को सर्वोच्च सम्मान दिया जाता है। आदिवासी जीवन में सहजता होती है और परिश्रम का सम्मान होता है। राष्ट्रपति ने कहा कि यदि आपको मानवता की जड़ों से जुड़ना है, तो जनजातीय समुदाय के जीवन मूल्यों को अपनी जीवन शैली में लाने का प्रयास करना होगा।

राष्ट्रपति श्री कोविन्द ने कहा कि जनजातीय समुदायों में परम्परागत ज्ञान का अक्षय भण्डार संचित है। उन्होंने मध्यप्रदेश में एक विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा का उल्लेख करते हुये कहा कि इस समुदाय के लोग परम्परागत चिकित्सा के विषय में बहुत जानकारी रखते हैं। प्रायः वे असाध्य रोगों का अचूक इलाज भी करते हैं। परम्परागत आयुर्वेदिक औषधियों के प्र-संस्करण एवं निर्माण की योजनाओं में जनजातीय समुदाय की भागीदारी बहुत उपयोगी सिद्ध होगी। इस दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है।

राष्ट्रपति श्री कोविन्द ने जनजातियों के ज्ञान को आधुनिक माध्यम से प्रसारित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थान जनजातीय ज्ञान एवं शिल्प परम्परा का व्यापक स्तर पर उपयोगी अध्ययन कर सकते हैं। ऐसे अध्ययनों का लाभ पूरे देश को मिलेगा। शिक्षा ही किसी भी व्यक्ति या समुदाय के विकास का सबसे प्रभावी माध्यम होता है। अत: जनजातीय समुदाय के शैक्षिक विकास के लिये प्रयास करना आवश्यक है।

राष्ट्रपति श्री कोविन्द ने मध्यप्रदेश में किये जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह प्रशंसा की बात है कि मध्यप्रदेश में एकलव्य जनजातीय आवासीय विद्यालयों के निर्माण एवं संचालन पर विशेष बल दिया जा रहा है। साक्षरता और शिक्षा के प्रसार के लिये मध्यप्रदेश में कन्या शिक्षा परिसरों के निर्माण को प्रोत्साहित किया जा रहा है। राष्ट्रपति ने रानी दुर्गावती एवं शंकरशाह के नाम से स्थापित किये गये पुरुस्कारों की सराहना भी की।

राष्ट्रपति श्री कोविन्द ने शासन की योजनाओं की जानकारी का उल्लेख भी अपने उद्बोधन में किया। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण योजना अनुसूचित जनजाति विकास के लिये विशेष योजना है। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम द्वारा योजना के तहत रियायती दर पर वित्तीय सहायता दी जाती है। हमारी जनजातीय बहनों और बेटियों को ऐसी योजनाओं से मदद लेकर आगे बढ़ना चाहिए। हम सबको मिलकर यह प्रयास करना है कि हमारे जनजातीय भाईयों, बहनों को आधुनिक विकास में भागीदारी करने का लाभ मिले और साथ ही उनकी जनजातीय पहचान और अस्मिता भी अपने सहज रुप में बनी रहे।

राष्ट्रपति श्री कोविन्द ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की अग्रिम शुभकामनाएँ सभी महिलाओं को दीं। यह दिन पूरे विश्व में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये संकल्पबद्ध होने का दिन है। आज से वर्षों पहले रानी दुर्गावती ने युद्ध क्षेत्र में महिला शक्ति का एक दुर्लभ उदाहरण पेश किया था। उस महान वीरांगना की स्मृति को नमन करते हुये सभी देशवासियों को विशेषकर सभी बहनों और बेटियों को अग्रिम महिला दिवस की बधाई देता हूँ।

राष्ट्रपति ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी का भी स्मरण किया। उन्होंने कहा कि सबसे पहले श्री अटल बिहारी बाजपेयी ने ही भारत सरकार में जनजातीय कार्य मंत्रालय का गठन किया था। उनका मानना था कि एक ऐसा मंत्रालय पृथक से होना चाहिए, जो जनजातीय वर्ग के लोगों के सर्वांगीण विकास के लिये कार्य करे। वर्तमान परिदृश्य में केन्द्र सरकार के साथ राज्य सरकारों द्वारा भी इस विभाग का संचालन किया जा रहा है।

जीवन जीने की कला हमारे जनजातीय भाइयों के पास है - राज्यपाल श्रीमती पटेल

राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल ने कहा कि जीवन जीने की कला हमारे जनजातीय भाइयों के पास है। समूह में जीना, कदम से कदम मिलाकर चलना, कठिनाइयों में भी जिंदगी में जुनून भरना उनके जीवन का मूल मंत्र है। वे कला और संस्कृति की समृद्ध विरासत को संजोए हुए हैं।

राज्यपाल ने कहा कि वास्तव में जनजातीय समुदाय के पास शहरी लोगों को सिखाने के लिए बहुत कुछ है। जब हम जनजातीय समुदाय के साथ काम करते हैं, तो हमें हमेशा खुले दिमाग से काम करना चाहिए। हमें हमेशा विनम्रता बनाए रखनी चाहिए। तभी हम उन महत्त्वपूर्ण पाठों को सीख सकते हैं जो जनजातीय समुदाय शहरी लोगों को सिखा सकता है।

राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि ऐसे अनेक लोग हैं जिन्हें जंगल की जड़ी बूटियों के अंदर औषधीय ताकत की पहचान है। उनके ज्ञान को सहेजना और जिस मेडिकल साइंस को दुनिया समझती है, उसमें प्रस्तुत करना और उसका विश्व बाजार में कैसे उपयोग हो सकता है, इस दिशा में चिंतन किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रदेश में समावेशी विकास के मंत्र “सबका साथ-सबका विकास” के राष्ट्रीय लक्ष्य के अनुसार जनजातीय समुदाय के विकास को एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में सम्मिलित किया गया है। प्रदेश में जनजाति जनसंख्या के अनुपात में 21 प्रतिशत से अधिक बजट प्रावधान करके आदिवासी उप-योजनाओं के अंतर्गत विभिन्न विभागों के माध्यम से योजनाएँ संचालित कर जनजाति वर्ग के हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है।

राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि आदिवासी भाई बहनों को राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की प्रक्रिया को सरल सुगम एवं ऑनलाइन उपलब्ध कराने के लिए सॉफ्टवेयर विकसित किया गया है। उनके शैक्षणिक विकास के लिए छात्रवृत्ति वितरण व्यवस्था को भी सुगम बनाया गया है। प्रदेश में करीब 25 लाख जनजातीय विद्यार्थियों को 465 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति गतवर्ष प्रदान की गई है।

राज्यपाल ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में कृषि एवं उद्यानिकी उत्पादों के लिए जैविक प्रमाणीकरण प्रोटोकॉल स्थापित किया जायेगा। अनुसूचित जनजातियों को लघु वनोपजों का बेहतर मूल्य दिलाने के लिये तेरह जिलों में 86 स्थानों पर वन-धन केन्द्र का विकास किया जा रहा है। नवीन 18 लघु वनोपजों को मिलाकर इस वित्तीय वर्ष में कुल 32 लघु वनोपजों के न्यूनतम समर्थन मूल्य का निर्धारण किया गया है।

रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर प्रत्येक वर्ष होगा तीन दिवसीय कार्यक्रम : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि रानी दुर्गावती की गौरव गाथा कोई नहीं भूल सकता। उनके पराक्रम ने उनके विरोधियों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। आज का दिन हमारे लिये महत्वपूर्ण है क्योंकि राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द द्वारा सिंगौरगढ़ किले के संरक्षण कार्य के लिये होने वाले कार्यों का शिलान्यास किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर प्रत्येक वर्ष तीन दिवसीय कार्यक्रम के आयोजन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम देशभक्ति से ओतप्रोत होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्थानीय विधायक की मांग पर जबेरा विकासखण्ड की चौरई पंचायत में बड़ादेव मंदिर निर्माण के लिये हर संभव सहयोग करने और ग्राम कलहरा में खेरमाई मंदिर का निर्माण कराये जाने की घोषणा भी की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार जनजातीय वर्ग के सर्वांगीण विकास के लिये कोई भी कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। प्रशासन को निर्देश दिये गये हैं कि कोई भी जनजातीय भाई बिना पट्टे के न छूटे। उन्हें जोड़कर उनके अधिकार का पट्टा दिलायें। उन्होंने कहा कि इस वर्ष जनजातीय वर्ग के बालकों को प्रतिमाह 1300 और बालिकाओं को 1340 रुपये छात्रवृत्ति देने का कार्य प्रदेश सरकार करेगी। इतना ही नहीं, जो विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिये जिला एवं संभागीय मुख्यालय में अध्ययन के लिये जायेंगे और किराये के मकान में रहेंगे, उन्हें 2 हजार रुपये प्रतिमाह किराया भी दिया जायेगा।

ऐतिहासिक विरासत को प्रदर्शित करती फिल्म का हुआ प्रदर्शन

कार्यक्रम में सिंग्रामपुर की ऐतिहासिक विरासत को प्रदर्शित करती वीडियो फिल्म का प्रदर्शन हुआ। इसके साथ ही रानी दुर्गावती की वीरगाथा पर एकलव्य विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने आकर्षक प्रस्तुतियाँ दी। साथ ही शास्त्रीय संगीत के ख्यातिलब्ध कलाकार सौंड़क ने भी अपनी प्रस्तुति दी। राष्ट्रपति ने फिल्म एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना की।

राष्ट्रपति ने किया पोर्टल का लोकार्पण

जनजातीय कलाकारों द्वारा कला प्रशिक्षण वर्चुअल क्लास के पोर्टल ‘‘आदिरंग डॉट कॉम’’ का शुभारंभ भी राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने किया। पोर्टल का निर्माण वन्या प्रकाशन द्वारा किया गया है।

जनजातीय वर्ग के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को किया पुरस्कृत

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने जनजातीय वर्ग के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को शंकरशाह और रानी दुर्गावती पुरस्कार से पुरस्कृत किया। कुमारी सारिका ठाकुर और मुस्कान रावत को रानी दुर्गावती पुरुस्कार तथा पंकज धुर्वे और रविन्द्र एड़पचे को शंकरशाह पुरुस्कार से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना भी की।

पर्यटन को बढ़ावा देने विभिन्न विकास कार्यों का हुआ शिलान्यास

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने सिंग्रामपुर में सिंगौरगढ़ किले के संरक्षण कार्य का शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के नये गठित किये जबलपुर मण्डल को भी लोकार्पित किया। इस अवसर पर उन्होंने जिले में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने की दृष्टि से 23.16 करोड़ रुपए की राशि के स्वीकृत कार्यों का भी शिलान्यास किया।

इसमें बेलाताल झील में पर्यटन अवसंरचना विकास कार्य होगा। पर्यटकों को बेहतर सुविधाएँ प्रदान करने के लिए इस परियोजना में पेयजल सुविधाएँ, रेन शेल्टर, पार्किंग क्षेत्र, जिम क्षेत्र, योग-स्थल, समारोह के लिए खुला उद्यान, ओपन एयर थिएटर, सीसीटीवी प्रणाली, सोलर पैनल प्रणाली, सॉवनियर शॉप, सार्वजनिक सुविधाएँ, फूड कोर्ट, कलात्मक पैदल-पथ, पानी के फव्वारे, बच्चों के खेलने का क्षेत्र, मार्ग, रसोई सहित बहु-प्रयोजन हाल आदि शामिल हैं। इससे स्थानीय रोज़गार पैदा होगा और क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द का मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गौंड़ कलाकार आनन्द श्याम द्वारा बनाई गई गौंड़ कलाकृति भेंट कर सम्मान किया। केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रहलाद पटेल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रदेश की जनजातीय कार्य विभाग मंत्री सुश्री मीना सिंह मांडवे ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते और नगरीय विकास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह मौजूद रहे।

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर अर्पित किए श्रृद्धा सुमन

पारिजात का पौधा भी रोपा

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने रविवार को दमोह जिले के प्रवास के दौरान ग्राम पंचायत सिंग्रामपुर के पार्क में स्थापित वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर श्रृद्धा सुमन अर्पित किए। राष्ट्रपति ने पार्क में पारिजात के पौधे का रोपण भी किया।

इस मौके पर राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय संस्कृति पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रहलाद पटेल, केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, आदिम जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह मांडवे, नगरीय प्रशासन मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, विधायक एवं जन-प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

कोरोना से बचाव के लिये रोको-टोको अभियान जरूरी - मुख्यमंत्री श्री चौहान

टीकाकरण अभियान की भी हुई समीक्षा
कोरोना की स्थिति पर मुख्यमंत्री ने ली बैठक

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण से बचाव संबंधी सावधानियों के पालन के लिये रोको-टोको अभियान को प्रभावी तरीके से लागू किया जाये, अन्यथा कठोर कदम उठाना आवश्यक हो जायेगा। इंदौर, भोपाल, बुहानपुर, जबलपुर, रीवा, उज्जैन, ग्वालियर और छिंदवाड़ा में तेजी से प्रकरण बढ़ रहे हैं। जिला कलेक्टर और क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप सतर्क और सक्रिय रहते हुए स्थिति पर अभी से नियंत्रण करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवास पर कोरोना की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान बैठक में उपस्थित थे।

इंदौर और भोपाल में तेजी से बढ़ रही है पॉजीटिव प्रकरणों की संख्या

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री और चिकित्सा शिक्षा मंत्री को इन जिलों पर लगातार नजर रखने के निर्देश भी दिए। बैठक में जानकारी दी गई कि मध्य प्रदेश कोरोना पॉजिटिव प्रकरणों की संख्या में देश में छठवें नंबर पर है। महाराष्ट्र में नए केसों की संख्या 10 हजार से अधिक हो गई हैं। केरल, पंजाब, कर्नाटक और तमिलनाडु में प्रकरण बढ़ रहे हैं। गत सात दिनों में इंदौर में 1103, भोपाल में 573, जबलपुर में 134, छिंदवाड़ा में 93, उज्जैन में 91, बेतूल और बुरहानपुर में 67-67 पॉजिटिव प्रकरण दर्ज हुए।

लगभग 9 लाख को लगी टीकाकरण की पहली डोज़

बैठक में टीकाकरण अभियान की समीक्षा की गई। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ ने बताया कि लगभग 9 लाख व्यक्तिओं को टीके की पहली डोज़ लग चुकी है। मध्यप्रदेश टीकाकरण में देश में दूसरे नंबर पर है। भोपाल, इंदौर, धार, बुरहानपुर और पन्ना सहित कई जिलों में लक्ष्य से अधिक टीकाकरण हो रहा है।

विकास और जन-कल्याणकारी योजनाओं के लिये शत-प्रतिशत वित्तीय व्यवस्था की जाएगी : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री ने की राजस्व संग्रहण संबंधी समीक्षा

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विकास गतिविधियों और जन-कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन राजस्व संग्रहण पर निर्भर हैं। हम पैसे की कमी की बात कभी नहीं करेंगे, अपितु परिश्रम और अथक प्रयास कर लक्ष्य से अधिक राजस्व संग्रहण पर ध्यान देंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विकास और जन-कल्याणकारी योजनाओं के लिये शत-प्रतिशत वित्तीय व्यवस्था की जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास पर आयोजित राजस्व संग्रहण से संबंधित विभागों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में वन मंत्री कुंवर विजय शाह, वित्त तथा वाणिज्यिक कर मंत्री श्री जगदीश देवड़ा, राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव वित्त श्री मनोज गोविल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना काल की कठिन परिस्थितियों में भी राजस्व संग्रहण संबंधी सभी विभागों ने उत्कृष्ठ कार्य करते हुए पर्याप्त संग्रहण सुनिश्चित किया है। इसके लिये वे बधाई के पात्र हैं। आगामी वर्ष में भी सभी विकास गतिविधियों और जन-कल्याणकारी कार्यक्रमों के लिये वित्तीय व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। बैठक में वैट-सीएसटी, जीएसटी, आबकारी, स्टाम्प एवं पंजीयन, खनिज, परिवहन, ऊर्जा, वन, लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन के निर्धारित लक्ष्यों तथा प्राप्तियों की समीक्षा की गई।

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद की उपस्थिति में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया "बानगी " का विमोचन

जनजातीय विरासत और विकास पर केंद्रित पुस्तिका की प्रथम प्रति राष्ट्रपति को भेंट

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद की उपस्थिति में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह ने दमोह में आयोजित जनजातीय सम्मेलन में जनजातीय कार्य विभाग के प्रकाशन 'बानगी' का विमोचन किया। 'बानगी' पुस्तिका मध्यप्रदेश की जनजातीय विरासत, विकास और सफल गाथाओं पर केन्द्रित है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विमोचन के बाद पुस्तक की प्रथम प्रति राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द को भेंट की। इस अवसर पर राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रहलाद पटेल और केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, जनजाति और अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह, नगरीय विकास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह सहित विधायकगण, प्रमुख सचिव श्रीमती पल्लवी जैन गोविल, संचालक टीएडीपी सुश्री शैलबाला मार्टिन अन्य प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में जनजाति समुदाय के लोग मौजूद थे।

पुस्तिका की विषय वस्तु

जनजातीय परिदृश्य, विरासत, विकास, संस्कृति और सफलता की कहानियों पर केन्द्रित पुस्तिका 'बानगी' में जनजातीय विरासत और प्रगति के विभिन्न आयामों और उपलब्ध्यिों को प्रस्तुत किया गया है। मध्यप्रदेश में जनजातीय विकास को रेखांकित करती 'बानगी' पुस्तक की संकल्पना और सम्पादन विभाग की अधिकारी डॉ. स्वाति तिवारी ने किया है। चार खण्ड में विभाजित इस पुस्तक के प्रथम खण्ड में जनजातीय संस्कृति और परम्परा, जनजातीय विकास, अवधारणा, आयाम एवं क्षेत्रीय विकास योजनाओं को दर्शाया गया है। द्वितीय खण्ड में विभिन्न योजनाओं पर केन्द्रित सफलता की 40 कहानियाँ हैं। तृतीय खण्ड में अभिनव पहल के रूप में अनूठी योजनाओं की बात रखते हुये उनकी सफलता पर केन्द्रित 11 गतिविधियों को रेखांकित किया गया है।चतुर्थ खण्ड मेँ जनजातीय अभिव्यक्ति की समृद्ध परम्पराओं में शामिल वाचक साहित्य, नृत्य, पर्व, कला एवं संग्रहालयों इत्यादि से संबंधित संक्षिप्त है। सवा सौ पृष्ठ में जनजातीय संस्कृति, विकास की चित्रमय बानगी है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हुनर-हाट का शुभांरभ करेंगे

स्व-सहायता समूहों को करेंगे 200 करोड़ रूपये का ऋण वितरण

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भोपाल हाट में राज्य स्तरीय हुनर-हाट का शुभारंभ करेंगे। इसी दिन मुख्यमंत्री श्री चौहान राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों को लगभग 200 करोड़ रूपये का बैंक ऋण भी वितरित करेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान की मंशानुरूप अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित होने वाले इन कार्यक्रमों को महिला प्रधान बनाने के लिये रूप रेखा तैयार की गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिला दिवस पर लग रहे हुनर-हाट का प्रत्येक दायित्व महिला संभालेंगी। महिला सशक्तिकरण की प्रतीक कामयाब महिलाओं को मंचासीन किया जाएगा। हुनर-हाट का आयोजन प्रात: 10 बजे भोपाल हाट में होगा। इसी क्रम में दोपहर 3 बजे मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में ग्रामीण स्व-सहायता समूहों का सम्मेलन होगा। इसमें मुख्यमंत्री श्री चौहान राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्व-सहायता समूह के सदस्यों को 200 करोड़ रूपये के बैंक ऋण वितरित करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान कुछ जिलों के समूह सदस्यों से वी.सी. के माध्यम से सीधा संवाद भी करेंगे।

हुनर-हाट के आकर्षण

लोकल को वोकल बनाने के लिये भोपाल के हुनर-हाट में 8 से 10 मार्च तक प्रदेश के विभिन्न जिलों के स्व-सहायता समूहों की परिश्रमी और हुनरमंद महिलाओं द्वारा तैयार विभिन्न उत्पादों का प्रदर्शन होगा। इसमें कोदो-कुटकी से बने हुए स्वादिष्ट एवं पौष्टिक व्यंजन जैसे बिस्किट, नमकीन, गोंड पेंटिग, पावरलूम की चादरें, सुपारी के खिलौनें, शहद, काष्ठ शिल्प, बाँस के खिलौनें, घरेलू उपयोग की वस्तुएँ, वेल मेटल, साडियाँ, श्रृंगार सामग्री, सूट एवं ड्रेस मेटेरियल आदि का प्रदर्शन और विक्रय किया जायेगा। इसके साथ ही तीनों दिन Sheroes, Nutrition,Safecity जैसे विषयों पर चर्चा और महिलाओं के लिये अन्य कार्यक्रम भी होंगे। हुनर-हाट में करीब 65 से 70 स्व-सहायता समूह अपने उत्पाद लेकर आयेंगे। जिन जिलों से अधिक संख्या में समूह आ रहे हैं उनमें बालाघाट, डिण्डौरी, रायसेन, बडवानी, अनूपपुर, सतना, उमरिया जिले हैं। उल्लेखनीय है कि इन उत्पादों की वैश्विक पट्ल तक पहुँच स्थापित करने के लिये इन उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय मानको के अनुरूप तैयार किया जाकर अनदाई ब्राण्ड के नाम से विभिन्न डिजिटल प्लेट फार्म अमेजन, इंडिया मार्ट का उपयोग किया जा रहा है। ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था में तैयार उत्पादों के विक्रय सह प्रदर्शन के लिये अनदाई डाट इन (andai.in) पोर्टल तैयार किया गया है।

जिलों में भी होगें कार्यक्रम

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को प्रदेश के सभी जिलों में भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। इसमें अपराजिता, जागरूकता रैली, साईकिल रैली, सेफ्टी वॉक सेफ्टी ऑडिट, परिचर्चाओं और हुनर-हाट जैसे कार्यक्रम होंगे। अपराजिता कार्यक्रम के अंतर्गत बालिकाओं को आत्म-निर्भर बनाने के लिये 311 विकासखंडों के उत्कृष्ट विद्यालय, चयनित शासकीय विद्यालयों में उन्हें मार्शल आर्टस का प्रशिक्षण दिया जायेगा। महिलाओं एवं बालिकाओं के लिये सुरक्षित शहर हेतु सेफ्टी वॉक, सेफ्टी ऑडिट जैसी गतिविधियों के साथ विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन होगा। सभी जिलों में साइकिल रैली निकाली जायेगी। हुनर-हाट में स्व-सहायता समूहों की परिश्रमी और हुनरमंद महिलाओं द्वारा तैयार विभिन्न उत्पादों का प्रदर्शन और विक्रय किया जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लगाया रुद्राक्ष का पौधा

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान सामान्यतः जनहितैषी और संवेदनशील मुख्यमंत्री के रूप में जाने जाते हैं। अब वे पर्यावरण प्रेमी के रूप में भी जाने जा रहे हैं। विगत दिनों उन्होंने अमरकंटक में पर्यावरण के हित मे प्रतिदिन एक पौधा लगाने का संकल्प लिया था। इसी क्रम में जबलपुर प्रवास के दूसरे दिन उन्होंने अपने संकल्प को पूरा करने के क्रम में सर्किट हाउस परिसर में रुद्राक्ष का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पौधा लगाकर अपने दैनिक कार्यक्रमों की शुरुआत करते हुए उपस्थित लोगों से धरती को बचाये रखने प्रतिदिन और जीवन के शुभ अवसरों पर एक पौधा लगाने की अपील भी की।

पौध-रोपण कार्यक्रम में आयुष एवं जल संसाधन राज्यमंत्री श्री रामकिशोर कावरे ने भी बेल का पौधा लगाया। इस अवसर पर केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री श्री फग्गनसिंह कुलस्ते, कमिश्नर श्री बी चंद्रशेखर, आई.जी श्री भगवत सिंह चौहान, कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ,जन-प्रतिनिधि एवं नागरिक उपस्थित थे।

रुद्राक्ष को प्राप्त है विशेष महत्व

रुद्राक्ष का पौधा आस्था का प्रतीक माना जाता है। यह पवित्र वृक्ष माना जाता है। इसके फल की मालाएं भी धारण की जाती हैं। ऐसा जन विश्वास है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शंकर के नेत्रों के जलबिंदु से हुई। रुद्राक्ष शिव का वरदान है, जो संसार के भौतिक दु:खों को दूर करने के लिए प्रभु शंकर ने प्रकट किया। रुद्राक्ष धारण करने से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। रुद्राक्ष आमतौर पर भक्तों द्वारा सुरक्षा कवच के तौर पर या ओम नमः शिव मंत्र के जाप के लिए भी पहने जाते हैं। इसके बीज मुख्य रूप से भारत और नेपाल में कार्बनिक आभूषणों और माला के रूप में उपयोग किए जाते हैं। यह भी माना जाता है कि रुद्राक्ष अर्द्ध कीमती पत्थरों के समान मूल्यवान होते हैं।

महिला सशक्तिकरण के लिये प्रदेश में होंगे गंभीर प्रयास : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिये गम्भीर प्रयास किये जाएंगे। महिला सशक्तिकरण के प्रतीक अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के कार्यक्रम को यादगार बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा इस दिन प्रात: वृक्षारोपण से लेकर महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रम 'नारी तू नारायणी' में महिलाओं की सशक्त भागीदरी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा इन सभी कार्यक्रमों में उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह की भी सक्रिय सहभागिता रहेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दिन भर आयोजित होने वाले विविध कार्यक्रमों की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव श्री मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव श्री मनोज गोविल, मुख्यमंत्री के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी श्री मंकरन्द देउस्कर और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी मौजूद थे। राज्य शासन के सभी अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा, महिला-कल्याण, शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक, आर्थिक उन्नति, रोजगार, समानता, बेटी-बचाओं, आदि विभिन्न महिला सशक्तिकरण के मुद्दों पर अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्त्री-पुरूष लिंगानुपात चिंता का विषय है। समाज में महिलाओं की संख्या बढ़नी चाहिये।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिला स्व-सहायता समूहों को अधिक सशक्त बनाने के निर्देश दिये। समूहों के कार्यों को विश्व स्तर तक पहुँचाने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि लोकल को वोकल बनाने में सहयोग करें। महिला सशक्तिकरण दिवस के कार्यक्रम में संघर्ष से सफलता तक पहुँची महिलाओं को सम्मान मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में प्रत्येक विभाग अंतर्गत महिला सशक्तिकरण की कार्य-योजना बनाने के निर्देश दिये और अब-तक किये गये कार्यों, कार्यक्रमों और योजनाओं की जानकारी ली।

नालों में पानी व्यर्थ न बहने दे, लिफ्ट कर नहरों में छोड़ें : मंत्री श्री पटेल

हरदा जिला जल एवं उपयोगिता समिति की बैठक आयोजित

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा है कि  किसानों को  मूँग की फसल के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कराया जाएगा  उन्होंने कहा कि  तवा डैम से  नहरों में पानी छोड़ा जाएगा।  इसके अतिरिक्त  नालों में पानी को व्यर्थ  न बहने दिया जाए, उसे लिफ्ट कर  नहरों में छोड़ा जाएँ ताकि किसानों को सिंचाई के लिए अधिकतम  जल उपलब्ध हो सके। श्री पटेल  रविवार को हरदा जिला पंचायत सभागृह में मूँग फसल के लिए तवा बाँध से सिंचाई हेतु जिला जल एवं उपयोगिता समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे।

बैठक में सिंचाई विभाग के द्वारा बताया गया कि विगत वर्ष मूँग फसल के लिए जिले को 50 हजार हेक्टर भूमि के लिए पानी उपलब्ध हुआ था। हरदा जिले में 28 हजार हेक्टर भूमि को सिंचाई हेतु जल प्राप्त हुआ था। विगत वर्ष 60 दिवस के लिए जल प्राप्त हुआ था।इस वर्ष 65 से 70 हजार हेक्टर भूमि को सिंचित किया जा सकता है। बैठक  में कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा कि हरदा एवं होशंगाबाद जिले को समान मात्रा में बराबर सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध होगा। बैठक में आम सहमति के आधार पर निर्णय लिया गया कि 23 मार्च 2021 से तवा डैम के  माध्यम से नहरों में पानी छोड़ा जाएगा। बैठक में विधायक टिमरनी श्री संजय शाह, जिला अधिकारी एवं जन-प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

गुप्तेश्वर मंदिर के सौंदर्यीकरण में कमी नहीं आने देंगे: मंत्री श्री पटेल

किसान-कल्याण  तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा कि हरदा के गुप्तेश्वर मंदिर के सौंदर्यीकरण के कार्य में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने रविवार को हरदा शहर के गुप्तेश्वर मंदिर प्रांगण में पेवर ब्लॉक कार्य का भूमि पूजन किया। श्री पटेल ने कहा कि गुप्तेश्वर मंदिर हरदा शहर के वासियों की आस्था का प्रतीक है। मंदिर प्रांगण में आवागमन के लिए नए पुल का निर्माण कराया जाएगा, जिसमें वाहनों  एवं आमजन के आवागमन की सुविधाएँ अलग-अलग होगी। कार्यक्रम में हरदा शहर के वरिष्ठ एवं विशिष्ट समाजसेवी उपस्थित थे।

नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन

मंत्री सुश्री ठाकुर करेंगी वीरांगना नाट्य समारोह का शुभारंभ

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शौर्य स्मारक पर आयोजन

संस्कृति, पर्यटन एवं आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर वीरांगना नाट्य समारोह का शुभारंभ करेंगी। संस्कृति विभाग, स्वराज संस्थान संचालनालय और बहुद्देशीय सामाजिक संस्था के संयुक्त तत्वाधान में शौर्य स्मारक भोपाल में 8 से 19 मार्च तक नाट्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है। नाट्य समारोह में मंचित किए जा रहे सभी नाटक महिला निर्देशिकाओं द्वारा निर्देशित किए गए हैं। नाट्य समारोह में सभी दर्शकों का प्रवेश निःशुल्क रहेगा।

वीरांगना नाट्य समारोह का शुभारंभ सुश्री सुचित्रा हरमलकर इंदौर द्वारा भारत की महान नारी शक्ति पर आधारित नृत्य नाटिका 'अनुकृति' से किया जाएगा। समारोह की दूसरी प्रस्तुति 9 मार्च को श्रुति बारीक द्वारा निर्देशित 'झाँसी की रानी' होंगी। इसी तरह 10 मार्च को ज्योति दुबे द्वारा निर्देशित 'लमझना', 11 मार्च को बिशना चौहान द्वारा निर्देशित 'लाइफ ऑन फोन', 12 मार्च को सिंधु धौलपुरे द्वारा निर्देशित 'झलकारी', 13 मार्च को नीति श्रीवास्तव द्वारा निर्देशित 'पन्ना धाय', 14 मार्च को पूजा केवट द्वारा निर्देशित 'रानी चेन्नम्मा', 15 मार्च को वैभव श्रीवास्तव द्वारा निर्देशित 'रानी वेलुंचचियार', 16 मार्च को पलक पटवर्धन द्वारा निर्देशित 'वीरांगना अवंतीबाई लोधी', 17 मार्च को रीना सिन्हा द्वारा निर्देशित 'काबुलीवाला', 18 मार्च को देवांशी सिन्हा द्वारा निर्देशित 'बीवी कौर' नाटक की प्रस्तुति होंगी। समारोह के अंतिम दिन 19 मार्च को खुशबू पांडे द्वारा निर्देशित नाटक 'मुझे अमृता चाहिए' से होगा।

वयोवद्ध वृद्ध नर बाघ की हुई मृत्यु

वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में मौजूद वयोवृद्ध बाघ मुन्ना को तमाम प्रयासों के बावजूद बचाया नहीं जा सका। रविवार को सुबह इसकी मृत्यु हो गई। नर बाघ के शव का कर वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में इसे ससम्मान अग्नि को समर्पित कर दिया गया।

विश्व प्रसिद्ध नर बाघ मुन्ना ने 2 मार्च 2021 से अपना सामान्य भोजन लेना बंद कर दिया था। इसके पहले इसके दोनों पैर भी लकवा ग्रस्त हो गए थे, जिससे उठने और चलने में अक्षम था। वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. अतुल गुप्ता एवं तीन अन्य चिकित्सकों द्वारा नर बाघ मुन्ना का इलाज किया जा रहा था।

प्रथम दृष्टया इस नर बाघ की मृत्यु का कारण वृद्धावस्था होना बताया गया है। उल्लेखनीय है कि नर बाघ मुन्ना को सामान्य वन मंडल पश्चिम मंडला से 24 अक्टूबर 2019 को रेस्क्यू कर वन विहार लाया गया तब इसकी आयु 19 साल थी।

तीन माह में करें लंबित पट्टों का वितरण - नगरीय विकास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने निर्देश दिये हैं कि नगरीय क्षेत्रों में पट्टा वितरण के लिए शेष पात्र 20 हजार 35 हितग्राहियों को आगामी 3 माह में पट्टा वितरण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना में स्वीकृत आवासों का लाभ कुछ पात्र हितग्राहियों को पट्टा प्राप्त नहीं होने के कारण नहीं मिल पा रहा है।

सभी कलेक्टर्स को निर्देशित किया गया है कि जिन शासकीय भूमि पर नोईयत की समस्या के कारण पट्टा आवंटन में कठिनाई है, वहाँ सक्षम प्राधिकारी द्वारा मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता एवं अधिनियम 1984 के प्रावधानों के अनुसार विधिमान्य प्रक्रिया से नोईयत परिवर्तन की कार्यवाही की जाये।

कलेक्टर से लें अनुमोदन

प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री नीतेश व्यास ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि पट्टा स्वीकृति एवं वितरण के लिए जरूरी अनुमोदन कलेक्टर से प्राप्त कर कार्यवाही जल्द करें। उन्होंने प्रतिमाह पट्टा आवंटन की प्रगति की जानकारी भेजने के निर्देश भी दिये हैं।

नरेला विधानसभा में विशेष सफाई अभियान का चौथा दिन

मंत्री सारंग ने आज 4 वार्डों में लगाई झाड़ू

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में भोपाल को नंबर-1 बनाने के लिए विशेष सफाई अभियान के चौथे दिन रविवार को नरेला विधानसभा के वार्ड 59, 71, 41 और 77 में कार्यकर्ताओं के साथ सफाई अभियान में भाग लिया। इस दौरान मंत्री श्री सारंग ने खुद झाड़ू से सड़क किनारे का कचरा हटाया। श्री सारंग ने कहा कि भोपाल, मध्यप्रदेश और भारत को स्वच्छ और स्वस्थ्य बनाने का हमारा लक्ष्य है। इसलिए नरेला विधानसभा के सभी क्षेत्रों में हमारे कार्यकर्ताओं ने नगर निगम अमले के साथ मिलकर विशेष सफाई अभियान शुरू किया है । उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य भोपाल को स्वच्छता में नंबर-1 बनाना और जनता को स्वच्छता के लिए जागरूक करना है। श्री सारंग ने कहा कि स्वच्छ भारत का प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का सपना हमें पूरा करना है और इसके लिए हर संभव प्रयास करेंगे।

मंत्री श्री सारंग ने किये विकास कार्यों के भूमि-पूजन

मंत्री श्री सारंग ने रविवार को वार्ड 36 के चांदवड, वार्ड 70 के गुरु नानकपुरा, वार्ड 44 के आचार्य नरेन्द्र देव नगर और अम्बेडकर नगर, वार्ड 39 रोशनबाग, करोंद के संजीव नगर, बडबाई, राजवंश कॉलोनी, रासलाखेड़ी और वार्ड 38 के शंकर मंदिर के पास सीसी रोड, नालियों और डामरीकरण के कार्यों का भूमि-पूजन किया।

श्री सारंग ने भूमि पूजन के अवसर पर कहा कि नरेला के समग्र के विकास के लिए वे कोई कसर नहीं छोडेंगे। उन्होंने नरेला के समग्र विकास के लिए विभिन्न निर्माण एजेंसियों के माध्यम से पूरी कार्य योजना तैयार करा ली है। उसी योजना के तहत चरण बद्ध तरीके से क्षेत्र का विकास किया जा रहा है।

श्री सारंग ने कहा कि सड़क, बिजली, पानी और जल निकास की क्षेत्र में बहुत कार्य हुए हैं। पार्कों का उन्नयन, व्यायाम शालाएं, सामुदायिक भवनों और खेल मैदानों का भी विकास किया गया है। उन्होंने कहा कि भोपाल के नरेला क्षेत्र में ही थीम आधारित पार्कों का निर्माण करवाया गया है। उनमें नर्मदा पार्क और स्वामी विवेकानंद पार्क प्रमुख हैं।

श्री सारंग ने कहा कि बढ़ते यातायात के दबाव को देखते हुए क्षेत्र में फ्लाई ओवर्स का निर्माण कराया जा रहा है। दो फ्लाई ओवर्स पर यातायात शुरू हो चुका है। सुभाषनगर फ्लाई ओवर भी बनकर तैयार है। जल्दी ही उसका लोकार्पण होगा और यातायात शुरू हो जायेगा। देवकी नगर करोंद में फ्लाई ओवर का भूमि-पूजन हो चुका है जल्दी ही बनकर तैयार होगा। इस मौके पर बड़ी संख्या में रहवासी उपस्थित थे।

मंत्री श्री डंग अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम में हुए शामिल

नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा ,पर्यावरण मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग आज होशंगाबाद जिले के प्रवास के दौरान इटारसी शहर में आयोजित श्री  गुरु नानक देव जी अखिल भारती पुरुष एवं महिला हॉकी प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम में शमिल हुए। मंत्री श्री डंग ने प्रतियोगिता में देश के विभिन्न राज्यों से आए प्रतिभावान खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया और शुभकामनाएँ दी। इस अवसर पर विधायक होशंगाबाद श्री सीताशरण शर्मा, श्री पीयूष शर्मा सहित अन्य जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ.चौधरी ब्लड कलेक्शन ट्रांसपोर्टेशन वैन को हरी झंडी दिखा कर रवाना करेंगे

कायाकल्प योजना के अवार्ड्स भी वितरित करेंगे स्वास्थ्य मंत्री 

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभूराम चौधरी 8 मार्च को  ब्लड क्लेक्शन ट्रांसपोर्टेशन  वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी वैक्सीन रेफ्रीजिरेटर का लोकार्पण और कायाकल्प योजना के  अवार्ड्स का  वितरण भी  करेंगे। 

कार्यक्रम प्रातः 10 बजे एन. एच. एम. भवन लिंक रोड नम्बर तीन, पत्रकार कॉलोनी के सामने आयोजित होगा। 

केन्द्रीय प्रेक्षक नियुक्त आईएएस अधिकारियों को वैक्सीनेशन के निर्देश

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा पोल ड्यूटी पर लगाये गये अधिकारियों को कोविड-19 के वैक्सीनेशन कराये जाने के आदेश दिये गये हैं। मध्यप्रदेश से 35 आईएएस अधिकारियों को केन्द्रीय प्रेक्षक नियुक्त किया गया है, जिनकी आब्जर्बर के रूप में ड्यूटी लगी है। इन अधिकारियों को फ्रन्ट लाइन वर्कर्स माना गया है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा ये आब्जर्बर्स असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल एवं पुडुचेरी विधानसभा निर्वाचन 2021 हेतु लगाये गये है। इन अधिकारियों के वैक्सीनेशन के लिये भोपाल, उज्जैन एवं ग्वालियर में सुविधा उपलब्ध करायी गई। आईएएस अधिकारी श्री गिरीश शर्मा, श्री दीपक सक्सेना, श्री शशि भूषण सिंह, श्री अजीत कुमार, श्री मनोज खत्री, श्री राजीव शर्मा, सुश्री सरिता बाला, श्री राजेश ओगरे, श्री भरत यादव, श्री जगदीश चन्द्र जतिया, श्री धनराजू, श्री स्वतंत्र सिंह ने कोविड सेंटर, जे.पी. हॉस्पिटल भोपाल में, श्री मालसिंह तथा श्री वीरेन्द्र सिंह ने उज्जैन में एवं श्रीमती सपना निगम ने ग्वालियर में कोरोना वैक्सीन लगवाई।

आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश पर वेबिनार 8 मार्च को

आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के अन्तर्गत 8 मार्च को सुबह 11 बजे से 'सीएसआईआर कंपेडियम ऑफ टेक्नालॉजीस फॉर एमएसएमई सेक्टर' पर वेबिनार आयोजित होगा। वेबिनार एमएसएमई मध्यप्रदेश विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद् और विज्ञान भारती द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है।

वेबिनार में एमएसएमई और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा भी विचार व्यक्त करेंगे। वेबीनार को डॉ. गीथावानी रायासाम हेड (एससीडीडी), सीएसआईआर नई दिल्ली और डॉ. विभा मल्होत्रा सहाने हेड टीएमडीएसई, सीएसआईआर नई दिल्ली भी संबोधित करेंगे। स्वागत भाषण मध्यप्रदेश विज्ञान और प्रौद्योगिकी के परिषद् महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी देंगे।

गरीबों की सेवा करना जनप्रतिनिधि का प्रथम कर्तव्य - ऊर्जा मंत्री श्री तोमर

ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने अपने कार्यालय 38 बंगले ग्वालियर पर महिला कामकाजी, हाथठेला व आयुष्मान के कार्ड वितरित करते हुए कहा कि क्षेत्र में कोई भी भूखा न सोये, इसके लिए मैं प्रतिबद्ध हूँ। सभी पात्र हितग्राहियों को राशन मिले इसके लिए आपको यह कार्ड व पात्रता पर्ची वितरित की जा रही है। मंत्री श्री तोमर ने कहा कि गरीबों की सेवा करना जनप्रतिनिधि का प्रथम कर्तव्य होता है और उसी कर्तव्य को निभाने का मैं प्रयास कर रहा हूँ। मंत्री श्री तोमर ने 323 लोगों को कामकाजी हाथठेला कार्ड, 127 लोगों को पेंशन स्वीकृति आदेश व 156 लोगों को आयुष्मान कार्ड वितरित किये।

ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने जन कल्याणकारी योजनाओं के कार्ड वितरण के दौरान आम जनों को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी समस्याओं के समाधान के लिए मैने पदयात्रा व साइकिल यात्रा निकाली, आपके घर-घर व गलियों में आपकी समस्याओं के समाधान के लिए घूम रहा हूँ, फिर भी किसी की कोई समस्या रह जाती है तो वह मुझे मेरे कार्यालय पर आकर बता सकते हैं।

संस्कृति मंत्री ने पुरातत्व संग्रहालय सिरोंज के नये भवन का शिलान्यास किया

संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने सिरोंज एवं विदिशा जिले की पुरासंपदा को सुरक्षित रखने के लिये पुरातत्व संग्रहालय सिरोंज के नवीन भवन का शिलान्यास किया। सिरोंज संग्रहालय में पुरातत्वीय उत्खनन, प्रतिमा वीथिका, इतिहास वीथिका, मुद्रा एवं अभिलेख वीथिका बनाई जावेगी। इस अवसर पर विधायक श्री उमाकांत शर्मा सहित गणमान्य बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।

प्रमुख सचिव, संस्कृति एवं पर्यटन श्री शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि भारत सरकार द्वारा स्वीकृत अनुदान राशि 1 करोड़ 91 लाख रूपये से संग्रहालय का निर्माण कराया जायेगा। डॉ. गीता सभरवाल, उप संचालक ने बताया कि संग्रहालय का नक्शा एप्को द्वारा बनाया गया है और पी.आई.यू. लोक निर्माण विभाग, विदिशा को निर्माण एजेन्सी बनाया गया है।

महिला दिवस पर स्मारकों एवं संग्रहालयों में महिलाओं का प्रवेश निःशुल्क

प्रमुख सचिव पर्यटन, संस्कृति एवं अध्यात्म श्री शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि 8 मार्च 2021 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर  पुरातत्वीय स्मारकों एवं संग्रहालयों में महिलाओं का प्रवेश निःशुल्क रहेगा। भोपाल में राज्य संग्रहालय, शौर्य स्मारक, गोलघर, आशापुरी और इस्लाम नगर स्थित संग्रहालय में महिलाओं का प्रवेश निःशुल्क रहेगा।

जबलपुर बनेगा रेडीमेड गारमेंट मेन्यूफैक्चरिंग हब

गारमेंट एण्ड फैशन डिजाइन क्लस्टर में स्थापित इकाइयों से वस्त्र निर्माण शुरू

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर जबलपुर में 60 करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से गोहलपुर के लेमागार्डन में करीब 8 एकड़ क्षेत्र में जबलपुर गारमेंट एवं फैशन डिजाइन क्लस्टर विकसित किया जा रहा है।

जबलपुर के रेडीमेड गारमेंट्स कारोबार की राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग कर यहाँ के वस्त्र निर्माण व्यवसाय को नई ऊँचाईयों तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन ने एक जिला-एक उत्पाद योजना के तहत जबलपुर गारमेंट एवं फैशन डिजाइन क्लस्टर के अंतर्गत रेडीमेड गारमेंट एण्ड होजरी मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर को चयनित किया है। जिले में एक जिला-एक उत्पाद योजना के तहत तीन गतिविधियाँ चयनित की गई हैं। इनमें पहली मटर प्र-संस्करण और दूसरी रेडीमेड गारमेंट एण्ड होजरी मैन्यूफैक्चरिंग से संबंधित गतिविधि शामिल है। जबकि तीसरी गतिविधि के रूप में आईटी सेक्टर को शामिल किया गया है।

जबलपुर शहर में असंगठित स्वरूप में पिछले कई वर्षों से रेडीमेड गारमेंट निर्माण का व्यवसाय चल रहा है। काफी हद तक यह कारोबार काफी बढ़ा भी है, लेकिन उन्नत प्रौद्योगिकी और संसाधनों के अभाव तथा आधुनिक स्वरूप में संगठित क्लस्टर की कमी की वजह से बाहर के व्यापारियों और कंपनियों को यहाँ के स्थानीय वस्त्र निर्माताओं के साथ संवाद में हिचकिचाहट महसूस हो रही थी। यहाँ के बिखरे हुए वस्त्र उद्योग को देखकर आर्डर देने में भी नामचीन कंपनियां आनाकानी करती थीं, जो कंपनियां यहाँ आती भी थीं तो वे उत्पाद का अपने हिसाब से मूल्य निर्धारण करती थीं। यहाँ के वस्त्र निर्माताओं की समस्याओं के निराकरण के लिए गारमेंट एवं फैशन डिजाइन क्लस्टर विकसित किया जा रहा है।

क्लस्टर में गारमेंट मेकिंग इकाईयों को सभी तरह की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। इसमें करीब सवा करोड़ रुपये की लागत से बना कॉमन फेसिलिटी सेंटर और करीब 5 करोड़ 17 लाख रुपये की लागत से निर्मित डाईंग प्रिंटिंग और वाशिंग प्लांट की विश्वस्तरीय सुविधा शामिल है। कॉमन फेसिलिटी सेंटर रेडीमेड गारमेंट व्यवसाय में फायदेमंद साबित होगा। यहाँ से वस्त्र निर्माण, तकनीक, प्रशिक्षण और फिनिशिंग की जानकारी मिलेगी। वहीं डाइंग एवं वाशिंग प्लांट विशेषकर जींस के रंगाई व धुलाई की दृष्टि से मील का पत्थर साबित होगा। हालांकि कई अन्य निर्माण कार्य अभी भी प्रगति पर है, जिनके शीघ्र ही पूरा होने की संभावना है।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुरुप जबलपुर को रेडीमेड गारमेंट हब के रूप में विकसित किया जा रहा हैं, जिससे स्थानीय स्तर पर कारोबार और रोजगार की संभावनाओं और अवसरों में वृद्धि की जा सके। कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने बताया कि इस क्लस्टर में करीब 200 इकाईयां स्थापित की जायेंगी। इसके माध्यम से करीब 35 हजार व्यक्तियों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। आगामी 31 मार्च 2021 तक इस क्लस्टर के पूर्ण होने की संभावना है। महाप्रबंधक उद्योग एवं व्यापार देवव्रत मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में क्लस्टर में स्थापित हो चुकी 80 इकाईयों ने वस्त्र निर्माण शुरू भी कर दिया है। यहाँ अभी सलवार सूट, शर्ट, ट्राउजर, कुर्ता-पायजामा, लोअर, कुर्ती, वेडिंग सूट, स्कूल ड्रेस, लैगिंग्स और जीन्स के पैंट-शर्ट बनाये जा रहे हैं।

वर्तमान में जबलपुर गारमेंट एण्ड फैशन डिजाइन क्लस्टर में तैयार कपड़े मुख्य रूप से दक्षिण भारतीय राज्यों सहित महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, उड़ीसा सहित अन्य राज्यों में लोगों द्वारा काफी पसंद किये जा रहे हैं। बड़े शहरों की बात की जाय तो चेन्नई, हैदराबाद, बंगलौर और नागपुर, मुंबई जैसे शहरों में यहां के बने रेडीमेड कपड़ों की खासी मांग है। तकरीबन 50 वस्त्र निर्माण इकाईयाँ तो ई-कामर्स के द्वारा मार्केटिंग कर रही हैं। जिला प्रशासन द्वारा शत-प्रतिशत ई-कामर्स प्लेटफार्म के लिए प्रयास जारी है।

मंत्री श्री पटेल ने हरदा जनपद पंचायत में किए 8 टैंकर वितरित

किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने रविवार को हरदा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायतों के गांवों की ग्रीष्मकालीन पेयजल समस्या के निदान के लिए 8 टैंकर वितरित किए।। 

मंत्री श्री पटेल ने हरदा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत रैसलपुर के ग्राम गुठानिया, पारधीढाणा, ग्राम पंचायत बीड के ग्राम बीड़, ग्राम पंचायत धनगांव के ग्राम धनगांव गौशाला, ग्राम पंचायत बेसवा के ग्राम बेसवा तथा ग्राम मालपौन, ग्राम पंचायत मांगरूल के गांव ग्राम गौला, ग्राम पंचायत सीगोंन के ग्राम मैदा तथा ग्राम पंचायत भादूगांव के ग्राम देवास मैं आगामी ग्रीष्म काल में पेयजल संकट को दृष्टिगत रखते हुए टैंकरों का वितरण किया।

मंत्री श्री पटेल ने कहा कि पेयजल टैंकरों का उपयोग पेयजल संकट के निवारण के लिए ही किया जाए। किसी भी स्थिति में पेयजल टैंकरों का उपयोग अन्य कार्यों में न किया जाए।

मरीज को अस्पताल में मिले हर आवश्यक सुविधा का लाभ - ऊर्जा मंत्री श्री तोमर

ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने सिविल अस्पताल हजीरा में रोगी कल्याण समिति की बैठक में कहा कि अस्पताल से संबंधित सभी कार्य शीघ्र ही पूर्ण कर लियें जायें। जहां भी जिस चीज की आवश्यकता है मुझे 15 दिन में प्रस्ताव बनाकर दें। जिससे रूके हुए कार्य भी समय पर पूर्ण किये जा सकें। अस्पताल आने वाला मरीज किसी भी कारण भटकना नही चाहिए।

ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने बिंदुबार चर्चा करते हुए कहा कि अस्पताल में आने वाले मरीजों के लिए बैठने की पर्याप्त व्यवस्था हो। गर्मी आने वाली है इससे पहले एसी, कूलर व पंखों को ठीक करा लिया जाये। आने वाले मरीजों के लिए शुद्ध पीने का पानी मिले। शौचालय की सफाई की व्यवस्था सुचारू रूप से चले। अस्पताल परिसर में गंदगी नही दिखनी चाहिए।

श्री तोमर ने कहा कि अस्पताल परिसर में एक बोर्ड लगा होना चाहिए जिस पर अस्पताल से संबंधित सभी जानकारियां लिखी हों। अस्पताल आने वाले व्यक्ति को पूछने की आवश्यकता न पडे़। उन्होंने कहा कि दिन में तीन बार अस्पताल की सफाई की जाये। प्राइवेट अस्पताल से भी अच्छी सफाई दिखनी चाहिए।

उन्होने कहा कि प्रत्येक चिकित्सक के कक्ष में कम्प्यूटर व फर्नीचर लगा हो। बायोमेडीकल वेस्ट के लिए अलग से कमरा बना दिया जाये जिससे समय पर अगर गाडी नही आती है तो उसको वहां रखा जा सके। अस्पताल की छत पर एक मीटिंग हॉल और किचन बने। अस्पताल में प्रवेश द्वार आकर्षित बनाने के लिए संबंधित ठेकेदार को निर्देशित किया। बिरला नगर प्रसूतिगृह और दीनदयाल औषधालय के विकास के संबंध में भी संबंधित ठेकेदार को आश्यक दिशा निर्देश दिये।

बैठक में सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा, सिविल सर्जन डॉ. डी. के शर्मा, प्रभारी डॉ. पी.के. नायक सहित सभी डॉक्टर्स एवं कार्य करने वाली ऐजेंसी के ठेकेदार उपस्थित रहे।